Bitcoin

बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर

घरेलू ब्रोकरेज फर्म ICICI सिक्योरिटीज ने हाल ही में जुबिलेंट फूडवर्क्स (Jubilant Foodworks), गेल इंडिया लिमिटेड (GAIL India Ltd), इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (Indraprastha Gas Ltd), जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड (Jindal Stainless Ltd) और एस्ट्रल लिमिटेड (Astral Ltd) के स्टॉक को लेकर अपनी रिपोर्ट जारी की है

गिरावट के बाद भी युवाओं को Cryptocurrency पर भरोसा, स्टॉक मार्केट में नहीं लगाना चाहते पैसा

cryptocurrency bitcoin: बिटकॉइन (bitcoin) मई 2016 में 523 डॉलर का था जो अब 35 हजार डॉलर पर है. अभी कुछ दिन पहले 65 हजार डॉलर पर गया था, लेकिन चीन में पांबदी और एलॉन मस्क के ट्वीट ने इसका बेड़ागर्क कर दिया. फिर भी 2016 की तुलना में यह बहुत आगे है.

गिरावट के बाद भी युवाओं को Cryptocurrency पर भरोसा, स्टॉक मार्केट में नहीं लगाना चाहते पैसा

एनर्जी कंजप्शन को लेकर चाइनीज सरकार भी काफी गंभीर है. पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने पिछले महीने क्रिप्टो सर्विसेज पर बैन की घोषणा की. उसके बाद बिटक्वॉइन, इथेरियम जैसी डिजिटल करेंसी में भारी गिरावट दर्ज की गई थी. भारत सरकार भी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ है. RBI मॉनिटरी पॉलिसी की घोषणा करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने फिर कहा कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रिजर्व बैंक अपने रुख पर कायम है और वह इसके खिलाफ है.

भारत में क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) की राह बहुत मुश्किल है. बिटकॉइन, इथीरियम, पोलीगॉन या डोजकॉइन जैसी डिजिटल करेंसी न तो वैध है और न ही उसे अवैधा माना जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट ने इसके इस्तेमाल को हरी झंडी दी है, लेकिन रिजर्व बैंक इसे वैध बनाने को तैयार नहीं है. ऐसे में भारत में क्रिप्टोकरंसी का बाजार अधर में लटका है. cryptocurrency में निवेश की जहां तक बात है तो भारत किसी भी अन्य देश से पीछे नहीं है. यहां कई निवेशक ऐसे हैं जिन्होंने दुनिया में नाम कमाया और क्रिप्टो की दुनिया में परचम लहरा दिया.

एक आंकड़े पर गौर करें तो भारत में 15,000 करोड़ रुपये क्रिप्टोकरंसी पर लगा है. निवेश करने वालों की तादाद 1.5 करोड़ के आसपास है. साइबर करेंसी में पैसा लगाने वाले इन 1.5 करोड़ लोगों में ज्यादातर युवा हैं. सरकार जब तक क्रिप्टोकरंसी को हरी झंडी नहीं दे देती, तब तक इन निवेशकों में बिजनेस का भरोसा नहीं आएगा. हमेशा एक डर बना रहेगा कि क्या पता कल होके क्रिप्टो को मंजूरी न मिले और जो धंधा अभी चल रहा है, वह भी चौपट हो जाए. मगर इनमें कई युवा निवेशक ऐसे हैं जिन्हें भरोसा है कि क्रिप्टो के बाजार में 100 फीसद खरा उतरेंगे और उनका धंधा टकाटक चमकेगा.

युवाओं की पसंद

इनमें एक हैं मीत शाह जो 15 साल की उम्र से क्रिप्टो की खरीद-बिक्री करते हैं. 2012 में जब लोग कम ही क्रिप्टो के बारे में जानते थे, मीत शाह तब क्रिप्टो कॉइन के साथ खेलना शुरू कर चुके थे. देश के सबसे पुराने एक्सचेंज जेबपे में उन्होंने 300 रुपये लगाकर बिटकॉइन (bitcoin) की खरीदारी की. 300 रुपये लगाकर मीत शाह आज 65,000 रुपये से ज्यादा का निवेश कर चुके हैं. उनका मानना है कि कोई भी क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) इतने कम दिन में ऐसा रिटर्न नहीं दे सकती.

