ट्रेडिंग के कितने प्रकार होते है ? – Types Of Trading In Hindi
कुछ लोग Trading के अलग-अलग प्रकारों के बारे में जानते हैं, जिसके कारण वे अधिक लाभ कमाते हैं, परंतु कुछ अन्य लोगों को Types Of Trading In Hindi के बारे में जानकारी ना होने के कारण अपने पैसे Stock Trading में गवा देते हैं।
इसलिए सभी निवेशकों को Types Of Trading In Hindi के बारे में संपूर्ण जानकारी होना आवश्यक है। इसीलिए आज के इस लेख में हम ट्रेडिंग के सभी प्रकार को विस्तृत रूप से जानेंगे।
Trading के प्रकार कौन से हैं ? ( Types Of Trading In Hindi )
मुख्य रूप से Trading के प्रकारों को पांच भागों में बांटा गया है। यदि हम Stock Trading की बात करें तो यह पांच प्रकार की होती है जो निम्नलिखित है।
- Intraday Trading
- Scalping
- Swing Trading
- Delivery Trading
- Optional Trading
- Momentum Trading
- Positional Trading
- Technical Trading
1. इंट्राडे ट्रेडिंग ( Intraday Trading )
Intraday Trading को हम Day Trading भी कहते हैं। इस Trading के अंतर्गत स्टॉक को एक ही दिन में बेचना और खरीदना शामिल होता है।
यदि कोई भी Investor या Trader Intraday Trading करता है, तो उसे दिन के आखिरी में बाजार बंद होने से पहले अपने सभी खरीदे गए शेयरों को जरूर भेजना होता है।
Intraday Trading सबसे ज्यादा Nav Value के छोटे पैमाने पर होने वाले उतार-चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए लोकप्रिय है। यदि Trader अधिक Margin money का उपयोग नहीं करता है तो Intraday Trading बहुत ही कम जोखिम वाला होता है।
2. स्काल्पिंग ( Scalping )
स्काल्पिंग को Micro-Trading भी कहा जाता है, क्योंकि इस Trading को करते समय बहुत ही ज्यादा समय लगता है। स्काल्पिंग भी Intraday Trading की तरह ही की जाती है। बस इसके अंतर्गत Trader अपने Stock को कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट तक hold रखता है।
जिस तरह Day Trading के अंतर्गत बाजार बंद होने से पहले सभी खरीदे गए स्टॉक को बेचना पड़ता है उसी प्रकार Scalp में भी बाजार बंद होने से पहले अपने पोजीशन को बंद करना पड़ता है।
Intraday Trading की तरह ही इसमें भी Technical Analysis बाजार से संबंधित ज्ञान और Price trend के बारे में जागरुकता और समझ बनती है।
3. स्विंग ट्रेडिंग ( Swing Trading )
स्विंग Trading का उपयोग Traders द्वारा Short Term Stock Fund और Pattern को Trade करने के लिए किया जाता है। साथ ही Traders इसका उपयोग कई दिनों में एक अच्छा लाभ कमाने के लिए करते हैं। क्योंकि Trading के इस प्रकार में हम 1 दिन से 7 दिन तक Trading कर सकते हैं।
इसमें Traders अपने शेयरों का Technical Analysis करते हैं ताकि वे अपने Investment के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए Stock Market के Pattern का पालन कर सकें।
4. डिलीवरी ट्रेडिंग ( Delivery Trading )
शेयर बाजार में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली Trading डिलीवरी Trading ही है, क्योंकि इसके अंतर्गत Investment सुरक्षित रहता है। डिलीवरी Trading लंबे समय के लिए की जा सकती है, जिसके अंतर्गत Investors अपने Stock को कुछ समय के लिए होल्ड कर सकते हैं।
इसके साथ ही डिलीवरी Trading के अंतर्गत Investors को स्टॉक के लिए पूरी राशि का भुगतान करना होता है। Trading के इस प्रकार के अंतर्गत Investor उस स्टॉक में निवेश कर सकता है जिससे उसे अधिक मुनाफा हो सके।
