मेरे लिए, मुझे उपरोक्त सभी की आवश्यकता थी क्योंकि मैं हाल ही में एक जिउजित्सु टूर्नामेंट की तैयारी कर रहा था। दुर्भाग्य से, जब तक मेरे पास फिट बिज़ में है, मैं जिद्दी मानसिकता पर कायम रहा कि मैं अभी भी अपने दम पर ऐसा कर सकता था – यहां तक कि दो दशकों के अधूरे प्रशिक्षण टेम्प्लेट के ठीक विपरीत साबित होने के बावजूद।
PM Kisan Yojana Registration: अगर आपको 2000 रूपये नहीं मिल रहे तो, जल्दी करें ये काम
PM Kisan Yojana Registration: प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने हेतु विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है उसी प्रकार से वर्ष 2019 में छोटे और सीमांत किसानों को सहायता प्रदान करने हेतु प्रधानमंत्री जी के द्वारा एक बड़ा ही लाभकारी योजना का प्रारंभ किया गया था उस योजना का नाम है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की सहायता से सभी किसानों को प्रत्येक वर्ष 3 किस्तों में ₹6000 की राशि प्रदान की जाती है। अगर आप भी पीएम किसान योजना के लाभार्थी हैं तो आपको इस योजना का न्यू रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता है। PM Kisan Yojana के माध्यम से प्रत्येक 4 माह में ₹2000 की किस्त प्राप्त करने के लिए सभी किसान भाइयों को पीएम किसान योजना रजिस्ट्रेशन कराने की आवश्यकता है जिसकी संपूर्ण प्रक्रिया इस लेख में प्रदान की गई है इसलिए सभी उम्मीदवार इस लेख को अंतिम तक अवश्य पढ़ें।
PM Kisan Yojana Registration
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएम किसान योजना का लाभ हमारे देश के लगभग 12 करोड़ किसान भाइयों के लिए प्रदान दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प किया जा रहा है। अगर आप भी इस योजना के लाभार्थी हैं और अभी तक इस योजना का पंजीकरण नहीं करवाया है तो जल्द से जल्द PM Kisan Yojana का पंजीकरण करवाएं। पंजीकरण करने से पूर्व सभी उम्मीदवारों के लिए पंजीकरण के लिए प्रयोग होने वाले पात्रता एवं आवश्यक दस्तावेजों की जांच कर लेनी चाहिए क्योंकि पंजीकरण प्रक्रिया पूर्ण करते समय आपको किसी भी बात की चिंता दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प करने की आवश्यकता ना हो |
PM Kisan Yojana Registration कराने के लिए सभी उम्मीदवारों को आधार से जुड़ा बैंक खाता नंबर, आधार नंबर और पैन कार्ड नंबर कुछ सामान्य दस्तावेजो की आवश्यकता हो सकती है। दस्तावेजों का प्रयोग करके आप सभी आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाकर न्यू रजिस्ट्रेशन विकल्प का चयन करके सफलता पूर्वक रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को समाप्त कर सकते हैं।
पीएम किसान योजना अगली किस्त 2023
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को 17 अक्टूबर 2022 को सफलतापूर्वक 12वीं किस्त के माध्यम से ₹2000 की राशि को ट्रांसफर कर दिया गया है। यह राशि सफलतापूर्वक ट्रांसफर हो जाने के पश्चात सभी उम्मीदवारों के खाते में जल्द ही आगामी दिसंबर 2022 के अंतिम सप्ताह में पीएम किसान 13वीं किस्त का भुगतान किया जाएगा।
अगली किस्त की राशि प्राप्त करने के लिए सभी उम्मीदवारों को आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर पीएम किसान योजना न्यू रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक है। फैशन करवाने के पश्चात सभी उम्मीदवारों को ई केवाईसी अपडेट प्रक्रिया 2023 को भी पूर्ण करना होगा तत्पश्चात आप सभी उम्मीदवारों के खाते में सफलतापूर्वक PM Kisan Yojana के माध्यम से ₹2000 की राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी।
पेंशन लाभार्थियों को 31 दिसम्बर 2022 तक वार्षिक भौतिक सत्यापन करवाना अनिवार्य