शाह बताते हैं कि उन्होंने खेल-खेल में बिटकॉइन खरीद लिया था, लेकिन आज यह बात नहीं है. तब बिटकॉइन अभी स्टार्ट ही हुआ था. शाह जैसे कई लोग हैं जिन्होंने बेमन या मजाक में बिटकॉइन, इथीरियम बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर और लोटकॉइन जैसी साइबर करंसी खरीद ली हो. आज जिस तेजी से इन क्रिप्टोकरंसी के दाम बढ़ रहे हैं, इसका अंदाजा लगाना उनके लिए भी मुश्किल है.

बिटकॉइन के धंधे में तेजी

बिटकॉइन (bitcoin) मई 2016 में 523 डॉलर का था जो अब 35 हजार डॉलर पर है. अभी कुछ दिन पहले 65 हजार डॉलर पर गया था, लेकिन चीन में पांबदी और एलॉन मस्क के ट्वीट ने इसका बेड़ागर्क कर दिया. फिर भी 2016 की तुलना में यह बहुत आगे है. क्रिप्टोकरंसी की इस तेजी को देश के युवाओं ने पकड़ा और आज वे अच्छा लाभ कमा रहे हैं.

युवाओं की बात सुनें तो पता चलेगा कि जैसे लॉटरी में लोग पैसा लगाते थे, आज युवा क्रिप्टो में पैसा लगाते हैं. उनका मानना है कि रिटर्न आए तो ठीक नहीं तो पैसा डूबने वाला नहीं है. भारत में आज 70 परसेंट निवेशक 30 साल से नीचे के हैं. ये युवा ऐसे हैं जो अपने को स्टॉक मार्कट में नहीं खपा सकते. उनका मानना है कि स्टॉक की जानकारी नहीं, एनालिसिस भी नहीं कर सकते और रिसर्च की बात तो दूर है. ब्रोकर बनकर निवेश करना तो और भी टेढ़ी खीर है.

स्टॉक में पैसे लगाना मुश्किल

स्टॉक और फंड बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर की तुलना में इन युवाओं को क्रिप्टो एक्सचेंज में पैसे लगाना ज्यादा सुविधाजनक लगता है. भारत के युवा क्रिप्टोकरंसी (cryptocurrency) के लिए जेबपे, वजीरएक्स, बिनेंस, कॉइनबेस और क्रैकेन के जरिये पैसा लगाते हैं. युवाओं को ये एक्सचेंज आसान और ओपन सोर्स होने के चलते निवेश के लिए सही लगते हैं. इस बीच इंटरनेट कंप्यूटर नाम की नई क्रिप्टोकरंसी आ गई जिसने पूरे बाजार को बदल कर बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर रख दिया. इंटरनेट कंप्यूटर ने क्रिप्टो की बड़ी-बड़ी कंपनियों को चुनौती दे दी है. यह कंपनी अब लोगों को खुद की क्रिप्टोकरंसी (बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर cryptocurrency) माइनिंग करने और उसे बेचकर कमाने का मौका दिया है. इसका नया आइडिया लोगों को इतना पसंद आया कि रातों रात कंपनी 45 अरब डॉलर पर पहुंच गई.

