Coinbase latest filing: Customer assets could be at risk in case of bankruptcy. Indian crypto investors on exchanges also need to be aware of this. Unlike the stock market where stocks are held in a demat with a depository & have no broker risk, crypto with exchanges carry a risk — Nithin Kamath (@Nithin0dha) May 11, 2022
तेजी से गिर रही Crypto मार्केट के लिए क्रिप्टोकरेंसी रेगुलेशन के सख्त नियम जिम्मेदार?
केवल पिछले 24 घंटों में ही Terra की कीमत में 96 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन पिछले 7 दिनों में रिकॉर्ड स्तर तक नीचे गिर चुकी है
खास बातें
- सरकारें क्रिप्टो को अर्थव्यवस्था और सेफ्टी के लिहाज से मान रहीं खतरा
- मार्केट कैप के गिरते स्तर ने निवेशकों की चिंता को बढ़ा दिया है
- विश्वभर में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने की कवायद चल रही है
निवेशकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की चाल बड़ी चिंता का कारण बन गई है. टॉप डिजिटल टोकनों की कीमतें औंधे मुंह गिरने लगी हैं. पिछले 48 घंटों में टॉप क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं और मार्केट कैपिटलाइजेशन के नए स्तर ने निवेशकों की चिंता को बढ़ा दिया है.
कुछ दिन पहले तक जहां एक डिजिटल टोकन टॉप ग्रोथ करने वाले क्रिप्टो में शुमार था, अब कई ऐसे टोकन फिसल कर कई पायदान नीचे चले गए हैं. CoinMarketCap के आंकड़ें बताते हैं कि Terra (LUNA), जो कुछ दिन पहले टॉप क्रिप्टोकरेंसी में शामिल था, अब रैंकिंग में गिरकर 59वें स्थान पर पहुंच गया है. पिछले 7 दिनों में इसने अपनी वैल्यू का 99 प्रतिशत हिस्सा खो दिया है. केवल पिछले 24 घंटों में ही Terra की कीमत में 96 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है.
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन भी पिछले 7 दिनों में रिकॉर्ड स्तर तक नीचे गिर चुकी है और गिरावट का ये सिलसिला अभी थमता नहीं दिख रहा. गैजेट्स 360 क्रिप्टोकरेंसी प्राइस ट्रैकर पर बिटकॉइन हिस्ट्री कहती है कि पिछले 7 दिनों में बिटकॉइन की कीमत में 28 प्रतिशत की कमी आ चुकी है. TerraUSD (UST) पिछले 7 दिनों में 32 प्रतिशत नीचे आ चुका है. वहीं, बात पिछले 24 घंटों की करें तो UST डिजिटल करेंसी की कीमत में 18 प्रतिशत की कमी आ गई है.
इस बीच, Zerodh के को-फाउंडर नितिन कमात ने Coinbase Global से भारतीय निवेशकों को एक ट्वीट के जरिए सावधान किया है. कमात ने कहा कि कॉइनबेस की 2022 की पहली तिमाही में पिछले साल के मुकाबले रिवेन्यू इस बार 27 फीसदी कम रहा है और कंपनी को 43 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. ट्विटर पर पोस्ट के जरिए निवेशकों को सावधान करते हुए उन्होंने कहा कि कॉइनबेस अगर दिवालिया होती है तो निवेशकों के एसेट्स खतरे में पड़ सकते हैं. यह पोस्ट ऐसे समय में आई है जब क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आई गिरावट के बड़ी लहर से निवेशक पहले ही जूझ रहे हैं.
Coinbase latest filing: Customer assets could be at risk in case of bankruptcy. Indian crypto investors on exchanges also need to be aware of this. Unlike the stock market where stocks are held in a demat with a depository & have no broker risk, crypto with exchanges carry a risk
— Nithin Kamath (@Nithin0dha) May 11, 2022
यह भी पढ़ें
क्रिप्टोकरेंसी में इतनी बड़ी गिरावट का कारण क्या हो सकता है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि विश्वभर में क्रिप्टोकरेंसी को दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं? रेगुलेट करने की कवायद चल रही है. कुछ देशों ने इसे लीगल टेंडर के रूप में भी घोषित किया है जिनमें अल सल्वाडोर का नाम सबसे पहले आता है. अल सल्वाडोर के इस कदम के बारे में पिछले दिनों अपडेट आया था कि देश में बिटकॉइन को लीगल टेंडर घोषित करना फायदेमंद साबित होता नहीं दिख रहा है और लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रांजैक्शंस को तवज्जो नहीं दे रहे हैं.
