moving average indicator in hindi-moving average hindi
दोस्तों इस लेख में आज हम moving average के बारे में बात करने वाले हैं जो शेयर मार्किट का सबसे पुराना एवं अभी तक सबसे ज्यादा उपयोग किया जाने वाला इंडिकेटर हैं जिसे हर नए निवेशक को इसके बारे पता होना चाहिए ।
आप जानकर हैरान होंगे की केवल मूविंग एवरेज के तर्ज पर ही कितने सारे इंडिकेटर को खोज निकाला गया हैं जिसमे macd , bolinger band मुख्य इंडिक्टर हैं जिसमे macd में 13 और 26 expontial मूविंग एवरेज का इस्तेमाल होता है और bollinger band में 20 moving average का उपयोग किया जाता हैं ।
वैसे मैं इसके ज्यादा डीप में जाकर कुछ नहीं बताना चाहता हूँ क्योंकि इसे आज सिंपल तरीका से समझेंगे और अंत में किन्ही दो अलग – अलग दिने के मूविंग एवरेज को चार्ट में लगाकर एक swing trading लेने का प्रयाश करंगे और देखेंगे की क्या इससे कोई ट्रेड लिया जा सकता हैं ।
moving average एक तरह से पिछले दिन का क्लोजिंग प्राइस को जोड़कर बनाया जाता हैं । जिसमे मान लीजिए की हमे कोई 10 दिन का मूविंग एवरेज सेट करना हैं है तो असल में वह पिछले 10 का क्लोजिंग प्राइस को जोड़कर उसमे 10 से भागा देकर बनाया जाता हैं ।
लेकिन आज के समय में थोड़ा एडवांस मूविंग एवरेज का इस्तेमाल हो रहा है जिसे हम exponential moving average कहा जाता हैं जिसमे मौजूदा दिन के प्राइस को पिछले दिन के औसत प्राइस को जोड़कर एक चौरसाई तकनीक से बनता हैं । इसलिए मैं जो ट्रेड के लिए मूविंग एवरेज का प्रयोग करूँगा वो exponential moving average होगा ।
मूविंग एवरेज-moving average kya hota hai
उम्मीद है आप मूविंग एवरेज के बारे में जान चुके होंगे लेकिन अभी यह जानना जरुरी है की आखिर शेयर मार्किट में मूविंग एवरेज क्यों और कैसे उपयोग किया जाता और कौन इसे सबसे ज्यादा उपयोग करता हैं
1 ) किसी भी शेयर में मुख्य 3 तरिके का ट्रेड सबसे ज्यादा देखने को मिलता हैं जिसमे अपट्रेंड , डाउनट्रेंड एवं साइडवेस मार्किट और तीनो को पता करने के लिए आपको कोई न्यूज़ , कोई एनालिसिस या फिर रोज किसी शेयर का रिकॉर्ड रखने का जरुआत नहीं है । क्योंकि सिर्फ moving average इन तीनो ट्रेंड को एक झलक में बता सकता हैं ।
2 ) जिस तरह 3 तरह का ट्रेंड सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है ठीक उसी तरह शेयर मार्किट में 3 तरह के लोग सबसे ज्यादा एक्टिव होते है जिसमे पहला intraday वाले इन्वेस्टर जो सबसे ज्यादा 15 के अंदर मूविंग एवरेज इस्तेमाल करते है ।
दूसरा swing trader जिसमे इन्वेस्टर सबसे जड़ 20 से 50 के ऊपर वाले मूविंग एवरेज का प्रयोग करते हैं एवं अंत में तीसरे इन्वेस्ट्रर जो सबसे ज्यादा 20 से 200 से ऊपर वाले मूविंग एवरेज का इस्तेमाल करते हैं ।
3 ) जो लॉन्ग शेयर मार्किट में अपना लॉन्ग पोस्टिव बनाना चाहते है उन्हें 50 , 100 , और 200 मूविंग एवरेज की सबसे ज्यादा जरुआत होती हैं क्योंकि जब भी इन मूविंग एवरेज के पास कोई शेयर प्राइस आता है तब या तो इन्वेस्टर एंटर करते है यह अपना सौदा बेचते हैं यह निरन्तर चलता रहता हैं
4 ) 50 दिन का मूविंग एवरेज को सबसे ज्यादा अहमियत दिता जाता है , जब कोई शेयर इस मूविंग प्राइस के ऊपर होता है तो उसे अपट्रेंड उस शेयर में बिकवाली चलती हैं और यदि मूविंग एवरेज बिच में है और प्राइस ऊपर निचे चल रहा है तो उसे साइडवेस मार्किट के नाम से जानते है
moving average crossover strategy in hindi