इथीरियम और इथर में फर्क

इन सबके बीच इथीरियम (ethereum) का उदाहरण सबसे चौंकाने वाला है. इथीरियम ब्लॉकचेन का नाम है जबकि उसकी डिजिटल करंसी इथर है. आज की तारीख में इथीरियम अपने ब्लॉकचेन से ज्यादा कमाई करती है न कि इथर से. इथीरियम ब्लॉकचेन पर नॉन फंजीबल टोकन का बिजनेस भी होता है. इथीरियम आज लोगों को एक साथ कई तरह का धंधा करने का विकल्प दे रहा है. इन सबके बावजूद क्रिप्टोकरंसी का धंधा अभी बहुत ज्यादा खुला और बिना डर का नहीं है. जानकार मानते हैं कि इसमें पैसा लगाएं लेकिन सावधानी के साथ.

अब क्रिप्टो ब्लॉकचेन बनाने का काम जोरों पर है जिससे क्रिप्टोकरंसी में बाढ़ वाली स्थिति आ गई है. लोगों को पता नहीं चल रहा कि किसमें पैसा लगाना सही है और किसमें नहीं. इससे भी क्रिप्टोकरंसी का बाजार मंदा पड़ रहा है. जानकार बताते हैं कि जब तक क्रिप्टोकरंसी बैध न हो जाए, तब तक फूंक-फूंक कर कदम रखने की जरूरत है.

Bitcoin Price: लिक्विडिटी बढ़ने और डॉलर में कमजोरी से बिटकॉइन में बूम, एक साल में दिया 210 फीसदी का रिटर्न

कोरोना महामारी के बीच साल 2020 में बिटकॉइन में 210 फीसदी का रिटर्न मिला है.बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर

Published: December 18, 2020 9:38 AM IST

Bitcoin Price: लिक्विडिटी बढ़ने और डॉलर में कमजोरी से बिटकॉइन में बूम, एक साल में दिया 210 फीसदी का रिटर्न

Bitcoin Price: कोरोना महामारी के बीच चरमराई अर्थव्यस्था के बीच इक्विटी मार्केट से लेकर सोने-चांदी में मजबूती बनी हुई है. कई सेक्टरों में तो मंदी की मार इस कदर पड़ी है कि उनको सुधरने में कइयों साल तक इंतजार करना पड़ सकता है. दुनियाभर की अर्थव्यस्थाओं का कमोबेश एक जैसा हाल देखा जा रहा है. लेकिन शेयर बाजार झूम रहा है. वहां पर बहार देखी जा रही है. शेयर बाजार से निवेशक अच्छी कमाई कर रहे हैं.

Also Read:

इसके साथ ही Crypto Currency में भी जोरदार तेजी देखने को मिल रही है. अधिक लिक्विडिटी और डॉलर में कमजोरी से Crypto Currency बेस्ट बिटकॉइन ब्रोकर में बूम है. बताया जा रहा है कि एक साल के अंदर Bitcoin ने 210 फीसदी का रिटर्न दिया है.

विशेषज्ञों का मानना है कि Crypto Currency लिक्विडिटी बढ़ने और डॉलर में कमजोरी से जोरदार तेजी आई है. Global Institutions की तरफ से भी अच्छी खरीदारी आते हुए दिखाई दी है.

साल 2020 में Bitcoin ने 210 फीसदी का रिटर्न दिया है. इस साल बिटकॉइन का प्राइस 20,000 डॉलर के पार निकल गया है. इसने 22158 डॉलर का ऑल टाइम हाई बनाया है.

ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. India.Com पर विस्तार से पढ़ें व्यापार की और अन्य ताजा-तरीन खबरें

Bitcoin में किया गया बड़ा अपग्रेड, सस्ते लेन-देन के साथ क्या कुछ बदलेगा जानिए!

बिटकॉइन ने रविवार को एक मेजर अपग्रेड किया, जिसने अपने ब्लॉकचेन को अधिक जटिल लेनदेन करने में सक्षम बनाया, संभावित रूप से वर्चुअल करेंसी के उपयोग के मामलों को बढ़ाने और स्मार्ट अनुबंधों को संसाधित करने के लिए एथेरियम के साथ इसे थोड़ा अधिक प्रतिस्पर्धी बनाता है.