मार्केट के जानकार इस गिरावट का कारण देशों की सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के लिए नकारात्मक भावना को मान रहे हैं. ग्लोबल लेवल पर अधिकतर देशों की सरकारें क्रिप्टो को अर्थव्यवस्था और सेफ्टी के लिहाज से खतरा मान रही हैं. ऐसा ही रुख भारतीय सरकार की ओर से भी अपनाया जाता दिख रहा है. 2022 के बजट में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रावधान भारत में है. इसके बाद अब खबर है कि जीएसटी परिषद भी क्रिप्टोकरेंसी पर 28 प्रतिशत टैक्स लगा सकती है. यह उतना ही टैक्स है जितना कि कसीनो, सट्टेबाजी और लॉटरी पर लिया जाता है. इसी कारण निवेशकों को क्रिप्टो में पैसा लगाना अब फायदे दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं? का सौदा नहीं लग रहा और वे एसेट्स को बेच रहे हैं जिससे मार्केट में लगातार गिरावट देखी जा रही है.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कितना सुरक्षित है? कितना है प्रॉफिट और क्या हैं रिस्क? यहां पढ़ें
Cryptocurrencies एक तरह का eCash या डिजिटल करेंसी है. इसे इंटरनेट पर इस्तेमाल के लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के जरिए क्रिएट किया जाता है. रुपये या डॉलर जैसी परंपरागत करेंसी की तरह आपको क्रिप्टोकरेंसी नोट या सिक्के में देखने को नहीं मिलेगी. आइए जानते हैं कि इसमें इंवेस्ट करना कितना सुरक्षित होता है.
लीगल स्टेटस के बारे में जानिए
वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी भारत और दुनिया के अधिकतर देशों में लीगल टेंडर नहीं है. इसकी वजह ये है कि इन क्वाइन्स को प्राइवेट तरीके से क्रिएट किया जा सकता है और इस बात को लेकर अभी स्पष्ट समझ विकसित नहीं हो पाई है कि इस करेंसी की वजह से किस तरह का दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं? बदलाव देखने को मिल सकता है. हालांकि, भारत में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश अवैध भी नहीं है. भारत में कई ऑनलाइन एक्सचेंज ऑपरेट कर रहे हैं, जिनके जरिए क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग और इंवेस्टमेंट किया जा सकता है.
कितना सुरक्षित है इसमें निवेश
अभी तक के ट्रेंड को देखा जाए तो क्रिप्टोकरेंसीज एक तरह से वोलाटाइल इंस्ट्रुमेंट हैं. इसका मतलब ये है कि इसमें काफी अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. अगर आप गारंटीड रिटर्न के लिए इसमें पैसे लगाने की सोच रहे हैं तो फिर ये इंवेस्टमेंट विकल्प आपके लिए नहीं है. हालांकि, अगर आप जोखिम ले सकते हैं तो आप इस तथ्य को ध्यान में रख सकते हैं कि पिछले साल कुछ माह में ही एक Bitcoin की कीमत 30,000 डॉलर से 60,000 डॉलर पर पहुंच गई थी.
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के फायदे
कई क्रिप्टोकरेंसीज निवेश के पारंपरिक माध्यम की तुलना में बेहतर रिटर्न दे देती हैं. कई लोगों ने पिछले साल इससे काफी अधिक पैसे बनाए. तब इसमें Bull Run देखने को मिला था. अप्रैल, 2020 में एक Bitcoin की कीमत 6,640 डॉलर पर थी और पिछले साल अप्रैल में एक बिटक्वाइन की कीमत 65,000 डॉलर पर पहुंच गई. इस तरह एक साल में ही लोगों को जबरदस्त मुनाफा हुआ.
