Meta Platforms Inc (META)

नवीनतम Meta Platforms Inc (FB) स्टॉक मूल्य देखें। आप इस पृष्ठ के अंतर्गत तकनीकी विश्लेषण, मंच और अन्य जैसे अनुभागों में से किसी एक पर जाकर अधिक विवरण प्राप्त कर सकते हैं। कंपनी को पहले Facebook के नाम से जाना जाता था, यह पेज Facebook स्टॉक मूल्य और ऐतिहासिक प्रदर्शन को प्रदर्शित करता है।

Meta Platforms Inc समाचार

चेन्नई, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। वेदांता स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टर मामले की सुनवाई अगले साल जनवरी में सुप्रीम कोर्ट में होने वाली है, स्टरलाइट-विरोधी आंदोलनकारी न केवल संयंत्र को फिर से.

नई दिल्ली, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। बॉट बाजार के फलने-फूलने के साथ ही कम से कम 6 लाख भारतीयों का डेटा चोरी हो गया है। एक भारतीय की डिजिटल पहचान की औसत कीमत लगभग 490 रुपये है। इसका.

सैन फ्रांसिस्को, 8 दिसंबर (आईएएनएस)। माइक्रोसॉफ्ट (NASDAQ:MSFT) ने फेसबुक (NASDAQ:META) ग्रुप्स के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए एंड्रॉइड और आईओएस पर अपने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग.

Meta Platforms Inc विश्लेषण

नवंबर में पॉवेल की नरम टिप्पणियों और नरम सीपीआई पढ़ने से बाजार में उछाल आया हालाँकि, उस रैली पर बहुत कम अनुवर्ती कार्रवाई हुई है क्योंकि निवेशक फेड से और सुरागों का इंतजार कर रहे.

2022 ने खुदरा निवेशक और दुनिया के कुछ सबसे धनी लोगों को भी नुकसान पहुंचाया है बुफे सरासर अपवाद बना हुआ है ओमाहा के रहस्य का ओरेकल (NYSE:ORCL) विविधीकरण और एकाग्रता के जटिल मिश्रण.

इस सप्ताह की निवेशक अंतर्दृष्टि आपको वर्तमान स्टॉक और बॉन्ड रैली के बारे में दो बार सोचने पर मजबूर कर देगी क्योंकि हम वर्ष के अंत में आगे बढ़ रहे हैं। हमें इस बारे में बहुत सारे.

Meta Platforms Inc कंपनी प्रोफाइल

Meta Platforms Inc कंपनी प्रोफाइल

  • प्रकार : इक्विटी
  • बाज़ार : यूनाइटेड स्टेट्स
  • आईसआईन : US30303M1027
  • सीयुसआईपी : 30303M102

Meta Platforms, Inc. develops products that enable people to connect and share with friends and family through mobile devices, personal computers, virtual reality headsets, wearables, and in-home devices worldwide. It operates in two segments, Family of Apps and Reality Labs. The Family of Apps segment’s products include Facebook, which enables people to share, discover, and connect with interests; Instagram, a community for sharing photos, videos, and private messages, as well as feed, stories, reels, video, live, and shops; Messenger, a messaging application for people to connect with friends, family, groups, and businesses across platforms and devices through chat, audio and video calls, and rooms; and WhatsApp, FBS कितना सुरक्षित है a messaging application that is used by people and businesses to communicate and transact privately. The Reality Labs segment provides augmented and virtual reality related products comprising virtual reality hardware, software, and content that help people feel connected, anytime, and anywhere. The company was formerly known as Facebook, Inc. and changed its name to Meta Platforms, Inc. in October 2021. Meta Platforms, Inc. was incorporated in 2004 and is headquartered in Menlo Park, California.

आय विवरण

विश्लेषक मूल्य लक्ष्य

औसत153.50 ( +27.76 % ऊपर )
उच्च274.70
निम्न80.00
क़ीमत120.15
विश्लेषकों की संख्या58

तकनीकी सारांश

ट्रेंडिंग शेयर

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META टिप्पणियाँ

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How Safe Digital Signature: कितना सुरक्षित है डिजिटल सिग्नेचर, जानें इसका महत्व और इससे जुड़ी सारी जरूरी बातें

How Safe Digital Signature: बदलते युग में डिजिटल चीज़ों का डिमांड भी तेजी से बढ़ा है।फिर चाहें डिजिटल पेमेंट हो या डिजिटल साइन।किसी भी जरूरी डॉक्यूमेंट्स पर सिग्नेचर का विशेष महत्व होता है।