Bitcoin

Bitcoin

gnttv.com

  • नई दिल्ली,
  • 16 नवंबर 2021,
  • (Updated 16 नवंबर 2021, 8:09 AM IST)

टैपरोट से आई बिटकॉइन में तेजी

टैपरोट से बढ़ेगी गोपनीयता

बिटकॉइन ने रविवार को एक मेजर अपग्रेड किया, जिसने अपने ब्लॉकचेन को अधिक जटिल लेनदेन करने में सक्षम बनाया है. यह संभावित रूप से वर्चुअल करेंसी के उपयोग के मामलों को बढ़ाने और स्मार्ट अनुबंधों को संसाधित करने के लिए एथेरियम के साथ इसे थोड़ा अधिक प्रतिस्पर्धी बनाता है. ये स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स स्व-निष्पादित लेनदेन हैं जिनके परिणाम प्री-प्रोग्राम इनपुट पर निर्भर करते हैं.

इस अपग्रेड को टैपरोट नाम दिया गया. यह 2017 में SegWit की ब्लॉक क्षमता में बदलाव के बाद से बिटकॉइन प्रोटोकॉल में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव है. SegWit बिटकॉइन लेनदेन से सिगनेचर डेटा खींचकर लेनदेन की मात्रा को प्रभावी ढंग से बढ़ाता है, जो एक ब्लॉक में फिट हो सकता है. डिजिटल करेंसी प्राइम ब्रोकर जेनेसिस में मार्केट इनसाइट्स के प्रमुख नोएल एचेसन ने कहा कि बिटकॉइन के संभावित एप्लिकेशन टैपरोट के साथ व्यापक हो गए हैं.

टैपरोट से आई बिटकॉइन में तेजी

उन्होंने कहा,"अधिक लचीले लेनदेन प्रकार और कम लागत बिटकॉइन पर DeFi (विकेंद्रीकृत वित्त) और NFTs के अधिक विकास का समर्थन करने की संभावना है और मूल क्रिप्टो नेटवर्क पर तकनीकी प्रगति की लहर के लिए मंच तैयार कर सकती है." टैपरोट की सक्रियता के कारण कुछ हद तक बिटकॉइन में तेजी आई, जिसने इसे 10 नवंबर को $69,000 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर धकेल दिया है. पिछले दो महीनों में बिटकॉइन में लगभग 47% की वृद्धि हुई है.

Taproot क्या है?
Taproot अपग्रेड में तीन अलग-अलग अपग्रेड प्रस्ताव होते हैं. हालांकि इसके मूल में अपग्रेड ने Schnorr नामक एक नई डिजिटल signature योजना पेश की है जो बिटकॉइन लेनदेन को अधिक कुशल और अधिक निजी बनने में मदद करेगी. बिटकॉइन उपयोगकर्ताओं को अधिक जटिल स्मार्ट अनुबंधों को निष्पादित करने के लिए Schnorr का भी लाभ उठाया जा सकता है.

टैपरोट को ऑफिशियली रविवार को 709,632 ब्लॉक पर एक्टिवेट किया गया. ब्लॉकचेन लेनदेन को बैचों या ब्लॉकों में व्यवस्थित करता है. प्रत्येक ब्लॉक में केवल एक निश्चित संख्या में लेनदेन हो सकते हैं. इस पर बातचीत 2016 में शुरू हो गई थी. टैपरोट अपग्रेड को बिटकॉइन साफ्टवेयर में सितंबर में शामिल किया गया था.

बिटकॉइन पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?

इसका सबसे बड़ा प्रभाव बिटकॉइन नेटवर्क की अधिक स्मार्ट अनुबंधों को संसाधित करने की क्षमता होगी, जैसा कि एथेरियम करता है.

