फेसबुक ने इस बाबत अपना रुख साफ कर दिया है. कंपनी का कहना है कि जब तक अमेरिकी नियामक संतुष्ट हैं, वह लिब्रा को पूरी दुनिया में स्थापित करने वाली है.

​क्या है लिब्रा?

Bitcoin अल-सल्वाडोर में लीगल करेंसी, क्रिप्‍टोकरंसी को कानूनी दर्जा देने वाला पहला देश

Bitcoin Cryptocurrency Legal Tender in El Salvador: अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन (Bitcoin) क्रिप्टोकरेंसी को लीगल करंसी का दर्जा दे दिया है. ऐसा करने वाला यह दुनिया का पहला देश है.

अल-सल्वाडोर में अमेरिकी डॉलर भी पहले की तरह लीगल करंसी बना रहेगा.

Bitcoin Cryptocurrency Legal Tender in El Salvador: क्रिप्‍टोकरंसी पर सेंट्रल अमेरिकी देश अल सल्वाडोर (El Salvador) एक बड़ा कदम उठाया है. अल सल्वाडोर ने बिटकॉइन (Bitcoin) क्रिप्टोकरेंसी को लीगल करंसी का दर्जा दे दिया है. ऐसा करने वाला यह दुनिया का पहला देश है. दुनियाभर में क्रिप्‍टोकरंसी की कानूनी फ्रेमवर्क को लेकर बहस ही चल रही है. ऐसे में अल-सल्वाडोर अब आधिकारिक रूप से पहला देश बन गया है कि जहां बिटकॉइन क्रिप्‍टोकरंसी में ट्रांजैक्‍शन किया जा सकेगा.

Bitcoin: नहीं लगेगा कैपिटल गेन टैक्‍स

राष्ट्रपति बुकेले ने सोमवार को ऐलान किया था कि देश की लीगल करंसी बन जाने के बाद इस पर कोई बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगाया जाएगा. देश में क्रिप्टो एंटरप्रेन्योर को तुरंत स्थायी तौर पर रहने की अनुमति दी जाएगी. राष्ट्रपति के इस ऐलान के बाद अल-सल्वाडोर में प्रॉपर्टी की पूछताछ बढ़ गई. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि बिटकॉइन और अमेरिकी डॉलर के बीच एक्सचेंज रेट अब स्वतंत्र तौर पर स्थापित होने लगेंगे. कीमतों को बिटकॉइन में बताया जा सकेगा. बिटकॉइन में लेन-देन कैपिटल गेन्स टैक्स के दायरे में नहीं आएंगे. डॉलर में किए जाने वाले पेमेंट अब बिटकॉइन में भी किए जा सकेंगे.

मियामी में हुई 2021 बिटकॉइन क्रॉन्फ्रेंस में कहा गया कि सरकार के इस कदम से देश में रोजगार पैदा होगा और फॉर्मल इकोनॉमी के बाहर के बहुत सारे लोग इकोनॉमी की मेनस्‍ट्रीम से जुड़ेंगे. अल साल्वाडोर के राष्ट्रपति नायिब बुकेले ने आगे कहा कि देश में अमेरिकी डॉलर भी पहले की तरह लीगल करंसी बना रहेगा और बिटकॉइन का इस्‍तेमाल ऑप्‍शनल रहेगा. बता दें, अल सल्‍वाडोर को पिछले साल रेमिटेंस के रूप में 6 अरब डॉलर मिले थे. यह देश की जीडीपी का करीब 16 फीसदी है. बुकेले का कहना है कि बिटकॉइन को कानूनी मान्‍यता से विदेश में रह रहे हमारे रेजिडेंट्स के लिए पैसे भेजने की लागत कम होगी.

रिटेल ट्रांजैक्शन में भी डिजिटल करेंसी, इन पांच बैंकों को आरबीआई बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी सौंपेगा प्रोजेक्ट का जिम्मा

LagatarDesk : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 1 नवंबर को डिजिटल रुपया लॉन्च किया. इस डिजिटल करेंसी का नाम E-Rupee रखा गया. हालांकि अभी होलसेल बिजनेस के ट्रांजैक्शन में इसका इस्तेमाल किया जा रहा है. लेकिन बहुत जल्द रिटेल बिजनेस के ट्रांजैक्शन में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा. रिटेल डिजिटल करेंसी लाने के लिए आरबीआई ने 5 बैंकों के नाम शॉर्टलिस्ट किये हैं. (पढ़ें, ED ने सुप्रीम कोर्ट में सौंपी रिपोर्ट, 51 सांसद और 71 विधायकों पर मनी लॉन्ड्रिंग केस, मनीष सिसोदिया का भी नाम)

शॉर्टलिस्ट किये गये 5 बैंकों में से 4 का नाम आया सामने

रिपोर्ट्स के अनुसार, शॉर्टलिस्ट पांच बैंकों में से अभी केवल चार बैकों के नाम सामने आये हैं. ये चार बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई), आईसीआईसीआई बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचडीएफसी बैंक हैं. बैंकों के साथ नेशनल पेंमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) और आरबीआई की भूमिका भी अहम होगी. जानकारी के मुताबिक, कुछ ग्राहकों और मर्चेंट के अकाउंट से रिटेल डिजिटल रुपये का पायलट प्रोग्राम बहुत जल्द शुरू होगा. आने वाले समय में शॉर्टलिस्ट किये गये बैंकों में कुछ और भी बैंकों को शामिल किया जायेग, जो रिटेल सीबीडीसी ट्रांजैक्शन शुरू करेंगे.

