www.ignou.ac.in
FREE Stock Market Course Online In Hindi – स्टॉक मार्केट कोर्स
यदि आप इन्वेस्टिंग और और ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर तो आप यहां से सीखना शुरू कर सकते हैं हमारा पूरा प्रयास रहेगा कि हम सभी चीजें आपको सरल भाषा में बताएं :
> स्टॉकमार्केटकोर्सकिसकेलिएहै ?
1. जो स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करना चाहते हैं।
2. जो ऑनलाइन पैसा कमाना पसंद करते हैं।
3. जिनके पास कैपिटल है और वह इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं।
4. जो रोज पैसा कमाना चाहते हैं।
> About Stock Market Course :
इस कोर्स में स्टॉक मार्किट के सभी फंडामेंटल बताये जायेंगे, हम दावा करते है की आप स्टॉक मार्किट में एक अच्छे ट्रेडर और इन्वेस्टर बन सकते है इस कोर्स में क्या शामिल है चलिए जानते है :
> Stock Market Basic Lessons :
> स्टॉकमार्केटक्याहै ?
स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां पर कंपनी के शेयर को खरीद और बेच सकते हैं। खरीद और बेच की प्रक्रिया एक ब्रोकर की सहायता से की जाती है।
> स्टॉकमार्केटकैसेकामकरताहै?
भारत में दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज है – एक है NSE यानी National Stock Exchange और दूसरा है BSE यानी Bombay Stock Exchange. इन्ही स्टॉक एक्सचेंज में कंपनी लिस्ट होती है जिसके शेयर हम ब्रोकर की मदद से खरीदते और बेचते है।
> स्टॉककितनेप्रकारकीहोतेहै ?
यह चार प्रकार के होते है :
1. ग्रोथ स्टॉक (Growth stock)
2. मूल्य स्टॉक (Value stock)
3. लाभांश स्टॉक (Dividend stock)
4. चक्रीय स्टॉक (Cyclical stock)
> शेयरक्याहोतेहै ?
शेयर का मतलब है – हिस्सा। यदि हम स्टॉक मार्केट में किसी कंपनी का शेयर खरीद लेते हैं तो हम उस कंपनी के कुछ हिस्से के मालिक बन जाते हैं उदाहरण के लिए एक कंपनी अपने 10 लाख शेयर इशू करती है
और यदि हम उस 10 लाख शेयर में से 1 लाख शेयर खरीद लेते हैं तो हम उस कंपनी के हिस्से का कुछ प्रतिशत मालिक बन जाते हैं।
> ब्रोकरकौनहोताहै ?
ब्रोकर कोई इंसान, कोई संस्था कोई भी हो सकता है स्टॉक ब्रोकर ही शेयर को खरीदने और बेचने में हमारी सहायता करते हैं स्टॉक ब्रोकर एक तरह के दलाल होते हैं जो स्टॉक खरीदने और बेचने में हमारी मदद करते हैं हम डायरेक्ट कुछ भी खरीद और बेच नहीं सकते।
> ट्रेडिंगकितनेप्रकारसेहोतीहै ?
ट्रेडिंग मुख्य चार प्रकार की होती है :
1. Intraday Trading
2. Swing Trading
3. Short Term Trading
4. Long Term Trading
> NSE क्याहै
National Stock Exchange
> BSE क्याहै ?
Bombay Stock Exchange
>> Stock Market Adavanced Lessons :
> फ्यूचर और ऑप्शन ट्रेडिंग में अंतर
Conclusion : यह स्टॉक मार्केट कोर्स आपकी पूरी मदद करेगा ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट करने में। ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए यह सब आप इस कोर्स में सीखने वाले है।
> Frequently Asked Questions :
#1.शेयर कितने प्रकार के होते हैं?
Ans : तीन – Equity Share, Preference Share, DVR Share
#2. शेयर मार्केट में कितने सेक्टर होते हैं?
Ans : 11 प्रमुख सेक्टर है।
#3. सबसे सस्ता शेयर किसका है?
Ans : Trident, Urja Global, IRCON International, IRFC
#4. भारत में कितने शेयर बाजार है?
Ans : भारत में कुल 21 स्टॉक एक्सचेंज हैं।
#5. शेयर ट्रेडिंग का मतलब क्या होता है?