श्रीगंगानगर। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में सरलीकरण एवं ऑटो अप्रूवल का कुछ स्थानों पर दुरुपयोग होने की शिकायतें प्राप्त होने के पश्चात अब विभाग द्वारा आवेदन के समय प्रार्थी का बायोमैट्रिक सत्यापन आवश्यक कर दिया है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक श्री सुरेन्द्र कुमार पूनिया ने बताया कि विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार विगत दिनों में विभिन्न स्रोतों के द्वारा यह जानकारी प्राप्त हो रही है कि अनेक जिलों में पेंशनर्स की मृत्यु उपरांत उसके मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त कर उसका वार्षिक सत्यापन कर लिया जाता है तथा मृतक व्यक्ति के मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी के आधार पर भौतिक सत्यापन करवाकर पेंशन की राशि गलत तरीके से प्राप्त की जाती रही है।
कतिपय अपात्रा व्यक्तियों द्वारा योजना का दुरुपयोग एवं अनुचित लाभ लेने के प्रकरणों के रोकथाम तथा अनियमितताओं को रोकने के लिए ओटीपी के माध्यम से सत्यापन के स्थान पर बायोमैट्रिक सत्यापन के दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प माध्यम से पेंशन स्वीकृत करने की निर्देश जारी किए गए हैं। साथ ही अनियमितता रोकथाम के लिए विभाग द्वारा इस वर्ष माह नवंबर एवं दिसंबर में होने वाले वार्षिक भौतिक सत्यापन में ओटीपी द्वारा सत्यापन की व्यवस्था को समाप्त करते हुए सिर्फ बायोमैट्रिक सत्यापन का ही विकल्प रखा है।
पेंशनर को कोई परेशानी ना हो इसलिए अन्य विकल्प भी साथ में रखे गए हैं। ई-मित्रा, राजीव सेवा केन्द्र पर करा सकेंगे वार्षिक भौतिक सत्यापनः पेंशनधारक द्वारा अपने वार्षिक भौतिक सत्यापन के लिए ई-मित्रा कियोस्क, राजीव गंाधी सेवा केन्द्र, ई-मित्रा प्लस आदि केन्द्रों पर अंगुली की छाप बायोमैट्रिक्स से कराया जा सकेगा।
अंगुली की छाप बायोमैट्रिक्स से वंचित रहे पेंशनर्स का भौतिक सत्यापन आई रिस स्कैन से भी कराया जा सकेगा। उपरोक्त प्रक्रिया द्वारा किसी पेंशनर का वार्षिक भौतिक सत्यापन नहीं होने की स्थिति में यदि पेंशनर पेंशन स्वीकृतकर्ता अधिकारी (विकास अधिकारी, उपखण्ड अधिकारी) के सामने व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होता है, तो पेंशन स्वीकृतकर्ता अधिकारी (उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी) स्वंय की एसएसओ आईडी द्वारा एसएसपी पोर्टल पर संबंधित पेंशनर का पीपीओ नम्बर दर्ज करने पर उस पेंशनर के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर प्राप्त ओटीपी के आधार पर भौतिक सत्यापन किया जा सकेगा। यदि इस अवधि में किसी पेंशनर द्वारा जनआधार से जुड़ी किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ बायोमैट्रिक के माध्यम से लिया गया हो तो ऐसे पेंशनर को अलग से भौतिक सत्यापन करवाने की आवश्यकता नहीं है।
उन्होंने बताया कि ऐसे पेंशनर्स जो अत्यधिक वृद्धावस्था, शारीरिक अस्वस्था के कारण निर्धारित अवधि में वार्षिक भौतिक सत्यापन नहीं करवा पाये हो तो स्वीकृतकर्ता अधिकारी द्वारा उक्त निर्धारित अवधि में ऐसे पेंशनर का वार्षिक भौतिक सत्यापन क्षेत्राीय सत्यापन अधिकारी की लिखित रिपोर्ट के आधार पर एसडीओ/बीडीओ द्वारा किया जा सकेगा।
श्री पूनिया ने बताया कि जिले में 235464 व्यक्ति सामाजिक सुरक्षा पेंशन जैसे वृद्धावस्था, विधवा, विशेष योग्यजन लाभार्थी हैं। इन्हें नियमित पेंशन प्राप्त करने के लिए 31 दिसंबर 2022 तक बायोमैट्रिक सत्यापन कराना अनिवार्य होगा। पूर्व में ओटीपी द्वारा सत्यापन की व्यवस्था को समाप्त कर बायोमैट्रिक सत्यापन को अनिवार्य कर दिया गया है, पेंशनरों को कोई परेशानी ना हो इसके लिए अन्य विकल्प भी साथ में रखे गए हैं। माह दिसंबर के अंत तक शत-प्रतिशत बायोमैट्रिक सत्यापन के अभाव में पेंशन भुगतान संभव नहीं हो सकेगा।
मैंने एक पर्सनल ट्रेनर का उपयोग करना शुरू कर दिया है – अब मैं कभी भी अपने दम पर प्रशिक्षण नहीं लूंगा
एक फिटनेस कोच को किराए पर लेना अब कुलीन एथलीटों या अच्छी तरह से कॉर्पोरेट सीईओ के लिए सिर्फ एक लक्जरी आइटम नहीं है – यह एक आवश्यकता है कि हर पुरुष या महिला को अपने स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए निवेश करना चाहिए।
