शंघाई में डेढ़ माह से लॉकडाउन
कोरोना की रोकथाम में इस बार चीन पिछड़ता प्रतीत हो रहा है। उसकी जीरो कोविड नीति पर भी सवाल उठने लगे हैं। शंघाई में डेढ़ माह से लॉकडाउन लागू है। संक्रमण रोकने के लिए प्रतिबंधों को और कड़ा किया गया है। शंघाई के 16 जिलों में से चार में लोगों को सप्ताह के आखिर में नोटिस दिया गया है कि वे अपने घरों से बाहर नहीं जा सकते। वे सामान की डिलीवरी भी नहीं ले सकते हैं। इससे पहले आवासीय क्षेत्र में घूमने की छूट थी।
अन्त के समय का अपवित्र त्रिएकत्व क्या है?
शैतान की एक सामान्य रणनीति परमेश्वर की तरह प्रकट होने के लिए परमेश्वर की बातों की नकल या नकल करना है। प्रकाशितवाक्य 12 और 13 में वर्णित "अपवित्र त्रिएकत्व" को सामान्य रूप से इसका एक मुख्य उदाहरण माना जाता है। पवित्र त्रिएकत्व में परमेश्वर पिता, पुत्र (यीशु मसीह) और पवित्र आत्मा सम्मिलित हैं। अपवित्र त्रिएकत्व में शैतान, मसीह विरोधी, और झूठा भविष्यद्वक्ता सम्मिलित हैं। जबकि पवित्र त्रिएकत्व अनन्तकालीन की विशेषता सत्य, प्रेम और भलाई इत्यादि है, अपवित्र त्रिएकत्व धोखे, घृणा और अपर्याप्त बुराई के व्याप्त विपरीत लक्षणों को चित्रित करती है।
प्रकाशितवाक्य 12 और 13 में भविष्यद्वाणियों के ऐसे सन्दर्भ सम्मिलित हैं, जो सात-वर्ष के क्लेशकाल के दूसरे आधे हिस्से के मध्य में सम्मिलित कुछ मुख्य घटनाओं और पात्रों का वर्णन करते हैं। शैतान का वर्णन प्रकाशितवाक्य 12:3 में "एक बड़ा लाल अजगर था, जिसके सात सिर और दस सींग थे और उसके सिर पर सात राजमुकुट थे" के रूप में वर्णित है। रंग लाल भ्रष्ट और हिंसक व्यक्तित्व को इंगित करता है। सात सिर सात दुष्ट साम्राज्यों के प्रतीक हैं, जिन्हें शैतान ने परमेश्वर की योजना को आगे बढ़ने से रोकने के प्रयास में अभी तक के इतिहास में उपयोग किया है। जिस समय यूहन्ना ने इस भविष्यद्वाणी को लिखा — तब तक पाँच राज्य — मिस्र, अश्शूर, बेबीलोन या बाबुल, मादै-फारसी और यूनान आ और जा चुके थे। यूहन्ना के दिनों में — रोम में एक साम्राज्य सत्ता में था। और अन्तिम राज्य मसीह विरोधी का होगा। सात मुकुट विश्वव्यापी शासन बाहर निकलने की रणनीति क्या है का प्रतिनिधित्व करते हैं और दस सींग मसीह विरोधी के साम्राज्य के दस-टुकड़ों में विभाजन होने का, साथ ही नेबुकदनेस्सर के स्वप्न में दी मूर्ति में दस पैर की उँगलियाँ (दानिय्येल 2:41-43) और दानिय्येल 7:7, 24 में दिए हुए "डरावने" पशु के दस सींग प्रतिनिधित्व करते हैं।
चीन: शंघाई ने सभी सबवे मार्ग बंद किए, डब्ल्यूएचओ प्रमुख बोले- महामारी को हराने के लिए जीरो कोविड रणनीति कारगर नहीं
चीन में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। चीन की सख्त ‘जीरो-कोविड’ रणनीति के तहत ओमिक्रॉन का प्रसार रोकने की कोशिश की जा रही है। शंघाई में कोविड टीमें संक्रमितों के घर पहुंचकर रोगाणुनाशकों का छिड़काव कर रही हैं। इस बीच, शंघाई प्रशासन ने मंगलवार को उन दो सबवे लाइन पर भी सेवाएं निलंबित कर दीं, जो अभी तक संचालन में थीं। ‘द पेपर’ के मुताबिक, शहर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब उसकी सभी प्रणालियों को बंद करना पड़ा है।
विस्तार
चीन में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। चीन की सख्त ‘जीरो-कोविड’ रणनीति के तहत ओमिक्रॉन का प्रसार रोकने की कोशिश की जा रही है। शंघाई में कोविड टीमें संक्रमितों के घर पहुंचकर रोगाणुनाशकों का छिड़काव कर रही हैं। इस बीच, शंघाई प्रशासन ने मंगलवार को उन दो सबवे लाइन पर भी सेवाएं निलंबित कर दीं, जो अभी तक संचालन में थीं। ‘द पेपर’ के मुताबिक, शहर के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब उसकी सभी प्रणालियों को बंद करना पड़ा है।
ताजा उपाय ऐसे समय में किए गए हैं, जब बाहर निकलने की रणनीति क्या है शंघाई प्रशासन ने बीते कुछ हफ्तों में लोगों को सीमित खरीदारी के लिए बाहर निकलने की अनुमति देने के बाद कुछ जिलों के लोगों को एक बार फिर अपने घरों में रहने के आदेश जारी किए हैं।
शंघाई में सोमवार को रोजाना दर्ज बाहर निकलने की रणनीति क्या है होने वाले नए मामलों की संख्या 3,000 के आसपास पहुंच गई, जो मध्य अप्रैल में प्रतिदिन सामने आ रहे औसतन 26,000 मामलों से कहीं कम है। शहर में कोविड-19 से छह और मरीजों की मौत होने से वहां संक्रमण से अब बाहर निकलने की रणनीति क्या है तक होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़कर 553 पर पहुंच गया।
भारत में कम आय वाले राज्यों की सहायता बढ़ाने के लिए विश्व बैंक की रणनीति