Ans : शेयर खरीदना और बेचना, को ट्रेडिंग कहते है।
#6 .शेयर का प्राइस कैसे बढ़ता है?
Ans : जब बाजार में आर्डर की कमी या बढ़ोतरी होती है।
#7. दुनिया का सबसे बड़ा शेयर बाजार कौन सा है तथा कहां स्थित है?
Ans : न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज जो अमरीका में है।
#8. भारत के शेयर बाजार का क्या नाम है?
Ans : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज।
#9. शेयर कहाँ से खरीद सकते है ?
Ans : स्टॉक मार्किट एप्लीकेशन से।
#10. शेयर की कीमत कैसे तय होती है?
Ans : यह निर्भर करता है की मार्किट में कंपनी कैसा परफॉर्म कर रही है उसके अनुसार शेयर के रेट बढ़ते और घटते है।
#11. डिलीवरी ट्रेडिंग क्या है?
Ans : डिलीवरी ट्रेडिंग में निवेशक जो भी शेयर खरीद लेता है वह एक दिन बाद उसे कभी भी बेच सकता है।
Stock Market: शेयर बाजार क्या है?
अगर शाब्दिक अर्थ में कहें तो शेयर बाजार किसी सूचीबद्ध कंपनी में हिस्सेदारी खरीदने-बेचने की जगह है.
BSE या NSE में ही किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर ब्रोकर के माध्यम से खरीदे और बेचे जाते हैं. शेयर बाजार (Stock Market) में हालांकि बांड, म्युचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है.
स्टॉक बाजार या शेयर बाजार में बड़े रिटर्न की उम्मीद के साथ घरेलू के साथ-साथ विदेशी निवेशक (FII या FPI) भी काफी निवेश करते हैं.
शेयर खरीदने का मतलब क्या है?
मान लीजिये कि NSE में सूचीबद्ध किसी कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं. आप उस कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने शेयर खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने हिस्से का मालिकाना हक हो गया. आप अपने हिस्से के शेयर किसी अन्य खरीदार को जब भी चाहें बेच सकते हैं.
कंपनी जब शेयर जारी करती है उस वक्त किसी व्यक्ति या समूह को कितने शेयर देना है, यह उसके विवेक पर निर्भर है. शेयर बाजार (Stock Market) से शेयर खरीदने/बेचने के लिए आपको ब्रोकर की मदद लेनी होती है.
ब्रोकर शेयर खरीदने-बेचने में अपने ग्राहकों से कमीशन चार्ज करते हैं.
किसी लिस्टेड कंपनी के शेयरों का मूल्य BSE/NSE में दर्ज होता है. सभी सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों का मूल्य उनकी लाभ कमाने की क्षमता के अनुसार घटता-बढ़ता रहता है. सभी शेयर बाजार (Stock Market) का नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी या SEBI) के हाथ में होता है.
Sebi की अनुमति के बाद ही कोई कंपनी शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होकर अपना प्रारंभिक निर्गम इश्यू (आईपीओ या IPO) जारी कर सकती है.
प्रत्येक तिमाही/छमाही या सालाना आधार पर कंपनियां मुनाफा कमाने पर हिस्साधारकों को लाभांश देती है. कंपनी की गतिविधियों की जानकारी SEBI और BSE/NSE की वेबसाइट पर भी उपलब्ध होती है.
कोई कंपनी BSE/NSE में कैसे लिस्ट होती है?
शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होने के लिए कंपनी को शेयर बाजार से लिखित समझौता करना पड़ता है. इसके बाद कंपनी पूंजी बाजार नियामक SEBI के पास अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करती है. SEBI की जांच में सूचना सही होने और सभी शर्त के पूरा करते ही कंपनी BSE/NSE में लिस्ट हो जाती है.
इसके बाद कंपनी अपनी हर गतिविधि की जानकारी शेयर बाजार (Stock Market) को समय-समय पर देती रहती है. इनमें खास तौर पर ऐसी जानकारियां शामिल होती हैं, जिससे निवेशकों के हित प्रभावित होते हों.
शेयरों के भाव में उतार-चढ़ाव क्यों आता है?
किसी कंपनी के कामकाज, ऑर्डर मिलने या छिन जाने, नतीजे बेहतर रहने, मुनाफा बढ़ने/घटने जैसी जानकारियों के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है. चूंकि लिस्टेड कंपनी रोज कारोबार करती रहती है और उसकी स्थितियों में रोज कुछ न कुछ बदलाव होता है, इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता रहता है.
