विटामिन-डी की एक अच्छी खुराक वजन घटाने के लिए है जरूरी, जानें बैली फैट और विटामिन-डी के बीच का संबंध

Health Tips: विटामिन-डी आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है. इसके साथ ही यह हार्ट फेल, मधुमेह और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से आपको बचाने में सहायक होता है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि बैली फैट और विटामिन-डी के बीच क्या संबंध होता है.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 27 Sep 2020 10:37 PM (IST)

Health Tips: अक्सर विटामिन डी की कमी को लोग हड्डियों के कमजोर होने तथा मौसम से संबंधित बीमारियों से जोड़कर देखते हैं. लेकिन विटामिन डी आपके शरीर के लिए इससे बहुत अधिक कार्य करता है. यह हार्ट फेल, मधुमेह और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से आपको बचाने में सहायक होता है. विटामिन डी की कमी से आपके बाल भी झड़ने लगते हैं. एक अध्ययन के अनुसार विटामिन-डी आपके वजन को कम करने के लिए भी बहुत आवश्यक होता है. दरअसल विटामिन-डी फैट के प्रकार और उसके पाचन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि बैली फैट और विटामिन-डी के बीच क्या संबंध होता है.

क्या कहती है स्टडी? एक हेल्थ इंस्टीयूट के अनुसार वजन कम करने और विटामिन-डी के बीच संबंधों पर रिसर्च की गयी. एक अन्य रिसर्च के अनुसार विटामिन डी के अधिक सेवन से प्रतिभागियों के शरीर में वसा की प्रतिशत में कमी आ गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि क्योंकि विटामिन डी शरीर में वसा के भंडारण और उत्पादन को प्रभावित करती है. यह आपके शरीर में अन्य हार्मोन जैसे टेस्टोस्टेरोन और न्यूरोट्रांसमीटर (सेरोटोनिन) को भी प्रभावित करता है, जो आपके वजन को घटाने में सहायक होता है.

इसके अलावा शोध में पाया गया है कि महिलाओं में पेट की चर्बी विटामिन डी के कम स्तर से जुड़ी हुई थीं, जिससे उनके पेट की चर्बी पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा. पुरुषों में विटामिन डी का स्तर उनके लिवर और पेट के फैट के साथ बेहद जुड़ा हुआ था. रिसर्च पेट की चर्बी बढ़ने और विटामिन डी के निचले लेवल के बीच मजबूत संबंध बताते हैं जैसे बड़ी कमर वाले लोगों में विटामिन डी की कमी के विकास का ज्यादा खतरा होता है और उन्हें अपने विटामिन डी के स्तर की जांच करवाने की आवश्यकता होताी है. यहां उनको यह समझने की जरूरत होती है कि क्या विटामिन डी की कमी से पेट के हिस्से में फैट जमा हो जाती है, या पेट का फैट विटामिन डी के स्तर में कमी ला सकता है?

कैसे कम हो सकता है बैली फैट विटामिन-डी से दरअसल विटामिन-डी टेस्टोस्टेरोन को संचालित करता है और शरीर में वसा को कम करने और चयापचय को बढ़ावा देता। साथ ही ये नई वसा कोशिकाओं के गठन को अवरुद्ध करके वजन घटाने को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। सेरोटोनिन आपकी नींद के पैटर्न को नियमित करने के साथ-साथ लंबे समय तक तृप्त महसूस करके आपकी भूख और कैलोरी की मात्रा को कम कर सकता है। इसलिए अगर आप विटामिन-डी से भरपूर डाइट लें, तो आप आसानी से अपना वजन कम कर सकते हैं।

विटामिन डी की कमी कैसे होती है विटामिन डी की कमी होने पर कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. विटामिन डी के बहुत से खाद्य स्रोत नहीं पाए जाते हैं. वैसे तो 15-20 मिनट की धूप लेना आपके शरीर की विटामिन डी की आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है परंतु सूरज की हानिकारक यूवी किरणें आपकी त्वचा के लिए बेहद नुकसानदायक होती हैं. इसकी कमी के अन्य कारक ये हैं-