5. मोमेंटम ट्रेडिंग ( Momentum Trading )
Stock Trading का पांचवा प्रकार मोमेंटम Trading है जिसके अंतर्गत एक Investor या Trader बाजार के मोमेंटम का फायदा उठाता है। यहां पर Trader ऐसे स्क्रिप्ट को चुनता है जो Breakout हो रहे हैं या फिर Breakout हो जाएंगे।
यदि बाजार का मोमेंटम ऊपर उठ रहा है तो Trader के पास जो स्टॉक है वह उन्हें बेच देता है और Average Return से भी ज्यादा रिटर्न प्राप्त करता है। और वहीं अगर बाजार का मोमेंटम नीचे गिर रहा है, तो Trader कई स्टॉक्स को खरीद लेता है ताकि वह उन्हें मोमेंटम बढ़ने पर बेच सके।
6. पोजीशनल ट्रेडिंग ( Positional Trading )
कुछ लोग इसे पोजीशन Trading भी कहते हैं। यह Trading भी Delivery Trading का ही एक रूप है, जिसके अंतर्गत Stocks को Buy and hold करने की Strategies अपनाई जाती है।
Positional Trading उन Traders के लिए ज्यादा बेहतर होती है, जो बाजार में नियमित रूप से भागीदार नहीं होते हैं यानी कि स्टॉक्स की खरीद बिक्री नियमित रूप से नहीं करते हैं।
Positional Trading के अंतर्गत लाभ तब होता है, जब स्टॉक बेचने से पहले उसे लंबे समय तक रखा जा सके।
7. फंडामेंटल ट्रेडिंग ( Fundamental Trading )
Trading के अंतर्गत Traders अच्छे कंपनी के स्टॉक्स ढूंढने के लिए Fundamental Analysis का उपयोग करता है। Traders कंपनी और उसके Financial Details पर अधिक ध्यान देते हैं। ताकि वे ऐसे स्टॉक का चुनाव कर सके जो भविष्य में उन्हें अधिक लाभ दे सके।
Fundamental Trading करने वाले Traders भी बाजार के अंदर अपनी पोजीशन को लंबे समय तक बनाए रखते हैं ताकि वे अधिक लाभ कमा सके।
8. टेक्निकल ट्रेडिंग ( Technical Trading )
Technical Trading के अंतर्गत Traders बाजार के चार्ट और डेटा का उपयोग करके अच्छे Stocks को ढूंढने का प्रयास करते हैं।
इस Trading में व्यापारियों के पास बाजार का ज्ञान और क्षमता होना चाहिए ताकि वह इस चार्ट और ग्राफ को समझ कर सही स्टॉक्स में निवेश कर सके।
FAQ’S:
प्रश्न 1 – ट्रेडिंग के पांच प्रकार कौन से हैं ?
प्रश्न 2 – किस प्रकार का Trading सबसे अच्छा है ?
प्रश्न 3 – स्विंग ट्रेडिंग क्या है ?
प्रश्न 4 – ऑनलाइन ट्रेडिंग क्या है ?
निष्कर्ष :-
आज के इस लेख में हमने Types Of Trading In Hindi के बारे में जानकारी प्राप्त की।
उम्मीद है, कि इस लेख के माध्यम से आपको Trading के प्रकारों के बारे में सभी जानकारियां मिल पाई होंगी।
यदि आप इस लेख से संबंधित और भी जानकारियां पाना चाहते हैं, तो हमसे कमेंट बॉक्स में कॉमेंट करके पूछ सकते हैं। जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
Swing Trading क्या है? | स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ?
दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने में इन्वेस्टमेंट करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि स्विंग ट्रेडिंग क्या होती Swing trading के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं है और स्विंग ट्रेडिंग कैसे की जाती है अगर नही, तो आइये आज हम आपको स्विंग ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी लेते है तो जो कैंडिडेट स्विंग ट्रेडिंग बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.