अगर कोई कंपनी लिस्टिंग समझौते से जुड़ी शर्त का पालन नहीं करती, तो उसे सेबी BSE/NSE से डीलिस्ट कर देती है.
शायद आपको पता न हो, विश्व के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल वारेन बफे भी शेयर बाजार (Stock Market) में ही निवेश कर अरबपति बने हैं.
आप कैसे कर सकते हैं शेयर बाजार में निवेश की शुरूआत?
आपको सबसे पहले किसी ब्रोकर की मदद से डीमैट अकाउंट खुलवाना होगा. इसके भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर बाद आपको डीमैट अकाउंट को अपने बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा.
बैंक अकाउंट से आप अपने डीमैट अकाउंट में फंड ट्रांसफर कीजिये और ब्रोकर की वेबसाइट से खुद लॉग इन कर या उसे आर्डर देकर किसी कंपनी के शेयर खरीद लीजिये.
इसके बाद वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जायेंगे. आप जब चाहें उसे किसी कामकाजी दिन में ब्रोकर के माध्यम से ही बेच सकते हैं.
हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.
भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर
Investments in securities are subject to market risks. Read all the documents or product details carefully before investing. WealthDesk Platform facilitates offering of WealthBaskets by SEBI registered entities, termed as "WealthBasket Managers" on this platform. Investments in WealthBaskets are subject to the Terms of Service.
WealthDesk is a platform that lets you invest in systematic, modern investment products called WealthBasket.
WealthDesk Unit No. 001, Ground Floor, Boston House, Suren Road, Off. Andheri-Kurla Road, Andheri (East), Mumbai, Mumbai City, Maharashtra- 400093
© 2022 Wealth Technology & Services Private Limited. CIN: U74999MH2016PTC281896
स्टॉक ब्रोकिंग के बारे मे कितना जानते हैं आप? शेयर मार्केट की जानकारी रहती है इनके पास
आज के युग मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
दरअसल, स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रोसेस को 'स्टॉक ब्रोकिंग' कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट की फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छे करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5-10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यु 19-20 हजार करोड़ के आस-पास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग की फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
स्टॉक ब्रोकर किसे कहते हैं?
स्टॉक ब्रोकर वो होता है जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखता है। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और आपके यह दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है।
वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहें उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्सेसस्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंस में डिप्लोमा कर सकते है। यह एक वर्ष का कोर्स होता है। इसमें बैंकिंग आपरेशंस, फाइने फाइनेस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
योग्यता
ग्रेजुएशन कर चुके छात्र और ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंक के साथ उर्तीण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को बिजनेस अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रा में रूचि होनी चाहिए।
प्रमुख संस्थान
गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
www.ignou.ac.in
टीकेडब्ल्यूएस इंस्टिट्यूट ऑफ बैंकिंग एंड फाइनेंस, नई दिल्ली,
www.tkwsibf.edu.in -
आज के युग भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर मे मार्केटिंग, बैंकिग, स्टॉक ब्रोकिंग, अकाउंटेंसी के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन प्रगति हो रही है साथ ही इन क्षेत्रों में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं। कॉमर्स स्ट्रीम के छात्रों के लिए स्टॉक ब्रोकर एक आकर्षक करियर माना जाता है। अगर आप यह समझते हैं कि सेंसेक्स और निफ्टी कैसे काम करता है और आपको इन सब क्षेत्रों में रुचि है तो स्टॉक ब्रोकिंग क्षेत्र का चयन करना आपके करियर के लिए यकीनन सही होगा।
दरअसल, स्टॉक्स और अन्य सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने की प्रोसेस को 'स्टॉक ब्रोकिंग' कहा जाता है। हमारे देश में स्टॉक मार्केट की फील्ड में स्टूडेंट्स के लिए बहुत अच्छे करियर ऑप्शन्स उपलब्ध हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में इंडियन ब्रोकिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ रेट (पिछले वर्ष की मॉडरेट ग्रोथ रेट) 5-10 फीसदी से ज्यादा है और एस्टीमेटेड रेवेन्यु 19-20 हजार करोड़ के आस-पास रहेगा। इसलिए, भारत में स्टॉक ब्रोकिंग की फील्ड में कैंडिडेट्स का भविष्य आशाजनक है और कुछ वर्षों के वर्क एक्सपीरियंस के बाद इन प्रोफेशनल्स को काफी अच्छा सालाना सैलरी पैकेज भी मिलता है।
स्टॉक ब्रोकर किसे कहते हैं?
