स्वामी कोष में सरकार ने 5,000 करोड़ रुपये की रकम डाली
इस निवेश कोष का प्रबंधन करने वाली कंपनी एसबीआई कैपिटल वेंचर्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार की तरफ से डाली गई इस अतिरिक्त राशि के साथ ही कोष का आकार 15,530 करोड़ रुपये हो गया है। इसके साथ ही यह निवेश कोष अपने घोषित आकार पर पहुंच गया है।
दिसंबर 2019 में वित्त-मंत्रालय समर्थित इस कोष की शुरुआत 10,037.5 करोड़ रुपये के साथ हुई थी। उस समय भी सरकार ने इसमें 5,000 करोड़ रुपये लगाए थे जबकि बाकी निवेश एसबीआई, एलआईसी, एचडीएफसी लिमिटेड और कुछ सार्वजनिक बैंकों ने किया था।
बिल्डरों एवं डेवलपरों की अनियमितता के कारण देश भर में लाखों घर खरीदारों के अपने फ्लैट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा था। इन अधूरी आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वित्त मुहैया कराने के मकसद से स्वामी कोष का गठन किया गया था।
अभी तक इस कोष से 127 परियोजनाओं के लिए राशि आवंटित की गई है। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर 79,000 से अधिक फ्लैट खरीदारों को अपने घर मिल पाएंगे। इनके अलावा 286 अन्य परियोजनाओं का भी वित्तीय मदद के लिए आकलन किया जा रहा है जिनमें एक लाख से अधिक फ्लैट अधूरे पड़े हुए हैं।
एसबीआई कैपिटल वेंचर्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी सुरेश कोझिकोट ने कहा, "स्टेट बैंक समूह भारत सरकार की इस रणनीतिक पहल को लागू करने के लिए सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराता रहेगा।"
अटकी हुई आवासीय परियोजनाओं को पूरा करेगा स्वामी निवेश कोष, सरकार ने किया 5,000 करोड़ का निवेश
इस निवेश कोष का प्रबंधन करने वाली कंपनी एसबीआई कैपिटल वेंचर्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार की तरफ से डाली गई इस अतिरिक्त राशि के साथ ही कोष का आकार 15,530 करोड़ रुपये हो गया है। इसके साथ ही यह निवेश कोष अपने घोषित आकार पर पहुंच गया है। दिसंबर 2019 में वित्त-मंत्रालय समर्थित इस कोष की शुरुआत 10,037.5 करोड़ रुपये के साथ हुई थी।
उस समय भी सरकार ने इसमें 5,000 करोड़ रुपये लगाए थे जबकि बाकी निवेश एसबीआई, एलआईसी, एचडीएफसी लिमिटेड और कुछ सार्वजनिक बैंकों ने किया था।
बिल्डरों एवं डेवलपरों की अनियमितता के कारण देश भर में लाखों घर खरीदारों के अपने फ्लैट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा था। इन अधूरी आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वित्त मुहैया कराने के मकसद से स्वामी कोष का गठन किया गया था।
अभी तक इस कोष से 127 परियोजनाओं के लिए राशि आवंटित की गई है। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर 79,000 से अधिक फ्लैट खरीदारों को अपने घर मिल पाएंगे।
इनके अलावा 286 अन्य परियोजनाओं का भी वित्तीय मदद के लिए आकलन किया जा रहा है जिनमें एक लाख से अधिक फ्लैट अधूरे पड़े हुए हैं।
एसबीआई कैपिटल वेंचर्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी सुरेश कोझिकोट ने कहा, "स्टेट बैंक समूह भारत सरकार की इस रणनीतिक पहल को लागू करने के लिए सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराता रहेगा।
We Founder Circle ने लॉन्च किए दो एंजेल फंड, 500 स्टार्टअप्स को सशक्त करने का लक्ष्य
We Founder Circle (WFC), जोकि शुरुआती चरण का स्टार्टअप इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म है, ने Invstt Trust (“Fund”) लॉन्च किया है. यह सेबी (SEBI) के साथ एंजेल फंड के रूप में रजिस्टर्ड AIF है. फंड का टारगेट साइज ₹200 करोड़ तक की राशि होगी जिसमें ₹200 करोड़ तक का ग्रीन शू विकल्प होगा, जिससे कुल ₹400 करोड़ हो जाएगा.
WFC ने गिफ्ट सिटी (GIFT City) में We Founder Circle Global Angels Fund भी लॉन्च किया है. यह एक क्रॉस-बॉर्डर फंड है जो दुनिया भर के निवेशकों को लक्षित करता है. 30 मिलियन डॉलर के ग्रीन शू विकल्प के साथ फंड की साइज 30 मिलियन डॉलर है और अतिरिक्त 2 वर्षों तक विस्तार करने के विकल्प के साथ 7 वर्ष की अवधि है. We Founder Circle Global Angels Fund भी एक सेक्टर-एग्नोस्टिक फंड है जो दुनिया भर के निवेशकों को दुनिया भर के अवसरों में भाग लेने में सक्षम बनाएगा.