वाशिंगटन, 11 अप्रैल 2013 - भारत के लिए विश्व बैंक की नई रणनीति में सहायता का रुख कम आय बाहर निकलने की रणनीति क्या है वाले ऐसे राज्यों की तरफ करने पर महत्वपूर्ण बल दिया गया है जहां ज्यादातर गरीब रहते हैं। यह देश के लिए इस संस्थान की पहली रणनीति है जिसमें आबादी के 40 प्रतिशत बेहद गरीब हिस्से की गरीबी घटाने और समृद्धि में हिस्सेदारी बढ़ाने के बारे में विशेष लक्ष्य निर्धारित किए गए हैं।
आज बैंक के कार्यकारी निदेशक मंडल के विचार विमर्श के दौरान भारत के लिए (2013-17) विश्व बैंक की नई कंट्री पार्टनरशिप स्ट्राटैजी (सीपीएस) में अगले चार वर्ष के दौरान हर साल 3 - 5 अरब अमरीकी डॉलर का ऋण देने का प्रस्ताव किया गया है। इसकी 60 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही परियोजनाओं और उसकी आधी यानी कुल ऋण की 30 प्रतिशत राशि कम आय वाले या विशेष श्रेणी वाले राज्यों (जहां सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराने में अधिक लागत आती है ) को दी जाएगी। इससे पहले की रणनीति के तहत इन राज्यों को ऋण की 18 प्रतिशत राशि दी जाती थी।
प्रधानमंत्री मोदी की मंत्रियों के साथ अहम बैठक, लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति पर चर्चा
लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने अहम मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रेलवे मंत्री पीयूष गोयल, नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रेल राज्य मंत्री सुरेश अघाडी और कैबिनेट सचिव राजीब गौबा शामिल हुए। लॉकडाउन से बाहर निकलने की रणनीति के साथ-साथ उड़ानें और ट्रेनें शुरू करना बैठक का प्रमुख एजेंडा रहा।
3 मई को खत्म होगा बाहर निकलने की रणनीति क्या है लॉकडाउन
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पूरे भारत में 25 मार्च से राष्ट्रीय लॉकडाउन लगा हुआ है। इस लॉकडाउन का दूसरा चरण 3 मई को खत्म होने वाला है और केंद्र सरकार आगे की रणनीति पर विचार कर रही है। गृह मंत्रालय की ओर से मिले संकेतों की मानें तो लॉकडाउन का आगे बढ़ाया जा सकता है, लेकिन कम मामले वाले इलाकों में लॉकडाउन के नियमों में छूट दी जाएगी। हॉटस्पॉट इलाकों में लॉकडाउन जारी रहेगा।
भारत में शुक्रवार सुबह आठ बजे तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 35,043 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 1,147 लोगों की मौत हुई है, वहीं 8,889 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां अब तक 10,498 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 459 लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस के ज्यादातर नए मामले शीर्ष पांच राज्यों से सामने आ रहे हैं।
क्या लॉकडाउन में ढील के लिए तैयार है भारत?
पिछले 15 दिनों में रेड जोन में आने वाले जिलों की संख्या 170 से घटकर 130 हो गई है। अधिकांश मामले शीर्ष 15 जिलों से सामने आए हैं। वहीं 284 जिले ऑरेंज जोन और 319 ग्रीन जोन में हैं। जिन जिलों में 21 दिन से कोरोना का कोई बाहर निकलने की रणनीति क्या है मामला सामने नहीं आया है उन्हें ग्रीन जोन में शामिल किया गया है। इन जिलों में लॉकडाउन में बड़ी छूट दी जा सकती है।
इसके अलावा संक्रमण फैलने की दर में भी कमी आई है। यहां लॉकडाउन से पहले मामले दोगुने होने में लगभग तीन दिन लग रहे थे, वहीं अब 11 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं। इसी तरह कोरोना वायरस R0 भी 1.83 से घटकर 1.29 पर आ गया है। एक संक्रमित व्यक्ति अन्य कितने व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है, उसे R0 कहा जाता है। इसके अलावा टेस्टिंग पॉजिटिविटी रेट टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने पर भी 4.5 प्रतिशत है।
केंद्र की लॉकडाउन से बाहर आने की ''आकस्मिक'' योजना के कारण मामलों में वृद्धि हुई : अधीर
लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार पर लॉकडाउन से बाहर निकलने के लिए ''आकस्मिक और गैर-पेशेवर'' रणनीति अपनाने का आरोप लगाया तथा कहा कि इसके कारण ही देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई। चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संकट को महसूस करने के लिए ''काल्पनिक से वास्तविक भारत'' में आने को कहा।
देश में कोरोना वायरस के मामले तीन लाख के पार चले जाने के बाद उनका यह बयान सामने आया है। चौधरी ने ट्वीट किया, '' लॉकडाउन लागू करने की तरह ही, इससे निकलने के लिए भी आकस्मिक और गैर-पेशेवर रणनीति अपनाई गई, जोकि जोखिम भरी है। इसके फलस्वरूप देश में कोरोना वायरस के मामले चिंताजनक स्थिति में पहुंच गए, जोकि विश्व में पहले पायदान की ओर बढ़ रहे हैं। नरेंद्र मोदी जी काल्पनिक से वास्तविक भारत में आइए।''
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