स्टॉक ब्रोकर वो होता है जो शेयर मार्केट में अपने क्लाइंट के लेन-देन के मामलों को देखता है। एक स्टॉक ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज और निवेशक के बीच एक कड़ी का काम करता है। बिना ब्रोकर के कोई भी निवेशक अपना सौदा शेयर मार्केट में नहीं डाल सकता है। अगर आप शेयर मार्केट में कदम रखना चाहते हैं तो आपको एक डीमैट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है, और आपके यह दोनों अकाउंट एक स्टॉक ब्रोकर संभालता है।
वह अपने क्लाइंट को शेयर मार्केट में हो रहें उतार-चढ़ाव की भी जानकारी देता है। वह शेयर मार्केट में कब, कैसे, क्यों पैसे निवेश करना चाहिए यह भी बताता है। अगर किसी को शेयर मार्केट में निवेश करना हो तो स्टॉक ब्रोकर ही सही राय दे सकता है जिससे कि निवेश करने वाले व्यक्ति को फायदा हो।
कोर्सेसस्टॉक ब्रोकर के रूप में अपना करियर बनाने के लिए उम्मीदवार बैंकिंग एंड फाइनेंस में डिप्लोमा कर सकते है। यह एक वर्ष का कोर्स होता है। इसमें बैंकिंग आपरेशंस, फाइने फाइनेस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं।
योग्यता
ग्रेजुएशन कर चुके छात्र और ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष के छात्र पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेस कोर्स के लिए आवेदन कर सकते हैं और स्टॉक ब्रोकर बनने की दिशा में अपना पहला कदम रख सकते हैं। इस कोर्स के लिए छात्र को कॉमर्स स्ट्रीम से 50 प्रतिशत अंक के साथ उर्तीण होना चाहिए। इस फील्ड में करियर बनाने वाले छात्रों को बिजनेस अकाउंटिंग और फाइनेंस जैसे क्षेत्रा में रूचि होनी चाहिए।
STOCK BROKER KYA HOTA HAI?
हम अपने स्टॉक मार्केट को स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से आर्डर देते है की हमें कौन सा शेयर कितनी मात्र में खरीदना और कौन सा शेयर कब बेचना है, और स्टॉक ब्रोकर हमारे सभी खरीदने और बेचने के आर्डर को स्टॉक मार्केट में कम्पलीट कराने का काम करता है, और इसके बदले वो हमसे जो फीस लेता है उसे ब्रोकरेज कहते है.
आजकल शेयर्स की खरीद और बिक्री पूरी तरह से इन्टरनेट की मदद से होता है, और जैसे ही हम अपने ब्रोकर के पास कोई स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देते है,ब्रोकर अगले सेकंड ही उस आर्डर को स्टॉक मार्केट तक पंहुचा देता है, और स्टॉक मार्केट हमारे आर्डर को किसी दुसरे काउंटर आर्डर से मैच करके हमारा आर्डर कम्पलीट कर देता है, ये सब कुछ बहुत फ़ास्ट तरीके से होते है,
STOCK खरीदने और बेचने का आर्डर STOCK BROKER को किस तरह से दिया जाता है?