-बदलती जीवनशैली, जिसमें अव्यवस्थित काम के घंटे शामिल होना -धूप की कमी के कारण -अच्छे खानपान में कमी के कारण

विटामिन-डी से भरपूर ये चीजें डाइट में शामिल करें अच्छी धूप लेने से आपके शरीर को पर्याप्त विटामिन डी का उत्पादन करने में मदद मिलती है. इसके अलावा विटामिन डी से भरपूर इन खाद्य स्रोतों को आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं-

-फैटयुक्त मछली, जैसे सैल्मन, मैकेरल, और टूना -अंडे -पनीर -मशरूम -पाश्चराइज्ड दूध -अनाज और जूस

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Published at : 27 Sep 2020 10:37 PM (IST) Tags: Impact of Vitamin D on Weight Loss vitamin d Vitamin D deficiency Health Tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi

बेहतर स्वास्थ्य के लिए कब, कितना और कैसे करना चाहिए चिया सीड्स का सेवन, हम बता रहे हैं इस बारे में सब कुछ

चिया सीड्स पोषण से भरपूर हैं। अगर आप भी उन्हें डाइट में एड करना चाहती हैं, तो हम इसके लिए आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं।

apne dher saare faaydon ke saath omega3 kaa bhee sors hai chia

अपने ढेर सारे फायदों के साथ ओमेग3 का भी स्रोत है शिया चित्र : शटरस्टॉक

चिया सीड्स! आपने ये नाम आजकल हर फिटनेस फ्रीक या पोषण विशेषज्ञ से ज़रूर सुना होगा। नहीं तो सेलिब्रिटीज के मुंह से तो ज़रूर सुना होगा कि वह अपनी डाइट में चिया सीड्स लेते हैं या अपने दिन की शुरुआत चिया सीड पुडिंग के साथ करते हैं। मगर, आखिर ये चिया सीड्स हैं क्या? क्या यह फूड सिर्फ एक ट्रेंड है या यह वाकई आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं?

तो, चलिए जानते हैं क्या है सच्चाई!

क्या है चिया सीड्स?

चिया बीज साल्विया हिस्पैनिका (Salvia hispanica) पौधे के छोटे काले बीज होते हैं, जो पुदीने से संबंधित होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक मुट्ठी चिया सीड्स में 137 कैलोरीज होती हैं, जो अच्छी मात्रा में कार्बोहायड्रेट प्रदान करती हैं। अपने छोटे आकार के बावजूद, चिया सीड्स सबसे अधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थों में से एक हैं। ये फाइबर, प्रोटीन, ओमेगा -3 फैटी एसिड और विभिन्न सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरे हुए होते हैं।

एक औंस (28 ग्राम) चिया सीड्स में शामिल हैं:

फाइबर: 11 ग्राम | प्रोटीन: 4 ग्राम | वसा: 9 ग्राम | कैल्शियम: 18% | मैंगनीज: 30%| मैग्नीशियम: 30%| फास्फोरस: 27%| साथ ही, इनमें जिंक, विटामिन B3, पोटैशियम, विटामिन B1 (थियामिन) और विटामिन B2 की भी अच्छी मात्रा होती है।

chia seeds ke fayde

चिया बीज आपके लिए फायदेमंद हैं। चित्र : शटरस्टॉक

अब जानिए चिया सीड्स के स्वास्थ्य लाभ

1. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

चिया सीड्स में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो बीजों में मौजूद फैट को बचाने में मदद करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात, एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों के उत्पादन से लड़ते हैं, जो कोशिका के अणुओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और एजिंग और कैंसर जैसी बीमारियों में योगदान कर सकते हैं।

2. ये हार्ट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हैं

चिया सीड्स में 40% फाइबर होता है, जो उन्हें दुनिया में फाइबर के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक बनाता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में आहार में उच्च फाइबर सेवन और हृदय रोग के कम जोखिम के बीच संबंध का प्रमाण मिला।

