मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस

देश का सबसे बड़ा कर्जदाता स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) किसानों के लिए आसान मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस शर्तों पर कर्ज उपलब्‍घ कराने के लिए एक नए लोन प्रोडक्‍ट को लॉन्‍च करने की योजना बना रहा है। बैंक के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि सफल नाम से लॉन्‍च किए जाने वाले लोन प्रोडक्‍ट 'सफल' (SAFAL) मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस के तहत अब तक कोई कर्ज नहीं लेने वाले (NO Credit History) जैविक कपास उत्पादक (Organic Cotton Growers) को आसान शर्तों पर कर्ज उपलब्‍ध कराया जाएगा। एसबीआई के प्रबंध निदेशक सीएस सेट्टी (MD CS Setty) ने फिक्‍की (FICCI) की फिनटेक कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि देश का सबसे बड़ा कर्जदाता कारोबार पैदा करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) का बड़े पैमाने पर इस्‍तेमाल कर रहा है. हम अपने रिटेल सेगमेंट (Retail Segment) से मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस बाहर निकलकर किसानों (Farmers) तक पहुंचना चाहते हैं। इस समय हम ना सिर्फ क्रॉप लोन (Crop Loans) दे रहे हैं, बल्कि जल्‍द ही सेफ एंड फास्‍ट एग्रीकल्‍चर लोन (SAFAL) लॉन्‍च करने वाले हैं। सेट्टी ने कहा कि एक कंपनी जैविक कपास उत्‍पादकों का डाटाबेस तैयार करेगी। उन्‍होंने कहा, 'इस डाटाबेस की मदद से दुनिया का कोई भी खरीदार आसानी से पता कर सकेगा कि किसान वास्‍तव में जैविक कपास पैदा कर रहा है या नहीं। हम मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस कपास उत्‍पादकों का डाटा लेकर उन्‍हें कर्ज की सुविधा उपलब्‍ध कराएंगे क्‍योंकि उनकी कोई क्रेडिट हिस्‍ट्री नहीं है। ' उन्‍होंने कहा कि कपास उत्‍पादकों को क्रॉप लोन नहीं दिया जाता है, लेकिन अब हम उन्‍हें ये सुविधा देंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का उदाहरण देते हुए सेट्टी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान बैंक 17 लाख प्री-अप्रूव्‍ड लोन बांट चुका है।

स्रोत- न्यूज़ 18, प्रिय किसान भाइयों यदि आपको दी गयी जानकारी उपयोगी लगी तो इसे लाइक करें और अपने अन्य किसान मित्रों के साथ शेयर करें धन्यवाद।

Sass News

ओके क्रेडिट एप और रोबोट की मदद से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक को विकासित करने वाले आईआईटी कानपुर के पांच छात्रों को फोर्ब्स की 30 अंडर 30 एशिया की सूची में शामिल किया गया है। इस कामयाबी पर आईआईटी निदेशक प्रो.अभय करंदीकर और डीन ऑफ एल्युमिनाई एसोसिएशन प्रो.जयंत कुमार सिंह ने बधाई दी है।

2014 बैच के मैटेरियल साइंस एंड इंजीनियरिंग के आदित्य प्रसाद, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के गौरव कुमार व हर्ष पोखरना और 2017 बैच के मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने 22 देशों के करीब 3500 प्रतिभागियों के बीच यह कामयाबी हासिल की है। फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया में 10 कैटेगरी निर्धारित थीं।

आईआईटी कानपुर के तीन पूर्व छात्र फाइनेंस एंड वेंचर कैपिटल और दो पूर्व छात्रों को इंडस्ट्रीज मैनुफैक्चरिंग एंड एनर्जी कैटेगरी में शामिल किया गया है। आदित्य प्रसाद, गौरव कुमार व हर्ष पोखरना ने आईआईटी से पास होने के बाद एक कंपनी बनाई। 25 अगस्त 2017 को बिजनेसमैन और कारोबारियों के लिए ओके क्रेडिट नाम से एप लांच किया।

इस एप का प्रयोग करने वाले बिजेसमैन को बही खाता, कलम की जरूरत नहीं पड़ती है। अब तक 10 करोड़ से अधिक लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके हैं। इसके चलते उनके नाम फोर्ब्स की फाइनेंस एंड वेनचर कैपिटेल कैटेगिरी में शामिल किया गया है। वहीं, निखिल कुरेले और हर्षित राठौर ने नोक्का रोबोटिक्स नाम से कंपनी बनाई।

