Cryptocurrencies: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर बड़ा बयान दिया है.

cryptocurrency updates: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में मामूली गिरावट

क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) का बाजार शुक्रवार को मंदा रहा. बिटकॉइन समेत अधिकांश टॉप टोकनों में मामूली गिरावट देखने को मिली. बिटकॉइन के दाम में 1.87 प्रतिशत का गिरावट दर्ज किया गया. अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज पर इनकी कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी.

मुंबई: क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) का बाजार शुक्रवार को मामूली मंदा रहा. बिटकॉइन समेत अधिकांश टॉप टोकनों में मामूली गिरावट दर्ज की गई. क्रिप्टोकरेंसी क्रिप्टोकरेंसी बाजार की दुनिया में सबसे लोकप्रिय बिटकॉइन के दाम में 1.87 प्रतिशत का गिरावट दर्ज किया गया. क्रिप्टोकरेंसी में बिटकॉइन सबसे ज्यादा महंगी और सबसे ज्यादा पॉपुलर है.

भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर बिटकॉइन की कीमत 42,146 (लगभग 32 लाख रुपये) डॉलर पर कारोबार कर रही थी. वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रिप्टोकरेंसी में अधिक गिरावट देखने को मिली है. Binance और क्रिप्टोकरेंसी बाजार Coinbase जैसे एक्सचेंज पर बिटकॉइन की कीमत में 2.57 प्रतिशत की गिरावट आई. शुक्रवार को इसकी वैश्विक कीमत 40,163 (लगभग 30.5 लाख रुपये) डॉलर थी.

टॉप करेंसियों में शामिल Ether में भी 1.80 प्रतिशत की गिरावट देखी गई. ईथर ने अपनी ट्रेडिंग की शुरुआत 3,182 (लगभग 2.5 लाख रुपये) डॉलर से की. ग्लोबल एक्सचेंज पर भी इसकी कीमत में आज गिरावट आई. ईथर की कीमत में 2.35% की गिरावट दर्ज की गयी जिससे इसकी कीमत 3,037 (लगभग 2.34 लाख रुपये) डॉलर रही. इसके साथ ही Terra,Cardano,Solana,Binance Coin और Avalanche जैसे करेंसी में भी गिरावट देखने को मिली. मीम क्रिप्टोकरेंसी में Dogecoin को मामूली बढ़त मिली, Shiba Inu को नुकसान उठाना पड़ा.

गौरतलब है कि बृहस्पतिवार को क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में सबसे लोकप्रिय बिटकॉइन का 41 हजार डॉलर के पार पहुंच गया था. इसके साथ ही दूसरी सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी ईथेरियम की कीमत में 4,704 रुपये के इजाफे के साथ 2,47,464 रुपये पर पहुंच गई. वहीं, टॉप टोकनों की कीमतों में भी तेजी देखी गयी.

Cryptocurrency का मार्केट कैप एक ट्रिलियन डॉलर के पार, बाजार में रौनक

Cryptocurrency Prices Today Latest News

Cryptocurrency Prices Today Latest News: कारोबारी हफ्ते के पहले दिन क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप एक ट्रिलियन डॉलर को क्रिप्टोकरेंसी बाजार पार गया. इसकी बड़ी वजह मांग में इजाफा होना रहा. लंबे अरसे बाद बिटकॉइन निवेशकों के लिए आज राहत भरा सोमवार रहा. ताजा कीमतों की बात करें तो यह 22,200 डॉलर को भी पार कर चुकी हैं. Ethereum की कीमत में भी लंबे समय बाद सुधार की स्थिति रही. बता दें क्रिप्टोकरेंसी के बाजार को लेकर रौनक करीब डेढ़ महीने बाद देखने को मिली है.

क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में कल के मुकाबले उछाल
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में आज उछाल दर्ज किया गया है. CoinMarket के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में कल के मुकाबले 3.4 फीसदी का उछाल आया है.

बिटकॉइन आज 22,218.36 डॉलर पर कारोबार कर रहा था. बता दें क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में पिछले एक हफ्ते से ही उछाल दर्ज किया जा रहा है.