डिजिटल एसेट इन्वेस्टमेंट फर्म बिटवाइज में जनरल काउंसल और चीफ कंप्लायंस ऑफिसर कैथरीन डॉउलिंग ने कहा कि बिटकॉइन ऐतिहासिक रूप से एथेरियम की तुलना में स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स को प्रोसेस करने में बहुत अधिक सीमित है. उन्होंने आगे कहा, चूंकि बिटकॉइन एथरियम की तरह उतना फ्लेकसिबल नहीं होगा, टैपरोट के जरिए इस गैप को भरने में मदद मिलेगी. इसका मतलब है कि हम रोज के रोज बिटकॉइन की एपलिकेशन में बढ़ोत्तरी देखेंगे.

अधिक गोपनीयता

टैपरोट किस प्रकार के लेन-देन को निष्पादित किया जा रहा है, यह अस्पष्ट करके गोपनीयता बढ़ाता है. Schnorr सिगनेचर बिटकॉइन प्रोटोकॉल पर अधिक जटिल लेनदेन कर सकते हैं, जैसे कि उन वॉलेट से जिन्हें कई हस्ताक्षरों की आवश्यकता होती है, किसी भी अन्य लेनदेन की तरह दिखते हैं. यह लेनदेन को अधिक निजी और अधिक सुरक्षित बनाता है.इससे बिटकॉइन लेनदेन भी अधिक डेटा-एफिशियंट हो जाएगा जो ब्लॉक क्षमता को अनुकूलित करेगा और लेनदेन शुल्क को कम करेगा.

Bitcoin और Ether में आई तेजी, 902 बिलियन डॉलर के पार पहुंचा क्रिप्टो मार्केट

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। साल 2022 की शुरुआत से ही क्रिप्टो मार्केट में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है।

Bitcoin और Ether में आई तेजी, 902 बिलियन डॉलर के पार पहुंचा क्रिप्टो मार्केट

अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। साल 2022 की शुरुआत से ही क्रिप्टो मार्केट में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है। दुनिया की सबसे चर्चित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) सोमवार को 1 पर्सेंट की तेजी के साथ 17,207 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। वहीं, दुनिया की दूसरी सबसे चर्चित क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर (Ether) में भी सोमवार को तेजी आई है। ईथर सोमवार को 2 पर्सेंट से अधिक की तेजी के साथ 1,292 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। CoinGecko के अनुसार पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप 902 बिलियन डॉलर के पार ट्रेड कर रहा है।

16900 से 17300 डॉलर के बीच ट्रेड कर रही बिटकॉइन
ग्लोबल क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म Mudrex के सीईओ और को–फाउंडर इदुल पटेल कहते हैं कि इस वीकेंड में बिटकॉइन 16,900 से 17,300 डॉलर के बीच ट्रेड कर रही है। यह बीयर्स और बुल्स के बीच कांटे की टक्कर की ओर इशारा करता है। फिलहाल बिटकॉइन का सपोर्ट लेवल 16,000 डॉलर पर स्थिर है। दूसरी ओर इस वीकेंड ईथर 10 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 1,300 डॉलर पर क्लोज हुआ है। अगर इथर के मार्केट प्राइस में इजाफा होता है तो यह बीयर्स के वीकनेस को दिखाएगा।

डॉगकॉइन और शीबा इनु भी 2 पर्सेंट तक चढ़े
दूसरी ओर, सोमवार को डॉगकॉइन (Dogecoin) में भी तेजी दिखाई दी है। एक ओर जहां डॉगकॉइन सोमवार को 2 पर्सेंट की तेजी के साथ 0.10 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। वहीं शीबा इनु (Shiba Inu) सोमवार को 1 पर्सेंट की तेजी के साथ 0.000009 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। पिछले 24 घंटों में सोलोना, टीथर, यूनिस्वैप, स्टेलर, पोल्काडॉट, एक्सआरपी, कार्डानो, चेनलिंक, लिटकॉइन, और पॉलीगॉन जैसे डिजिटल टोकन तेजी के साथ ट्रेड कर रही है। जबकि ट्रॉन के मार्केट प्राइस में सोमवार को इजाफा देखा गया।

रेटिंग: 4.18
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 686