रिपोर्ट्स के अनुसार, रिजर्व बैंक इस संभावना पर गौर कर रहा है कि रिटेल सीबीडीसी या रिटेल डिजिटल करेंसी को मौजूदा डिजिटल पेमेंट के साथ जोड़ना है या नहीं. केंद्रीय बैंक यह भी जानने की कोशिश कर रहा है कि डिजिटल करेंसी के लिए एक नया ढांचा तैयार किया जाना चाहिए या खुदरा सीबीडीसी को वर्तमान डिजिटल भुगतान प्रणाली के साथ इंटरऑपरेबल बनाया जाना चाहिए.

​तकनीक का इस्तेमाल

लिब्रा के जरिए लेनदेन को ब्लॉकचेन द्वारा चलाया और पूरा किया जाएगा. इसका हिसाब भी यही तकनीक रखेगी. इसके लिए कंप्यूटर का एक पूरा नेटवर्क खड़ा किया जाएगा. लिब्रा की ब्लॉकचेन तकनीक को स्वीकृति दी जाएगी. बिटकॉइन के साथ ऐसा नहीं है.

इसका अर्थ है कि सरकारी संगठनों से मान्यता प्राप्त इकाइया हैं कंप्यूटर चला सकती हैं. यह सॉफ्टवेयर एक 'ओपन सोर्स होगा' यानी कि संगठन से बाहर की कंपनियां इसके ऊपर ऐप बना सकी हैं. संगठन पांच साल के बाद स्वीकृति के बिना ब्लॉकचेन पेश करने की योजना कर सकता है.

​कौन होगा एसोसिएशन में?

​कौन होगा एसोसिएशन में?

लिब्रा के एसोसिएशन में 21 गैर-मुनाफा स्वतंत्र सदस्य होंगे. इसका बेस स्विट्जरलैंड के जेनेवा में होगा. यह इस डिजिटल सिक्के से जुड़े प्रमुख फैसलों की देख-रेख करेंगे. इन सदस्यों में ऊबर टेक्नोलॉजीज, वोडाफोन ग्रुप के साथ-साथ थ्राइव कैपिटल और एंड्रीसीन होरोविट्ज जैसी वेंचर कैपिटल फर्म भी जुड़ेंगी.

हालांकि, इस समूह को बड़ा झटका अक्टूबर में ही लगा, जब मास्टरकार्ड, वीजे और पेपैल जैसी दिग्गज वित्तीय कंपनियों ने इससे कन्नी काट ली. इस समूह में शामिल होने के लिए कम से कम 200 करोड़ का निवेश करने होगा. लॉन्च से पहले सदस्यों की संख्या 100 तक पहुंचाने का लक्ष्य है.

हर सदस्य के पास एक बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी वोट होगा. फेसबुक कैलिब्रा के जरिए इससे जुड़ेगा. कैलिब्रा को वह डिजिटल कंपनी है, जो लिब्रा को रखने के लिए डिजिटल वॉलेट देगी.

​वॉलेट की खास बातें

​वॉलेट की खास बातें

निवेशकों और मर्चेंट कैलिब्रा के जरिए लिब्रा को रखने, लेने और देने के लिए इस्तेमाल करेंगे. यह स्मार्टफोन में बतौर अलग एप के रूप में दी जाएगी. साथ ही फेसबुक मैसेंजर, इंस्टाग्राम और व्हॉट्सएप पर भी इसकी मौजूदगी होगी. फेसबुक अपने हर प्रोडक्ट पर लिब्रा को उपलब्ध कराना चाहती है.

कंपनी मैसेजिंग सेवा पर लेन-देन और भुगतान के जरिए रेवेन्यू बढ़ाने का प्रयास कर रही है. चीन की सोशल मीडिया एप वीचैट पर ऐसा ही हो रहा है. ग्राहक बैंक खातों और फिजिकल स्टोर्स पर नकदी देकर लिब्रा को खरीद पाएंगे. कैलिब्रा का इंजीनियर्स ब्लॉकचेन तैयार कर रहे हैं.

फेसबुक का कहना है कि वे करेंसी और वॉलेट से जुड़े मामलों को अलग रखने वाली है. कैलिब्रा में भी 100 कर्मचारी है और सभी कैलिफोर्निया में फेसबुक के मुख्यालय और तल अविव में है. कैलिब्रा के कार्यकारी ने रॉयटर्स से कहा कर्मचारियों की संख्या बढ़ने के अलावा इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है.

