Mutual Fund : Index Fund क्या हैं और कैसे काम करते हैं? रिटर्न की उम्मीद से इंडेक्स फंड कितना कामगार हैं?
Mutual Fund में निवेश करने वाले निवेशकों को फंड सिलेक्ट करने का काम मुस्कील तो नहीं, मगर ये उनके लिये काफी जटिल प्रक्रियां हों सकते हैं। अक्सर देखा जाता हैं, नए-नए निवेशक जो म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिये इच्छुक तो है, पर जैसे हीं बात रिटर्न और उनके मन चाह लक्ष्य को साहिल कराने वाली दायरों पर आती हैं ठीक वैसे ही अपने आप में सवालों का लहर दौड़ पड़ने लग जाती हैं. जैसे.
- कौनसे फंड में निवेश करें?
- फंड मैनेजर का पीछला रिकॉर्ड कैसा रहा?
- जो फंड मैं सिलेक्ट कर रहा हूं, क्या वो भरोसे के काबिल हैं?
- डायरेक्ट शेयर में निवेश नहीं, फिर भी मार्केट बराबर रिटर्न हों
- सिलेक्ट किया फंड अपनी लक्ष्य को हासिल करने में कितना सक्षम हो सकता हैं? ईत्यादि ईत्यादि.
INDEX FUND :–
Index – अर्थात सूचकांक, जब भिन्न भिन्न सेक्टर्स के प्रमुख्य कंपनियों की शेयरों को लेकर एक सूचकांक बनाया जाता हैं, तो उसे हीं इंडेक्स (Index) कहा जाता हैं – भारतीय शेयर बाज़ार के दो भिन्न Exchange में अलग अलग सेक्टर्स के शेयरों की समूह से विभिन्न प्रकार के सूचकांक यानी Index की मौजूदगी हैं। उनमें कुछ Index को उदाहरण के तौर पर निवेश अड्डा में इंडेक्स फंड के इस अध्याय को सरल बनाना हेतु हम प्रयाग कर रहें हैं.
भारतीय शेयर बाजार कि दो भिन्न प्रकार के Exchange में मौजूद विभिन्न सूचकांक (index), जो इन्हीं index से कोई भी म्यूचुअल फंड के फंड मैनेजर तैयार करते हैं कुछ खास इंडेक्स फंड (index fund).
जैसे NSE (National Stock Exchange) में
- Nifty50 Index,
- Nifty 100 Index,
- Nifty Next 50 Index,
- Nifty Bank Index etc etc.
एवं BSE (Bombay Stock Exchange) के
- BSE Sensex30 Index
- BSE S&P 500 Index ete etc.
दुनिया का सबसे बड़ा म्यूचुअल फंड, इंडेक्स फंड हैं। और निवेश के उद्देश्य से यह फंड दुनिया भरके निवेशकों के लिये बेहद लोकप्रिय भी माना जाता है।
बीएमआई कैलकेलुटर
बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) बॉडी फैट नापने का कैलकुलेटर है जो किसी शख्स की हाइट और उसके वेट के आधार पर नापते हैं.
अपना बीएमआई जानने के लिए अपना वेट और हाइट इस कैलकुलेटर में डालें जिसके बाद आपका बीएमआई निकल आएगा।
अन्य कैलकुलेटर
बीएमआई (Body Mass Index) ठीक है या या नहीं, कहां होता है बीएमआई कैलकुलेटर का प्रयोग?
एक स्वस्थ व्यक्ति का वेट उसकी हाइट के हिसाब से होना चाहिए और इसके लिए मानक निर्धारित है. आपकी लंबाई और वेट का अनुपात ही बीएमआई या बॉडी मास इंडेक्स कहलाता है और इसको मापने के लिए अलग-अलग कैलकुलेटर आते हैं. ये किस फॉर्मूले पर काम करता है और इसके इस्तेमाल की जरूरत कहां होती है, आपको इसके बारे में जानना चाहिए.
बॉडी मास इंडेक्स का क्या है फॉर्मूला?
बीएमआई को कैलकुलेट करने का एक सामान्य सा फॉर्मूला होता है और इसके लिए व्यक्ति को अपना वेट और अपनी हाइट एकदम ठीक तरह से डालनी होती है जिसके बाद
बीएमआई= वजन / (ऊंचाई X ऊंचाई) या बीएमआई =वजन/ (लंबाई स्क्वेयर)
बीएमआई का क्या है मानक?
किसी व्यक्ति की ऊंचाई और वजन के आधार पर अगर उसका बीएमआई इंडेक्स 18.5 से कम आता है तो ये सामान्य से कम होता है. अगर आपका बीएमआई स्तर 18.5 से 24.9 के बीच में है तो यह एकदम ठीक स्थिति है. बीएमआई स्तर अगर 25 या उससे ऊपर है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. ऐसे लोगों को दिल की बीमारी, स्ट्रोक, डाइबिटीज होने का डर रहता है. 30 से ज्यादा बीएमआई होने पर मोटापे से जुड़ी सभी बीमारियों के लिए आपका शरीर ज्यादा मुफीद है.