3. गट हेल्थ के लिए फायदेमंद

चिया सीड्स में लगभग सभी कार्बोहाइड्रेट फाइबर होते हैं। यह उन्हें पानी में अपने वजन का 10-12 गुना अवशोषित करने की क्षमता देता है। फाइबर आपके गट में अनुकूल बैक्टीरिया को भी पनपने का मौका देता है, जो महत्वपूर्ण है। चिया सीड्स में अच्छा प्रोटीन होता है, जो वजन घटाने के अनुकूल मैक्रोन्यूट्रिएंट है और भूख को काफी कम कर सकता है।

4. पोषण से भरपूर

जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में एक समीक्षा में कहा गया है कि चिया सीड्स ओमेगा -3 फैटी एसिड का एक शानदार स्रोत है। साथ ही विभिन्न एंटीऑक्सिडेंट्स का स्रोत है, जैसे कि क्लोरोजेनिक एसिड, कैफिक एसिड, मायरिकेटिन और क्वेरसेटिन जिसमें हृदय-स्वस्थ, एंटी-एजिंग और एंटीकार्सिनोजेनिक लाभ हो सकते हैं।

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एक दिन में चिया सीड्स की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए

आपको रोजाना कितने चिया बीज खाने चाहिए, इस पर कोई एक्सपर्ट एडवाइस नहीं हैं। मगर कोलंबिया विश्वविद्यालय के डॉक्टर्स की मानें तो, आप प्रति दिन दो बार 20 ग्राम यानी 2 बड़े चम्मच से थोड़ा कम चिया सीड्स ले सकती हैं।

चिया सीड्स के सेवन बेस्ट तरीका है उन्हें रात भर दूध में भिगोकर रखना और सुबह उस दूध का सेवन करना। पानी में भिगोने से भी चिया सीड्स फूलकर फ्लफी हो जाते हैं और उसके बाद आप इसे दलिया या स्मूदी में एड कर सकती हैं।

चिया सीड्स को अपने आहार में शामिल करना बेहद आसान है। उन्हें कच्चा खाया जा सकता है, या किसी चीज़ में मिलाया जा सकता है। आप चिया सीड्स से दलिया, हलवा, स्मूदी बना सकती हैं। आप उन्हें, दही, सब्जियों या चावल के ऊपर भी छिड़क सकती हैं।

लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

विटामिन-डी की एक अच्छी खुराक वजन घटाने के लिए है जरूरी, जानें बैली फैट और विटामिन-डी के बीच का संबंध

Health Tips: विटामिन-डी आपकी हड्डियों को मजबूत बनाता है. इसके साथ ही यह हार्ट फेल, मधुमेह और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से आपको बचाने में सहायक होता है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि बैली फैट और विटामिन-डी के बीच क्या संबंध होता है.

By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 27 Sep 2020 10:37 PM (IST)

Health Tips: अक्सर विटामिन डी की कमी को लोग हड्डियों के कमजोर होने तथा मौसम से संबंधित बीमारियों से जोड़कर देखते हैं. लेकिन विटामिन डी आपके शरीर के लिए इससे बहुत अधिक कार्य करता है. यह हार्ट फेल, मधुमेह और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से आपको बचाने में सहायक होता है. विटामिन डी की कमी से आपके बाल भी झड़ने लगते हैं. एक अध्ययन के अनुसार विटामिन-डी आपके वजन को कम करने के लिए भी बहुत आवश्यक होता है. दरअसल विटामिन-डी फैट के प्रकार और उसके पाचन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, तो आइए आज हम आपको बताते हैं कि बैली फैट और विटामिन-डी के बीच क्या संबंध होता है.

क्या कहती है स्टडी? एक हेल्थ इंस्टीयूट के अनुसार वजन कम करने और विटामिन-डी के बीच संबंधों पर रिसर्च की गयी. एक अन्य रिसर्च के अनुसार विटामिन डी के अधिक सेवन से प्रतिभागियों के शरीर में वसा की प्रतिशत में कमी आ गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि क्योंकि विटामिन डी शरीर में वसा के भंडारण और उत्पादन को प्रभावित करती है. यह आपके शरीर में अन्य हार्मोन जैसे टेस्टोस्टेरोन और न्यूरोट्रांसमीटर (सेरोटोनिन) को भी प्रभावित करता है, जो आपके वजन को घटाने में सहायक होता है.

