Paytm Fixed Deposit Account कैसे ओपन करे
जैसा की आपको पता ही होगा की अभी अधिकतर लोग पेटीएम का इस्तेमाल करते है। क्योंकि पेटीएम अपने यूजर को बहुत सारे सुविधा और ऑफर्स प्रदान करता रहता है। जिसके वजह से आज बहुत से लोग पेटीएम का इस्तेमाल करना पसंद करते है।
पेटीएम अपने यूजर के सुविधा के लिए इसमें नए नए फीचर को एड करता रहता है। हाल ही में कुछ समय पहले पेटीएम ने लोगो के लिए shopping का features लॉन्च किया। फिर इसके बाद paytm bank अकाउंट जिसके अंतर्गत उपभोगता paytm में अपना खुद का shaving account खोल सकते है।
लेकिन अब पेटीएम ने एक और नया फीचर फिक्स्ड डिपॉजिट का फीचर भी लॉन्च कर दिया है। जिसके अंतर्गत अब उपभोक्ता paytm में अपना FD यानि Fixed Deposit करवा सकते है।
Paytm fixed deposit में आप नुन्यतम राशी 100 रूपए से अपना fixed deposit शुरू कर सकते है। और ग्राहकों को कम से कम 1 वर्ष तक fixed deposit करना होगा।
पेटीएम में फिक्स्ड डिपॉजिट करने के लिए आपको अलग से कोई अकाउंट बनाने की जरूरत नही होगी। यदि आपके पास पहले से पेटीएम सेविंग अकाउंट है तो आप फिक्स्ड डिपॉजिट सेवा का लाभ उठा सकते है।
Paytm Fixed Deposit Interest Rate
पेटीएम में फिक्स्ड डिपाजिट इंटरेस्ट रेट अन्य सभी बैंकों से अलग है। पेटीएम अन्य बैंकों की तुलना में अपने उपभोक्ता को ज्यादा इंटरेस्ट रेट प्रदान कर रहा है। paytm अभी अपने ग्राहकों को 5.5% की interest rate दे रहा है. यह इंटरेस्ट रेट बाकि सभी फाइनेंस कंपनी और प्राइवेट बैंकों से बहुत ज्यादा है।
इसलिए यदि आप अपने लिए एक safe investment खोज रहे है तो पेटीएम फिक्स्ड डिपॉजिट आपके लिए बहुत ही अच्छा विकल्प है और यह बहुत ही भरोसेमंद भी है।
Paytm Me FD Kaise Kare
पेटीएम पेमेंट बैंक आपको FD अकाउंट खोलने की सुविधा प्रदान करता है। यदि आप पेटीएम फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खोलना चाहते है तो इसका तरीका बहुत ही आसान है। नीचे आर्टिकल में मैने पेटीएम में FD करने का पूरा प्रोसेस बताया है।
Paytm Me Fixed Deposit Kaise Kare
पेटीएम में फिक्स्ड डिपॉजिट करने के लिए आपके पास पेटीएम अकाउंट होना जरूरी है। क्योंकि पेटीएम में फिक्स्ड डिपॉजिट करने के लिए पेटीएम अकाउंट की जरूरत पड़ती है। यदि आपके पास पेटीएम अकाउंट है तो नीचे बताए गए स्टेप को फॉलो करके पेटीएम में फिक्स्ड डिपॉजिट कर सकते है।
और यदि आपके पास पेटीएम अकाउंट नही है तो सबसे पहले आपको अपना पेटीएम अकाउंट रजिस्टर करना होगा। तो चलिए अब जानते है की आप पेटीएम में अपना खुद का fixed deposit कैसे कर सकते है..
