आज के समय में महिलाएं भी आदमी के साथ कदम मिलाते हुए इंडिपेंडेंट हो गई हैं. खासकर नौकरीपेशा महिलाओं के लिए फैमिली और करियर को साथ-साथ बैलेंस करना होता है. इसके साथ ही आपको अपना ख्याल रखने और अपने रिटायरमेंट के बारे में भी सोचना चाहिए. आपको अपने फ्यूचर के बारे में ध्यान रखते हुए, अपने फाइनेंशियल सिक्योरिटी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. जो महिलाएं हर मायने में फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट होना चाहती हैं, उन्हें अभी से इसके लिए कदम उठाने शुरू कर देने चाहिए. फाइनेंशियल सिक्योरिटी के लिए बहुत सारे एफर्ट और स्मार्ट डिसीजन लेने की जरुरत होती है. थोड़ी सी भी गलती आपकी सारी मेहनत को बर्बाद कर सकती है. जिस कारण आप वापस उसी कंडीशन में पहुंच सकती हैं जहां से आपने स्टार्ट किया था. इससे बचने के लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. क्योंकि आपके एक डिसीजन पर आपका पूरा फ्यूचर डिपेंड करता है. और इसलिए आप जरा भी केयरलेस नहीं हो सकतीं हैं.

Women and money investment planning

30 की उम्र से पहले जरूर करें ये 5 काम, जिंदगी भर नहीं होगी पैसे की दिक्‍कत

जिंदगी भर पैसा की कमी न हो, इसके लिए जरूरी है कि हमें नौकरी या बिजनेस के शुरुआती समय से प्‍लानिंग करनी चाहिए.

what to do financially in your 30s : जिंदगी भर पैसे की कमी न हो, इसके लिए हमें नौकरी या बिजनेस महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है के शुरुआती समय से ही फाइनेंशियल प्‍लानिंग करनी चाहिए. पैसा कमाने से ज्‍यादा जरूरी होता है उसे बचाना और सही जगह निवेश करना, जिससे कि आने वाले समय में हमें उसका रिटर्न मिलता रहे. 20 से 30 साल की उम्र के बीच नौकरी या बिजनेस शुरू करने वाले युवाओं में अकसर यह देखा गया कि वो अपनी फाइनेंशियल प्‍लानिंग को लेकर बहुत अधिक महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है गंभीर नहीं रहते हैं. रिटायरमेंट प्‍लानिंग के बारे में बहुत ही कम युवा इस उम्र में सोचते हैं. दरअसल, यही फाइनेंशियल प्‍लानिंग का सही समय होता है. शुरुआती समय में ही अगर इस ओर ध्‍यान दिया जाए, तो रिटायरमेंट के बाद की भी लाइफ काफी आसान हो जाती है. साथ ही आपके पास पैसे की कमी नहीं रहती है. आइए एक्‍सपर्ट से जानते हैं कि 30 की उम्र से पहले किस तरह फाइनेंशियल प्‍लानिंग करनी चाहिए, जिससे कि जीवन आराम से गुजरे.

इमरजेंसी फंड बनाना जरूरी (Emergency Fund)

बीपीएन फिनकैप के डायरेक्‍टर एके निगम का कहते हैं, 30 से कम उम्र में जब भी आप हों और जॉब या नौकरी शुरू कर दी, तो आपकी सबसे पहली प्राथमिकता एक इमरजेंसी फंड बनाने की होनी चाहिए. इमरजेंसी फंड में करीब 6 महीने के बराबर लाइफ स्‍टाइल (रहन-सहन) के खर्चे की रकम होनी चाहिए. इससे मेडिकल इमरजेंसी, जॉब छूटने जैसी हालातों से निपटने में मदद मिलेगी. इस इमरजेंसी फंड पर अच्‍छे रिटर्न के लिए इसे डेट फंड या हाई इंटरेस्‍ट रेट वाले सेविंग्‍स अकाउंट में लगाएं. हमेशा यह याद रखें कि जबतक इमरजेंसी न हो, इस फंड का इस्‍तेमाल न करें. पर्याप्‍त इमरजेंसी फंड नहीं होने पर आपको अचानक होने वाली फाइनेंशियल जरूरत के लिए लोन लेना पड़ सकता है, जिस पर आपको काफी ब्‍याज भी चुकाना होगा.