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Table of Contents
स्विंग ट्रेडिंग क्या है (What is Swing Trading in Hindi)
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जहाँ पर ट्रेडर्स शेयर्स को खरीदने के कुछ दिन के बाद बेचते हैं मतलब कि एक दिन से ज्यादा के लिए शेयर्स खरीदते हैं और थोड़े समय तक होल्ड करने के बाद दाम बढ़ने पर शेयर्स को बेच देते है जिससे उन्हें कुछ न कुछ फायदा हो जाता है.
एक अच्छी स्विंग ट्रेडर की ओप्पोर्चुनिटी को ढूंढने के Swing trading के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं लिए टेक्निकल एनालिसिस का और कभी-कभी फंडामेंटल एनालिसिस का भी उपयोग करता है साथ ही चार्ट के माध्यम से मार्केट ट्रेंड और पैटर्न्स का विश्लेषण करता है. स्विंग ट्रेडिंग को मंथली ट्रेडिंग भी कहा जाता है क्योंकि एक महीने के अंदर ही शेयर्स को खरीदना और बेचना होता है स्विंग ट्रेडिंग से महीने का 5% से 10% तक रिटर्न कमाया जा सकता है स्विंग ट्रेडिंग में टेक्निकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस का उपयोग किया जाता है.
स्विंग ट्रेडिंग कैसे शुरू कर सकते है ?
स्विंग ट्रेडिंग शुरू करने के लिए किसी भी ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अमाउंट और डीमैट अकाउंट होना जरूरी होता है क्युकी ट्रेडिंग अकाउंट शेयर को खरीदने के लिए और डीमैट अकाउंट ख़रीदे हुए शेयर्स को रखने के Swing trading के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं लिए जरूरी है.
Swing Trading काम कैसे करती है?
स्विंग ट्रेडर का काम किसी भी स्टॉक को खरीदने से पहले मार्केट का ट्रेंड शेयर्स की कीमत में उतार-चढ़ाव ट्रेडिंग चार्ट में बनने वाले पैटर्न का विश्लेषण करना होता है. सिम्पल तौर पर एक स्विंग ट्रेडर उन शेयर्स पर विश्लेषण करता है जिसमें ट्रेडिंग अधिक होती है. अन्य तरह की ट्रेडिंग की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में ज्यादा रिस्क होता है क्युकी इसमें गैप रिस्क शामिल होता है, अगर मार्केट के बंद होने के बाद कोई अच्छी खबर आती हैं तो स्टॉक के प्राइस मार्केट खुलने के बाद अचानक से ही बढ़ जाते हैं लेकिन अगर मार्केट के बंद होने के बाद कोई बुरी खबर आती हैं तो मार्केट खुलने के बाद स्टॉक के प्राइस में भारी गैप डाउन भी देखने को मिलती हैं इस तरह के रिस्क को ओवरनाईट रिस्क’ कहा जाता है.
स्विंग ट्रेडिंग करने के फायदे क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग करने के निम्नलिखित फायदे है-
- स्विंग ट्रेडिंग में शेयर्स को कुछ दिनों या कुछ हफ्तों के लिए होल्ड करके रखा जाता है इसलिएइंट्राडे की तुलना में लाइव मार्केट में ज्यादा समय रहने की जरूरत नहीं होती है.
- स्विंग ट्रेडिंग मेंट्रेडर्स को बाजार के साइडवेज़ होने पर एक अच्छा रिटर्न मिलता है.
- स्विंग ट्रेडिंग जॉब या बिज़नेस करने वाले लोगो के लिए सबसे अच्छा होता हैं.
- स्विंग ट्रेडिंग में छोटे-छोटे रिटर्न्स साल में एक अच्छा रिटर्न भी बन जाता है.
- इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग करना आसान होता हैं क्युकी इसमें सिर्फ आपको सिर्फ टेक्निकल एनालिसिस आना चाहिए.
- इंट्राडे की तुलना में स्विंग ट्रेडिंग में स्ट्रेस लेवेल कम कुछ होता है.
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान क्या है?
स्विंग ट्रेडिंग करने के कुछ नुकसान भी है-
- स्विंग ट्रेडिंग में ओवरनाईट और वीकेंड रिस्क भी रहता है.
