2 ) बॅंक निफ़्टी अगर 36,000 पर है तो 36,100, 36,200, 36,300, . यह कीमतें कॉल ऑप्शन के लिए आउट ऑफ़ मनी कहलाती हैं। इसमें दूर का छोटा कॉल ऑप्शन 37,000 के स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।
ग्रिड ट्रेडिंग क्या है?
ग्रिड ट्रेडिंग एक ट्रेडिंग बॉट है जो फ्यूचर्स अनुबंधों की खरीद और बिक्री को स्वचालित करती है। इसे एक कॉन्फिगर की गई मूल्य सीमा के भीतर पूर्व निर्धारित अंतराल पर बाजार में ऑर्डर देने के लिए डिजाइन किया गया है।
ग्रिड ट्रेडिंग तब होती है जब ऑर्डर एक निर्धारित मूल्य से ऊपर और नीचे रखे जाते हैं, जिससे बढ़ती कीमतों पर ऑर्डर का एक ग्रिड तैयार होता है। इस तरह, यह एक ट्रेडिंग ग्रिड का निर्माण करता है। उदाहरण के लिए, कोई व्यापारी बिटकॉइन के बाजार मूल्य से प्रत्येक 200,000 पर खरीद-ऑर्डर दे छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल सकते हैं, साथ ही बिटकॉइन के बाजार मूल्य से प्रत्येक 200,000 पर बिक्री-ऑर्डर भी दे सकते/सकती हैं। यह विभिन्न परिस्थितियों का लाभ उठाता है।
ग्रिड ट्रेडिंग अस्थिर और साइडवे मार्केट में सबसे अच्छा प्रदर्शन करती है जब मूल्य में एक निश्चित दायरा के अंदर उतार-चढ़ाव होता है। यह तकनीक छोटे मूल्य परिवर्तनों पर लाभ कमाने के लिए है। आप जितने अधिक ग्रिड शामिल करेंगे/करेंगी, व्यापारों की आवृत्ति उतनी ही अधिक होगी। हालांकि,यह एक खर्च के साथ आता है क्योंकि प्रत्येक ऑर्डर से आपको होने वाला लाभ कम होते हैं।
अपनी ग्रिड ट्रेडिंग रणनीति सेट करें
यदि आप बायनेन्स एप का उपयोग कर रहे/रही हैं, तो [फ्यूचर्स] - [USDⓈ-M फ्यूचर्स] - [ग्रिड ट्रेडिंग]पर टैप करें।
2. रणनीति को निष्पादित करने के लिए एक संकेत चिह्न का चयन करें और ग्रिड मापदंड सेट करें। पुष्टि करने के लिए [बनाएं] पर क्लिक करें।
- जब आप वर्तमान में चयनित संकेत चिह्न पर ग्रिड ट्रेडिंग चला रहे/रही हों।
- जब आपके पास चयनित संकेत चिह्न पर ओपन ऑर्डर या पोजीशन हों।
- जब आप हेज पोजीशन मोड में हों, तो कृपया वन-वे मोड में समायोजित करें।
- जब आप काम करने की कुल मात्रा और ट्रिगर ग्रिड ट्रेडिंग की सीमा 10 से अधिक हो जाते/जाती हैं।
ग्रिड ट्रेडिंग युक्ति
उपयोगकर्ता तुरंत ग्रिड लिमिट ऑर्डर शुरू करना चुन सकते हैं या जब बाजार मूल्य एक निश्चित मूल्य पर पहुंच जाए तो ट्रिगर करना चुन सकते हैं। जब चयनित ट्रिगर मूल्य (अंतिम मूल्य या अंकित मूल्य) आपके द्वारा दर्ज किए गए ट्रिगर मूल्य से ऊपर या नीचे गिर जाते हैं, तो ग्रिड ऑर्डर ट्रिगर हो जाएंगे।
प्रारंभिक संरचना नवीनतम बाजार मूल्य (खरीद, बिक्री, मध्य-मूल्य) के अनुसार मूल्य स्तरों की एक श्रृंखला निर्धारित करने के लिए है, बाजार मूल्य से अधिक मूल्य पर बिक्री सीमित ऑर्डर दें, और बाजार मूल्य से कम मूल्य पर एक खरीद सीमित ऑर्डर दें, और मूल्य के ट्रिगर होने की प्रतीक्षा करें।
ध्यान दें कि प्रारंभिक निर्माण के समय सीमित ऑर्डर की संख्या ग्रिड +1 की संख्या है क्योंकि कोई पोजीशन नहीं है। उनमें से एक (नवीनतम बाजार मूल्य के पास वाला) आरंभिक ओपनिंग ऑर्डर है जो निष्पादित होने की प्रतीक्षा कर रहा है;
स्टॉक मार्केट में Out of the Money ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ?