निगम बताते हैं, 20 से 30 साल की उम्र वाले युवाओं में अकसर रिटायरमेंट प्‍लानिंग की तरफ रुझान कम रहता है. जबकि, रिटायरमेंट के लिए अच्‍छा खासा फंड बनाने के लिए निवेश का यही सही समय महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है रहता है. आप जितनी जल्‍दी अपने रिटायर्ड लाइफ के लिए प्‍लानिंग करेंगे, वह उतना ही फायदेमंद होगा. अकसर यह देखा जाता है कि लोग अपनी रिटायरमेंट प्‍लानिंग 30 की उम्र के बाद से शुरू करते हैं, उस समय खर्चे सबसे ज्‍यादा होते हैं और कई दूसरे जरूरी गोल भी होते हैं, जैसे बच्‍चों की हायर एजुकेशन, होम लोन रिपेमेंट. रिटायरमेंट के बाद आपको कितने फंड की जरूरत होगी और कितने मं‍थली इन्‍वेस्‍टमेंट से इसे तैयार किया जा सकता है. इसका आकलन आप रिटायरमेंट कैलकुलेटर का इस्‍तेमाल कर लगा सकते हैं. इसके बाद एक ठोस इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान बनाकर उसे अपनी वर्किंग लाइफ तक बनाए रखें.

इन्‍श्‍योरेंस न करें नजरअंदाज (Insurance Cover)

निगम का मानना है कि फाइनेंशियल प्‍लानिंग में इंश्‍योरेंस कवर को अनिवार्य रूप से शामिल करना चाहिए. इसमें टर्म लाइफ प्‍लान और हेल्‍थ इंश्‍योरेंस दो बेहद जरूरी है. 30 की उम्र में हैं तो अकसर डिपेंडेंट्स अधिक हो सकते हैं. इसलिए एक प्‍योर टर्म प्‍लान के जरिए अपने लिए पर्याप्‍त लाइफ इन्‍श्‍योरेंस जरूर रखना चाहिए. यह आपकी परिवार को मुश्किल समय पर्याप्‍त आर्थिक सुरक्षा देता है. इसके अलावा, हेल्‍थ इंश्‍योरेंस निश्चित रूप से सभी को रखना चाहिए. आजकल जिस तरह इलाज का खर्च है, उसे देखते हुए अगर आपके पास हेल्‍थ कवर होना ही चाहिए.

निवेश को लेकर युवाओं में यह देखा जाता है कि वो अक्‍सर एक ही जगह अपना पैसा लगा देते हैं. निगम के मुताबिक, फंड का पूरा इन्‍वेस्‍टमेंट एक ही जगह नहीं करना चाहिए. हमेशा डायवर्सिफाइड इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान रखें. इसमें अपने फाइनेंशियल गोल, रिस्‍क प्रोफाइल देखकर निवेश का विकल्‍प चुनें. लम्‍बी अवधि के नजरिए से वेल्‍थ तैयार करने के लिए म्‍यूचुअल फंड का ऑप्‍शन अच्‍छा हो सकता है. म्‍यूचुअल फंड से जब रिटर्न मिलेगा तो यह अन्‍य दूसरे एसेट महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है क्‍लास से बेहतर रहेगा. इसके अलावा बाजार के सेफ और गारंटीड रिटर्न , उन्‍हें पीपीएफ, आरडी, एनएससी, एफडी जैसे अल्‍टरनेटिव इन्‍वेस्‍टमेंट ऑप्‍शन भी पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं. वहीं, नौकरी की शुरुआत में आप प्रॉपर्टी और गोल्‍ड को भी अपने पोर्टफोलियो में शामिल करते हैं, तो यह आने वाले समय में अच्‍छा रिटर्न देगा.

महिलाओं को नहीं चाहिए निवेश के स्पेशल प्रोडक्ट, जानिए क्यों

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यदि किसी पुरष को पर्सनल फाइनेंस की जानकारी नहीं है, तो वह किसी महिला (जो स्वंय महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है पर्सनल फाइनेंस नहीं जानती) से बेहतर कैसे हो सकता है?

मेरा मानना है कि आमतौर पर महिलाएं वित्तीय वेबसाइट पर कम जाती हैं. इसका एक बड़ा कारण यह है कि सामान्यत: भारत जैसे मुल्क और समाज में औरतें पुरुषों की तुलना में कम कमाती हैं. यह संख्या काफी कम हो सकती है.

यदि महिलाओं की आय बढ़ भी जाती है या फिर वे ऐसे सामाजिक परिवेश से जुड़ जाती हैं, जहां कमाई में अंतर नहीं होता, तो भी महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है उन्हें अपना पैसे का प्रबंधन करने की स्वतंत्रता नहीं होती. इसी तरह न तो वे अपनी बचत नियंत्रित करती हैं और न ही अपना निवेश.

जीवन के हर चरण में महिलाओं को अलग फाइनेंशियल प्लानिंग की आवश्यकता क्यों पड़ती है?