स्टेप 1: सबसे पहले अपने मोबाइल में पेटीएम ऐप को ओपन करे।
स्टेप 2: पेटीएम ऐप को ओपन करने के बाद आपको स्क्रोल डाउन करके ऑल सर्विसेज बटन पर क्लिक करना है
स्टेप 3: इसके बाद आप पेटीएम बैंक ऑप्शन पर क्लिक करें।
स्टेप 4: फिर आप ओपन अकाउंट पर क्लिक करें।
स्टेप 5: इसके बाद सेविंग अकाउंट पर क्लिक करके अपना सेविंग अकाउंट ओपन करना होगा।
स्टेप 6: इन आसान steps के साथ आप पेटीएम में अपना fixed deposit शुरू कर सकते है।
लेकिन ध्यान रखे यदि आपके पास पेटीएम सेविंग अकाउंट होगा तभी आप पेटीएम में फिक्स्ड डिपॉजिट कर सकते है।नही तो, सबसे पहले आपको पेटीएम सेविंग अकाउंट खोलना होगा।
Paytm Me Saving Account Kaise Khole
पेटीएम सेविंग अकाउंट खोलने का तरीका बहुत ही आसान है यदि आप पेटीएम ऐप का इस्तेमाल करते है तो बड़ी आसानी से अपना पेटीएम सेविंग अकाउंट चालू कर सकते है। नीचे मैने पेटीएम सेविंग अकाउंट ओपन करने का स्टेप बाय स्टेप तरीका बताया है।
- सबसे पहले paytm को open करें।
- फिर paytm bank ऑप्शन पर जाएँ।
- अब saving account option पर जाएँ
- इसके बाद saving account को सेलेक्ट करे।
- फिर आपको पेटीएम नंबर पर OTP प्राप्त होगा आप इसे सबमिट करें।
- इसके बाद आपका पेटीएम सेविंग अकाउंट ओपन हो जायेगा।
- अब आपको अपने अकाउंट में जाकर अपने आधार कार्ड से केवाईसी करना होगा।
- केवाईसी कंप्लीट करने के बाद आपका पेटीएम सेविंग अकाउंट ओपन हो जायेगा।
Paytm Fixed Deposit Customer Care Number
यदि पेटीएम फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट ओपन करने में आपको किसी भी तरह की समस्या आ रही हो तो आप इनके कस्टमर केयर नंबर पर फोन करके मदद मांग सकते है। Customer Care Number : 0120-445-6456
Paytm Fixed Deposit-FAQ
पेटीएम का फिक्स्ड डिपाजिट Safe है ?
हाँ, यह बिलकुल safe है, क्योंकि यह भारत की अपनी ऐप है।
Paytm मे fixed deposit मे मिनिमम कितना पैसा जमा कर सकते है?
आप 100 रूपए महीने से शुरुवात कर सकते है।
पेटीएम में कितने समय की FD (fixed deposit) होता है ?
365 दिन मतलब एक वर्ष की
पेटीएम कितना interest rate प्रदान कर रहा है ?
फ़िलहाल अभी 5.5 % इंटरेस्ट रेट प्रदान कर रहा है।
क्या fixed deposit को बिना maturity के पहले तुडवा सकते है ?
हाँ, आप तुडवा सकते है।
निष्कर्ष – आज इस आर्टिकल में मैने आपको बताया Paytm Fixed Deposit Account कैसे ओपन करे? उम्मीद करता हु इस आर्टिकल से आपकी जरूर मदद हुई होगी और आप अच्छे से समझ गए होंगे पेटीएम में फिक्स्ड डिपॉजिट डीमैट अकाउंट की शुरुवात कैसे करे। अगर इस आर्टिकल से आपकी मदद हुई हो तो आप इस पोस्ट को शेयर जरूर करे।
About Antesh Singh
Antesh Singh एक फुल टाइम ब्लॉगर है जो बैंकिंग, आधार कार्ड और और टेक रिलेटेड आर्टिकल लिखना पसंद करते है।
मैं म्यूचुअल फंड्स में सीधे निवेश कैसे कर सकता हूँ?