​निजता और सुरक्षा

केलिब्रा का इस्तेमाल करने वाले हर शख्स को केवायसी करवाना होगा. इससे उसकी पहचान की पुष्टि होगी और वित्तीय क्राइम कम हो पाएगा. साइन-अप करने वाले हर यूजर्क को सरकारी आईडी के साथ निजी जानकारी भी देनी होगी. फोन खोने पर कैलिब्र हर संभव मदद प्रदान करेगा.

इसके अलावा, फेसबुक ने कहा कि जिन ग्राहकों को लिब्रा फ्रॉड के जरिए चोरी होंगे, उन्हें रिफंड भी दिया जाएगा. कैलिब्रा सिर्फ फेसबुक के साथ डेटा शेयर करेगी और ग्राहक की स्वीकृति से ही थर्ड पार्टी के साथ इसे साझा किया जाएगा. कानूनी मसलों पर भी इसे साझा किया जा सकता है.

फेसबुक ने शपथ ली है कि वह एड टार्गेट के लिए केलिब्रा के डेटा का इस्तेमाल नहीं करेगी. रॉयटर्स की जानकारी के अनुसार, लिब्रा के प्रयोग पर बिजनेस को ग्राहकों की वही जानकारी दिखाई जाएगी, जो उन्हें क्रेडिट कार्ड के जरिए लेन-देन पर दिखाई जाती है.

क्या आज डिजिटल रुपये की आवश्यकता है?

पि छले दिनों की आरबीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, सीबीडीसी (सेन्ट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) को अभी एक पायलट प्रोजेक्ट की तरह देखा जा रहा है और इस साल के अंत तक होलसेल व्यापारों के लिए यह उपलब्ध होगा। इससे पहले वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने 2022- 23 के बजट में बताया था कि केंद्रीय बैंक इस साल के अंत तक सीबीडीसी लाएगा।

आरबीआई के अनुसार, “सीबीडीसी डिजिटल रूप में केंद्रीय बैंक द्वारा जारी एक कानूनी टेंडर है। यह फ़िएट मुद्रा के समान बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी है और फ़िएट मुद्रा के साथ एक दूसरे से एक्सचेंज किया जा सकेगा।” ब्लॉकचेन द्वारा समर्थित वॉलेट का प्रयोग करके डिजिटल फिएट मुद्रा या सीबीडीसी का लेन-देन किया जा सकता है। जबकि सीबीडीसी का कॉन्सेप्ट सीधे तौर पर देखा जाए तो बिटकॉइन से प्रेरित है यह विकेंद्रीकृत (डिसेंट्रलाइज्ड) आभासी(वर्चुअल) मुद्राओं और क्रिप्टो संपत्तियों से अलग है। क्रिप्टो करेंसी राज्य द्वारा नहीं जारी की बिटकॉइन की चुनौती और डिजिटल करेंसी जाती है और इसमें लीगल टेंडर का अभाव भी देखा जा सकता है।

Bitcoin 22,000 डॉलर के पार, Ether और Shiba Inu के मार्केट प्राइस में आई गिरावट

अगप आप बिटकॉइन (Bitcoin) निवेशक हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। पिछले कई दिनों से बढ़त के साथ कारोबार करने वाला बिटकॉइन (Bitcoin) मंगलवार को 22,000 डॉलर के पार ट्रेड कर रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी और पॉप्युलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की मार्केट प्राइस मंगलवार को 1 पर्सेंट के इजाफे के साथ 22,198 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप भी पिछले 24 घंटे से 1 ट्रिलियन डॉलर के ऊपर ट्रेड कर रहा है। CoinGecko के अनुसार मंगलवार को टोटल ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 1 पर्सेंट की गिरावट के साथ 1.1 ट्रिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।

Ether के मार्केट प्राइस में मामूली गिरावट
बिटकॉइन (Bitcoin) के अलावा दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी और पॉप्युलर क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर ( Ether) में मंगलवार को गिरावट देखी गई। ईथर की कुल मार्केट प्राइस मंगलवार को 1 पर्सेंट की गिरावट के बाद 1,705 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। जबकि मंगलवार को डॉगकॉइन की मार्केट प्राइस मामूली इजाफे के साथ 0.06 डॉलर पर और शीबा इनु की मार्केट प्राइस मामूली गिरावट के साथ 0.000013 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। दूसरी ओर कई और डिजिटल करेंसी का कारोबार मिला-जुला रहा। एक ओर जहां एक्सआरपी, युनीसेप, पोलकाडॉट, टीथर, लिटकॉइन, चेनलिंक, एपिकॉन, स्टेलर मंगलवार को इजाफे के साथ कारोबार कर रहे हैं वहीं सोलोना और पॉलीगॉन के मार्केट प्राइस में गिरावट दिखाई दी।

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