अब हम यह जान लेते है की आखिर किस तरह से मूविंग एवरेज से कोई शेयर ख़रीदा जा सकता हैं तो इसके लिए 50 दिन का मूविंग एवरेज को इस्तेमाल करेंगे जो हमे किसी शेयर का ट्रेंड के बारे में बताएगा ।
लेकिन मार्किट में कब क्या हो जाए कोई बता नहीं सकता हैं लेकिन अध्यन के अनुसार 50 दिन के मूविंग एवरेज के ऊपर किसी शेयर का प्राइस होने पर लोग सबसे ज्यादा खरीदने की तरफ जाते है और जब कोई स्टॉक इस लीन के निचे होता है तो हमे शेयर खरीदने से बचना चाहिए ।
सिर्फ स्टडी के लिए मैं आपको मूविंग एवरेज के बारे में बता रहा हूँ इसलिए यह लेख कोई शेयर खरीदने के लिए बाध्य नहीं करता हैं इसलिए बेहतर यही होगा की शेयर खरीदने से पहले अपने अडवाइजर से सलाह जरूर ले ।
एक बात और जान लेते है की कोई भी इंडिकेटर आपको सौ प्रतिसत शेयर में प्रॉफिट नहीं दिला सकता हैं और किसी एक इंडिकेटर के बदौलत भी कोई शेयर खरीदा नहीं जा सकता हैं इसके साथ और भी कई सारे इंडिकेटर यह फ़ण्डामेंटल , न्यूज़ एलिमेंट आदि जोड़ने होते हैं इसलिए इन सभी चीजों को भी जरूर एनालिसिस करना चाहिए ।
यदि आप नए है और चार्ट को जरा सा भी देखने आता हैं है तो आप कोशिस कर सकते हैं नहीं तो जिन्हे candlestick या फिर CHART के बारे में पता नहीं है तो उन्हें मेरे पिछले आर्टिकल जरूर पढ़ना चाहिए जिससे आपको बहुत कुछ सिखने को मिल सकता हैं । ध्यान रखें कभी भी सिद्वेस मार्किट में कोई ट्रेड ना ले इसके लिए चार्ट को बड़ा करके जरूर देखें ।(moving average indicator in hindi-moving average hindi)
मूविंग एवरेज से कोई शेयर कैसे खरीदें
सबसे पहले हम इसके लिए दो तरह का मूविंग एवरेज का प्रयोग करेंगे जिसमे पहला 50 दिन का होगा और दूसरा 20 दिन का एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज होगा और चूँकि हम स्विंग ट्रेड लेने जो कुछ दिन का होगा इसलिए टाइम 1 घंटे का होगा ।
निचे मूविंग ऐवरेज क्या है इमेज में मैंने लाल रंग के मूविंग एवरेज को 20 दिन का दिखाया हैं और कला वाला मूविंग एवरेज 50 दिन का exponential moving average हैं इस तरह का चार्ट आप भी अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर लगा सकते हैं ।
जब लाल वाली लाइन बालक वाली लाइन को ऊपर की तरफ क्रॉस करेगी तब हमे उस शेयर को खरीदना हैं लेकिन उसके लिए कोई बड़ा कैंडल पर ट्रेड ना ले यदि कोई बड़ा कैंडल बन भी रहा है तो कुछ समय इंतजार करे फिर से प्राइस मूविंग एवरेज के पास आएगा जैसा की इमेज में देख सकते है आपको कम से कम बार शेयर खरीदने का मौका मिला हैं और लाल रेखा को बार – बार छूकर प्राइस ऊपर जा रहा हैं ।
चूँकि यह swing ट्रेडिंग है इसलिए प्रॉफिट 2 से 3 % से ज्यादा का नहीं रखेंगे और ऐसे मौके आपको सहरे मार्किट में बहुत सारे मिलेंगे बस आपको अच्छे से रोज समय निकाल कर इस तरह के चार्ट को खोजना हैं जिसके लिए आप nifty 50 या nifty 100 या फिर nifty bank के शेयर का चुनाव करे ।
निष्कर्ष (moving average indicator in hindi-moving average hindi)
आशा करता हूँ की आपको मेरा यह लेख moving average in hindi पसंद आया होगा यदि आपके कोई सवाल या फिर राय हो तो उसे कमेंट के माध्यम से जरूर बताया जिसका उत्तर जल्द से जल्द देने का प्रयाश किया जायेगा धन्यवाद ।
980 शेयरों के भाव 50 और 200 डे मूविंग एवरेज से ऊपर, जानिए क्या है इसका मतलब
नवंबर में बाजार में आई तेजी ने निफ्टी और इसके 50, 100 और 200 डीएमए के बीच फर्क बढ़ा दिया है, जो बुल रन की मजबूती का संकेत देता है.