अगर आपका KYC पूरा हो चुका है तो आप म्यूचुअल फंड में सीधे ऑफलाइन या ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन करने में असहज महसूस करते हैं, तो आप नज़दीकी शाखा में जाकर फंड में निवेश कर सकते हैं।
ऑनलाइन म्यूचुअल फंड की स्कीमों में सीधे निवेश करने का सबसे आसान तरीका है और आपको कमीशन भी नहीं देना पड़ता। आप फंड की वेबसाइट या उसके RTA की साइट या फिर फिनटेक प्लेटफॉर्म से ऑनलाइन निवेश कर सकते हैं। फंड की वेबसाइट पर सीधे निवेश करने पर आपको कई लॉगिन मैनेज करने पड़ते हैं।
डायरेक्ट प्लान में निवेश करने का मतलब है कि आप फिनांशियल प्लान बनाने, अपने गोल के लिए सबसे सही फंड्स को चुनने, अपने पोर्टफोलियो को नियमित तौर पर मैनेज करने और ज़रूरत पड़ने पर उसमें फेरबदल करने की ज़िम्मेदारी लेते हैं। हर किसी को म्यूचुअल फंड में सही फंड चुनना और पोर्टफोलियो को मैनेज करना नहीं आता है। इसलिए डायरेक्ट प्लान उन निवेशकों के लिए है जो इसे आसानी से कर सकते हैं। अन्यथा, म्युचुअल फंड के बारे में कम जानकार लोगों को डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा निवेश करने की सलाह दी जाती है।
SBI RD: 100 रु की छोटी रकम से शुरू करनी है सेविंग, घर बैठे मोबाइल से खुल जाएगा खाता
रोज के खर्चों से छोटी-छोटी रकम बचा उसे जमा कर बचत की शुरुआत की जा सकती है.
कहते हैं बूंद-बूंद से सागर बनता है. यह बात बचत पर भी लागू होती है. रोज के खर्चों से छोटी-छोटी रकम बचा उसे जमा कर बचत की शुरुआत की जा सकती है. जैसे-जैसे हाथ में पैसा बढ़ता जाए, वैसे-वैसे जमा का पैसा बढ़ाया जा सकता है. कोविड19 लॉकडाउन के दौरान जब कामकाज ठप पड़ गया तो कई लोगों के लिए खर्चा चलाने के लिए उनकी बचत काम आई. छोटी रकम के जरिए बचत करने के लिए रिकरिंग डिपॉजिट (RD) एक अच्छा विकल्प बन सकता है.
RD की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें हर माह पैसा डाला जा सकता है. अगर आप SBI में RD करना चाहते हैं तो इसके लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है. आप चाहें तो घर बैठे-बैठे अपने स्मार्टफोन से SBI में RD अकाउंट खोल सकते हैं. इसके लिए आपको YONO SBI ऐप की मदद लेनी होगी.
YONO से RD करने की प्रॉसेस
- YONO SBI ऐप में लॉग इन करें.
- अब ‘डिपॉजिट्स’ पर क्लिक करें.
- अब ‘क्रिएट रिकरिंग डिपॉजिट’ पर क्लिक करें.
- हर माह जितना पैसा RD में डिपॉजिट करना चाहते हैं, उसे डालें.
- जिस बैंक खाते से पैसा RD में डालना है, उसका चुनाव करें.
- ‘नेक्स्ट’ पर क्लिक करें.
- जितने वक्त के लिए RD करनी है, उसका चुनाव करें.
- अब हर माह की किस तारीख को किस्त RD में जमा होगी, इसका चुनाव करें.
- अब ‘व्यू इंट्रेस्ट रेट्स’ पर क्लिक कर RD की ब्याज दरों पर जाएं.
- यहां विभिन्न मैच्योरिटी पीरियड के सामने उसके लिए तय ब्याज दरें दिखाई देंगी. आप जितने वक्त की RD करना चाहते हैं, उस अवधि को चुनें.
