बिटकॉइन (Bitcoin)
बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी या कहें कि डिजिटल कॉइन है. इसे विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी इसलिए कहा जाता है क्योंकि दुनिया की कोई भी फाइनेंशियल रेग्युलेटरी अथॉरिटी इस पर नियंत्रण नहीं रखती है. ये पीयर-2-पीयर सॉफ्टवेयर और क्रिप्टोग्राफी पर काम करती है.
बिटकॉइन के क्रिएशन को करीब एक दशक बीत चुका है. इन 10 सालों में ये दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बन चुकी है. इस लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी में लेनदेन के लिए बिटकॉइन ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया जाता है.
प्रत्येक बिटकॉइन 10,00,00,000 सैटोशिस से बना होता है, ये बिटकॉइन की सबसे छोटी इकाई है. इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि 1 रुपये में 100 पैसे होते हैं. ये यूनिट्स एक बिटकॉइन को 8 डेसिमल प्लेस में विभाजित करने लायक बनाती हैं. इसलिए लोग एक बिटकॉइन को कई टुकड़ों में खरीद पाते हैं.
ये बात ध्यान रखने वाली है कि बिटकॉइन जैसा वास्तव में कोई सिक्का या नोट नहीं होता. इसे एक सार्वजनिक खाते में केवल बैलेंस रिकॉर्ड के तौर पर रखा जाता है. बिटकॉइन से जुड़े सभी लेनदेन को रजिस्टर करने में भारी मात्रा में कंप्यूटिंग पावर इस्तेमाल होती है. इसी प्रोसेस को ‘माइनिंग’ कहा जाता है.
जैसे पहले बताया गया है कि बिटकॉइन को दुनिया के किसी देश की सरकार या वित्तीय संस्था, बैंक इत्यादि जारी नहीं करते हैं. बल्कि दुनिया के कई देशों में इसे वैध मुद्रा तक नहीं माना जाता है. लेकिन एक बात है कि बिटकॉइन के लोकप्रिय होने के बाद से ही दुनिया में कई और क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च की गईं.
'Bitcoin'
बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के बैंकरप्ट होने से इस मार्केट में बिकवाली बढ़ी थी। FTX के फाउंडर ने गोपनीय तरीके से कस्टमर्स के लगभग 10 अरब डॉलर को अपनी ट्रेडिंग फर्म Alameda Research में ट्रांसफर किया था
दूसरे सबसे बड़े इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज FTX ने फंड की कमी होने के बाद पिछले महीने की शुरुआत में बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया था
Cryptocurrency | Written by: राधिका पाराशर, Edited by: आकाश आनंद |मंगलवार दिसम्बर 13, 2022 04:25 PM IST
हाल ही में की गई एक स्टडी में पता चला है कि Bitcoin खरीदने वाले लगभग तीन चौथाई लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है
बिटकॉइन की माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत के कारण कुछ देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। लगभग छह महीने पहले उज्बेकिस्तान ने सोलर पावर से क्रिप्टोकरेंसीज की माइनिंग की अनुमति देने का फैसला किया था
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BlockFi के दिवालियापन की घोषणा का असर जिन क्रिप्टो पर पड़ रहा है, हम नीचे उन सभी को लिस्ट कर रहे हैं।
इसके तुरंत बाद, सोशल मीडिया पर Binance के ऑपरेशनल स्टेटस के बारे में पूछताछ करने वाले ट्वीट्स की बाढ़ आ गई।
Litecoin को बिटकॉइन का करीबी साथी माना जाता है। दोनों ही क्रिप्टोकरेंसी एक जैसे अंदाज में काम करती हैं लेकिन लाइटकॉइन कुछ चीजों में बेहतर माना जाता है।
क्रिप्टो मार्केट में बड़ी गिरावट; बिटकॉइन, एथेरियम और सोलाना 6 फीसदी तक फिसले
Crypto Currency Fall बिटकॉइन की वैल्यू After US Fed Rate Hike अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने के बाद दुनिया के क्रिप्टो मार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिली है। इस कारण पूरी दुनिया बिटकॉइन की वैल्यू के क्रिप्टो मार्केट की वैल्यू घटकर 907 डॉलर रह गई है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। दुनिया के क्रिप्टोकरेंसी बाजार में गुरुवार को बड़ी बिकवाली देखने को मिली। बड़ी क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और सोलाना में 6 प्रतिशत तक की गिरावट हुई। क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी गिरावट अमेरिका के फेडरल रिजर्व बैंक की ओर से ब्याज दर बढ़ाने के बाद हुई है। कल यूएस फेड ने महंगाई को काबू करने के लिए ब्याज दरों को 0.75 प्रतिशत बढ़ा दिया था।
Coinmarketcap.com के अनुसार, आज दुनिया की कुल क्रिप्टो मार्केट की वैल्यू में 2.06 प्रतिशत की गिरावट हुई है और यह घटकर 907.26 बिलियन डॉलर रह गई है।