दोनों पूर्व छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस मशीन लर्निंग पर आधारित रोबोट की सहायता से सोलर पैनल के रखरखाव की तकनीक विकसित की है। उनकी इस उपलब्धि पर उनके नाम फोर्ब्स की इंडस्ट्री मैन्यूफैक्चर इनर्जी कैटेगिरी में शामिल किया गया है। दोनों ही पूर्व छात्र इस समय आईआईटी के विशेषज्ञों के सहयोग से पोर्टेबल वेंटीलेटर तैयार कर रहे।

एमएसडीएसएम के पहले बैच की हुई शुरुआत

आईआईएम इंदौर का लक्ष्य एक प्रासंगिक बिजनेस स्कूल बने रहना है जो सभी के लिए विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करता है। अपने मिशन के अनुरूप, संस्थान ने पहला मास्टर डिग्री प्रोग्राम शुरू करने के लिए आईआईटी इंदौर के साथ सहयोग किया है। डेटा साइंस एंड मैनेजमेंट में दो वर्षीय मास्टर ऑफ साइंस एक ऑनलाइन पाठ्यक्रम है जो 15 घंटे के लाइव सत्र और कुल 900 घंटे शिक्षण की पेशकश करता है। पाठ्यक्रम को कुशल डेटा वैज्ञानिकों और विश्लेषकों की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया है जो एक संगठन की सफलता में योगदान दे सकते हैं। पाठ्यक्रम का ऑनलाइन उद्घाटन 21 मार्च, 2022 को प्रो. हिमाँशु राय, निदेशक, आईआईएम इंदौर; प्रो. सुहास जोशी, निदेशक, आईआईटी इंदौर; प्रो. नीलेश कुमार जैन, पूर्व कार्यवाहक निदेशक और संकाय, आईआईटी इंदौर; प्रो. अमित वत्स, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर-आईआईएम इंदौर और प्रो. परिमल कर, प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर-आईआईटी इंदौर की उपस्थिति में हुआ।

प्रो. हिमाँशु राय ने इस पाठ्यक्रम के शुभारंभ पर प्रसन्नता व्यक्त की और नए बैच का स्वागत किया। उन्होंने VUCA (Volatility, Uncertainity, Complexity, Ambiguity) – अर्थात अस्थिरता, अनिश्चितता, जटिलता और अस्पष्टता की दुनिया में चुनौतियों को कैसे पार पाया जा सकता है, इस पर विचार साझा किए। 'दृष्टिकोण यानि विज़न से अस्थिरता का मुकाबला किया जा सकता है। दुनिया अस्थिरता का सामना कर रही है, और इसे केवल दूरदृष्टि रखने से ही दूर किया जा सकता है। डेटा की उपलब्धता को सार्थकता में कैसे परिवर्तित किया जाए, यही इस पाठ्यक्रम की उत्पत्ति का सार है, और आपकी दृष्टि आपको इस पाठ्यक्रम के ज़रिए सीखने और अपनी शिक्षा का उचित उपयोग करने में मदद करेगी’। उन्होंने प्रतिभागियों को अपनी दृष्टि में कल्पना जोड़ने और एक ऐसी दुनिया बनाने की दिशा में काम करने की सलाह दी जिसका वे हिस्सा बनना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 'अनिश्चितता' का एक दूसरे को 'समझने' अर्थात अंडरस्टैंडिंग से सामना किया जा सकता है। ‘आप संस्थानों के प्रतिभाशाली संकाय सदस्यों से अपार ज्ञान प्राप्त करेंगे; हालाँकि, आप अपने साथियों के साथ बातचीत के माध्यम से जो शिक्षा अर्जित करेंगे, वह अद्भुत अनुभव होगा’। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रतिभागियों ने 'साहस' यानि करेज के माध्यम से 'जटिलता' को हराने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'साहस सबसे महत्वपूर्ण मूल्यों में से एक है, क्योंकि यदि आप साहसी नहीं हैं, तो आपके पास कोई अन्य मूल्य नहीं हो सकता है’। उन्होंने प्रतिभागियों को 'अनुकूलता और चपलता' (एडाप्टेबिलिटी और एजिलिटी) द्वारा 'अस्पष्टता' का मुकाबला करने की सलाह दी। 'यह दुनिया तेजी से बदल रही है। आपको दुनिया की नई वास्तविकताओं के अनुकूल होने की जरूरत है, क्योंकि आने वाले वर्षों में सफलता न केवल योग्यतम के लिए अपितु सबसे फुर्तीले और वातावरण के अनुसार स्वयं को ढालने वाले के लिए उपलब्ध होगी ', उन्होंने कहा।