Anupma Raj

Digital Signature Importance

Digital Signature (Image: Social Media)

How Safe Digital Signature: बदलते युग में डिजिटल चीज़ों का डिमांड भी तेजी से बढ़ा है। फिर चाहें डिजिटल पेमेंट हो या डिजिटल साइन। दरअसल किसी भी जरूरी डॉक्यूमेंट्स पर सिग्नेचर का विशेष महत्व होता है। हम सभी को डॉक्यूमेंट्स पर सिग्नेचर की जरूरत लगती है। बिना सिग्नेचर डॉक्यूमेंट्स को valid नहीं माना जाता है, खासकर सरकारी दस्तावेज पर। कहीं कहीं तो ई कॉमर्स साइट भी और अन्य साइट भी डिजिटल सिग्नेचर की मांग करती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये डिजिटल सिग्नेचर कितना सुरक्षित है? तो आइए जानते हैं विस्तार से डिजिटल सिग्नेचर के बारे में:

क्या है डिजिटल सिग्नेचर (What is Digital Signature)

दरअसल Digital Signature एक ऐसी तकनीक (technique) है जिससे हम किसी भी की दस्तावेज की सच्चाई जान सकते हैं। इससे हम ये पता लगा सकते हैं कि वह document कितना Authentic है और अगर किसी तरह की डॉक्यूमेंट्स में छेड़छाड़ किया गया हो तब उसे आसानी से पहचान जा सकता है। इससे electronic documents की identity के बारे में सही और पूरी जानकारी प्राप्त होती है।

बता दें Digital Signature किसी document की verify करने के लिए इस्तेमाल होता है। साफ शब्दों में कहा जाए तो डिजिटल सिग्नेचर इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से किया गया एक हस्ताक्षर होता है जो हमारी सहमति को प्रदर्शित करता है।

डिजिटल सिग्नेचर का महत्व (Digital Signature Importance)

तेजी से बढ़ते टेक्निकल दुनिया में डिजिटल सिग्नेचर ने भी अपनी जगह बनाई है। डिजिटल सिग्नेचर का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इसके मदद से हमें किसी भी Digital documents के बारे में पता चल सकता है कि ये असली है या नकली। आज के दौर में जहां सरकारी कार्यो का टेंडर हो या शॉपिंग, आयकर रीटर्न भरना कंपनी का पंजीकरण करना ये सभी चीजें डिजिटल होते जा रहे हैं और ऑनलाइन इंटरनेट की सहायता FBS कितना सुरक्षित है से किए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में Digital Signature का इस्तेमाल ज्यादा किया जा रहा है। किसी भी काम के लिए डिजिटल सिग्नेचर की सहायता से घर पर बैठे बैठे ही बड़ी ही आसानी से किया जा सकता है।

कितना सुरक्षित है डिजिटल सिग्नेचर (Digital Signature is safe)

अगर बात की जाए की डिजिटल सिग्नेचर कितना सुरक्षित है तो बता दें कि Digital Signature, Paper Signature के मुकाबले ज्यादा safe है क्योंकि Paper Signature को बड़ी आसानी से copy किया जा सकता है लेकिन Digital Signature में ऐसा कर पाना मुश्किल है। दरअसल ऐसा इसलिए क्योंकि इसे इस्तेमाल करने के लिए आवश्यक जानकारी जैसे पासवर्ड होती है जो सिर्फ उस व्यक्ति के पास होती है, जिसके यह डिजिटल हस्ताक्षर हैं। कोई अन्य व्यक्ति जिसे इस पासवर्ड की जानकारी नहीं है, वह किसी का भी डिजिटल हस्ताक्षर नहीं कर सकता है। जिसे की इतनी आसानी से कोई भी किसी का सिग्नेचर कॉपी नहीं कर सकता है। Digital Signature में एक बार किसी डॉक्यूमेंट या दस्तावेज़ पर डिजिटल सिग्नेचर करने के बाद उस दस्तावेज़ को बदला नहीं जा सकता है और ना ही डॉक्यूमेंट्स के साथ किसी प्रकार की छेड़खानी की जा सकती है। लेकिन अगर फिर भी ऐसा होता है तो सिस्टम उसे स्वीकार नहीं करेगा। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पेपर से ज्यादा अब डिजिटल सिग्नेचर सेफ है।