- अब ‘ओके’ पर क्लिक करने पर आप उस पेज पर पहुंच जाएंगे, जहां आपने RD में किस्त जाने की तारीख का चुनाव किया था. यहां अब आपके द्वारा चुने गए मैच्योरिटी पीरियड के साथ तय ब्याज दर भी शो होने लगेगी.
- अब ‘नेक्स्ट’ पर क्लिक करें और अपने द्वारा एंटर की गई डिटेल्स का रिव्यू करें. यहां आपको RD का मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद कितना अमाउंट मिलेगा, वह भी शो होगा.
- इसी पेज पर ‘व्यू नॉमिनी डिटेल्स’ विकल्प है, जिसमें जाकर नॉमिनी को बदला जा सकता है. डिटेल्स एडिट होने के बाद बैक पर टैप करें.
- इसके बाद नियम व शर्तें पढ़ने के बाद एक्सेप्ट करें और कन्फर्म पर क्लिक करें.
- इसके बाद SBI में आपका RD अकाउंट खुल जाएगा और इसका मैसेज शो होगा. इसकी डिटेल आपकी रजिस्टर्ड ईमेल आईडी पर भी भेज दी जाएगी. आप यहां से रसीद भी डाउनलोड कर सकते हैं.
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SBI RD के फीचर्स
- SBI की RD में मिनिमम डिपॉजिट अमाउंट प्रतिमाह 100 रुपये है. निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है.
- SBI RD कम से कम 12 महीने यानी 1 साल और अधिकतम 120 महीने यानी 10 सालों के लिए खुलवाई जा सकती है.
- RD अकाउंट में जमा राशि पर 90 फीसदी तक का लोन या ओवरड्राफ्ट मिल सकता है.
- SBI RD अकाउंट पर ब्याज दर टर्म डिपॉजिट के लिए लागू ब्याज दर है. इस वक्त SBI में डॉमेस्टिक टर्म डिपॉजिट पर ब्याज दर विभिन्न मैच्योरिटी पीरियड के लिए 2.90 फीसदी से 5.40 फीसदी सालाना तक है.
- सीनियर सिटीजन के लिए RD पर ब्याज दर, तय ब्याज दर से 0.50 फीसदी ज्यादा है.
- SBI स्टाफ और SBI पेंशनर्स के लिए ब्याज दर, लागू ब्याज दर से 1 फीसदी ज्यादा है.
- RD को मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले बंद करने की अनुमति है. लेकिन साथ में पेनल्टी का भुगतान करना होगा और ब्याज में कटौती होगी.
- 7 दिन से कम वक्त के लिए RD रखने पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा.
- इस स्कीम में आप किसी भी व्यक्ति को अपना नॉमिनी बना सकते हैं.
- पासबुक की सुविधा है.
- SBI RD में मासिक किस्त जमा न करने पर पेनल्टी लगती है. 5 डीमैट अकाउंट की शुरुवात साल या इससे कम मैच्योरिटी पीरियड वाली RD पर यह पेनल्टी प्रति 100 रुपये पर 1.50 रुपये प्रतिमाह है. 5 साल से ज्यादा के मैच्योरिटी पीरियड वाले अकाउंट पर पेनल्टी प्रति 100 रुपये पर 2 रुपये प्रतिमाह है.
- अगर RD अकाउंट में तीन या इससे ज्यादा लगातार किस्तों का डिफॉल्ट होता है या अकाउंट रेगुलराइज नहीं है तो 10 रुपये सर्विस चार्ज लगेगा. यह अकाउंट की मैच्योरिटी डेट पर या इसके बाद लिया जाएगा.
- अगर लगातार 6 किस्तों का डिफॉल्ट होता है तो RD अकाउंट को मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने से पहले ही बंद कर दिया जाएगा और अकाउंट होल्डर को बैलेंस अमाउंट का भुगतान कर दिया जाएगा.