दूर का ऑप्शन, जी हाँ दोस्तों, जो की हमेशा एक्ट्रॅक्टिव्ह दिखता है। हमें ललचाता भी हैं अपने परफॉर्मन्स से! यह हो जाता है 5 रूपये से 50 का 100 का या उससे भी ज्यादा। हैं ना?
दूर का छोटा ऑप्शन याने की ऐसा ऑप्शन जो अंडरलेयिंग असेट (शेअर,इंडेक्स) के "चालू कीमत से काफी दूर होता है।" यह हम सभी को मालूम है। कीमत के उतार-चढ़ाव से ऑप्शन में हलचल होती हैं। "तेज और बड़े बदलाव से" ही दूर के ऑप्शन में बड़ी बढ़त या गिरावट आती है। इस पर हमारा एकमत हो सकता है।
और इस पर भी की बड़े मुव्ह किसी छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल बड़े फंडामेंटल या टेक्निकल के कारण ही आते हैं। इसलिए स्ट्रॉन्ग फंडामेंटल न्यूज़ या छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल टेक्निकल सेट अप को बनते हुए देखकर ही Out Of The Money ऑप्शन्स में B.T.S.T. का ट्रेड लिया जाता है।
दूर का कॉल ऑप्शन
उदाहरण
1 ) कंपनी के शेअर की कीमत Rs. 500 है। ऑप्शन के लिए स्ट्राइक प्राइस 5 रूपये के फर्क से है। तो Rs. 500 से ज्यादा की स्ट्राइक प्राइसेस जैसे की 505, 510, 515, . कॉल ऑप्शन आउट ऑफ़ द मनी कहलाती हैं। यहाँ दूर का छोटा कॉल ऑप्शन Rs. 550 स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।
छोटे ऑप्शन का स्टडी
इसमें क्या-क्या स्टडी करना है। कौन-कौन से टॉपिक समज़ने है। यह समझ छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल लें तो बहुत आसान है। तो आइये मिलकर शुरू करते है।
1 ) पहला कदम यह छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल है की Stock Market क्या है यह प्राथमिक जानकारी लेना। यह हमें मालूम है तो आगे बढ़ते है।
2 ) फिर हमें फंडामेंटल और टेक्निकल एनालिसिस के बारें में जानना है। इससे हमें ऑप्शन्स ट्रेडिंग करते वक्त आसानी होती हैं। लगातार बनते चार्ट पर छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल सही तरीके से "टेक्निकल सेट-अप" लगाना फायदेमंद होता है।
3 ) चार्ट्स के अलग-अलग छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल प्रकार होते हैं। इनका स्टडी करके अपने हिसाब से चार्ट सिलेक्ट करना है। ज्यादातर ट्रेडर्स "कॅंडल स्टिक चार्ट" का इस्तेमाल करते है। शेअर के चार्ट में व्होलॅटिलिटी कम होनी चाहिये। शेअर में रिव्हर्सल में ट्रेड लेना और नयी पोजीशन के लिये ट्रेड लेना मुमकिन होना चाहिये। याने की जिन चार्ट पर एक तरफा के अच्छे मुव्ह दिखतें है। उनमें छोटा ऑप्शन ट्रेड ले सकते है।
5000 रुपये से करोड़ों का पोर्टफोलियो, झेला डिप्रेशन. चलाया फूड स्टॉल, ऐसी है इंदौर के 'लक्ष्य' की कहानी
1. आप ट्रेडिंग में कैसे आए? क्या आप यही करना चाहते थे?