इंडिया-चाइना बार्डर क्लैश मोदी के लिए 2024 लोकसभा चुनाव में कितना अहम है? Godi Media से नहीं 'शाह' के Tweet से समझिए

India china Clash: 25 अप्रैल 2014 को अमित शाह द्वारा किये गये FBS कितना सुरक्षित है इस ट्वीट के बाद 7 अप्रैल से 12 12 मई 2014 तक 9 चरणों में भारत की सोलहवीं लोकसभा का चुनाव हुआ था। इसकी मतगणना 16 मई को हुई जिसमें मोदी को बहुमत मिला था। 2014 के बाद अब 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं.

India China Clash: अरूणाचल प्रदेश के तवांग में आज भारतीय सेना की चीनी फौज के साथ कुछ खटपट हुई। बार्डर पर दोनों पार्टियों के सैनिको की धक्कामुक्की में टीवी अखबार इस खबर से पटे पड़े हैं। डिबेट्स हो रही हैं। इस दौरान राज्यसभा में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने वक्तव्य दिया। विपक्ष ने बहस करनी चाही तो मना कर दिया गया, यह कहकर कि ये एक संवेदनशील मुद्दा है..सरकार प्रयास कर रही है।

टीवी चैनलों के एंकर अपने सामने किसी को बोलने नहीं दे रहे हैं। वे सरकार के खिलाफ एक भी शब्द सुनने को तैयार नहीं हैं। कुछ तो यहां तक कह रहे कि चीन का यार गांधी परिवार अब गोदी मीडिया की इस बात में कितनी सच्चाई है, वे तो वही जानों क्योंकि बीते 9 साल से सत्ता में नरेंद्र मोदी सरकार है। सवाल तो उनसे करना चाहिए, लेकिन जिसे सवाल करना चाहिए वो लोग प्रवक्ताओं से भी ज्यादा जिम्मेदारी निभा रहे। सरकार के प्रति।

इस बीच अमित शाह का पुराना ट्वीट हमें मिला। हालांकि ट्वीट का स्क्रीनशॉट है। यह ट्वीट अमित शाह ने अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस में खुद की बात छपने को लेकर किया है। 25 अप्रैल 2014 के इस ट्वीट में अखबार ने शाह के बिहाफ पर अपनी हैडिंग में लिखा है कि, 'अगर मोदी पीएम बनें तो पाक घुसपैठिए सीमा पार करने की हिम्मत नहीं करेंगे।' यह अमित शाह ने खुद ट्वीट किया है।

25 अप्रैल 2014 को अमित शाह द्वारा किये गये इस ट्वीट के बाद 7 अप्रैल से 12 12 मई 2014 तक 9 चरणों में भारत की सोलहवीं लोकसभा का चुनाव हुआ था। इसकी मतगणना 16 मई को हुई जिसमें मोदी को बहुमत मिला था। 2014 के बाद अब 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं। तब पाकिस्तान था अब चीन है। अमित शाह ने भी आज संसद के बाहर चीन को लेकर बयान दिया है।

शाह ने अपने दिये बयान में आज कहा कि हम किसी को अपनी एक इंच भी जमीन पर कब्जा नहीं करने देंगे। जबकि राजनाथ सिंह ने संसद में जो बयान दिया उस मुताबिक भारत के कुछ सैनिक घायल हुए हैं। रक्षामंत्री ने कहा कि, हमारा सभी सैनिक सुरक्षित हैं। हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। याद कीजिए जब एक जिले में सामूहिक मौतें होती हैं तो जिले का प्रशासनिक अमला उसे कम करने में जुट जाता है। फिर ये तो देश का बहुत बड़ा मसला है।

देश का मसला है। देश के 138 करोड़ लोगों का मसला है। तब जब सरकार पाकिस्तान की हो या फिर भारत की अपनी आवाम को संख्या और सच्चाई कम ही बताई जाती है। जिससे की जनता में अफवाह और गुस्सा ना भड़के। ऐसे में हो सकता है कि पिछली बार पाकिस्तान की तरह इस चीन का प्रयोग किया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हैट्रिक मारने वाला पीएम बनाने के लिए। यह तब और भी आसान है जब देश का मीडिया या तो जांच के नाम पर झूठ बोल रहा है या फिर बिकने के बाद सच बताना नहीं चाहता।

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