- RD को SBI की एक शाखा से दूसरी शाखा में ट्रांसफर कराया जा सकता है.
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मैटरनिटी इंश्योरेंस
किसी भी महिला के लिए मां बनना जीवन का सबसे सुखद अनुभव होता है. लेकिन मां बनने के समय महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी होती हैं, जो आपके फाइनेंस पर बोझ बन सकती हैं, जिसमें डिलीवरी के समय हॉस्पिटल में भर्ती होने की लागत शामिल है. कम्प्रीहेंसिव मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस, गर्भवती महिलाओं को फाइनेंशियल बोझ का सामना किए बिना सर्वश्रेष्ठ हेल्थ केयर सुविधाओं को प्राप्त करने में मदद करता है. इससे आपका पूरा परिवार चिंतामुक्त होकर खुशियां मना सकता है और घर मे नन्हें शिशु के स्वागत की धूमधाम से तैयारी कर सकता है.
मैटरनिटी इंश्योरेंस प्लान, पॉलिसी अवधि के तहत सम इंश्योर्ड तक सामान्य और सी-सेक्शन डिलीवरी के खर्चों को कवर करता है. इस इंश्योरेंस कवरेज को आमतौर पर स्टैंडर्ड हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के साथ राइडर या ऐड-ऑन लाभ के रूप में शामिल किया जाता है. कई मैटरनिटी इंश्योरेंस प्रदाता दो गर्भावस्था तक कवरेज प्रदान करते हैं. यह नवजात शिशु के वैक्सीनेशन के साथ-साथ उत्पन्न होने वाले किसी भी मेडिकल खर्च को भी कवर करता है. प्री व पोस्ट-हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज के तहत, हॉस्पिटलाइज़ेशन से 30 दिन पहले और हॉस्पिटलाइज़ेशन के बाद 60 दिनों तक के लिए कवरेज उपलब्ध है.
मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस की विशेषताएं और लाभ
कॅम्प्रीहेंसिव कवरेज
मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस, डिलीवरी, हॉस्पिटल में भर्ती होने के खर्च, दवाओं और अन्य खर्चों को भी कवर करता है.
नवजात की देखभाल
अगर नवजात शिशु में किसी प्रकार के गंभीर रोग का पता चलता है, तो उसे भी पॉलिसी कवरेज दिया जाता है.
आसान ऑनलाइन एप्लीकेशन
मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के लिए ऑनलाइन अप्लाई करें.
एम्बुलेंस शुल्क
मैटरनिटी इंश्योरेंस प्लान में एमरजेंसी के दौरान एम्बुलेंस शुल्क कवर किए जाते हैं.
हॉस्पिटलाइज़ेशन कवरेज
हॉस्पिटल में भर्ती होने से पहले के 30 दिन और डिस्चार्ज के बाद के 60 दिन तक, गर्भावस्था से संबंधित सभी खर्चों को इस प्लान के तहत कवर किया जाता है.
कैशलेस सुविधा
इंश्योरर के किसी भी नेटवर्क हॉस्पिटल में कैशलेस सुविधा प्राप्त करें.
तुरंत क्लेम सेटलमेंट
नेटवर्क से बाहर के हॉस्पिटल में कराए गए इलाज के लिए एक ही जगह पर तुरंत क्लेम सेटलमेंट की सुविधा पाएं.
क्लेम-फ्री बोनस
प्रत्येक क्लेम-फ्री वर्ष के लिए 10% संचयी बोनस का लाभ पाएं.
टैक्स में बचत
इनकम टैक्स अधिनियम, 1961 की धारा 80D के तहत रु. 60,000 तक की टैक्स छूट का लाभ उठाएं.