इसके अलावा शोध में पाया गया है कि महिलाओं में पेट की चर्बी विटामिन डी के कम स्तर से जुड़ी हुई थीं, जिससे उनके पेट की चर्बी पर सबसे ज्यादा प्रभाव पड़ा. पुरुषों में विटामिन डी का स्तर उनके लिवर और पेट के फैट के साथ बेहद जुड़ा हुआ था. रिसर्च पेट की चर्बी बढ़ने और विटामिन डी के निचले लेवल के बीच मजबूत संबंध बताते हैं जैसे बड़ी कमर वाले लोगों में विटामिन डी की कमी के विकास का ज्यादा खतरा होता है और उन्हें अपने विटामिन डी के स्तर की जांच करवाने की आवश्यकता होताी है. यहां उनको यह समझने की जरूरत होती है कि क्या विटामिन डी की कमी से पेट के हिस्से में फैट जमा हो जाती है, या पेट का फैट विटामिन डी के स्तर में कमी ला सकता है?

कैसे कम हो सकता है बैली फैट विटामिन-डी से दरअसल विटामिन-डी टेस्टोस्टेरोन को संचालित करता है और शरीर में वसा को कम करने और चयापचय को बढ़ावा देता। साथ ही ये नई वसा कोशिकाओं के गठन को अवरुद्ध करके वजन घटाने को बढ़ावा देने के लिए जाना जाता है। सेरोटोनिन आपकी नींद के पैटर्न को नियमित करने के साथ-साथ लंबे समय तक तृप्त महसूस करके आपकी भूख और कैलोरी की मात्रा को कम कर सकता है। इसलिए अगर आप विटामिन-डी से भरपूर डाइट लें, तो आप आसानी से अपना वजन कम कर सकते हैं।

विटामिन डी की कमी कैसे होती है विटामिन डी की कमी होने पर कई कारकों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. विटामिन डी के बहुत से खाद्य स्रोत नहीं पाए जाते हैं. वैसे तो 15-20 मिनट की धूप लेना आपके शरीर की विटामिन डी की आवश्यकताओं को पूरा कर सकता है परंतु सूरज की हानिकारक यूवी किरणें आपकी त्वचा के लिए बेहद नुकसानदायक होती हैं. इसकी कमी के अन्य कारक ये हैं-

-बदलती जीवनशैली, जिसमें अव्यवस्थित काम के घंटे शामिल होना -धूप की कमी के कारण -अच्छे खानपान में कमी के कारण

विटामिन-डी से भरपूर ये चीजें डाइट में शामिल करें अच्छी धूप लेने से आपके शरीर को पर्याप्त विटामिन डी का उत्पादन करने में मदद मिलती है. इसके अलावा विटामिन डी से भरपूर इन खाद्य स्रोतों को आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं-

-फैटयुक्त मछली, जैसे सैल्मन, मैकेरल, और टूना -अंडे -पनीर -मशरूम -पाश्चराइज्ड दूध -अनाज और जूस

Check out below Health Tools-
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Published at : 27 Sep 2020 10:37 PM (IST) Tags: Impact of Vitamin D on Weight Loss vitamin d Vitamin D deficiency Health Tips हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Lifestyle News in Hindi

समय और लाभ के बीच संबंध क्या है

बजाज एलियांज जनरल इन्शुरेंस

बजाज एलियांज जनरल इन्शुरेंस कंपनी लिमिटेड एक संयुक्त उपक्रम है, जो विश्व की प्रमुख बीमा कंपनी एलियांज एसई और बजाज फिनसर्व लिमिटेड के बीच बना है. इस कंपनी ने अपना कारोबार वर्ष 2001 में आरंभ किया था और आज पूरे देश के 200 से अधिक शहरों और नगरों में इसकी उपस्थिति है. कंपनी अपने ग्राहकों तक पहुँचने के लिए लगातार अपने परिचालनों का दायरा बढ़ाती जा रही है.