जबकि फंड सेक्टर-एग्नोस्टिक है, यह मुख्य रूप से फाइनेंशियल सर्विसेज, डीप टेक, फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी, ईवी, कंटेंट गेमिंग, इंडस्ट्रियल टेक, रिटेल टेक, एड टेक, सप्लाई चेन, एग्रीटेक, कंज्यूमर/डी2सी, मैन्यूफैक्चरिंग, और अन्य (लॉजिस्टिक्स, हेल्थ केयर, टेक्नोलॉजी,आदि) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में पोर्टफोलियो संस्थाओं में निवेश करेगा.
Gaurav VK Singhvi, Managing Partner of Investment Manager
गौरव वीके सिंघवी, We Founder Circle Angel Accelerator LLP के मैनेजिंग पार्टनर, दोनों फंड के इन्वेस्टमेंट मैनेजर, ने कहा “2021 में 42 स्टार्टअप यूनिकॉर्न में बन गए और अपने शुरुआती चरण के निवेशकों के लिए शानदार परिणाम पेश किए. इसने कई HNIs को एंजेल निवेश की ओर आकर्षित किया है; हालाँकि, प्रवृत्ति अभी भी बहुत प्रारंभिक है और संस्थापकों और निवेशकों के लिए सही मार्गदर्शन के साथ-साथ सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता है. इसलिए, हमने निवेश वित्तीय साधन इस फंड की परिकल्पना दोनों तरफ से प्रक्रिया को एक्सीलरेट करने के लिए की है - एंजल निवेशक और शुरुआती चरण के स्टार्टअप. दो से तीन साल पहले, यह स्टार्टअप्स को मेंटरिंग और इनक्यूबेट करने के बारे में था. अब जरूरत बढ़ गई है जिसमें यह पूंजी के प्रवाह को मजबूत करने, HNIs के लिए बढ़ते परिणामों को प्रोत्साहित करने के लिए इसे सुव्यवस्थित करने और एंजेल निवेशकों और स्टार्टअप के बीच की खाई को पाटने के बारे में भी है. पूंजी पहुंच के अलावा, फंड तकनीकी विशेषज्ञता और वैश्विक व्यापार कनेक्शन के साथ स्टार्टअप्स को नेटवर्किंग और मेंटरशिप सपोर्ट भी प्रदान करता है."
हालांकि देर से आने वाले प्रवाह के लिए इसमें उतार-चढ़ाव हो सकता है, शुरुआती चरण के स्टार्टअप के लिए औसत सौदे का आकार बहुत अधिक प्रभावित नहीं हुआ है, जो संपत्ति-श्रेणी के वित्तीय साधनों के रूप में स्टार्टअप निवेश निवेश वित्तीय साधन में संभावित एंजेल निवेशकों की बढ़ती रुचि को उजागर करता है. उसी के अनुरूप, फंड प्री-सीड, सीड और सीरीज ए राउंड बढ़ाने वाले स्टार्टअप्स में निवेश करेंगे.
We Founder Circle के को-फाउंडर और सीईओ नीरज त्यागी ने कहा, “यह फंड अधिक स्टार्टअप और निवेशकों को इकोसिस्टम की मुख्यधारा में शामिल करने के हमारे प्रयास का एक स्वाभाविक विस्तार है. हम समुदाय के दोनों पक्षों का निर्माण कर रहे हैं और यह फंड निवेश वित्तीय साधन एंजेल निवेशकों की बढ़ती संख्या को नियामक और अनुपालन-आधारित फ्रेमवर्क में निवेश करने में सक्षम करेगा. हम अगले 24 महीनों में 200 स्टार्टअप्स में निवेश करने के लिए 1000 से अधिक एंजल निवेशकों को लाने की उम्मीद करते हैं.“
पिछले 23 महीनों में, We Founder Circle ने 70+ स्टार्टअप्स में उनके शुरुआती चरण में निवेश किया है और विभिन्न पहलों के माध्यम से उन्हें सलाह दी है. फंड संस्थापकों को विकास के अगले दौर के लिए तैयार होने में मदद करेंगे. फंड्स की लॉन्चिंग 5 वर्षों में 500 स्टार्टअप्स को सशक्त बनाने की WFC की महत्वाकांक्षा के अनुरूप है.