लक्ष्यः मैं अपने भैया की तरह इंडियन आर्मी में जाना चाहता था लेकिन मैं एनडीए क्वालिफाई नहीं कर पाया. इसके बाद मैंने एसएसबी क्वालिफाई किया और आईएमए पहुंचा. हालांकि, मेरे परिवार ने मुझे वापस बुला लिया क्योंकि मेरे भाई पहले से आर्मी में थे. इसलिए मैंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की.
जब मैं कॉलेज की पढ़ाई कर रहा ता तो मेरे दोस्तों ने मुझे स्टॉक मार्केट के बारे में बताया. मैंने 2008 में 5,000 रुपये के साथ शुरुआत की. मैंने ऑप्शन्स, इंट्रा-डे ट्रेडिंग में पैसे लगाए और आईपीओ भी सब्सक्राइब किए. सत्यम क्रैश के दौरान मैंने काफी पैसे गंवा दिए. इसने इस मिथक को धवस्त कर दिया कि ट्रेडिंग बहुत आसान चीज है. मैंने उन स्टॉक्स से काफी अधिक पैसे गवाएं जो उस समय काफी अधिक चर्चा में थे. इनमें Unitech, Jaypee, HDIL इत्यादि जैसे शेयर शामिल थे. उस समय तक मेरा तीन लाख रुपये का कुल निवेश घटकर 60,000 रुपये पर आ गया था.
Stock Market Investing for Beginners, Day Trading, Forex Trading, Options Trading: The Complete Package of the Best Strategies to Know How to Profit in Trading! Includes Swing Trading, Real Estate: Passive Income, Book 1 ऑडिबल ऑडियो संस्करण – विस्तृत
Stock Market Investing for Beginners aims to help you take things to the next level by providing you with a greater variety of ways to interact with the stock market than ever before.
You will find everything you need to know to take your understanding of ways to profit from stocks to the next level, starting with a breakdown of the current market climate and what to expect from 2019. Next, you छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल छोटे ऑप्शन्स ट्रेडिंग की स्टाइल will learn about value and growth investing and why one of them is likely the right choice for you. This audiobook will help move you towards some more active alternatives. To wit, you will find sections on cloud pattern trading and price action trading, two popular trading strategies based on technical analysis. From there, you will find sections outlining various other types of stock investments and starter strategies to try including dividend stocks, penny stocks, options, and more. Finally, you will find a section dedicated to some of the master of stock investing and the tactics they use to be successful, as well as a section dedicated to ensuring you remain on the right side of the IRS and pay your taxes correctly.
आज कल ट्रेडिंग में चल रहा है ये कोर्स, 12वीं पास जानिए इसमें कैसे बना सकते हैं करियर
इन दिनों हमारे सामने कई तरह के करियर ऑप्शन की भरमार है (Career Options)। ऐसे में अपने लिए बेस्ट ऑप्शन चुन पाना आसान नहीं होता है। ग्राफिक डिजाइनिंग (Career In Graphic Designing) के क्षेत्र में करियर की काफी बेहतरीन संभावनाएं हैं।
अगर आप चाहें तो ग्राफिक डिजाइन कोर्स (Graphic Design Course) करके भारत में अच्छे लेवल पर जॉब हासिल कर सकते हैं (Graphic Design Jobs In India)।
ग्राफिक डिजाइनिंग एक सदाबहार करियर ऑप्शन है (Career In Graphic Designing)। ग्राफिक डिजाइन डिग्री या डिप्लोमा कोर्स करके आप इसमें करियर की सबसे बेहतरीन संभावनाएं तलाश सकते हैं (Graphic Design Course)। आप चाहें तो 12वीं के बाद भी ग्राफिक डिजाइन कोर्स कर सकते हैं।
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