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पूरे देश में फैले अपने 4200 से अधिक शाखाओं के साथ, प्रतियोगी दरों पर अपने ग्राहकों को सामान्य बीमा सेवा प्रदान करने के लिए बजाज एलियांज जनरल इन्शुरेंस कंपनी लिमिटेड के साथ कारपोरेट एजेंसी के रूप में टाई-अप किया है. बैंक ने अपने इस विशाल नेटवर्क के माध्यम से बड़ी संख्या में अपने ग्राहकों तक पहुँच कर बीमा कारोबार को बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. अपने इस भागीदारी से हमें विश्वास है कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अपने प्रतिष्ठित ग्राहकों को स्तरीय बीमा सुविधाएं उपलब्ध करने और ग्राहक के संतुष्टि को बढ़ा सकेगा. उच्च तकनीक के साथ कार्य करने वाली बजाज एलियांज जनरल इन्शुरेंस कंपनी लिमिटेड अपने डिजिटल उत्पादों के माध्यम से न केवल शहरी बल्कि ग्रामीण ग्राहकों को भी त्वरित और आसानी से अपनी सेवाएँ प्रदान करने में सक्षम है. “यूनियन महिला सुरक्षा” के अवसर पर, केवल यूनियन बैंक के महिला ग्राहकों के लिए, गंभीर बीमारी बीमा पालिसी आरंभ की गई.

भारत में एक प्रमुख बीमाकर्ता होने के नाते, बजाज एलियांज जनरल इन्शुरेंस देश के सम्पूर्ण भूभाग में बसे व्यक्तियों के अलावा सभी बड़े कार्पोरेट्स की आवश्यकतानुसार उत्पाद और सेवाएं प्रदान कर रहा है.

इस टाइ-अप के जरिए ग्राहकों को न केवल उनके द्वार पर बीमा उत्पाद मिल रहे हैं बल्कि ये अपने उन्नत डिजिटल और मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को बीमा से जोड़ भी रहे हैं. बजाज एलियांज जनरल इन्शुरेंस कंपनी को इसके क्लेम और ग्राहक सेवा स्तर के कारण लगातार पिछले 10 वर्षों से आईसीआरए से iAAA की रेटिंग मिल रही है, जो कंपनी की क्लेम भुगतान और वित्तीय रूप से मजबूत स्थिति को दर्शाता है. कंपनी अपने ग्राहक केन्द्रीयकरण और अपने ग्राहकों को उत्कृष्ठ सेवाओं के माध्यम से ग्राहक अनुभव का विशेष ध्यान रखती है.

यूनियन महिला सुरक्षा:

यह पॉलिसी महिलाओं की गंभीर बीमारियों के लिए विशेष रूप से बनाई गई है. इस पालिसी में किसी महिला को प्राणघातक गंभीर बीमारी का पता लगने पर, एक निश्चित राशि दी जाती है. गंभीर बीमारी या चोट, अब भले ठीक हो सकता है परंतु अस्पताल के बढ़ते खर्चों और रोजगार जाने के बाद आर्थिक परेशानी बहुत अधिक बढ़ जाती है. इसीलिए, इन परेशानियों का सामना करने के उद्देश्य से हमने विशेष रूप से महिलाओं को होने वाली गंभीर बीमारियों और उनसे संबन्धित कठिनाइयों का सामना करने के लिए इस पॉलिसी को आरंभ किया है.

इस पॉलिसी से लाभ क्या हैं?

  • बीमित व्यक्ति को एकमुश्त राशि मिलती है, जिससे उस बीमारी का इलाज करवाया जा सकता है.
  • अतिरिक्त लाभ जैसे- महिला की बीमारी की वजह से पैदा हुए बच्चे को होने वाले किसी बीमारी से सुरक्षा को कवर करता है, बच्चों की शिक्षा बोनस, नौकरी जाने को भी इस पॉलिसी में कवर किया जाता है.
  • घर से ही क्लेम करने की आसान प्रक्रिया.
  • इस पॉलिसी का प्रीमियम की राशि आयकर अधिनियम की धारा 80डी में छूट प्राप्त है.
  • बहुत ही प्रतियोगी प्रीमियम की दरें.

इस पॉलिसी में क्या-क्या कवर है?