तेजी के चलते 980 शेयरों के भाव छोटी और लंबी अवधि के अपने औसत से काफी ऊपर पहुंच गए हैं. ये किसी शेयर या इंडेक्स का रुझान बताते हैं.
अपने 50, 100 और 200 डीएमसे से ऊपर कारोबार करने वाले शेयरो में आरती इंडस्ट्रीज, आरती सर्फेक्टेंट्स, अडानी गैस, अडानी ग्रीन, अरबिंदो फार्मा, बालकृष्ण इंडस्ट्रीज, बाटा इंडिया, जिलेट इंडिया, ग्लोबस स्पिरिट्स, हिंदुस्तान जिंक, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक शामिल हैं.
इसके अलावा, आईसीआईआई लोमबार्ड जनरल इंश्योरेंस, जिंदल स्टील, लार्सन एंड टुब्रो, स्नोमैन लॉजिस्टिक्स, भारतीय स्टेट बैंक, स्पाइसजेट और टाटा मोटर्स भी इस सूची का हिस्सा हैं. इन 980 शेयरों में एनएसई पर सूचीबद्ध तकरीबन आधे शेयर शामिल हैं.
आमतौर पर कारोबारी और निवेशक इन तीनों डीएमए का इस्तेमाल करते हैं. ये किसी शेयर या इंडेक्स का रुझान बताते हैं. जब कोई शेयर इन तीनों डीएमए के ऊपर कारोबार करता है, तो उसे तेजी का संकेत माना जाता है.
ये सपोर्ट और बाधा के स्तर को भी बताते हैं. 50, 100 और 200 कारोबारी सत्रों के औसत विश्लेषकों और कारोबारियों के लिए सबसे अहम होते हैं. इनकी मदद से वे अल्पावधि और लंबी अवधि के रुझानों का पता करते हैं.
आनंद राठी शेयर्स एंट स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी रिसर्च (तकनीकी और डेरिवेटिव रिसर्च) के निलेश जैन ने कहा, "कारोबारियों को 50 और 100 कारोबारी सत्रों के औसत पसंद आते हैं, जबकि 200 सत्रों का औसत का इस्तेमाल रुझान पता करने के लिए किया जाता है, जो बाजार की तेजी का बड़ा संकेत माना जाता है."
200 कारोबारी सत्रों का औसत वार्षिक या दीर्घावधि औसत के रूप में देखा जाती है, जो किसी शेयर या इंडेक्स के लिए बड़ा मूविंग ऐवरेज क्या है सपोर्ट स्तर होता है, जबकि 100 सत्रों का औसत छमाही और 50 सत्रों का औसत तिमाही रुझान और सपोर्ट को दिखाता है.
विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में निवेशकों को सिर्फ इन औसतों के भरोसे ही नहीं बैठे रहना चाहिए. इस तरह के मानकों का इस्तेमाल करने के लिए और भी कई तरीके हैं, जिससे कारोबारी हुनर बेहतर किया जा सकता है.
चार्टव्यू इंडिया के तकनीकी रिसर्च और ट्रेडिंग एडवाइजरी के मुख्य रणनीतिकार मजहर मोहम्मद ने कहा कि जब कोई शेयर 50, 100 या 200 कारोबारी सत्रों के औसत के ऊपर नजर आता है, जो इसे तेजी के संकेत के रूप में देखा जाता है.
तकनीकी आधार पर कारोबारी रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई), बॉलिंगर बैंड, फिबोनाक्की सीरीज, एमएसीडी, कैंडलस्टिक्स मूविंग ऐवरेज क्या है पैटर्न और स्टोकास्टिक का मदद ले सकते हैं.
जेमस्टोन इक्विटी रिसर्च एंड एडवाइजरी के संस्थापक मिलन वैष्णव ने कहा कि हाई बीटा शेयरों में काफी अधिक तेजी देखने को मिली है और इस समय उनसे दूर रहना चाहिए. उन्होंने कहा, "निवेशकों को अच्छी आरएसआई वाले शेयरों का रुख करना चाहिए. हमें अभी फार्मा, खपत जैसे सेक्टर्स आकर्षक लग रहे हैं."