बीएमआई कैलकुलेटर का इस्तेमाल किनके लिए सही नहीं होता?
एक बात संकेतक क्या हैं और उनके साथ कैसे काम करें ध्यान रखने की है जो जरूरी भी है कि बीएमआई का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं या बुजुर्गों तथा छोटे बच्चों के लिए नहीं करना चाहिए, साथ ही बॉडी बिल्डर्स और एथलीट्स के लिए भी बीएमआई का उपयोग नहीं होना चाहिए. इसकी एक बड़ी वजह है कि इन मामलों में यह सही कैलकुलेशन करने में सक्षम नहीं है. इसके पीछे इस बात का कारण बताया जाता है कि बीएमआई मांसपेशियों या वसा को अलग रूप से नहीं समझ पाता है? उदाहरण के लिए इसे इस तरह समझिए कि गर्भवती महिलाओं का वजन सिर्फ उनके वेट के आधार पर नहीं बल्कि इसमें गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन भी शामिल होता है.
अगर आपका बीएमआई इंडेक्स आपकी ऊंचाई और वजन के आधार पर 18.5 से कम आता है तो ये वजन सामान्य से कम है और इसे बढ़ाए जाने की जरूरत है. बीएमआई का आदर्श स्तर 18.5 से 24.9 के बीच में माना जाता है. जिन लोगों का बीएमआई इस लेवल के बीच में आता है उनके लिए इसे मेंटेन करने की जरूरत है. 25 या उससे ज्यादा बीएमआई आने पर अलर्ट होने की जरूरत है क्योंकि इस बीएमआई लेवल वालों को डायबिटीज टाइप संकेतक क्या हैं और उनके साथ कैसे काम करें 2, हार्ट डिजीज या स्ट्रोक होने का डर रहता है. वहीं अगर 30 से ज्यादा बीएमआई होता है तो मोटापे या ओबेसिटी से होने वाले साइड इफेक्टस का आपके शरीर को बड़ा खतरा है.
बीएमआई की सीमाएं या लिमिट क्या हैं?
एक जरूरी बात ये है कि स्वस्थ शरीर और मानक वजन का आधार सिर्फ केवल बीएमआई नहीं हो सकता. आयु और जेंडर यानी लिंग से भी बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स पर असर पड़ता है. बीएमआई को आपके शरीर की लंबाई और वजन का रेश्यो माना जा सकता है. बीएमआई से ये पता लगाया जा सकता है कि आपके शरीर का वजन आपकी हाइट के मुताबिक ठीक है या नहीं, लेकिन इसकी अपनी लिमिटेशन भी हैं. आपके शरीर के किस भाग में कितनी चर्बी या फैट जमा है ये बीएमआई के जरिए पता नहीं लग सकता है.
जानकारों के मुताबिक बीएमआई स्वस्थ शरीर के वजन का एक इंडीकेटर तो जरूर है, लेकिन इसकी भी कुछ लिमिट हैं. बीएमआई किसी व्यक्ति के संपूर्ण अनुपात या संरचना का सही आकलन नहीं कर सकता. मांसपेशियों, हड्डी के वजन और फैट के कारण हरेक की बॉडी अलग होती है और सिर्फ मानक बीएमआई के आधार पर ये मानना कि स्वस्थ शरीर है या नहीं, ये उचित नहीं है.
बीएमआई की सीमाएं व्यस्कों यानी एडल्ट्स के लिए अलग क्यों हैं?
जैसा कि बीएमआई के बारे में हमने पहले ही आपको बताया कि ये पूरी तरह से सही नहीं हो सकता है. बीएमआई से शरीर के अतिरिक्त वजन की माप पता चलती है, इससे शरीर में अतिरिक्त फैट का पता नहीं लगाया जा सकता. अलग-अलग आयु, लिंग, मांसपेशियों और शरीर में फैट जैसे फैक्टर्स से बीएमआई पर असर देखा जाता है.
इसका एक उदाहरण देखें तो एक व्यस्क शख्स जो बीएमआई के मानकों के मुताबिक स्वस्थ वजन का होता है लेकिन वह अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज या वर्कआउट नहीं करता तो उसके शरीर में अतिरिक्त चर्बी या फैट जमा होने की संभावना होती है. ऐसे में भले ही उसके शरीर में अतिरिक्त वजन न हो और बीएमआई लेवल के आधार पर वह आदर्श स्थिति में आ रहा हो तो भी वह व्यक्ति स्वस्थ नहीं माना जा सकता. उसी बीएमआई का उच्च मांसपेशी संरचना वाला कम उम्र का व्यक्ति स्वस्थ माना जाएगा, इस तरह से व्यस्कों याानी एडल्ट्स के लिए बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई के लिए अलग तरह की लिमिट हैं.