मैटरनिटी इंश्योरेंस प्लान खरीदते समय ध्यान देने लायक बातें
हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदते समय कुछ महत्वपूर्ण कारकों पर विचार करना ज़रूरी है, इनमें से कुछ के बारे में विस्तार से जानें:
प्रीमियम पर ध्यान केंद्रित करें
कुछ मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी उच्च हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम दरों पर उपलब्ध हैं. इसलिए, अपने बजट में आने वाला मैटरनिटी प्लान चुनना सुनिश्चित करें.
प्रतीक्षा अवधि चेक करें
मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में हमेशा प्रतीक्षा अवधि शामिल होती है. यह प्रतीक्षा अवधि वह समय है जिसमें इंश्योरर आपका क्लेम स्वीकार नहीं करेगा. सीमित प्रतीक्षा अवधि वाला मैटरनिटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान चुनना हमेशा महत्वपूर्ण होता है.
सम इंश्योर्ड चेक करें
पर्याप्त कवरेज वाली हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनना ज़रूरी है.
नेटवर्क हॉस्पिटल
कैशलेस ट्रीटमेंट केवल उन पॉलिसीधारकों के लिए उपलब्ध है जो पैनल में शामिल हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट कराना चाहते हैं.
New Rules from 1st October: 1 अक्टूबर से लागू हो रहे हैं ये 6 बदलाव; रुपये-पैसों से जुड़े कामों पर ऐसे होगा असर
Changes from 1st October: देश में अक्टूबर माह (October 2021) की पहली तारीख से रुपये-पैसों से जुड़े कुछ बदलाव लागू हो रहे हैं। ये बदलाव हर खासो आम पर असर डालने वाले हैं।
New Rules from 1st October: 1 अक्टूबर से लागू हो रहे हैं ये 6 बदलाव; रुपये-पैसों से जुड़े कामों पर ऐसे होगा असर
तीन बैंकों चेकबुक होने जा रहे बेकार
1 अक्टूबर से तीन बैंकों के चेकबुक और MICR कोड इनवैलिड होने जा रहे हैं। ये बैंक हैं इलाहाबाद बैंक (Allahabad Bank), ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (United Bank of India)। इलाहाबाद बैंक का विलय इंडियन बैंक (Indian Bank) में हो चुका है, जो 1 अप्रैल 2020 से प्रभाव में आया है। वहीं ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (OBC) और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (United Bank of India) का विलय पंजाब नेशनल बैंक (PNB) में हुआ था, जो 1 अप्रैल 2019 से प्रभावी हुआ है। इन तीनों पूर्ववर्ती बैंकों के ग्राहकों को 30 सितंबर तक नए चेकबुक लेने को कहा गया है।
क्रेडिट/डेबिट कार्ड से होने वाले ऑटो डेबिट पर नया नियम
1 अक्टूबर से आपके क्रेडिट/डेबिट कार्ड से होने वाले ऑटो डेबिट के लिए RBI (Reserve Bank of India) का नया नियम लागू हो रहा है। RBI का आदेश है कि 1 अक्टूबर 2021 से बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों को डेबिट/क्रेडिट कार्ड और/या मोबाइल वॉलेट पर 5000 रुपये से ज्यादा के ऑटो डेबिट मैन्डेट के लिए ग्राहकों से अतिरिक्त फैक्टर ऑथेंटिकेशन की मांग करनी होगी। इसके तहत डेबिट और क्रेडिट कार्ड या मोबाइल वॉलेट से होने वाले कुछ ऑटो डेबिट तब तक नहीं होंगे, जब तक ग्राहक अपनी मंजूरी न दे दें। ऑटो डेबिट यानी तय समय पर अपने आप हो जाने वाले ट्रांजेक्शन जैसे एसआईपी कट, EMI कट, किसी ऐप की सब्सक्रिप्शन फीस का पेमेंट, बिल पेमेंट आदि। मंजूरी प्राप्त करने के लिए ग्राहक के पास कम से कम 24 घंटे पहले एक एसएमएस या ईमेल आएगा। ऑटो-डेबिट अगर सीधा बैंक खाते से होता है तो नए नियम का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
