शारीरिक गतिविधि की कमी होना: सोशल मीडिया का लंबे समय तक प्रयोग करने का मतलब है बच्चे खुद के लिए एक्सरसाइज करने का समय भी नहीं निकाल पाते हैं। इसके कारण वह एक्सरसाइज के मानसिक लाभों से वंचित रह जाते हैं।

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ABC जूस पीने से रुक जाएगा सर्दियों में बालों का झड़ना, जानिए फायदे और बनाने का तरीका

Written by Atul Modi | Updated : December 26, 2022 4:11 PM IST

सर्दियों का मौसम वैसे तो हर किसी को पसंद होता है, क्योंकि इस मौसम में हमें अपना पसंदीदा खाना और कंबल में आराम से लेटे रहने का सुख भी मिलता है। इस मौसम को आराम का मौसम माना जाता है। लेकिन इस मौसम के जितने लाभ हैं उतने ही नुकसान भी हैं। हमारी स्किन और बालों को इस मौसम में काफी नुकसान झेलना पड़ता है क्योंकि सर्दियों में ड्राई स्किन और ड्राई हेयर जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं और सर्दियों में बाल भी काफी झड़ने लगते हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे- गर्म पानी से नहाना और सिर धोना आदि। अगर आप हेयर फॉल कंट्रोल करना चाहते हैं तो आयुर्वेद द्वारा सुझाए गए कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर दीक्षा भावसार ने बालों का झड़ना रोकने के लिए ABC जूस (ABC Juice For Hair Growth In Hindi) के बारे में बताया है, आइये जानते हैं ABC जूस क्या है और इसके फायदे (Health Benefits Of ABC Juice in Hindi) क्या हैं?

सर्दियों में हेयर फॉल के कारण और उपाय - (Hair Fall Causes And Cure In Winter)

सर्दियों के मौसम में हिमोग्लोबिन लेवल के कम होने और इम्यूनिटी कमजोर होने के कारण बाल झड़ने लगते हैं क्योंकि इन स्थिति से शरीर में कमजोरी आ जाती है। ऐसा होने पर ABC जूस (आयुर्वेदिक ड्रिंक) का सेवन कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीका।

ABC जूस बनाने की सामग्री - ABC Juice Ingredients In Hindi

इस ड्रिंक को बनाने के लिए आपको तीन आंवला, दो उबली हुई गाजर और एक उबला हुआ चुकंदर चाहिए होगा। इसके अलावा आप करी पत्ते, पुदीना, अदरक, धनिया, नींबू और किशमिश भी ले सकते हैं।

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ABC जूस बनाने की विधि - How to Make ABC Juice In Hindi

सभी सामग्रियों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और अपने मनपसंद के एडिशनल इनग्रेडिएंट्स को भी इसमें ऐड कर सकते हैं। ऐसा करने के बाद सभी चीजों को ब्लेंडर में डाल दें और ब्लेंड कर लें। जब यह पीसने के बाद लिक्विड रूप ले ले तब इसे छानकर इसमें नमक और स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? थोड़ा सा नींबू डालकर पी सकते है।

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Written by Atul Modi | Updated : December 27, 2022 3:12 PM IST

अगर पॉजिटिव साइड की बात करें तो टिक टॉक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उन बच्चों के लिए एक लाइफ सेवर का काम करते हैं जो घर में खुद को अकेला या बिछड़ा हुआ महसूस करते हैं खास कर एलजीबीटी समुदाय के बच्चों के लिए। सोशल मीडिया से बच्चे खुद को ज्यादा कनेक्टेड कर पाते हैं और महामारी के दौरान जितना अकेला महसूस किया था उतना नहीं कर रहे हैं। सोशल मीडिया बच्चों को देश दुनिया का ज्ञान देता है और उन्हें अपना टैलेंट स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? दुनिया के सामने पेश करने का मौका देता है। सोशल मीडिया के चलते अब उन्हें किसी प्लेटफॉर्म का इंतजार करने की जरूरत नहीं है।