Financial Planning At Every Stage Of Life of Woman

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एक्चुअली फाइनेंशियल नीड्स जीवन की हर स्टेज के साथ बदलती रहती हैं। एक टीनएजर और मैरिड वुमन की जरूरतें अलग होती हैं। उसी तरह एक वर्किंग और नाॅन प्रोफेशनल वुमन की नीड्स अलग होंगी और एक सिंगल मदर की न्युली मैरिड से अलग।

इसीलिए आइडियल फाइनेंस प्लान वो होना चाहिए या होता है जो उनकी हर लाइफ की डिफरेंट स्टेजेस के हिसाब से क्राफटेड हो।

लेकिन एक बात है जो हर महिला के लिए एक जैसी ही है और वो है कि जितना जल्दी वह इंवेस्ट करना शुरू करेंगी उतने ही बेहतर रिजल्ट उन्हें देखने को मिलेंगे।

कहा जाता है कि न कि ‘मैटर यह नहीं करता कि आप कितना कमाते हैं, बल्कि मैटर तो यह करता है कि आप कितना बचाते हैं!’

टीनएज- 16+

 A Woman

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अब पैसा कमाने लगे हैं तो खर्चने का मन भी करेगा ही। लेकिन इस ऐज में अगर आपने बचत की आदत डाल ली, तो महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है एक बात तो तय है कि आपकी यह अच्छी आदत लाइफ टाइम आपके काम आने वाली है।

बचत करें

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जो भी कमाएं, उसका कुछ पार्ट जमा करती जाएं, चाहें तो, एक सेविंग्स महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है अकाउंट खुलवा लें। म्युचुअल फंड इंवेस्टमेंट भी प्लान कर सकती हैं लेकिन उसके लिए किसी एक्सपीरिएंस्ड की सलाह ले लें। एसाअईपी मोड, रिकरिंग डिपाॅजिट या फिक्स डिपाॅजिट।

हालांकि ज्यादातर की अर्ली 20 लाइफ जाॅब खोजने या खुद सेटल करने में ही निकल रही होती है। लेकिन फिर भी बचत या इंवेस्टमेंट एक अच्छी आदत होती है और इसे जारी रखना अच्छा है।

घर बैठे करें मोटी कमाई, बस स्मार्टफोन पर करना होगा ये काम, आप भी जानें और कमाए हजारों रुपये

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  • घर बैठे पैसा कमाना है बेहद आसान
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तस्वीरें बेचकर पैसा कमाना:

क्या आपको फोटोग्राफी का शौक है या फिर आप ऐसे इलाके में रहते हैं, जहां तस्वीरों की काफी डिमांड है? इस तरह के शौक रखने वाले लोगों को बता दें कि स्टॉक फोटोग्राफी वेबसाइट्स अपने आप में तस्वीरों का भंडार है महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है जो लगभग हर एक सब्जेट को कवर करती है। अब ये भी जान लीजिए कि ये काम कैसे करता है? फोटोग्राफर अपनी तस्वीरों को डाटाबेस में से किसी भी एक कैटेगरी में अपलोड कर सकते हैं। किसी भी मैग्जीन एडिटर, डिजाइनर या फिर ऑर्गेनाइजेशन को आप वेबसाइट से कनेक्ट कर सकते हैं, ताकि यहां से आपकी फोटोज को खरीदा जा सके। स्टॉक वेबसाइट्स की सबसे अच्छी खासियत ये है कि इसके जरिए आप कितनी भी बार अपनी फोटोज को बेच सकते हैं। फोटो वेबसाइट्स की लिस्ट में शटरस्टॉक, फोटोशेल्टर और गेटी इमेज जैसे बड़े नाम शामिल हैं।


इंवेस्टमेंट के डिसीजन टालना

महिलाएं आदमियों से कई मायनों में अलग हैं, इसमें पैसे को लेकर एप्रोच भी शामिल है. कई महिलाएं पुरुषों की तुलना में रिस्क लेने से ज्यादा महिलाओं के लिए पैसे कमाना क्यूं जरुरी है डरती हैं. महिलाएं अपना पैसा फिक्स डिपॅाजिट और पीपीएफ (सार्वजनिक भविष्य निधि) जैसे ऑप्शन में लगाती हैं. इन ऑप्शन में इंवेस्ट करने के कारण महिलाएं ज्यादा रिटर्न का चांस खो देती हैं. इसलिए महिलाओं को इक्विटी लिंक्ड इंवेस्टमेंट करना चाहिए. इसके लिए आप म्युअचल फंड में इंवेस्ट कर सकती हैं. इसमें इंवेंस्ट करने से आपको एफडी की तुलना में ज्यादा रिटर्न मिल सकता है.

हमें फ्यूचर में आने वाली सबसे खराब कंडीशन के लिए भी हमेशा तैयार रहना चाहिए. इसलिए महिलाओं को भी इंश्योरेंस पॅालिसी लेनी चाहिए. इससे आपको और फैमिली के लिए कवर मिल जाता है. इसके अलावा महिलाओं को लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस और कार बीमा भी खरीदना चाहिए.

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