फिर भी, व्यक्तिगत प्रशिक्षण व्यवसाय $12 बिलियन उद्योग (धन्यवाद, COVID) में फलफूल रहा है, इसके बावजूद यह औसत जो के लिए निरंतर आधार पर खरीदारी करने के लिए “बहुत महंगा” होने का कलंक है। हकीकत में, हालांकि, ऑनलाइन कोचिंग उड़ गई है और हममें से बाकी लोगों के लिए एक गुणवत्तापूर्ण, बजट-अनुकूल विकल्प बन गया है – यदि आप शोध करते हैं। शहर में एक या दो रातों की कीमत के लिए, दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प आप एक निजी ट्रेनर को रख सकते हैं जो 365 दिनों तक के प्रशिक्षण और कल्याण कार्यक्रम प्रदान करेगा जो आपको किसी भी प्रकार के फिटनेस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकता दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प है – मजबूत, दुबले होने से , बेहतर स्थिति और शारीरिक रूप से स्वस्थ।
नया साल मेरे के लिए नया
मैंने अंत तक ट्रेनर होने का सबसे बड़ा खेल बदलने वाला लाभ बचाया: जवाबदेही।
12-सप्ताह के कार्यक्रम दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प के दौरान, पहले उल्लिखित स्केलिंग बैक के अलावा, कोई भी कसरत छूटी नहीं थी। हर दिन, मैंने चेक इन किया—यहाँ अंतर यह था कि सामुदायिक सेटिंग और अच्छी तरह से संरचित वर्कआउट के साथ, यह एक आवश्यकता नहीं थी, लेकिन फिर से, मुझे समूह के साथ अपनी प्रगति को प्रशिक्षित करने और साझा करने का दायित्व महसूस हुआ।
सप्ताह 12 के बाद, मैं अपने टूर्नामेंट में हाई स्कूल के बाद से अब तक का सबसे हल्का-हल्का था, सटीक होने के लिए। केवल तीन महीनों में मैंने महसूस किया, मजबूत, स्वस्थ, अधिक वातानुकूलित और एथलेटिक शायद 12 ग्रेड के बाद से (और मैं तब भी अच्छे आकार में नहीं था)। फिर भी इसने अंतिम परिणामों में मदद नहीं की, क्योंकि मेरे टूर्नामेंट के दौरान लगी चोट ने 12 सप्ताह के लाभ को बर्बाद कर दिया।
कर्मचारियों को मिलेगा छुट्टी का लाभ, मंत्रालय ने जारी किया आदेश, गाइडलाइन का पालन करना होगा अनिवार्य
विशेष परिस्थिति और परीक्षा की स्थिति में कर्मचारियों को छुट्टी का लाभ दिया जाएगाv इसके लिए मंत्रालय द्वारा नवीन आदेश जारी किए गए हैं। संबंधित विषयों पर नवीन गाइडलाइन भी जारी की गई है। जिसके तहत प्रक्रिया पूरी होगी।
Railway Employees Leave Guideline: कर्मचारियों की छुट्टी पर मंत्रालय द्वारा नवीन आदेश जारी किए गए हैं। इस आदेश का पालन करना अनिवार्य होगा। वही इसके लिए नियम निर्देश भी तय किए गए हैं। जो कर्मचारियों के लिए जानना बेहद आवश्यक होगा। इसी नियम और निर्देश के तहत उन्हें छुट्टी का लाभ दिया जाएगा।
गोवा की मुक्ति और स्थापना दिवस
15 अगस्त, 1948 को भारत के स्वतंत्र होने के बाद भी गोवा पुर्तगालियों के कब्जे में रहा. किंतु, पुर्तगाली शासक गोवा वासियों की आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर पा रहे थे. भारत सरकार के कई बार आग्रह के बावजूद जब पुर्तगाली नहीं माने तो फिर ऑपरेशन विजय की शुरुआत की गई. अंतत: 19 दिसंबर, 1961 को गोवा को मुक्त करा लिया गया और इसे दमण तथा दीव के साथ मिलाकर केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था. हालांकि, बाद में 30 मई, 1987 को गोवा को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया गया और दमण तथा दीव को अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया. तब से ही 30 मई का दिन गोवा का मुक्ति दिवस यानी स्थापना दिवस के तौर पर मनाया जाता है. स्थापना के बाद पणजी को गोवा की राजधानी तथा कोंकणी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया.
1510 में पुर्तगालियों ने भारत के कई हिस्सों का उपनिवेश किया लेकिन 19वीं शताब्दी के अंत तक भारत में पुर्तगाली उपनिवेश गोवा, दमन, दीव, दादरा, नगर हवेली और अंजेदिवा द्वीप तक सीमित थे.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 425