Ethereum और Bitcoin की कीमत में इतना उछाल
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पिछले 24 घंटों में Ethereum की कीमत में सबसे ज्यादा उछाल दर्ज किया गया है. पिछले 24 घंटों में क्रिप्टोकरेंसी बाजार Ethereum की कीमत में 6.39% की इजाफा दर्ज किया गया है. इस इजाफे के बाद Ethereum की मार्केट कैप 176.85 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है. जबकि बिटकॉइन की कीमत पर नजर डालें तो पिछले 1 हफ्ते में बिटकॉइन की कीमत में 9 फीसदी का उछाल रिकॉर्ड किया गया है. इसके अलावा दूसरी क्रिप्टोकरेंसी जैसे Tether, USD Coin, BNB, XRP, Binance, क्रिप्टोकरेंसी बाजार DogeCoin की कीमतों में भी आज 1 फीसदी का उछाल रहा है.

Cryptocurrency: क्रिप्‍टोकरेंसी बन सकती है अगले फाइनेंशियल क्राइसिस की वजह, RBI गवर्नर का बड़ा बयान

RBI गवर्नर का कहना है क्रिप्टो करेंसी को अगर नहीं रोका गया तो यह अगले फाइनेंशियल क्राइसिस की वजह बन सकती है.

Cryptocurrency: क्रिप्‍टोकरेंसी बन सकती है अगले फाइनेंशियल क्राइसिस की वजह, RBI गवर्नर का बड़ा बयान

Cryptocurrencies: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर बड़ा बयान दिया है.

Financial Crisis/Cryptocurrencies: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उनका कहना है क्रिप्टो करेंसी को अगर नहीं रोका गया तो यह फाइनेंशियल क्राइसिस यानी वित्‍तीय संकट की वजह बन सकती है. उन्होंने BFSI समिट में कहा कि क्रिप्टो करेंसी को बैन कर देना चाहिए. यह सट्टेबाजी का जरिया. बता दें कि आरबीआई गर्वनर बीते कई महीनों से क्रिप्टो करेंसी से लगातार आगाह करते रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि भारत में अंडरलाइंग इकोनॉमिक एक्टिविटी मजबूत बनी हुई है, लेकिन कुछ बाहरी फैक्‍टर्स अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं.

क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू घटी

आरबीआई गर्वनर ने कहा कि वित्तीय स्थिरता के लिए निजी क्रिप्टो करेंसी बेहद खतरनाक है. क्रिप्टो करेंसी के वैल्यूएशन का कोई आधार नहीं है और ये पूरी तरह अनुमान पर बेस्‍ड है. इससे देश की मैक्रो इकोनॉमिक कंडीशंस और फाइनेंशियल स्‍टेबिलिटी को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है. उन्होंने डिजिटल रुपये को क्रिप्टो करेंसी से अलग बताया. शक्तिकांता दास ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी की कुल वैल्यू नीचे गिरकर 140 बिलियन डॉलर तक आ गई है. उन्होंने आगे कहा कि निवेशकों के 40 बिलियन डॉलर स्वाहा हो चुके हैं.

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बाहरी फैक्‍टर्स से इकोनॉमी पर असर

शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई 70 फास्‍ट मूविंग इंडीकेटर्स को ट्रैक करता है और उनमें से ज्यादातर “ग्रीन बॉक्स” में हैं. उन्होंने कहा कि कुछ एक्‍सटरनल फैक्‍टर के चलते सुस्‍त ग्रोथ की चिंता बनी हुई है. एक्‍सटरनल डिमांड र्थव्यवस्था को प्रभावित करेगा. बता दें कि इस महीने की शुरुआत में, RBI ने FY23 के लिए अपने विकास अनुमान को पहले के 7 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है.

फाइनेंशियल सेक्‍टर की स्थिति बेहतर

दास ने कहा कि भारतीय फाइनेंशियल सेक्‍टर लचीला बना हुआ है और काफी बेहतर स्थिति में है. इस उपलब्धि के लिए रेगुलेटर और फाइनेंशियल सेक्‍टर प्‍लेयर दोनों को श्रेय जाता है. मॉनेटरी पॉलिसी महंगाई और विकास पर डोमेस्टिक फैक्‍टर्स द्वारा गाइड होती रहेगी, यूएस फेड के एक्‍शन पर भी क्रिप्टोकरेंसी बाजार नजर होगी. महंगाई पर काबू पाने के लिए सरकार और केंद्रीय बैंक के बीच ‘बेहद समन्वित दृष्टिकोण’ है.

