इंसुलिन रेजिस्टेंस के लक्षण

इंसुलिन ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है.

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के आधार पर ट्रेडिंग

जब कीमतें अपट्रेंड में होती है, तो अंतिम लो और अंतिम हाई कीमतें बहुत महत्वपूर्ण होती है।

यदि कीमतें लोअर लो बनाना शुरू करती है, तो यह ये दर्शाता है की ट्रेंड रिवर्सल हो सकता है।

लेकिन अगर कीमतें हाई बनी रहती है तो अपट्रेंड की पुष्टि होती है।

एक निवेशक को उचित और वर्तमान मेजर सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को चिन्हित करना चाहिए क्योंकि जब कीमतें इन स्तरों पर पहुंचती है तो वे महत्वपूर्ण हो सकते है।

इसके अलावा, उचित और करंट माइनरसपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को चिन्हित करना चाहिए जो आपको करंट ट्रेंड, चार्ट पैटर्न और सीमाओं का एनालिसिस करने में मदद करेगा।

आपको नए सपोर्ट और रेजिस्टेंस की रेखाएं बनाते रहना चाहिए और पुराने लेवल्स को हटा देना चाहिए, क्यूंकि कीमतें पुरानी लेवल्स को पहले ही पार कर चूकी हैं ।

की पॉइंट्स :

  • माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर कीमतों को होल्ड नहीं कर पाते है।
  • माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस के क्षेत्र आपकी होल्डिंग बढ़ाने के अवसर प्रदान करते है।
  • मेजर रेजिस्टेंस और सपोर्ट का लेवल वो क्षेत्र है जो ट्रेंड रिवर्सल का कारण बनते है।
  • मार्केट डाउनट्रेंड में है या अपट्रेंड में है, या भविष्य में क्या हो सकता है, इन सबकी जानकारी ट्रेंड लाइन्स स्पष्ट दिखाती है।
  • एक निवेशक या एनालिस्ट को उचित और वर्तमान मेजर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवलों को चिन्हित करना चाहिए क्योंकि जब कीमतें इन लेवल पर पहुंचती है तो वे महत्वपूर्ण हो सकते है।
  • रेलेवेंट और करंट माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवलों को चिन्हित करना चाहिए जो आपको करंट ट्रेंड, चार्ट पैटर्न और सीमाओं का एनालिसिस करने में मदद करेगा।

Subscribe To Updates On Telegram Subscribe To Updates On Telegram Subscribe To Updates On Telegram

Resistance क्या होता है!

Resistance वह प्राइस रेंज होता है जहां पर आने के बाद शेयर जो बढ़ रहा है वह अपने चाल को कम या फिर बदल देता है यह वह लेवल होता है जहां पर Seller किसी शेयर को बेचने के लिए तैयार रहते हैं उसे हम Resistance कहते हैं !

Resistance वह प्राइस रेंज होता है जहां पर आने के बाद शेयर जो बढ़ रहा है वह अपने चाल को कम या फिर बदल देता है यह वह लेवल होता है जहां पर Seller किसी शेयर को बेचने के लिए तैयार रहते हैं उसे हम Resistance कहते हैं !

Resistance, Resistance chart, Resistance kia hota hai,
Muthootfin Share Chart

Support And Resistance Level In Hindi

Table of Contents

support and resistance level in hindi

स्टॉक मार्केट में Support और Resistance Level का एक अहम रोल हैं इसको हम हमारी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजि में किस प्रकार प्रयोग कर सकतें हैं और अपने प्रॉफिट को कैसे बढ़ा सकतें है यानि ‘सपोर्ट लेवल’ और ‘रेजिस्टेंस लेवल’ को हम इस आर्टिकल (support and resistance level in hindi) में विस्तार से समजेंगे तो चलिए शुरू करते हैं

Support और Resistance Level क्या हैं :-

Support and Resistance Level क्या होता है यह जानेंगे साथ ही शेयर बाजार में लिस्टेड अनेकों शेयरों में कोन से स्टॉक में ज्यादा खरीद – बिक्री हो रही है यानि किन – किन स्टॉक्स में मार्केट कारोबार ज्यादा हो रहा है और किन – किन शेयरों में कारोबारी कम हो रही है

यह सभी बातें हम स्टॉक के Support and Resistance Level Chart से पता कर सकते है मगर उनसे पहले हमें Support and Resistance Level की Basic इन्फोर्मेशन लेना अनिवार्य है, तो बिना समय गवाएं आगे बढ़ते है हमारे अहम टॉपिक की ओर तो चलिए शुरू करते हैं

“Support and Resistance Level वह होता है जो किसी स्टॉक चार्ट में उस खास Price ‘Point’ को दिखाता है, जिस प्राइस पर रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? Buyers और Sellers सबसे ज्यादा Active रहते है”

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को बेहतर तरीके से समजने के लिए हमें पहले टारगेट प्राइस को समजना जरुरी है, और यह हमें शेयर के मार्केट प्राइस के चार्ट को ध्यान में रखके समजना होता है

स्टॉक निवेश के पॉइंट्स :-

Support and Resistance Level की मदद से स्टॉक मार्केट में निवेश के सबसे अहम तिन Points का पता लगा सकते हैं