- स्विंग ट्रेडिंग में गैप रिस्क भी शामिल होता है
- अगर किसी तरह से मार्केट का अचानक ट्रेंड बदल जाता है तो यहां काफी देय भी नुकसान हो सकता है.
स्विंग ट्रेडिंग कैसे करे?
सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस: स्विंग ट्रेडिंग में सुपोर्ट एंड रेसिसिटेंस बहुत जरूरी होता है तो इसीलिये आप भी यही कोशिश यही करना कि सपोर्ट पर ब्रेकआउट के बाद शेयर्स ख़रीदे और रेजिस्टेंस पर ब्रेकडाउन पर Swing trading के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं बेच दे.
न्यूज़ बेस्ड स्टॉक: एक स्विंग ट्रेडर ऐसे शेयर्स को चुनता है जिसमें बाजार की किसी खबर का असर हो और उस खबर के कारण वह स्टॉक किसी एक दिशा में ब्रेकआउट देने की तैयारी में हो या ब्रेकआउट दे चुका हो, वह खबर बुरी या अच्छी किसी भी प्रकार की हो सकती है खबर अच्छी हुई तो ऊपर की तरफ ब्रेक आउट होगा, नहीं तो नीचे की तरफ ब्रेडडाउन होगा.
स्विंग ट्रेडिंग टेक्निक्स: स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको हमेशा हाई Liquidity शेयर्स को चुनना होता है इसके अलावा शेयर में एंट्री और एग्जिट के लिए MACD, ADX और Fast Moving Average का यूज किया जा सकता है.
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आज आपने क्या सीखा?
हमे उम्मीद है कि हमारा ये (swing trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको स्विंग ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.
हमारी ये (swing trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.
Best Swing Trading Stocks For the Week March 2022
Best Swing Trading Stocks For the Week March 2022
दोस्तों जैसा की आप सभी जानते है, कि आज के समय में हर कोई स्टॉक मार्किट से पैसा कमाना चाहता है, पर हम अधिकांश ये देखते है कि लोग ये बोलते है, जितना कमाओ उससे ज्यादा जेब से लग जाता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि हम स्टॉक की खरीदी उस समय करते है। जब वो या तो अपने उच्चतम स्तरपर होता है या फिर हम उस समय खरीद लेते है। जब वो अपनी रेंज के बाहर होता है। तो दोस्तों, आज हम आपके साथ कुछ ऐसे शेयर की चर्चा करेंगे, जो आपको एक से दो महीने के अंदर 15-20% तक का रिटर्न दे सकते है।
आगे बढ़ने से पहले सबसे पहले हम ये समझ लेते है कि स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है?
स्विंग ट्रेडिंग क्या होती है? Swing trading के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं
स्विंग ट्रेडिंग से तात्पर्य एक ऐसी प्रक्रिया से है, जिसके अंदर हम किसी भी ख़रीदे हुए स्टॉक की पोजीशन को 1 दिन से ज्यादा समय के लिए होल्ड करते है।
स्विंग ट्रेडिंग के अंदर हम किसी भी स्टॉक के लिए 15-20% तक का टारगेट लेके चल सकते है, पर बतौर एक निवेशक होने के नाते मैं ये सलाह दूंगा, कि अगर आपने कोई स्टॉक खरीदा है और आपके उस स्टॉक में उसी दिन 10-12% का रिटर्न देखने को मिले, तो वो बुक कर लेना चाहिए। क्यों की एक बहुत बड़े निवेशक ने ये बात बोली है की –