भारत का पहला Cryptocurrency Index लॉन्च; कैसे काम करेगा? निवेशकों के लिए इसके क्या मायने? जानिए
सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15 लॉन्च किया है.
IC15 इंडेक्स क्रिप्टो इन्वेस्टर्स को Cryptocurrency बाजार की स्थितियों, वास्तविकताओं और अहम तथ्यों की जानकारी देग . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : January 07, 2022, 13:31 IST
नई दिल्ली. Cryptocurrency Index : दुनियाभर में किप्टोकरेंसी का व्यापार तेजी से बढ़ रहा है. भारत में भी क्रिप्टोकरेंसी लोगों को खूब आकर्षित कर रही है. क्रिप्टो में बढ़ते निवेश को देखते हुए क्रिप्टो सुपर ऐप क्रिप्टोवायर (CryptoWire) ने देश का पहला क्रिप्टोकरेंसी सूचकांक (Cryptocurrency Index) IC15 लॉन्च किया है.
IC15 इंडेक्स दुनियाभर के प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज पर कारोबार करने वाली बड़ी क्रिप्टोकरेंसी पर नजर रखेगा. इसके लिए कारोबारियों, डोमेन एक्सपर्ट और शिक्षाविदों को संकेतक क्या हैं और उनके साथ कैसे काम करें शामिल कर एक कमेटी (Index Governance Committee) बनाई गई है. ये कमेटी टॉप 15 क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेगी और उनके बारे में गहराई से जानकारियां जुटायेगी.
कैसे काम करेगा क्रिप्टो इंडेक्स IC15?
आईसी15 इंडेक्स में बिटकॉइन (Bitcoin), एथेरियम (Ethereum), एक्सआरपी, लाइटकॉइन (Litecoin), बिनांस कॉइन (Binance Coin), सोलाना (Solana), टेरा (Terra) और चेनलिंक (ChainLink) जैसी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसीज़ शामिल हैं. कमेटी (Index Governance Committee) मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में पहले टॉप 400 कॉइन्स को चुनेंगी. इनमें से फिर टॉप 15 कॉइन्स का चुनाव होगा.
करेंसी चयन करने के कड़े मानक
400 कॉइन्स की लिस्ट में शामिल होने के लिए क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार कम-से-कम 90 प्रतिशत होना चाहिए. साथ ही ट्रेडिंग वैल्यू के मामले में 100 शीर्ष करेंसी में इसका स्थान होना चाहिए. सर्कुलेटिंग मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के मामले में योग्य क्रिप्टोकरेंसी शीर्ष 50 में भी होनी चाहिए. फिर समिति शीर्ष 15 क्रिप्टोकरेंसी का चयन करेगी. सूचकांक का आधार मूल्य 10,000 तय किया गया है और आधार तिथि एक अप्रैल 2018 है.
क्रिप्टो बाजार पर गहरी नजर
आईसी 15 इंडेक्स 80 प्रतिशत से अधिक क्रिप्टो बाजार गतिविधियों की निगरानी करेगा. बाजार के सभी पैमानों की समीक्षा कर वास्तविक स्थिति निवेशक के सामने रखेगा. इससे पारदर्शिता बढ़ेगी. क्रिप्टोवायर की समिति हर तिमाही में टॉप 400 कॉइन्स की समीक्षा करेगी.
क्रिप्टो इन्वेस्टर्स की ऐसे करेगा मदद
क्रिप्टोवायर के प्रबंध निदेशक जिगीश सोनागारा का कहना है कि आईसी 15 लॉन्च करने का मकसद निवेशक को सीखने के लिए एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराना है. यह न केवल निवेशकों का क्रिप्टो बाजार के बारे में ज्ञान बढ़ायेगा, बल्कि उन्हें अपने बिजनेस लक्ष्य हासिल करने में भी मदद करेगा. आईसी 15 से संकेतक क्या हैं और उनके साथ कैसे काम करें इस करोबार में पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा. निवेशक को सही और सटीक जानकारी हासिल होगी. इससे जोखिम को कम करने में मदद मिलेगी.
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जानिए क्या है फ्लोर एरिया रेश्यो (FAR) और यह किस काम आता है
किसी प्रोजेक्ट में Floor Area Ratio (FAR) घनत्व का संकेतक होने के साथ-साथ यह बताता है कि उसमें घर की कीमत कितनी है. आज हम आपको बताएंगे कि FAR क्या है और घर ग्राहकों के लिए यह कैसे जरूरी है.
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फ्लोर एरिया रेश्यो (FAR) या फ्लोर स्पेस रेश्यो (FSR) अधिकतम फ्लोर स्पेस को दर्शाता है, जो जमीन के टुकड़े पर बनाया जा सकता है. अन्य शब्दों में यह बिल्डिंग के टोटल कंस्ट्रक्टेड फ्लोर एरिया और लैंड एरिया के बीच का रेश्यो है. इसे कुछ बाजारों में एफएसआई यानी फ्लोर स्पेस इंडेक्स भी कहा जाता है.
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