अडानी पावर, अडानी पोर्ट, आदित्य बिड़ला कैपिटल, विप्रो, वोल्टास, वीमार्ट रिटेल, वंडरला हॉलिडेज, वीआईपी क्लोदिंग, वैरॉक इंजीनियरिंग, टीवीएस मोटर्स, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा एल्क्सी, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स जैसे शेयर भी अपनी कारोबारी सत्रों के औसत के ऊपर कारोबार कर रहे हैं.
जैन ने कहा, "जब भी कोई शेयर शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म औसत को पार करता है, तो यह तेजी जारी रहने का संकेत देता है. ऐसे में जरूरी है कि कारोबारी और निवेशक इन औसत पर ध्यान दें. बुनियादी नियम है कि यदि शेयर की कीमत औसत के ऊपर या नीचे हैं, तो रुझान उसी दिशा में समझना चाहिए."
बाजार में तेजी के रुझान को देखते हुए जैन ने बाटा इंडिया, भारत फोर्ज, डीएलएफ, एवेन्यू सुपरमार्ट्स, जिंदल स्टील, सीमेंस और वोल्टास जैसे शेयरों पर भरोसा जताया है.
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डबल घातीय मूविंग औसत-डीईएएम की मुख्य कमियां क्या हैं?
तकनीकी संकेतक का सबसे लोकप्रिय रूप है चलती औसत की संभावना है। व्यापारियों और विश्लेषकों को यह सिखाया जाता है कि "प्रवृत्ति आपके दोस्त है," और एक समय श्रृंखला में यादृच्छिक विविधताओं को सुचारू बनाने के लिए औसत चलती औसत लगती है। सैद्धांतिक रूप से, एक सुरक्षा या सूचकांक के लिए लाभदायक प्रविष्टि और बाहर निकलने के बिंदुों की औसत चलती है। औसत चलने के लिए एक खामी यह है कि वे जरूरी रूप से पिछड़े दिखते हैं और जैसे, एक ठंड संकेतक हैं यही कारण है कि विश्लेषक पैट्रिक मुलॉय ने डबल एक्सपोजेंलिटी मूविंग एवरेज या डेमिया विकसित किया है।
डीएएमए, कभी-कभी "डबल एक्सपेंनेलिबल चौरसाई" के रूप में संदर्भित किया जाता है, का वर्णन मुल्य ने "एकल और दोहरी ईएमए के संयुक्त कार्यान्वयन के रूप में मूल ईएमए की तुलना में कम अंतराल के साथ दूसरे ईएमए के निर्माण के रूप में किया था।" यह सामान्य घातीय मूविंग एवरेज का एक आवश्यक अनुकूलन था, क्योंकि समय के साथ-साथ, ईएमए अधिक से अधिक पिछली घटनाओं का भारित औसत बन जाता है, जिससे इसकी प्रवृत्ति संवेदनशीलता कम हो जाती है।
डीएएमए की वास्तविक गणना और कार्यान्वयन काफी जटिल है, लेकिन एकल और डबल ईएमए के संयोजन का शुद्ध प्रभाव प्रवृत्ति संकेतों को अधिक तेज़ करना है वास्तव में, केवल डेमे को मानक चलती औसत, या ईएमए की तुलना में अधिक तेजी से रुझान नहीं उठाता है, लेकिन यह समय के रूप में अपेक्षाकृत तेज़ और अधिक संवेदनशील हो जाता है। हालांकि, संवेदनशीलता में यह वृद्धि एक प्रमुख दोष के साथ आता है; डीएएमए झूठी प्रवृत्तियों और त्वरित उत्क्रमण के प्रति अतिरंजना करते हैं, संभावित रूप से घाटे के जोखिम बढ़ते हैं।
एक व्यापारी, जो डीईएमए पर निर्भर है, के रूप में स्टैंडअलोन संकेतकों को इस सूचक के साथ अधिक प्रतिक्रिया न करने की सलाह दी जाती है। आम तौर पर अतिरिक्त संकेतकों के साथ एक डीएएमए पूरक भी होता है, यहां तक कि दूसरी चलती औसत।
एक घातीय मूविंग औसत (एएमए) और एक डबल घातीय मूविंग औसत (डीईएमए) के बीच अंतर क्या है?
एक्सपेंलेनेशन मूविंग एवरेज, या एएमए, या डबल एक्सपोजेंलिली मूविंग एवरेज या डीएएमए का इस्तेमाल करने के लिए, रुझानों को अधिक आसानी से खोजता है। क्या सबसे अच्छा काम करता है खोजने के लिए दो की तुलना करें
डबल घातीय मूविंग औसत (डीएएमए) फार्मूला क्या है और यह कैसे गणना की जाती है?