” जो बुक कर लिया वो अपना है ,बाकी सब सपना है”।
चलिए अब हम कुछ ऐसे स्टॉक्स की चर्चा करेंगे जो आने वाले 1-2 महीने के लिए हमे 15-20% तक का अच्छा रिटर्न दे सकते है।
Top Swing Trading Stocks
1.DELTA CORP LIMITED (DELTACORP)
यह कंपनी एक गेमिंग कंपनी है, और साथ ही साथ एक हॉस्पिटैलिटी कॉर्पोरेशन भी है। जो की कई तरह के होटलो और कसीनो का संचालन करती है। साथ ही साथ यह भारत की एक मात्रा गेमिंग कंपनी है जो कैसिनो के व्यापर में लगी हुई है।
इस कम्पनी का शेयर आज 21.03.2022 को 312.75 रूपए पर बंद हुआ है, और इसका 52 वीक का उच्चतम 318.85 रूपए है जो की इसने आज ही बनाया है।
आज के दिन इस शेयर में 2,27,46,266 नंबर शेयर्स का वॉल्यूम देखने को मिला है,और साथ ही साथ 41,88,459 शेयर्स पोसिशनल ट्रेडिंग के लिए खरीदे गए है, जो की अपने आप में एक अच्छी मात्रा है। इस शेयर को हम 350.00 रूपए के टारगेट तक के लिए खरीद सकते है।
2. SRF LIMITED (SRF)
एसआरएफ लिमिटेड एक बहु-व्यावसायिक रसायन समूह है, जो औद्योगिक और विशेष मध्यवर्ती के निर्माण में लगा हुआ है। कंपनी के बिजनेस पोर्टफोलियो में फ्लोरोकेमिकल्स, स्पेशलिटी केमिकल्स, पैकेजिंग फिल्म्स, टेक्निकल टेक्सटाइल्स, कोटेड और लैमिनेटेड फैब्रिक्स शामिल हैं।
इस कम्पनी का शेयर आज 21.03.2022 को 2605.48 रूपए पर बंद हुआ है और इसका 52 वीक का उच्चतम 12,600 रूपए है। आज के दिन का इसका उच्चतम 2658.95 था।
आज के दिन इस शेयर में 10,55,088 नंबर शेयर्स का वॉल्यूम देखने को मिला है ,और साथ ही साथ 4,48,926 शेयर्स पोसिशनल ट्रेडिंग के लिए खरीदे गए है। इस शेयर को हम तीन हफ्तों की पोसिशनल ट्रेडिंग के लिए 2950-3000 रूपए के टारगेट तक के लिए खरीद सकते है।
3. INTELLECT DESIGN ARENA LIMITED (INTELLECT)
यह कंपनी बैंकिंग, बीमा और अन्य वित्तीय सेवाओं के लिए वित्तीय प्रौद्योगिकी सेवाओं में लगी हुई है। एक विशिष्ट रूप से केंद्रित उत्पाद व्यवसाय, इंटेलेक्ट प्रौद्योगिकी को अपनाने के विभिन्न चरणों के साथ वित्तीय संस्थानों की जरूरतों को पूरा करता है।
इस कम्पनी का शेयर आज 21.03.2022 को 802 .90 रूपए पर बंद हुआ है,और इसका 52 वीक का उच्चतम 892 रूपए है। आज के दिन का इसका उच्चतम 817.05 था।
आज के दिन इस शेयर में 11,90,290 नंबर शेयर्स का वॉल्यूम देखने को मिला है,और साथ ही साथ 4,02,241 शेयर्स पोसिशनल ट्रेडिंग के लिए खरीदे गए है। इस शेयर को हम 880-900 रूपए के टारगेट तक के लिए खरीद सकते है।
4. JASH ENGINEERING LIMITED (JASH)
यह कंपनी पानी और समुद्री जल सेवन प्रणाली, जल और अपशिष्ट जल पंपिंग स्टेशनों और उपचार संयंत्रों, विलवणीकरण संयंत्रों, तूफान जल पंपिंग स्टेशनों, जल संचरण लाइनों,जल विद्युत उत्पादन और बिजली,स्टील,सीमेंट के लिए उपकरणों की विस्तृत श्रृंखला का निर्माण करता है।
इस कम्पनी का शेयर आज 21.03.2022 को 543.90 रूपए पर बंद हुआ है और इसका 52 वीक का उच्चतम 628 रूपए है। आज के दिन का इसका उच्चतम 562.95 था।