Swami Kosh : स्वामी कोष में सरकार ने 5,000 करोड़ रुपये की रकम डाली
Swami Kosh : स्वामी कोष में सरकार ने 5,000 करोड़ रुपये की रकम डाली है. अभी तक इस कोष से 127 परियोजनाओं के लिए राशि आवंटित की गई है. इन परियोजनाओं निवेश वित्तीय साधन के पूरा होने पर 79,000 से अधिक फ्लैट खरीदारों को अपने घर मिल पाएंगे.
Updated: December 8, 2022 3:53 PM IST
Swami Kosh : सरकार ने अटकी हुई आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वित्तीय मदद मुहैया कराने के मकसद से गठित स्वामी निवेश कोष-1 में 5,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि डाली है.
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इस निवेश कोष का प्रबंधन करने वाली कंपनी एसबीआई कैपिटल वेंचर्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार की तरफ से डाली गई इस अतिरिक्त राशि के साथ ही कोष का आकार निवेश वित्तीय साधन 15,530 करोड़ रुपये हो गया है. इसके साथ ही यह निवेश कोष अपने घोषित आकार पर पहुंच गया है.
दिसंबर 2019 में वित्त-मंत्रालय समर्थित इस कोष की शुरुआत 10,037.5 करोड़ रुपये के साथ हुई थी. उस समय भी सरकार ने इसमें 5,000 करोड़ रुपये लगाए थे जबकि बाकी निवेश एसबीआई, एलआईसी, एचडीएफसी लिमिटेड और कुछ सार्वजनिक बैंकों ने किया था.
बिल्डरों एवं डेवलपरों की अनियमितता के कारण देश भर में लाखों घर खरीदारों के अपने फ्लैट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा था. इन अधूरी आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वित्त मुहैया कराने के मकसद से स्वामी कोष का गठन किया गया था.
अभी तक इस कोष से 127 परियोजनाओं के लिए राशि आवंटित की गई है. इन परियोजनाओं के पूरा होने पर 79,000 से अधिक फ्लैट खरीदारों को अपने घर मिल पाएंगे. इनके अलावा 286 अन्य परियोजनाओं का भी वित्तीय मदद के लिए आकलन किया जा रहा है जिनमें एक लाख से अधिक फ्लैट अधूरे पड़े हुए हैं.
एसबीआई कैपिटल वेंचर्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी सुरेश कोझिकोट ने कहा, “स्टेट बैंक समूह भारत सरकार की इस रणनीतिक पहल को लागू करने के लिए सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराता रहेगा.”
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जरुरी जानकारी | स्वामी कोष में सरकार ने 5,000 करोड़ रुपये की रकम डाली
Get Latest हिन्दी समाचार, Breaking News on Information at LatestLY हिन्दी. सरकार ने अटकी हुई आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वित्तीय मदद मुहैया कराने के मकसद से गठित स्वामी निवेश कोष-1 में 5,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि डाली है।
मुंबई, आठ दिसंबर सरकार ने अटकी हुई आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वित्तीय मदद मुहैया कराने के मकसद से गठित स्वामी निवेश कोष-1 में 5,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि डाली है।
इस निवेश कोष का प्रबंधन करने वाली कंपनी एसबीआई कैपिटल वेंचर्स ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार की तरफ से डाली गई इस अतिरिक्त राशि के साथ ही कोष का आकार 15,530 करोड़ रुपये हो गया है। इसके साथ ही यह निवेश कोष अपने घोषित आकार पर पहुंच गया है।
दिसंबर 2019 में वित्त-मंत्रालय समर्थित इस कोष की शुरुआत 10,037.5 करोड़ रुपये के साथ हुई थी। उस समय भी सरकार ने इसमें 5,000 करोड़ रुपये लगाए थे जबकि बाकी निवेश एसबीआई, एलआईसी, एचडीएफसी लिमिटेड और कुछ सार्वजनिक बैंकों ने किया था।
बिल्डरों एवं डेवलपरों की अनियमितता के कारण देश भर में लाखों घर खरीदारों के अपने फ्लैट के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा था। इन अधूरी आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए वित्त मुहैया कराने के मकसद से स्वामी कोष का गठन किया गया था।
अभी तक इस कोष से 127 परियोजनाओं के लिए राशि आवंटित की गई है। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर 79,000 से अधिक फ्लैट खरीदारों को अपने घर मिल पाएंगे। इनके अलावा 286 अन्य परियोजनाओं का भी वित्तीय मदद के लिए आकलन किया जा रहा है जिनमें एक लाख से अधिक फ्लैट अधूरे पड़े हुए हैं।
एसबीआई कैपिटल वेंचर्स के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी सुरेश कोझिकोट ने कहा, "स्टेट बैंक समूह भारत सरकार की इस रणनीतिक पहल को लागू करने के लिए सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराता रहेगा।"
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