इसमें निवेश करने के जोखिम
इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक क्रिप्टो मार्केट में जबरदस्त करेक्शन देखने को मिला है. अगर हम Bitcoin की ही बात करें तो यह एक बार 30,455.45 डॉलर के स्तर पर आ गया है. इस तरह आप देख सकते हैं कि इस एसेट में निवेश कितना जोखिम भरा है. इसके साथ दूसरी समस्या ये है कि आज के समय में इसे अधिकतर सामानों या सर्विसेज की खरीद के लिए यूज नहीं किया जा सकता है. क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार ने अब तक कोई रेग्युलेशन नहीं बनाया है, ऐसे में एक तरह का ट्रस्ट इश्यू भी देखने को मिलता है.
Cryptocurrency Investment: कितना सच है क्रिप्टोकरेंसी से एक झटके में अमीर बनने का सपना? फायदा होगा या नुकसान
Cryptocurrency Investment क्रिप्टोकरेंसी ने निवेश के लिए एक नया बाजार बनाया है। बिटकॉइन जैसी डिजिटल मुद्राओं के दाम 20000 डॉलर पहुंचने के साथ ही क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए पैसा बनाने का आकर्षक जरिया बन गई है। लेकिन एक रातों-रात अमीर बनने का यह सपना कितना सच है?
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। पिछले कुछ समय से क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के लिए निवेश का बहुत ही आकर्षक विकल्प बन रही है। नए निवेशक क्रिप्टोकरेंसी की तरफ तेजी से आकर्षित हो रहे हैं। ज्यादातर निवेशक इसकी चमक-दमक से अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
लेकिन चूंकि यह निवेश का एक नया तरीका है और इसका कोई निश्चित ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है तो ऐसे में यह जान लेना बहुत जरूरी है कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसमें निवेश करने से पहले आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
क्रिप्टोकरेंसी में निवेश
समझने वाली पहली महत्वपूर्ण बात यह है कि क्रिप्टोकरेंसी वित्तीय प्रणालियों और निवेश के आम तौर-तरीकों से काफी अलग है। हमारे देश में निवेश संबंधी तमाम नियम जो सुरक्षा प्रदान करते हैं, वह क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित व्यापार में हासिल नहीं होती, क्योंकि इन करेंसी के एक्सचेंज वर्चुअल होते हैं। शेयर बाजार में निवेश करते समय आपको पता होता है कि आप किसके साथ काम कर रहे हैं, आपका पैसा कहां जा रहा है या आपको बदले में क्या मिल रहा है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के निवेश में आपको ये सारी सहूलियत नहीं होती।
इसलिए अगर आप क्रिप्टो में निवेश करने जा रहे हैं तो इस बात पर लगातार नजर रखें कि क्रिप्टो मार्केट में क्या हो रहा है। आए दिन फंड घोटाले की खबरों को देखते हुए आपको इसकी जानकारी होनी बहुत जरूरी है। क्रिप्टो में निवेश से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि जिस निवेश विशेषज्ञ के साथ आप काम कर रहे हैं, वह पंजीकृत है। निवेश करने या न करने का निर्णय भावना में बहकर न लें।
स्कैम का कितना है खतरा
स्कैम की दुनिया के खिलाडियों को क्रिप्टो बहुत पसंद हैं, इसलिए धोखाधड़ी का गंभीर खतरा है। इससे सावधान रहें। नए लोग, जिनके पास अधिक जानकारी नहीं होती, वे स्कैमर्स के झांसे में आसानी से आ जाते हैं। जब किसी विशेष निवेश उत्पाद के बारे में बहुत अधिक चर्चा होती है, तो मंझे हुए व्यापारी ग्राहक से यह कहते हैं कि "हर कोई इसे खरीद रहा है"। यही हाल क्रिप्टो का है। बहुत सारी क्रिप्टोकरेंसी हैं जो वास्तविक नहीं हैं। जालसाजों ने क्रिप्टोकरेंसी क्षेत्र में लाभ की संभावना देखी है और उन्होंने लोगों के पैसे चुराने के लिए कुछ टोकन बनाए हैं। ये फर्जी डिजिटल टोकन भी तेजी से बढ़ रहे हैं।