डीमैट, ट्रेडिंग अकाउंट KYC अपडेट डेडलाइन
डीमैट, ट्रेडिंग खाताधारकों को पूंजी बाजार नियामक सेबी ने केवाईसी डिटेल्स अपडेट करने के लिए 30 सितंबर 2021 तक का वक्त दिया था। पहले यह डेडलाइन 31 जुलाई 2021 थी लेकिन बाद में सेबी ने इसे बढ़ा दिया था। 30 सितंबर 2021 तक अगर कोई अपने डीमैट या ट्रेडिंग खाते में केवाईसी डिटेल्स को अपडेट नहीं करता है, तो खाता निष्क्रिय कर दिया जाएगा और खाताधारक शेयर बाजार में ट्रेड नहीं कर पाएगा। यहां तक कि अगर कोई व्यक्ति किसी विशेष कंपनी के शेयर खरीदता है, तो ये शेयर उसके खाते में तब तक ट्रान्सफर नहीं होंगे, जब तक कि केवाईसी डिटेल्स का अपडेशन और वेरिफिकेशन नहीं हो जाता।
डीमैट, ट्रेडिंग अकाउंट में नॉमिनेशन भी हो रहा अनिवार्य
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के डीमैट अकाउंट की शुरुवात लिए निवेशक को अब नॉमिनेशन (Nomination) की जानकारी भी देनी होगी। यह नियम 1 अक्टूबर से लागू होगा। अगर कोई निवेशक डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट खोलते वक्त नॉमिनेशन नहीं करना चाहता है तो उसे इसके बारे में 'डेक्लेरेशन फॉर्म' भरकर बताना होगा। सेबी ने सभी मौजूदा डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट रखने वालों के लिए भी नॉमिनेशन की सुविधा दी है। उन्हें अगले साल 22 मार्च तक इस बारे में बताना होगा। अगर वे नॉमिनेशन नहीं करना चाहते हैं तो उन्हें डेक्लेरेशन फॉर्म भरना होगा। ऐसा नहीं करने पर ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट को फ्रीज कर दिया जाएगा।
फूड बिजनेस ऑपरेटर्स के लिए यह नियम हो रहा लागू
खाद्य सुरक्षा नियामक FSSAI ने खाद्य व्यापार परिचालकों (फूड बिजनेस ऑपरेटर्स) के लिए 1 अक्टूबर 2021 से नकद रसीदों या खरीद चालान पर FSSAI लाइसेंस नंबर या पंजीकरण संख्या का उल्लेख करना अनिवार्य किया है। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) के आदेश के मुताबिक, ‘‘लाइसेंसिंग और पंजीकरण अधिकारियों को नीति का व्यापक प्रचार करने और दो अक्टूबर, 2021 से इसका कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।’’ यदि FSSAI नंबर का उल्लेख नहीं किया गया, तो यह खाद्य व्यवसाय द्वारा गैर-अनुपालन या पंजीकरण/लाइसेंस डीमैट अकाउंट की शुरुवात नहीं होने का संकेत देगा।
जमा होने लगेंगे जीवन प्रमाण पत्र
1 अक्टूबर 2021 से 30 नवंबर 2021 तक 80 वर्ष और उससे अधिक आयु के पेंशनभोगी देश में संबंधित हेड पोस्ट ऑफिसेज के डाकघरों के जीवन प्रमाण केंद्रों पर अपने डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट) को जमा कर सकेंगे। बाकी पेंशनभोगी 1 से 30 नवंबर तक जीवन प्रमाण पत्र जमा कर सकेंगे। जीवन प्रमाण पत्र पेंशनर के जिंदा होने का सबूत होता है और पेंशन जारी रखने के लिए इसे हर साल उस बैंक या वित्तीय संस्थान में जमा करना होता है, जहां पेंशन आती है।
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