क्रिप्टो मार्केट में गिरावट
बिटकॉइन
ब्याजदर बढ़ने के साथ साथ बिटकॉइन की कीमत में इस बिटकॉइन की वैल्यू साल की शुरुआत से कमी देखी जा रही है। अब यह 20,000 डॉलर के नीचे कारोबार कर रहा है। आज बिटकॉइन की कीमत 1.69 प्रतिशत की गिरकर 18,680 डॉलर पर आ गई है।
एथेरियम
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में 5.83 प्रतिशत गिरकर 1,262 डॉलर पर आ गई है। एथेरियम की कीमत भारतीय समय के अनुसार रात 1.09 बजे बिटकॉइन जितनी ही गिरावट थी, लेकिन फेड की कमेंट्री के बाद इसमें बड़ी गिरावट हुई है।
दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट
सोलाना की कीमत 2.75 प्रतिशत गिरकर 31.बिटकॉइन की वैल्यू 05 डॉलर, कार्डेनो की कीमत 3.35 प्रतिशत 0.44 डॉलर और डोजीकॉइन की कीमत 3.19 प्रतिशत गिरकर 0.05 डॉलर पर आ गई है।
अमेरिका में पांचवीं बार बढ़ी ब्याज दर
इस साल यह लगातार पांचवां मौका है, जब अमेरिका बिटकॉइन की वैल्यू ने ब्याज दरों में इजाफा किया है। इस साल से अब तक अमेरिका का केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ब्याज दर में 3 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर चुका है। ब्याज दरों में बढ़ोतरी के साथ-साथ क्रिप्टो मार्किट में गिरावट आ रही है।
Cryptocurrency Market News : क्यों क्रिप्टोकरेंसी का चल रहा है बुरा समय? जल्द ही 25% और गिर सकता है बिटकाॅइन
Cryptocurrency Market News : क्रिप्टोकरेंसी मार्केट का इस समय बुरा समय चल रहा है। यह सिर्फ एफटीएक्स की वजह से नहीं है। बाजार में अब लिक्विडिटी पहले की तरह नहीं है। इसका डिजिटल एसेट्स पर बुरा असर पड़ रहा है। फेड की पॉलिसी में बदलाव क्रिप्टोकरेंसीज के लिए काफी बुरा साबित हो रहा है।
Cryptocurrency News : क्या शुरू हो गया है क्रिप्टोकरेंसीज का बुरा दौर
हाइलाइट्स
- आने वाले हफ्तों में 25% और गिर सकता है बिटकॉइन
- क्रिप्टोकरेंसी के लिए सही नहीं है यह समय
- बाजार में लिक्विडिटी की कमी से डिजिटल एसेट्स पर बुरा असर
एक साल में 75% गिरा बिटकॉइन
कुल मिलाकर बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी के लिए यह काफी बुरा समय चल रहा है। सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की वैल्यू एक साल में 75 फीसदी से अधिक गिर गई है। हालांकि, मंगलवार को यह बढ़त के साथ 16,675 डॉलर के करीब ट्रेड करती दिखाई दी। कोरोना महामारी के समय लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में जमकर पैसा लगाया था। इसका कारण था अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा बाजार में जमकर लिक्विडिटी लाना। फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को जीरो के करीब ले आया था। लेकिन अब यह काफी पुरानी बात हो गई है।
बाजार में कम हो रही लिक्विडिटी
हाल के महीनों में महंगाई काफी बढ़ी है। ब्याज दरें बहुत ऊपर जा चुकी हैं और बाजार में लिक्विडिटी धीरे-धीरे कम हो रही है। यह स्थिति डिजिटल एसेट्स के लिए अच्छी नहीं है, क्योंकि एक्सपर्ट्स के अनुसार डिजिटल एसेट्स में लोग अपना अतिरिक्त पैसा ही निवेश करते हैं।
अगले साल भी क्रिप्टो में राहत नहीं
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि फेड की नीतियों से अगले साल भी निवेश के लिए नकदी की उपलब्धता पर भारी दबाव रहेगा। इसके अनुसार, आने वाले वर्षों में भी ग्लोबल मनी ग्रोथ में मंदी जारी रहेगी। कम पैसे का मतलब है रिस्क बढ़ना। इसलिए निवेशक क्रिप्टो से बाहर निकल रहे हैं।
आईटी सेक्टर में मंदी
बिग टेक जैसे दूसरे संवेदनशील सेक्टर्स भी इसी तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं। आईटी सेक्टर में हम इस समय छंटनी देख रहे हैं। इसका कारण है कि यह सेक्टर मंदी की चपेट में आ रहा है। एपल, अल्फाबेट और माइक्रोसॉफ्ट जैसी टेक्नोलॉजी कंपनीज में गिरावट है। इन कंपनियों का एसएंडपी 500 में बड़ा हिस्सा है। फेड पॉलिसी में बदलाव से यूएस बिटकॉइन की वैल्यू हाउसिंग मार्केट इंडस्ट्री भी काफी प्रभावित हुई है।
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चीन से आया एक सकारात्मक संकेत
हालांकि, पिछले हफ्ते चीन ने कोविड प्रतिबंधों में ढील दी। इससे बाजार में सकारात्मक रुख दिखा है। युआन एक महीने के उच्च स्तर पर आ गई है। हांगकांग में लिस्ट ट्रैवल कंपनियों के शेयरों में भी तेजी दिखी। चीनी अथॉरिटीज देश के रियल एस्टेट संकट को खत्म करने की कोशिश कर रही है, जिसने पिछले एक साल से इकनॉमी को बुरी तरह प्रभावित किया है।
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