आज के दिन इस शेयर में 93,327 नंबर शेयर्स का वॉल्यूम देखने को मिला है ,और साथ ही साथ 45,510 शेयर्स पोसिशनल ट्रेडिंग के लिए खरीदे गए है। इस शेयर को हम 600 रूपए के टारगेट तक के लिए खरीद सकते है।
5.VEDANTA LIMITED(VEDL)
वेदांत लिमिटेड एक भारतीय बहुराष्ट्रीय खनन कंपनी है जिसका मुख्यालय मुंबई, भारत में है, जिसका मुख्य परिचालन गोवा, कर्नाटक, राजस्थान और ओडिशा में है। यह कंपनी लौह अयस्क, सोना और एल्यूमीनियम का व्यापार करती है।
इस कम्पनी का शेयर आज 21.03.2022 को 400.10 रूपए पर बंद हुआ है, और इसका 52 वीक का उच्चतम 407.45 रूपए है जो की इसने आज ही बनाया है।
आज के दिन इस शेयर में 2,68,19,133 नंबर शेयर्स का वॉल्यूम देखने को मिला है ,और साथ ही साथ 65,63,340 शेयर्स पोसिशनल ट्रेडिंग के लिए खरीदे गए है। इस शेयर को हम 480-500 रूपए के टारगेट तक के लिए खरीद सकते है।
स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें? | How to Select Stocks for Swing Trading in Hindi?
शेयर मार्केट में ट्रैडिंग के कई विकल्प है, जिन्हे निवेशकर्ता अपनी आवश्यकतानुसार चुन सकता है। जैसे दीर्घकालिक, मध्यकालिक या फिर एक दिन में सम्पन्न होने वाले लेन देन या इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)। दीर्घकालिक के लिए किए गए निवेशों में लाभ का प्रतिशत तो अधिक होता है परन्तु काफी लम्बे समय का इंतज़ार भी करना पड़ता है, कई बार ये अवधि 5 वर्ष या उससे भी अधिक की हो सकती है| इन निवेशों में जोखिम (Risk) तो काफी कम होता हैं लेकिन निवेश के लिए ज्यादा पूंजी (Corpus) की आवश्यकता होती है। अगर बात करे इंट्राडे ट्रेडिंग कि तो उसमे बाजार Swing trading के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं के बंद होने से पहले ही खरीद-बेच का सौदा कर दिया जाता है, इसमे जोखिम ज्यादा होता है पर ट्रैडिंग के लिए कम पूंजी कि जरूरत होती है। अब चाहे लंबे समय के लिए होने वाले ट्रैडिंग कि बात करे या एक दिन में पूरी होने वाली इंट्राडे ट्रेडिंग की सभी के अपने नफा नुकसान है। इन सबसे थोड़ा सा अलग एक अन्य ट्रैडिंग विकल्प भी है जिसे स्विंग ट्रैडिंग (Swing Trading) कहा जाता है।
स्विंग ट्रैडिंग क्या है? | What is Swing Trading?
स्विंग ट्रैडिंग का उद्देश स्टॉक के मूल्य में गिरावट या बढ़ोतरी को देखकर अपनी पोजिसन को होल्ड करने से है, ये अवधि 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों तक हो सकती है ।
जहां लंबी अवधि के निवेशों में लाभ अर्जित करने के लिए लंबे समय का इंतजार करना पड़ता है, स्विंग ट्रेडिंग के जरिए निवेशक छोटे-छोटे लाभों को अर्जित कर कम समयावधि में अच्छा लाभ अर्जित किया जा सकता है ।
बाजार और शेयर के सही अनुमान लगाने के लिए Swing trading के लिए कौन से शेयर सर्वश्रेष्ठ हैं ट्रैडर कई टेक्निकल सूचक (Indicator) का प्रयोग भी करते है जो शेयर के सही स्थिति के अनुमान लगाने में सहायक होते है।
स्विंग ट्रैडिंग कैसे करे? | How to Do Swing Trading?