विज्ञापन से प्रभावित न हों
आजकल कई सेलिब्रिटी भी सोशल मीडिया, रेडियो या टेलीविजन पर बिटकॉइन और अन्य टोकन की मार्केटिंग करते हुए नजर आ रहे हैं। आपको सलाह दी जाती है कि पूरी तरह से सेलिब्रिटी एंडोर्समेंट के आधार पर कोई निवेश निर्णय न लें। किसी सफल निवेशक को आंख मूंदकर फॉलो न करें।
इस मूल्यांकन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आप जिस सिक्के में निवेश कर रहे हैं, वह उन लोगों द्वारा समर्थित है, जो जानते हैं कि यह क्या है। इसे एक बुनियादी परीक्षा मानें। यह आपको एक ऐसी फर्म में निवेश करने से बचने में मदद कर सकती है जो केवल पैसा बनाने में दिलचस्पी रखती है।
जिम्मेदार और यथार्थवादी बनें
क्रिप्टो निवेश पोर्टफोलियो में हो तो सकता है लेकिन इसका जोखिम बहुत अधिक होता है। अपने पोर्टफोलियो का 10-20% क्रिप्टो में लगाएं, लेकिन सुनिश्चित करें कि जोखिम को कम करने के लिए आपके पोर्टफोलियो में विविधता बनी रहे। 1000 फीसद लाभ के चक्कर में न पड़ें। अपने निवेश के बारे में यथार्थवादी बनें ।
ब्लू चिप स्टॉक पर कितना भरोसा
अपने निवेश की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और लचीलेपन को बरकरार रखने के लिए बिटकॉइन, ऐथर, एलटीसी जैसे ब्लू चिप स्टॉक से चिपके रहें। आईसीओ नए पेनी स्टॉक हैं। यदि आप उच्च जोखिम वाले निवेश का खतरा उठा सकते हैं तो आईसीओ के लिए जा सकते हैं।
अगर खुद निवेश कर रहे हैं, तो याद रखें.
आपकी पर्सनल कुंजी निजी ही रहनी चाहिए। उसे किसी के साथ साझा न करें। प्रतिष्ठित एक्सचेंजों और पर्स का प्रयोग करें। अपने लाभ और हानि को ट्रैक करें। चूंकि क्रिप्टो वैश्विक करेंसी है और अभी तक 'वास्तविक निवेश' के रूप में इसकी पहचान नहीं की गई है, इसलिए इसका कोई भी स्वरूप आभासी हो सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी स्पेस आपको आकर्षक जरूर लग सकता है, लेकिन यह एक बहुत ही अस्थिर निवेश है। इसमें किसी भी समय डाउनफॉल का जोखिम रहता है। सबसे बड़ी बात है कि शुरुआत के बाद इसमें कई तरह के घोटाले और फर्जीवाड़े हो चुके हैं। ऐसे में आप इसमें निवेश तभी करें जब आपके पास इस बाजार की ठीक-ठाक जानकारी हो। अगर आप सुरक्षित निवेश चाहते हैं तो एसआईपी, म्यूचुअल फंड या शेयर बाजार में जा सकते हैं। उतार-चढ़ाव यहां भी हैं, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी वाली अनिश्चितता नहीं है।
तेजी से गिर रही Crypto मार्केट के लिए क्रिप्टोकरेंसी रेगुलेशन के सख्त नियम जिम्मेदार?
केवल पिछले 24 घंटों में ही Terra की कीमत में 96 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन पिछले 7 दिनों में रिकॉर्ड स्तर तक नीचे गिर चुकी है
खास बातें
- सरकारें क्रिप्टो को अर्थव्यवस्था और सेफ्टी के लिहाज से मान रहीं खतरा
- मार्केट कैप के गिरते स्तर ने निवेशकों की चिंता को बढ़ा दिया है
- विश्वभर में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने की कवायद चल रही है
निवेशकों के लिए क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की चाल बड़ी दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं? चिंता का कारण बन गई है. टॉप डिजिटल टोकनों की कीमतें औंधे मुंह गिरने लगी हैं. पिछले 48 घंटों में टॉप क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं और मार्केट कैपिटलाइजेशन के नए दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं? स्तर ने निवेशकों की चिंता को बढ़ा दिया है.