  • गंभीर बीमारी
  • गंभीर बीमारी की वजह से अपंगता
  • एड-ऑन के लाभ शामिल
  • बच्चों की शिक्षा बोनस
  • नौकरी का जाना

पॉलिसी लेने की उम्र क्या है?

  • पॉलिसी लेते समय बीमित की आयु 21 से 65 वर्ष के बीच हो.

बीमित राशि के विकल्प क्या हैं?

बीमित राशि के निम्न विकल्प उपलब्ध हैं:

  • रु. 50,000
  • रु. 1,00,000
  • रु. 1,50,000
  • रु. 2,00,000

महिला विशेष गंभीर बीमारी से आपको और आपके परिवार को सुरक्शित करें. आज ही योजना बनाकर चैन से सोएं.

बैंक द्वारा निम्न वाणिज्यिक / औद्योगिक पॉलिसियों का वितरण करता है:

  • भवन
  • व्यापार में स्टॉक
  • प्लांट एवं मशीनरी
  • रास्ते का बीमा
  • दुकानदार समय और लाभ के बीच संबंध क्या है पेकेज पॉलिसी
  • कार्यालय पेकेज पॉलिसी
  • वाणिज्यिक पेकेज पॉलिसी
  • इंजीनियरिंग पॉलिसी (सीएआर/ईएआर आदि)
  • कर्मचारी क्षतिपूर्ति पॉलिसी
  • जौहरी पेकेज पॉलिसी
  • देयता बीमा कर्मचारी समूह लाक़्भ पॉलिसी
  • पशु बीमा पॉलिसी
  • व्यावसायिक वाहन बीमा पॉलिसी

बैंक द्वारा खुदर उत्पादों का भी वितरण करता है:

  • मेरा घर पेकेज पॉलिसी
  • घर के सामानों का सभी जोखिमों के लिए पॉलिसी
  • महिलाओं को गंभीर बीमारी पॉलिसी
  • दीर्घावधि आवासीय परिसरों की बीमा पॉलिसी
  • 4 पहिया मोटर बीमा पॉलिसी (विभिन्न विकल्पों के साथ)
  • 2 पहिया वाहन बीमा पॉलिसी – एक वर्ष/दीर्घावधि
  • यात्रा बीमा पॉलिसी
  • वैश्विक व्यक्तिगत सुरक्षा पॉलिसी

बैंक के ग्राहक की प्रतिभागिता पूरी तरह स्वैच्छिक आधार पर है. बीमा की संविदा बीमाकर्ता और बीमित के समय और लाभ के बीच संबंध क्या है बीच है, बैंक और बीमित के बीच नहीं हैं.

बेहतर स्वास्थ्य के लिए कब, कितना और कैसे करना चाहिए चिया सीड्स का सेवन, हम बता रहे हैं इस बारे में सब कुछ

चिया सीड्स पोषण से भरपूर हैं। अगर आप भी उन्हें डाइट में एड करना चाहती हैं, तो हम इसके लिए आपका मार्गदर्शन कर सकते हैं।

apne dher saare faaydon ke saath omega3 kaa bhee sors hai chia

अपने ढेर सारे फायदों के साथ ओमेग3 का भी स्रोत है शिया चित्र : शटरस्टॉक

चिया सीड्स! आपने ये नाम आजकल हर फिटनेस फ्रीक या पोषण विशेषज्ञ से ज़रूर सुना होगा। नहीं तो सेलिब्रिटीज के मुंह से तो ज़रूर सुना होगा कि वह अपनी डाइट में चिया सीड्स लेते हैं या अपने दिन की शुरुआत चिया सीड पुडिंग के साथ करते हैं। मगर, आखिर ये चिया सीड्स हैं क्या? क्या यह फूड सिर्फ एक ट्रेंड है या यह वाकई आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं?

तो, चलिए जानते हैं क्या है सच्चाई!

क्या है चिया सीड्स?