ट्रैडिंग अकाउंट खोले: स्विंग ट्रेडिंग के लिए आपको सर्वप्रथम एक ट्रेडिंग अकाउंट खोलने की जरूरत होगी| आजकल कई ट्रेडिंग कंपनियां डेमो अकाउंट भी देती हैं जिनकी मदद से आप ट्रेडिंग को आसानी से समझ पाते हैं और लाइव ट्रैडिंग से पहले अभ्यास कर सकते है ।
बाजार का आंकलन करे: ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के पश्चात आपको बाजार विश्लेषण की जरूरत पड़ेगी, इस पर मदद के लिए कई वित्तीय टूल उपलब्ध हैं जो उचित मार्गदर्शन कर सकते हैं।
स्विंग ट्रैडिंग के लिए शेयर चुने: जब आप बाजार को अच्छे से समझ लिए हैं और अपनी जरूरत के अनुसार जोखिम के लिए तैयार हैं, अब जरूरत है आपको ऐसे स्टॉक या एजेंट की जो आपकी जरूरत के अनुसार फिट बैठता हो।
जोखिम प्रबंधन करे: ट्रेडिंग में यह आवश्यक नहीं है कि आपके द्वारा लिए गए निर्णय हमेशा सही हो और आपको हमेशा लाभ ही प्राप्त हो, कई बार सही बाजार आंकलन और रणनीति के बाद भी अप्रत्याशित हानि उठानी पड़ती है| आपको अपनी वित्तीय जोखिम के अनुसार लाभ या हानि हर तरह के जोखिम के लिए तैयार रहना चाहिए।
अपनी ऐसेट को मॉनिटर करे: अपनी ऐसेट को मॉनिटर करते रहें, देखें कि क्या वह आपकी आशा के अनुरूप प्रदर्शन कर पा रहा है या नही। सही समय पर बाहर निकलना बेहतर विकल्प हो सकता है, लाभ के साथ यहाँ कभी-कभी हानि के साथ भी हमें बाहर निकलना पड़ता है।
How to Select Stock for Swing Trading? | स्विंग ट्रेडिंग के लिए स्टॉक कैसे चुनें?
बाजार की दिशा: ट्रैड करते समय कुछ ट्रेडर्स मार्केट की स्थिति के अनुसार भी स्टॉक को चुनते हैं इसके लिए कंपनी के स्तिथि, उससे संबधित खबरों पर नजर रखनी चाहिए| कोशिश करे कि बेहतर प्रदर्शन कर रहे स्टॉक को ही चुना जाएI
तरलता या लिक्विडिटी: तरलता स्विंग ट्रेडर्स के लिए एक अच्छा पैमाना हो सकती हैं, अच्छी लिक्विडिटी का अर्थ है ऐसे स्टॉक जोकि ट्रेड मार्केट में बहुत बड़ी मात्रा में खरीदे या बेचे जाते हैं, ये प्रदर्शित करते है कि स्टॉक कि मांग बाजार में अच्छी है, अच्छे तरलता वाले स्टॉक अपेक्षाकृत कम जोखिम के साथ आते हैI
अन्य स्टॉक के साथ तुलना: इसमें स्टॉक की तुलना उसी सेक्टर से संबंधित अन्य स्टॉक के प्रदर्शन के साथ की जाती है ताकि अधिकतम प्रभावशाली या बेहतर प्रदर्शन वाले स्टॉक को चुना जा सके।
स्टॉक का ट्रैडिंग पैटर्न: स्टॉक के पुराने ट्रेडिंग पैटर्न को देखकर ही भविष्य के लिए उस स्टॉक के लिए अनुमान लगाए जाते है, अतः जो स्टॉक एक निश्चित उतार-चढ़ाव को दोहराते हो वो अच्छे विक्लप हो सकते है।
कम बदलाव वाले स्टॉक: ट्रेडर्स ज्यादा जंपी स्टॉक को लेना पसंद नहीं करते हैं, वह उन्हीं स्टॉक में निवेश करते हैं जो कि तुलनात्मक रूप से कम उछाल या गिरावट दिखाते हो ताकि उनके पैटर्न को अच्छे से समझा जा सकेI
Swing Traders | स्विंग ट्रेडर्स
स्विंग ट्रेडिंग, ट्रेडिंग की एक तरीका है, जिसमे स्टॉक को कुछ समयावधि तक अपने पास रखा जाता है और एक निश्चित लाभ को प्राप्त के उदेश्य से सही समय पर बेच दिया जाता है, ये समयावधि 24 घंटे से लेकर कुछ हफ्तों तक हो सकती है।
स्विंग ट्रेडिंग एक ऐसी निवेश शैली है जिसमें स्टॉक को खरीद कर होल्ड कर दिया जाता है, ताकि सही समय देखकर उससे लाभ अर्जित किया जा सके| ये लाभ काफी कम हो सकता है पर संयुक्त रूप से देखने पर ये अच्छी राशि दे सकता है|
Trading और Investment क्या होता है ?