कुछ दिन पहले तक जहां एक डिजिटल टोकन टॉप ग्रोथ करने वाले क्रिप्टो में शुमार था, अब कई ऐसे टोकन फिसल कर कई पायदान नीचे चले गए हैं. CoinMarketCap के आंकड़ें बताते हैं कि Terra (LUNA), जो कुछ दिन पहले टॉप क्रिप्टोकरेंसी में शामिल था, अब रैंकिंग में गिरकर 59वें स्थान पर पहुंच गया है. पिछले 7 दिनों में इसने अपनी वैल्यू का 99 प्रतिशत हिस्सा खो दिया है. केवल पिछले 24 घंटों में ही Terra की कीमत में 96 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है.
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन भी पिछले 7 दिनों में रिकॉर्ड स्तर तक नीचे गिर चुकी है और गिरावट का ये सिलसिला अभी थमता नहीं दिख रहा. गैजेट्स 360 क्रिप्टोकरेंसी प्राइस ट्रैकर पर बिटकॉइन हिस्ट्री कहती है कि पिछले 7 दिनों में बिटकॉइन की कीमत में 28 प्रतिशत की कमी आ चुकी है. TerraUSD (UST) पिछले 7 दिनों में 32 प्रतिशत नीचे आ चुका है. वहीं, बात पिछले 24 घंटों की करें तो UST डिजिटल करेंसी की कीमत में 18 प्रतिशत की कमी आ गई है.
इस बीच, Zerodh के को-फाउंडर नितिन कमात ने Coinbase Global से भारतीय निवेशकों को एक ट्वीट के जरिए सावधान किया है. कमात ने कहा कि कॉइनबेस की 2022 की पहली तिमाही में पिछले साल के मुकाबले रिवेन्यू इस बार 27 फीसदी कम रहा है और कंपनी को 43 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. ट्विटर पर पोस्ट के जरिए निवेशकों को सावधान करते हुए उन्होंने कहा कि कॉइनबेस अगर दिवालिया होती है तो निवेशकों के एसेट्स खतरे में पड़ सकते हैं. यह पोस्ट ऐसे समय में आई है जब क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में आई गिरावट के बड़ी लहर से निवेशक पहले ही जूझ रहे हैं.
Coinbase latest filing: Customer assets could be at risk in case of bankruptcy. Indian crypto investors on exchanges also need to be aware of this. Unlike the stock market where stocks are held in a demat with a depository & have no broker risk, crypto with exchanges carry a risk
— Nithin Kamath (@Nithin0dha) May 11, 2022
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क्रिप्टोकरेंसी में इतनी बड़ी गिरावट का कारण क्या हो सकता है? एक्सपर्ट्स का कहना है कि विश्वभर में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने की कवायद चल रही है. कुछ देशों ने इसे लीगल टेंडर के रूप में भी घोषित किया है जिनमें अल सल्वाडोर का नाम सबसे पहले आता है. अल सल्वाडोर के इस कदम के बारे में पिछले दिनों अपडेट आया था कि देश में बिटकॉइन को लीगल टेंडर घोषित करना फायदेमंद साबित होता नहीं दिख रहा है और लोग क्रिप्टोकरेंसी में ट्रांजैक्शंस को तवज्जो नहीं दे रहे हैं.
मार्केट के जानकार इस गिरावट का कारण देशों की सरकार द्वारा क्रिप्टोकरेंसी के लिए नकारात्मक भावना को मान रहे हैं. ग्लोबल लेवल पर अधिकतर देशों की सरकारें क्रिप्टो को अर्थव्यवस्था और सेफ्टी के लिहाज से खतरा मान रही हैं. ऐसा ही रुख भारतीय सरकार की ओर से भी अपनाया जाता दिख रहा है. 2022 के बजट में क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली आय पर 30 प्रतिशत टैक्स लगाने का प्रावधान भारत में है. इसके बाद अब खबर है कि जीएसटी परिषद भी क्रिप्टोकरेंसी पर 28 प्रतिशत टैक्स लगा सकती है. यह उतना ही टैक्स है जितना कि कसीनो, सट्टेबाजी और लॉटरी पर लिया जाता है. इसी कारण निवेशकों को क्रिप्टो में पैसा लगाना अब फायदे का सौदा नहीं लग रहा और वे एसेट्स को बेच रहे हैं जिससे मार्केट में लगातार गिरावट देखी जा रही है.