डिपॉजिट और क्रेडिट ग्रोथ

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि डिपॉजिट और क्रेडिट ग्रोथ के बीच पूर्ण रूप से कोई खास अंतर नहीं है, आधार प्रभाव दोनों के ग्रोथ आंकड़े को अलग-अलग बनाते हैं. दास ने कहा कि 2 दिसंबर, 2022 तक, कुल संख्या में लोन ग्रोथ क्रिप्टोकरेंसी बाजार 19 लाख करोड़ रुपये थी, जबकि डिपॉजिट ग्रोथ 17.5 लाख करोड़ रुपये थी.

क्रिप्टोकरेंसी का दुनिया के बाजार में चलता है सिक्का, जानें इसके बारे में सबकुछ

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इसे यह नाम इसलिए मिला क्योंकि इसके सुरक्षित ट्रांजेक्शन्स के लिए इनक्रिप्शन का इस्तेमाल होता है। इसका अर्थ है कि क्रिप्टोकरेंसी के डाटा को ट्रांसमिट करने और वालेट में स्टोर करने के लिए एक बहुत ही एडवांस कोडिंग का इस्तेमाल होता।

भुगतान का तरीका
क्रिप्टकरेंसी असल में एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। मगर इस सिस्टम में अन्य डिजिटल माध्यमों की तरह ट्रांजेक्शन के लिए किसी बैंक की अनुमति की जरूरत नहीं होती। यह पीयर-टू-पीयर नेटवर्क सिस्टम से संचालित होती है और कोई भी कहीं से इसे भेज सकता है और प्राप्त कर सकता है।

क्या है पीयर-टू-पीयर सिस्टम
पीयर-टू-पीयर सिस्टम में कोई अपना एक सर्वर नहीं होता। सभी कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े होते हैं।
कहां रखी जाती है डिजिटल करेंसी डिजिटल करेंसी अपके डिजिटल वालेट में रहती है। जब कोई अपना डिजिटल करेंसी फंड ट्रांसफर करता है तो यह पब्लिक लेजर में दर्ज होता है।

कैसे काम करती है यह
क्रिप्टोकरेंसी एक पब्लिक लेजर जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं के जरिए चलती है। इसमें करेंसी का सारा ट्रांजेक्शन अपडेट होता है और यह करेंसी होल्डर के पास रहता है।

कैसे बनती है
क्रिप्टोकरेंसी बनाने की प्रक्रिया माइनिंग कहलता है इसमें कंप्यूटर की जटिल गणितीय समस्याओं को सुलझाने की क्षमता का इस्तेमाल सिक्के का डिजिटल रूप बनाने के लिए किया जाता है।

कहां से मिलती हैै
क्रिप्टोकरेंसी को ब्रोकर्स से खरीदा जाता है और इसे क्रिप्टोग्राफिक वालेट में रखा जाता है और वहीं से खर्च किया जा सकता है।

क्या खरीद सकते हैं
बिटकॉइन को जब लांच किया गया था तो यह सोचकर किया गया था कि यह दैनिक मार्केटिंग के लिए होगी और इससे एक कप कॉफी से लेकर कंप्यूटर और टिकट तक खरीदे जा सकें। मगर जल्द ही इसकी मांग बढ़ी और इसके दाम काफी ऊंचे हो गए। अब ये बड़े भुगतान में इस्तेमाल होती है।

उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसियां
बिटकॉइन: पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। इसे 2009 में बनाया गया। इसके प्रति लोगों ने खूब रुचि दिखाई और इसकी कीमत आसमान छूने लगी।

इथेरियम: ईथर या इथेरियम नाम से प्रचल्लित इस क्रिप्टोकरेंसी को 2015 में विकसित किया गया। बिटकॉइन के बाद यह दूसरी सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है।

लाइटकॉइन: क्रिप्टोकरेंसी बाजार इसे बिटकॉइन की तर्ज पर ही विकसित किया गया है मगर आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की बजे से इसे ज्यादा तेजी से ट्रांसफर किया जा सकता है।