डबल घातीय चलती औसत, या डीएएमए के लिए समीकरण की खोज करें और जानें कि यह कैसे काम करता है की बेहतर समझ के लिए गणना की जाती है।
घातीय मूविंग औसत (एएमए) और भारित मूविंग औसत के बीच अंतर क्या है? | इन्वेस्टोपैडिया
घातीय मूविंग औसत और भारित चल औसत के बीच के अंतर के बारे में पढ़ें, दो चिकनाई संकेतक जो अक्सर भ्रमित होते हैं।
मूविंग एवरेज एक्सप्लेन
द्वारा बेस्ट ट्रेडर ब्रोकर्स आखरी अपडेट फरवरी 16, 2019
मूविंग एवरेज एक्सप्लेन
Moving Averages, commonly abbreviated to MA are a family of indicators which are essential to help determine the existence and strength of a trend. Moving Averages are based on previous prices which means the indicator lags and therefore cannot be used to predict prices. They are helpful to smooth out messy price data, such as spikes or similar anomalies. These anomalies can distort the results from other indicators.
Types of Moving Averages
In cTrader there are 6 types of moving averages that can be applied to charts. Simple, Exponential, Triangular, Time Series Triangular, Wilder Smoothing and Weighted. All of their formulas produce slightly different results and each type should be studied individually. The chart below shows six different types of Moving Average, all of them showing different results.
- Lime Green = Simple Moving Average (SMA)
- Grey = Exponential Moving Average (EMA_
- Sky Blue = Weighted Moving Average
- Yellow = Triangular Moving Average
- Purple = Time Series Moving Average
- Red = Welles Wilder Smoothing Moving Average
सिंपल मूविंग एवरेज
Simple Moving Average or SMA is the simplest of all moving averages. It uses the values for each candlestick and divides by the number of periods. It smooths choppy markets less. SMA looks at all data equally which is why there are a lot of variations of this indicator where the focus is given to recent data or the middle range of data.
घातीय मूविंग एवरेज
Exponential Moving Average or EMA is a commonly used type of MA and used often by professionals. It gives weight to the most recent periods, which decreases exponentially as you move into the past. Typically this would be used for short-term volatility and trading opportunities.
भारित चलती औसत
Weighted Moving Average, like EMA this type also applies weights to the values, but the weights increase by 1 and not exponentially, therefore, the emphasis is given to recent periods.
त्रिकोणीय मूविंग औसत
Triangular Moving Average has a weighting scheme that emphasizes the middle range of data. This MA is calculated twice, therefore, it’s double smoothed, this is very helpful in volatile markets and can be useful to pair with other MA types that focus on recent data (such as Exponential Moving Average).
समय श्रृंखला चलती औसत
Time Series Moving Average is calculated using linear regression techniques on the closing prices as opposed to just using the raw closing price. It’s more of a statistical technique than using just the averages of previous prices.
Welles Wilder Smoothing Moving Average
Welles Wilder Smoothing Moving Average
Welles Wilder Smoothing Moving Average is actually very similar to EMA with a minor tweak in the formula so that it will respond slower to price changes, but still faster than SMA. Welles Wilder is a famous technical analyst and has developed several indicators that are commonly used by traders every day, this is just one of them.
Additionally, the VIDYA Moving Average is available to use as the MA type in certain indicators such as Bollinger Bands. This type dynamically adjusts based on market volatility and makes it more useful for assessing the current market conditions.
How do Moving Averages Work
When drawing a moving average you need to input two parameters. These are the Source and Periods. Source determines the type of Trendbar data will be used for the calculation of the average (Open, Close, High or Low). Periods determines how many Trendbars will be used for the calculations according to the currently applied timeframe.
In cTrader the default for all types of moving averages is to use Close prices and 14 Periods. When applying the indicator you can customize your settings. 14 Periods are considered low and would be considered for short-term use, whereas larger periods would be used for spotting mid-term or long-term trends. Then when you apply the indicator, the moving average will be plotted on the chart with the specific formula for the MA type you are using and the settings you chose.
For example, drawing a 14-period moving average based on Close prices in the 5-minute time frame will add all of the close prices of the latest 14 candlesticks of the 5-minute timeframe and divide them by 14. The result will be plotted in the chart for each candlestick. The line will automatically connect all those points forming the moving average indicator.
Interpreting Moving Averages
When reading Moving Averages, if the price is above the average, that’s considered to be an uptrend, if the price is below the average the market is considered to be in a downtrend. This chart shows a scenario of reading a Moving Average.
Spotting Up-trends and Down-trends with SMA
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