सोशल मीडिया के फायदे और नुकसान पर शोध

'कॉमन सेंस वीडियो' ने सोशल मीडिया के बच्चों पर प्रभावों को लेकर एक रिपोर्ट जारी किया था, जिसमे 1500 जवान बच्चों का सर्वे किया गया और इनमें से आधे बच्चे कहते हैं कि उन्हें सपोर्ट और सुझाव आदि के लिए सोशल मीडिया काफी जरूरी लगता है। इससे उन्हें कम अकेला महसूस होता है और इससे वह अपने फैमिली और दोस्तों के साथ कनेक्ट होने के साथ साथ क्रिएटिव रूप से खुद को पेश कर सकते हैं। 43 प्रतिशत बच्चों का कहना है कि जब वह डिप्रेशन, स्ट्रेस या चिंता महसूस करते हैं तो उन्हें अच्छा महसूस होता है। एलजीबीटी कम्युनिटी में 52 प्रतिशत यूथ का कहना है की सोशल मीडिया उन्हें तब अच्छा महसूस करने में मदद करता है जब वह इस तरह के इमोशन स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? को ज्यादा महसूस करते हैं।

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दूसरी ओर रिपोर्ट ने सोशल मीडिया और बच्चों के डिप्रेस्ड रहने के बीच भी एक संबंध दिखाया। जिन बच्चों को मॉडरेट डिप्रेशन के लक्षण महसूस हो रहे थे उनका स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? कहना था कि वह सोशल मीडिया का प्रयोग लगातार करते हैं। 18 प्रतिशत यूथ ऐसी है जो सोशल मीडिया प्रयोग नहीं करती और उन्हें डिप्रेशन के लक्षण नहीं दिखते जबकि एक तिहाई यूथ ऐसी है जिन्हें डिप्रेशन का सामना करना पड़ रहा है और वह लगातार सोशल मीडिया का प्रयोग करते हैं। इसके अलावा जितने ज्यादा उनके डिप्रेशन, स्ट्रेस और एंजाइटी के लक्षण हैं, उतना ज्यादा उन्हें स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? यह लक्षण तब महसूस होते हैं जब वह सोशल मीडिया प्रयोग कर लेते हैं। सोशल मीडिया उन बच्चों के लिए लाभदायक नहीं है जो पहले से ही डिप्रेस्ड हैं और जो इसके नेगेटिव आउटलुक की ओर देखते हैं।

Paush Amavasya 2022: पौष अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम, हो सकता है नुकसान, जानिये क्या है मान्यता

Paush Amavasya 2022: पौष अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम, हो सकता है नुकसान, जानिये क्या है मान्यता

Paush Amavasya 2022: 23 दिसंबर को है पौष अमावस्या।

Paush Amavasya 2022: इस साल की आखिरी अमावस्या कल है। हर अमावस्या का अपना महत्व होता है। अभी पौष मास चल रहा है। इस मास में पड़ने वाली अमावस्या को पौष अमावस्या कहा जाता है। स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? 23 दिसंबर 2022 को पौष अमावस्या पड़ रही है।

ज्योतिष शास्त्र के स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? अनुसार पौष अमावस्या को पितरों का तर्पण, श्राद्ध करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। साथ ही पितरों के आशीर्वाद से सुख-समृद्धि आने की मान्यता है।

पौष अमावस्या पर भूलकर भी न करें ये काम

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पौष अमावस्या पर पितरों की पूजा, तर्पण, स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? श्राद्ध किया जाता है। ऐसे में इस दिन कोई भी नया कार्य शुरू करना वर्जित बताया गया है। इस दिन किसी यात्रा स्टॉप लॉस के नुकसान क्या हैं? पर भी नहीं जाना चाहिए। साथ ही लेन-देन संबंधी कार्य करने से भी परहेज करना चाहिए। ऐसा करने पर नुकसान हो सकता है। इस दिन कोई मांगलिक कार्य करना भी वर्जित बताया गया है।

मान्यता के अनुसार पौष अमावस्या के दिन तुलसी और बेलपत्र नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना गया है। इससे आपके हानि हो सकती है।

दूसरे के घर नहीं करें भोजन

वहीं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पौष अमावस्या के दिन दूसरे के घर भोजन नहीं ग्रहण नहीं करना चाहिए। इस दिन अपने घर का भोजन करना चाहिए।

पौष अमावस्या के दिन दान जरूर करें। गरीबों और जरूरतमंदों को खाना जरूर खिलाएं। इससे आर्थिक समृद्धि आने की मान्यता है। वहीं इस दिन पिंड दान करने पर कुंडली में पितृ दोष भी दूर होता है। पौष अमावस्या शुक्रवार को पड़ रही है। ऐसे में विधि-विधान से मां लक्ष्मी की पूजा करें। इससे आर्थिक तंगी खत्म होने की मान्यता है।

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