  • पहला पॉइंट Entry Point – किसी भी कंपनी के स्टॉक में शेयर मार्केट के समय के रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? दौरान कोनसे समय पर किस ट्रेड प्राइस पर खरीदना है वह पता लगा सकते है
  • दुसरे पॉइंट Target – कोनसी कंपनी के शेयर पर कोनसा टारगेट प्राइस है जिनसे उस प्राइस पर हम अपना प्रॉफिट बुक कर सकते है
  • तीसरा पॉइंट Exit Point – किसी भी कंपनी के ख़रीदे हुए स्टॉक को बाजार मूवमेंट के आधार पर कोनसे प्राइस पर रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? Stop-Loss लगाना चाहिए और किस प्राइस पर उसे Sell करदेना चाहिए इस बात का पता चलता है

Support and Resistance Level की लाइनें केवल शेयर रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? के चार्ट में प्राइसिंग (कीमतें) Up – Down होने की संभावना का संकेत देती है किसी भी तरह से उन्हें निश्चित विश्वसनीयता के तौर पर नहीं माना जाना चाहिए

गलत खानपान की वजह से हो सकते हैं इंसुलिन रेजिस्टेंस का शिकार, इससे शरीर में हो जाती हैं कई बीमारियां

गलत खानपान की वजह से हो सकते हैं इंसुलिन रेजिस्टेंस का शिकार, इससे शरीर में हो जाती हैं कई बीमारियां

डॉक्टर्स और न्यूट्रिशनिस्ट के मुताबिक, लाइफस्टाइल में बदलाव करना जैसे हेल्दी खाना, एक्सरसाइज करना, रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? जंक फूड से दूर रहना और रात को अच्छी नींद लेना कई बीमारियों को दूर रखने में मदद करता है. ऐसी ही एक स्वास्थ्य रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? समस्या है इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) न्यूट्रिशनिस्ट लक्षिता जैन एक क्लिनिकल डायटीशियन और हेल्थ क्लिनिक न्यूट्र की संस्थापक है. उन्होंने TV9 को बताया कि इंसुलिन रेजिस्टेंस (IR) रिवर्सिबल है, यानी कि इसे दुरुस्त किया जा सकता है.रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? जैन ने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर एक इलास्टिक बैंड लें और इसे स्ट्रेच करें. लेकिन अगर इसे छोड़ देते है तो यह पहले की तरह अपने मूल आकार में वापस आ जाता है.

इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले सभी लोगों को मधुमेह नहीं होता

जैन ने बताया, समस्या तब पैदा होती है जब लोग सोचते हैं कि उनका शुगर लेवल (Sugar Level) कंट्रोल में है. और वे अपनी मूल जीवन शैली की आदतों में वापस आ जाते हैं. “यह एक गलती है. हालांकि, इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? सभी लोगों को मधुमेह (Diabetes) नहीं होता है, लेकिन इसका मतलब यह रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? नहीं है कि वे ढिलाई कर सकते हैं.”

जैन ने कहा कि हर व्यक्ति का उपचार अलग-अलग होता है. “एक मधुमेह चिकित्सक (डायबिटोलॉजिस्ट/एंडोक्राइनोलॉजिस्ट) यह देखेगा कि व्यक्ति को क्या चाहिए और उस व्यक्ति विशेष के लिए एक अनुकूलित एक दिनचर्या निर्धारित करेगा. यहां ऐसा नहीं है कि हर किसी को एक ही साइज फिट आ जाएगी.

जैन ने इस दौरान कहा, जब कोई इंसुलिन रेजिस्टेंस वाला व्यक्ति मेरे पास आता है, तो शुरुआत यह समझने से होती है कि उसमें इंसुलिन रेजिस्टेंस क्यों विकसित हुआ है, क्योंकि ये स्थिति एक दिन में सामने नहीं आती है. यह धीरे-धीरे समय के साथ विकसित होता है.

हाइलाइट्स

इंसुलिन रजिस्टेंस का खतरा बुजुर्गों को सबसे ज्यादा होता है.
मोटापा, इनएक्टिव लाइफस्टाइल की वजह से ऐसा हो सकता है.

Insulin Resistance And Diabetes: डायबिटीज और इंसुलिन का सीधा कनेक्शन होता है. टाइप 1 डायबिटीज होने पर मरीज के शरीर में इंसुलिन बनना बंद हो जाता है या कई बार बेहद कम मात्रा में बनता है. इसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है. टाइप 2 डायबिटीज में पेशेंट के शरीर में इंसुलिन तो बनता है, रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? लेकिन रेजिस्टेंस की वजह से उसका सही इस्तेमाल नहीं हो पाता. अगर रेज़िस्टेंस लेवल क्या होता है? बॉडी में इंसुलिन का प्रोडक्शन और यूज सही तरीके से होता रहे, तो डायबिटीज का कोई खतरा नहीं होता. अब सवाल उठता है कि इंसुलिन रेजिस्टेंस क्या होता है और यह किस वजह से पैदा हो जाता है. इसके क्या लक्षण होते हैं और बचाव के क्या तरीके हो सकते हैं. इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जान लेते हैं.

रेटिंग: 4.56
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 602