चिया बीज साल्विया हिस्पैनिका (Salvia hispanica) पौधे के छोटे काले बीज होते हैं, जो पुदीने से संबंधित होते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एक मुट्ठी चिया सीड्स में 137 कैलोरीज होती हैं, जो अच्छी मात्रा में कार्बोहायड्रेट प्रदान करती हैं। अपने छोटे आकार के बावजूद, चिया सीड्स सबसे अधिक पौष्टिक खाद्य पदार्थों में से एक हैं। ये फाइबर, प्रोटीन, ओमेगा -3 फैटी एसिड और विभिन्न सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरे हुए होते हैं।

एक औंस (28 ग्राम) चिया सीड्स में शामिल हैं:

फाइबर: 11 ग्राम | प्रोटीन: 4 ग्राम | वसा: 9 ग्राम | कैल्शियम: 18% | मैंगनीज: 30%| मैग्नीशियम: 30%| फास्फोरस: 27%| साथ ही, इनमें जिंक, विटामिन B3, पोटैशियम, विटामिन B1 (थियामिन) और विटामिन B2 की भी अच्छी मात्रा होती है।

chia seeds ke fayde

चिया बीज आपके लिए फायदेमंद हैं। चित्र : शटरस्टॉक

अब जानिए चिया सीड्स के स्वास्थ्य लाभ

1. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर

चिया सीड्स में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो बीजों में मौजूद फैट को बचाने में मदद करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात, एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों के उत्पादन से लड़ते हैं, जो कोशिका समय और लाभ के बीच संबंध क्या है के अणुओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और एजिंग और कैंसर जैसी बीमारियों में योगदान कर सकते हैं।

2. ये हार्ट हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हैं

चिया सीड्स में 40% फाइबर होता है, जो उन्हें दुनिया में फाइबर के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक बनाता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित एक अध्ययन में आहार में उच्च फाइबर सेवन और हृदय रोग के कम जोखिम के बीच संबंध का प्रमाण मिला।

3. गट हेल्थ के लिए फायदेमंद

चिया सीड्स में लगभग सभी कार्बोहाइड्रेट फाइबर होते हैं। यह उन्हें पानी में अपने वजन का 10-12 गुना अवशोषित करने की क्षमता देता है। फाइबर आपके गट में अनुकूल बैक्टीरिया को भी पनपने का मौका देता है, जो महत्वपूर्ण है। चिया सीड्स में अच्छा प्रोटीन होता है, जो वजन घटाने के अनुकूल मैक्रोन्यूट्रिएंट है और भूख को काफी कम कर सकता है।

4. पोषण से भरपूर

जर्नल ऑफ़ फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी में एक समीक्षा में कहा गया है कि चिया सीड्स ओमेगा -3 फैटी एसिड का एक शानदार स्रोत है। साथ ही विभिन्न एंटीऑक्सिडेंट्स का स्रोत है, जैसे कि क्लोरोजेनिक एसिड, कैफिक एसिड, मायरिकेटिन और क्वेरसेटिन जिसमें हृदय-स्वस्थ, एंटी-एजिंग और एंटीकार्सिनोजेनिक लाभ हो सकते हैं।

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एक दिन में चिया सीड्स की कितनी मात्रा का सेवन करना चाहिए

आपको रोजाना कितने चिया बीज खाने चाहिए, इस पर कोई एक्सपर्ट एडवाइस नहीं हैं। मगर कोलंबिया विश्वविद्यालय के डॉक्टर्स की मानें तो, आप प्रति दिन दो बार 20 ग्राम यानी 2 बड़े चम्मच से थोड़ा कम चिया सीड्स ले सकती हैं।

चिया सीड्स के सेवन बेस्ट तरीका है उन्हें रात भर दूध में भिगोकर रखना और सुबह उस दूध का सेवन करना। पानी में भिगोने से भी चिया सीड्स फूलकर फ्लफी हो जाते हैं और उसके बाद आप इसे दलिया या स्मूदी में एड कर सकती हैं।

चिया सीड्स को अपने आहार में शामिल करना बेहद आसान है। उन्हें कच्चा खाया जा सकता है, या किसी चीज़ में मिलाया जा सकता है। आप चिया सीड्स से दलिया, हलवा, स्मूदी बना सकती हैं। आप उन्हें, दही, सब्जियों या चावल के ऊपर भी छिड़क सकती हैं।

लेखक के बारे में
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं।

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