Trading क्या होता है ? Trading के प्रकार -
★ Trading :-
जो trading करता है उसे Trader कहते है और trader किसी भी कंपनी के शेयर को short term के लिए Buy करते हैं। short term का मतलब है 1 साल या 1 साल से कम समय के लिए share खरीद कर Hold करना।
कोई trader जब trading करता तब वह उस कंपनी का Technical Analysis, Chart Reading, Candlestick pattern, Volume और उस कंपनी के बारे में Current News आदि के आधार पर share Buy या cell करते हैं जोकि Investing के मुकाबले ज्यादा मुश्किल और Risky भी होता है ।
Trading के प्रकार :-
(1) Scalp Trading : अगर कोई trader किसी कंपनी के शेयर को कुछ मिनट के लिए खरीद कर रखता है और (मुनाफा / नुकसान) लेकर तुरंत बेच देता है तो इस प्रकार के trading को Scalp trading कहते हैं।
(2) Intraday Trading : अगर कोई trader किसी कंपनी के शेयर को एक दिन के लिए, मतलब पूरे दिन में किसी भी समय Buy करके उसी दिन बेंच देता है, तो इस प्रकार के trading को Intraday trading कहते हैं।
(3) Swing Trading : अगर कोई trader किसी Company के शेयर को खरीदकर कुछ दिन या कुछ हफ्तों के लिए Hold करके बेचता है, तो इस प्रकार के trading को Swing trading कहते हैं।
(4) Position trading : अगर कोई trader किसी कंपनी के share को Buy करके कुछ महिनों के लिए या एक साल से कम के लिए Hold करके बेचता है, तो इस प्रकार के trading को position trading कहते हैं।
(5) Option trading : दोस्तों यह trading आम तौर पर बाकि trading से बिल्कुल अलग है। आगे हम इस trading Skills को Basic से इस पूरे course में सिखेंगे। तो चलिए अब 'Investment' के बारे में जानते हैं।
- Option trading क्या है ?
- Contract (अनुबंध) क्या होता है ?
- Option Chain क्या होता है ?
- Option Trading किसमें - किसमें कर सकते हैं ?
Investment :-
तो दोस्तों जैसा की आपने अभी-अभी जाना कि जो लोग trading करते हैं। उनको trader कहते हैं। ठीक उसी प्रकार जो लोग Investment करते है, उनको Investor कहते हैं।
तो जो Investor किसी कंपनी के शेयर को लंबे समय तक के लिए (1 साल से अधिक) खरीदकर Hold करता है तो इसे हम Investment कहते हैं।
जो अच्छे निवेशक (Investor) होते हैं, वे Buy - Hold - Sell नियम को अपनाते हैं। मतलब किसी Company के share को Buy करके सालों तक Hold करके रखते हैं और सही Opportunity देखकर Sell कर देते हैं और अच्छा Profit कमाते हैं।
दोस्तों trading करने के लिए जिस प्रकार trader Technical Analysis, Chart Reading, Candlestick Pattern आदि देखते हैं। ठीक उसी प्रकार Investment करने के लिए Investor उस Company का Fundamental Analysis करते हैं।
जिससे Company के future के बारे में पता चलता हैं कि company आगे कब तक और कैसा perform करने वाली है। अगर उस company का fundamental सही (strong) है तो Investor उस company में अपना पैसा Invest करते हैं, otherwise नहीं करते।
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