Dogecoin Price India INR: डॉजक्वाइन की कीमत में पांच फीसदी की गिरावट, जानें टूटकर कितनी रह गई इस क्रिप्टोकरेंसी की बाजार वैल्यू
Dogecoin Price in India Today: मंगलवार को दुनिया की शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल डॉजक्वाइन की कीमत में 5.04 फीसदी की कमी आई और इसकी कीमत घटकर 10.39 रुपये पर पहुंच गई। इस कीमत पर डॉजक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 1.4 खरब रुपये पर आ गया है।
बिटक्वाइन समेत दुनिया भर की क्रिप्टोकरेंसी में नए साल की शुरुआत के बाद से गिरावट देखने को मिल रही है। कुछ क्रिप्टोकरेंसी को छोड़ दें तो ज्यादातर के दाम घट चुके हैं। इस बीच डॉजक्वाइन में भी गिरावट देखने को मिल रही है। मंगलवार को इसकी कीमत में 5.04 फीसदी की कमी आई और इसकी कीमत घटकर 10.39 रुपये पर पहुंच गई। इस कीमत पर डॉजक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 1.4 खरब रुपये पर आ गया है। दुनिया की शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल डॉजक्वाइन (Dogecoin) के साल 2021 के अंत तक एक डॉलर को पार करने का अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन अब जबकि साल खत्म हो चुका है और 2022 चालू हो चुका है तो क्रिप्टो विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस नए साल में इसकी कीमत में तेज वृद्धि देखने को मिलेगी।
2025 तक एक डॉलर से अधिक होगी इसकी कीमत
विशेषज्ञों के एक पैनल ने वर्ष के अंत के साथ-साथ 2025 और 2030 में डॉजक्वाइन के लिए अपने मूल्य पूर्वानुमान को साझा किया है। साल 2025 तक इसकी कीमत 1.21 डॉलर यानी 90.75 रुपये पर पहुंच सकती है। वहीं साल 2030 तक यह 3.60 डॉलर यानी 270 रुपये का स्तर छू सकती है।
जल्द लोकप्रिय हासिल की इस डिजिटल मुद्रा ने
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर कई ट्वीट पोस्ट किए कि डॉजक्वाइन उनका पसंदीदा सिक्का है। इससे यह डिजिटल मुद्रा तेजी से लोकप्रिय होती गई। कई नामी हस्तियों ने इसमें पैसा लगा रखा है, इसलिए इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। नौ फरवरी 2021 के दिन ही डॉजक्वाइन का मूल्य एकाएक 31 फीसदी बढ़ गया था। तब एलन मस्क और मशहूर रैपर स्नूप डॉग ने इसको लेकर ट्वीट किया था। फरवरी की शुरुआत में क्लबहाउस में उन्होंने यह भी कहा था की डॉजकॉइन यकीनन पूरी धरती के लिए भविष्य की करेंसी है।
क्या है डॉजक्वाइन?