आईआईटी इंदौर के निदेशक प्रो. सुहास जोशी ने कहा कि व्यवसायों को महामारी के बाद के परिदृश्य में प्रबंधन और डेटा विज्ञान उपकरण और तकनीकों में कुशल कार्यबल की आवश्यकता है। 'इस प्रकार, दो प्रमुख संस्थानों द्वारा पेश किया गया यह व्यापक पाठ्यक्रम व्यावसायिक ज्ञान और तकनीकी कौशल, दोनों पर केंद्रित है’, उन्होंने कहा। प्रो. नीलेश जैन ने भी कार्यक्रम के महत्व और इस कार्यक्रम के विचार की उत्पत्ति पर अपने विचार साझा किए। पाठ्यक्रम के चार स्तंभों, डेटा, उद्यम रणनीति, प्रौद्योगिकी और लोगों पर ध्यान केंद्रित करेगा। उन्होंने कहा कि यह सुदृढ़ता से तैयार किया गया पाठ्यक्रम व्यवसाय चलाने के कई क्षेत्रों में प्रतिभागियों की सहायता करेगा।

विशाल डेटा को बेहतर व्यावसायिक निर्णयों में बदलने की क्षमता, प्रत्येक व्यवसाय के लिए सफलता प्राप्त करने और बाज़ार में अपनी जगह बनाए रखने की कुंजी है। आईआईएम इंदौर और आईआईटी इंदौर के संकाय सदस्यों द्वारा आयोजित यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों को उन क्षेत्रों की पहचान करने में सहायता करेगा जहां डेटा विज्ञान मूल्य जोड़ सकता है और एल्गोरिदम डेवलपर्स और डेटा विश्लेषकों को जानकारी प्रदान कर सकता है, जिससे व्यापार प्रभाव उत्पन्न करने में योगदान मिलता है। पाठ्यक्रम में मशीन लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सप्लाई चैन मैनेजमेंट, फाइनेंस मैनेजमेंट, डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज और स्टैटिस्टिकल मेथड्स, एचआरएम,स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट, इनफार्मेशन सिस्टम्स, एथिक्स आदि पर सत्र शामिल हैं। इस पाठ्यक्रम के पहले बैच के लिए देश भर से कुल 41 प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया है।

छंटनी के माहौल में SAMSUNG का बड़ा ऐलान, इस काम के लिए 1000 नए इंजीनियर्स की होगी भर्ती

वैश्विक स्तर पर अलग-अलग सेक्टर से आ रही छंटनी की खबरों के बीच सैमसंग इंडिया ने नई भर्तियों का ऐलान किया है। कंपनी देशभर में फैले अपने रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (आरएंडडी) के लिए लगभग 1,000 नए इंजीनियर्स की भर्ती करेगी। ये भर्तियां बेंगलुरु, नोएडा, दिल्ली में स्थित आरएंडडी इंस्टीट्यूट में होगी। नए साल में भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

क्या करेंगे कर्मचारी: मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, इमेज प्रोसेसिंग, आईओटी, कनेक्टिविटी, क्लाउड, बिग डेटा, बिजनेस इंटेलिजेंस, प्रेडिक्टिव एनालिसिस, कम्युनिकेशन नेटवर्क्स, सिस्टम ऑन ए चिप (SoC) और स्टोरेज सॉल्यूशंस पर काम करने के लिए हायर किया जाएगा।

आईआईटी जैसे टॉप इंस्टिट्यूशन के छात्र मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस होंगे शामिल

सैमसंग इंडिया में ह्यूमन रिसोर्स के हेड समीर वाधवन ने कहा कि सैमसंग के आरएंडडी सेंटर्स का लक्ष्य भारत के टॉप इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट्स से नए टैलेंट को हायर करना है, जो बड़े बदलाव लाने वाले इनोवेशन, टेक्नोलॉजीज, प्रोडक्ट्स और डिजाइनों पर काम करेंगे। नए इंजीनियरों की भर्ती प्रक्रिया में सैमसंग आर एंड डी सेंटर अपने लिए आईआईटी मद्रास, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी रुड़की, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईटी गुवाहाटी, आईआईटी बीएचयू जैसे टॉप आईआईटी से लगभग 200 इंजीनियरों को हायर करेगा। इसके अलावा सैमसंग आर एंड डी सेंटर्स ने आईआईटी और अन्य टॉप इंस्टीट्यूट्स के छात्रों को 400 से अधिक प्री प्लेसमेंट ऑफर (PPO) भी दिया है।