स्टॉक ब्रोकर को स्टॉक खरीदने और बेचने का आर्डर देने के लिए स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सुविधा के अनुसार हम आर्डर दे सकते है, जैसे-
- स्टॉक ब्रोकर को फ़ोन करके
- स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली TRADING ACCOUNT में इन्टरनेट की मदद से LOG IN करके,
- स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल APPLICATION आधारित ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से,
यहाँ इस बात को ध्यान में रखना जरुरी है कि आज हम सभी इन्टरनेट का इस्तेमाल मोबइल से ही ज्यादा करते है, और मोबाइल हर वक्त हमारे पास होता है,
इसलिए हमें ब्रोकर के पास अपना अकाउंट ओपन करते समय इस भारत के कुछ प्रमुख स्टॉक ब्रोकर बात का ध्यान रखना चाहिए कि ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली मोबाइल ट्रेडिंग एप्लीकेशन सही तरह से काम करने वाला और उसका USER INTERFACE भी बिलकुल आसन हो,
जिस से हम आसानी से आर्डर PLACE कर सके,और अपने इन्वेस्टमेंट पे हमेशा नजर रख सके,
TYPE OF STOCK BROKER
स्टॉक ब्रोकर द्वारा दी जाने वाली सर्विस के आधार पर, भारत में MAINLY तीन तरह के स्टॉक ब्रोकर है,
- FULL SERVICE STOCK BROKER
- DISCOUNT BROKER
आइये अब इन तीनो के बारे मे थोड़ी डिटेल्स में बात करते है-
FULL SERVICE STOCK BROKER
फुल सर्विस ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को काफी सारी सर्विस देते है, फुल सर्विस देने के कारण इनका ब्रोकरेज फीस भी काफी ज्यादा होता है,
फुल सर्विस ब्रोकर में सबसे ज्यादा POPULAR कुछ स्टॉक ब्रोकर है – ICICI DIRECT, SHERKHAN, और ANGEL BROKING,
फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर के द्वारा दी जाने वाली कुछ मुख्य सर्विस, जैसे –
- स्टॉक एडवाइजरी सर्विस- (कौन सा शेयर कब ख़रीदे और कब बेचे ),
- स्टॉक खरीदने के लिए मार्जिन मनी की सुविधा ,
- फ़ोन पे ट्रेड की सुविधा,
- IPO से शेयर खरीदने की सुविधा
- PORTFOLIO MANAGEMENT की सुविधा,
DISCOUNT STOCK BROKER
DISCOUNT स्टॉक ब्रोकर अपने क्लाइंट्स को काफी कम ब्रोकरेज लेकर शेयर खरीदने और बेचने की सेवा देते है,
डिस्काउंट ब्रोकर का ज्यादा FOCUS अपने CUSTOMERS को TECHNOLOGY के इस्तेमाल से बेहतर से बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफोर्म बिलकुल कम ब्रोकरेज के साथ देना होता है,
DISCOUNT स्टॉक ब्रोकर में सबसे ज्यादा POPULAR कुछ स्टॉक ब्रोकर है – ZERODHA, 5paisa, और RKSV,
DISCOUNT BROKER इसलिए कम फ़ीस लेते है, क्योकि वो किसी तरह का STOCK ADVISORY और RESEARCH सर्विस नहीं देते है, और उनके ऑफिस भी बहुत कम होते है, उनका सारा काम ऑनलाइन होता है,
यहाँ तक कि ACCOUNT ओपन करने का काम भी ONLINE ही होता है
स्टॉक ब्रोकर के पास कौन सा Account ओपन किया जाता है?
Stock Broker के पास नॉर्मली दो account खोला जाता है –
- Trading Account
- Demat Acconnt
जब आप किसी बैंक के पास अपना ट्रेडिंग और Demat अकाउंट खोलते है, तो Normally उस बैंक में आपका Saving Account चाहिए होता है, और कुछ बैंक अपने ग्राहकों को 3 In One अकाउंट की सुविधा भी देते है, जिसमे Saving अकाउंट के साथ Demat और Trading Account भी खोल दिया जाता है,
कुछ प्रमुख इंडियन TOP STOCK BROKE LIST
TYPE OF SERVICE | Broker Name | Number of Clients |
FULL | ICICI SECURITIES LTD | 5,91,504 |
FULL | HDFC SECURITIES LTD | 4,68,844 |
FULL | SHAREKHAN LTD | 3,50,509 |
FULL | KOTAK SECURITIES LTD | 2,57,563 |
FULL | AXIS SECURITIES LTD | 2,36,534 |
FULL | INDIA INFOLINE LTD | 2,22,348 |
FULL | ANGEL BROKING PVT LTD | 2,08,545 |
FULL | MOTILAL OSWAL SECURITIES LTD | 1,92,095 |
FULL | KARVY STOCK BROKING LTD | 1,74,690 |
FULL | GEOJIT BNP PARIBAS FINANCIAL |
अगर पोस्ट अच्छा लगा तो नीचे अपना कमेंट या सवाल जरुर लिखे,
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 857