रिपल: यह डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर सिस्टम है, जिसे 2012 में बनाया गया था। यह असल में यह केवल क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं है, बल्कि एक यह विभिन्न तरह के ट्रांजेक्शन को ट्रेक करने वाला सिस्टम है। इसके पीछे जो कंपनी है, वह विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के लिए काम करती है।

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RBI Governor: आरबीआई गवर्नर ने बीएफएसआई समिट में दी चेतावनी, क्रिप्टोकरेंसी से अगले वित्तीय संकट की जताई आशंका

आरबाई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बीएफएसआई समिट में क्रिप्टोकरेंसी लेकर अहम बात साझा की।

by Anzar Hashmi

RBI Governor

RBI Governor: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने क्रिप्टोकरेंसी पर कुछ अहम जानकारी दी है। श्री दास ने बुधवार को बताया है कि अगला वित्तीय संकट निजी क्रिप्टोकरेंसी की वजह से होगा। उनका मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। वहीं गवर्नर शक्ति कांत दास ने इसको लेकर कई वजहे भी बताई । उन्होंने बीएफएसआई समिट में बोलते हुए क्रप्टोकरेंसी में कई तरह के आर्थिक रिस्क होने की वजह बताई। अर्थव्यवस्था के लिए इसमें काफी अधिक जोखिम है जिसको लगातार आरबीई गवर्नतर ने क्रिप्टोकरेंसी बाजार चिन्हित करने की बात कबूली है।

आरबीई के गवर्नर लगातार चिंता कर रहे जाहिर

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI Governor) के गवर्नर ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अहम जानकारी साझा की है। उन्होंने एक साक्षात्कार में बताया है कि “क्रिप्टोकरेंसी के बारे में हमारे पास कुछ प्रमुख चिंताएं हैं। हमने उन्हें सरकार को बता दिया है। यह सरकार के विचाराधीन है और मुझे उम्मीद है कि जल्द सरकार इस पर फैसला लेगी और जरूरत पड़ने पर संसद भी इस पर विचार करेगी ।

आरबीआई के अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि, “यह मौद्रिक नीति को निर्धारित करने के अलावा देश की मौद्रिक प्रणाली को विनियमित करने की आरबीआई की क्षमता को गंभीरता से कम करेगा।

क्रिप्टोकरेंसी पर लगातार उठ रहे हैं सवाल

क्रिप्टोकरेंसी का खाता एक से दूसरे के साथ जुड़ा होता है जिसे पीयर टू पीयर नेटवर्क पर लाखों लोगों द्वारा बनाकर रखा जाता है। इसको ब्लाॅकचेन टेक्नोलॉजी कहा जाता है।

क्रिप्टोकरेंसी का भारत में इस्तेमाल की कानूनी है प्रक्रिया

भारत में Crytpocurrency कानूनी होती है या नहीं, इसको लेकर क्रिप्टोकरेंसी बाजार लगातार सवाल किया जाता है। क्रिप्टोक्रेंसी में निवेश, होल्डिंग और ट्रेडिंग भारत में कानूनी होता है लेकिन इसको कानून में भी अभी तक शामिल नहीं किया गया। यानी आप भारत में सामान्य करेंसी की जगह इसका इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं क्योंकि इसके संबंध में भारतीय कानून नहीं बनाया गया।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी कितने लोग कर रहे हैं इस्तेमाल

क्रिप्टो एक्सचेंजों के आंकड़ों के अनुसार, लगभग 1.5 करोड़ भारतीय ऐसे मौजूद हैं जिन्होंने 15,000 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर चुके हैं। वहीं इसकी वैल्यू भी लगातार कम हो रही है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में बिटकाइन की कीमत ₹ 13,77,202 है। जो कि 12 दिसंबर को 1,471,941 पर पहुंच गई है। यानि कि स्पष्ट तौर पर गिरावट हो रही है।

भारत में जल्द ही आएगी डिजिटल करेंसी

भारतीय रिजर्व बैंक ने ऐलान किया है कि वह अपने स्वयं के केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) जल्द ही भारत में लगाने वाला है, जिसे “डिजिटल रुपया” के नाम से जाना जाता है। वहीं 1 नवंबर से इसको लेकर, केंद्रीय बैंक ने थोक बाजार के लिए भारत की अपनी डिजिटल मुद्रा की पायलट परियोजना का आरंभ किया था।

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