सैमसंग रिसर्च सेंटर्स ने 7,500 से अधिक पेटेंट किए दाखिल

भारत में सैमसंग रिसर्च सेंटर्स ने मल्टी-कैमरा सॉल्यूशंस, टेलीविजन, डिजिटल एप्लिकेशंस, 5G, मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस 6G और अल्ट्रा-वाइडबैंड वायरलेस कम्यूनिकेशन्स प्रोटोकॉल जैसे क्षेत्रों में 7,500 से अधिक पेटेंट दाखिल किए हैं। इनमें से कई पेटेंटों का कमर्शियल यूज सैमसंग के फ्लैगशिप गैलेक्सी स्मार्टफोन्स, स्मार्टवॉच और नेटवर्क इक्विपमेंट सहित अन्य में किया गया है। बीते कुछ सालों से भारत में सैमसंग के आरएंडडी सेंटर्स ने पेटेंट दाखिल करने का एक मजबूत कल्चर तैयार किया है।

मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस

Contactless-Debit-Card-Visa

यूनियन बैंक का रुपे कॉम्बो डेबिट सह क्रेडिट कार्ड

यूनियन बैंक का रुपे कॉम्बो मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस डेबिट सह क्रेडिट कार्ड रुपे अंतर्राष्ट्रीय टू-इन-वन कार्ड है, जो कि कार्डधारक को आसान, लचीली डेबिट/क्रेडिट सुविधा के लिए एक भौतिक कार्ड चुनने की स्वतंत्रता प्रदान करता है तथा कार्डधारक को दो कार्ड रखने की आवश्यकता नहीं होती है.

कार्डधारक को क्रेडिट और डेबिट कार्ड सुविधा में से किसी एक का चयन करने हेतु दो अलग –अलग कार्ड नंबर, दो अलग चिप्स, दो अलग मैग्नेटिक स्ट्रिप और दो अलग सीवीवी नंबर उपलब्ध हैं. कार्डधारक को डेबिट कार्ड के लिए अलग ग्रीन पिन जनरेट करना होगा, जिसे बैंक की वेबसाइट www.unionbankofindia.co.in से जनरेट किया जा सकता है. डेबिट या क्रेडिट कार्ड का चुनाव करने के लिए कार्ड के दोनों क्षैतिज छोरों पर संकेत उपलब्ध हैं.

कार्डधारक कॉम्बो कार्ड का उपयोग अपने बैंक खाते से जुड़े डेबिट कार्ड की तरह करने के लिए एटीएम /पॉस मशीन कार्ड रीडर में “डेबिट कार्ड “ साइड से डालकर स्वाइप कर सकते हैं एवं एटीएम में वित्तीय एवं गैर–वित्तीय लेनदेन/पॉंस मशीन से खरीददारी के लिए अपना डेबिट कार्ड का पिन नंबर दर्ज करें. डेबिट कार्ड के द्वारा किए गए लेनदेन कार्डधारक के बैंक खाता विवरण में दिखाई देंगे.

ई-कॉमर्स (ऑनलाइन) लेनदेन करने के लिए, मर्चंट वेबसाइट/मोबाइल एप पर डेबिट कार्ड से लेनदेन करने हेतु कार्ड धारक को डेबिट कार्ड का विवरण जैसे “डेबिट कार्ड नंबर, अवधि समाप्त होने की तिथि, सीवीवी एवं ओटीपी” और क्रेडिट कार्ड से लेनदेन करने हेतु “क्रेडिट कार्ड नंबर, अवधि समाप्त होने की तिथि, सीवीवी एवं ओटीपी” दर्ज करना होगा. लेनदेन का सत्यापन करने के लिए कार्डधारक को पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) दर्ज करना होगा.

यूनियन बैंक रूपे कॉम्बो डेबिट सह क्रेडिट कार्ड की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं:

रुपए डेबिट प्लैटिनम

रुपए क्रेडिट सिलेक्ट

25 से अधिक अंतेर्देशीय लाउंज और 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय लाउंज पर मुफ्त लाउंज सुविधा

25 से अधिक अंतेर्देशीय लाउंज और 500 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय लाउंज पर मुफ्त लाउंज सुविधा

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