डॉजक्वाइन (DOGE) इंटरनेट मीम पर आधारित है और इसके लोगो पर Shiba Inu अंकित है। इस ओपन सोर्स डिजिटल मुद्रा का निर्माण पोर्टलैंड के बील्ली मारकुस और सिडनी के ऑरेगोन एवं जैक्सन पाल्मर ने किया। दुनिया में कितनी क्रिप्टो करेंसी हैं? डॉजक्वाइन के रचनाकारों ने इसे एक मजेदार, हल्के-फुल्के क्रिप्टोकरेंसी के रूप में परिकल्पित किया, जो कि कोर बिटक्वाइन दर्शकों से अधिक अपील करेगा, क्योंकि यह डॉज मीम पर आधारित था।
डॉजक्वाइन खरीदने की यह है प्रक्रिया
आप डॉजक्वाइन faucet से अपना डॉजक्वाइन प्राप्त कर सकते हैं। डॉजक्वाइन faucet एक वेबसाइट है जो आपको मुद्रा के परिचय के रूप में थोड़ी मात्रा में डॉजक्वाइन मुफ्त में देगी, ताकि आप डॉजक्वाइन समुदायों में बातचीत शुरू कर सकें। आप किसी भी एक्सचेंज में डॉजक्वाइन खरीद या बेच सकते हैं जो डिजिटल मुद्रा प्रदान करता है, इसे एक्सचेंज पर या डॉजक्वाइन वॉलेट में स्टोर करता है।
विस्तार
बिटक्वाइन समेत दुनिया भर की क्रिप्टोकरेंसी में नए साल की शुरुआत के बाद से गिरावट देखने को मिल रही है। कुछ क्रिप्टोकरेंसी को छोड़ दें तो ज्यादातर के दाम घट चुके हैं। इस बीच डॉजक्वाइन में भी गिरावट देखने को मिल रही है। मंगलवार को इसकी कीमत में 5.04 फीसदी की कमी आई और इसकी कीमत घटकर 10.39 रुपये पर पहुंच गई। इस कीमत पर डॉजक्वाइन क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 1.4 खरब रुपये पर आ गया है। दुनिया की शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में शामिल डॉजक्वाइन (Dogecoin) के साल 2021 के अंत तक एक डॉलर को पार करने का अनुमान लगाया जा रहा था। लेकिन अब जबकि साल खत्म हो चुका है और 2022 चालू हो चुका है तो क्रिप्टो विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस नए साल में इसकी कीमत में तेज वृद्धि देखने को मिलेगी।
2025 तक एक डॉलर से अधिक होगी इसकी कीमत
विशेषज्ञों के एक पैनल ने वर्ष के अंत के साथ-साथ 2025 और 2030 में डॉजक्वाइन के लिए अपने मूल्य पूर्वानुमान को साझा किया है। साल 2025 तक इसकी कीमत 1.21 डॉलर यानी 90.75 रुपये पर पहुंच सकती है। वहीं साल 2030 तक यह 3.60 डॉलर यानी 270 रुपये का स्तर छू सकती है।
जल्द लोकप्रिय हासिल की इस डिजिटल मुद्रा ने
इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर कई ट्वीट पोस्ट किए कि डॉजक्वाइन उनका पसंदीदा सिक्का है। इससे यह डिजिटल मुद्रा तेजी से लोकप्रिय होती गई। कई नामी हस्तियों ने इसमें पैसा लगा रखा है, इसलिए इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है। नौ फरवरी 2021 के दिन ही डॉजक्वाइन का मूल्य एकाएक 31 फीसदी बढ़ गया था। तब एलन मस्क और मशहूर रैपर स्नूप डॉग ने इसको लेकर ट्वीट किया था। फरवरी की शुरुआत में क्लबहाउस में उन्होंने यह भी कहा था की डॉजकॉइन यकीनन पूरी धरती के लिए भविष्य की करेंसी है।
क्या है डॉजक्वाइन?
डॉजक्वाइन (DOGE) इंटरनेट मीम पर आधारित है और इसके लोगो पर Shiba Inu अंकित है। इस ओपन सोर्स डिजिटल मुद्रा का निर्माण पोर्टलैंड के बील्ली मारकुस और सिडनी के ऑरेगोन एवं जैक्सन पाल्मर ने किया। डॉजक्वाइन के रचनाकारों ने इसे एक मजेदार, हल्के-फुल्के क्रिप्टोकरेंसी के रूप में परिकल्पित किया, जो कि कोर बिटक्वाइन दर्शकों से अधिक अपील करेगा, क्योंकि यह डॉज मीम पर आधारित था।
डॉजक्वाइन खरीदने की यह है प्रक्रिया
आप डॉजक्वाइन faucet से अपना डॉजक्वाइन प्राप्त कर सकते हैं। डॉजक्वाइन faucet एक वेबसाइट है जो आपको मुद्रा के परिचय के रूप में थोड़ी मात्रा में डॉजक्वाइन मुफ्त में देगी, ताकि आप डॉजक्वाइन समुदायों में बातचीत शुरू कर सकें। आप किसी भी एक्सचेंज में डॉजक्वाइन खरीद या बेच सकते हैं जो डिजिटल मुद्रा प्रदान करता है, इसे एक्सचेंज पर या डॉजक्वाइन वॉलेट में स्टोर करता है।
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