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शेयर डीमेट खाता और आनलाइन शेयर ट्रेडिंग में बरते सावधानी: धोखाधड़ी आम बात

भारत में 1999 में शेयर की फिजिकल ट्रेडिंग बंद करते हुए पूरी प्रक्रिया को इलेक्ट्रॉनिक रूप दिया गया, जिसमें फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रखना भी शामिल था और इसके लिए डीमेट खाता बनाया गया.

हम आप आज के समय शेयर को भी बैंकों में जमा पैसे की तरह डीमेट खाते से उपयोग कर सकते हैं. नेट बैंकिंग की तरह डीमेट खाता भी लाग इन आईडी और पासवर्ड से चलता है और इसी तरह हमारा शेयर ट्रेडिंग आकंउट भी चलता है.

डिजिटल रुप में सहुलियत तो बहुत है लेकिन उतनी सावधानी भी जरूरी है.

कोविड काल में शेयर बाजार में भारी उछाल और निवेश के विकल्पों की कमी के कारण लोगों का शेयर बाजार की तरफ आकर्षित होना स्वाभाविक ही था.

और शेयर बाजार ने भी इसका भरपूर फायदा उठाते हुए कई कंपनियों को पैसे उगाहने में मदद की, साथ ही लाखों नए डीमेट खाते और शेयर ट्रेडिंग आकंउट खुल गए. न केवल लोग अपनी जमा पूंजी का निवेश शेयर बाजार में जमकर करने लगे, बल्कि कई शेयर एक्सपर्ट, ट्रेडिंग, ब्रोकर और डीमेट की दुकानें आनलाइन सोशल मीडिया पर खुल गई.

यही से शुरू हुआ शेयर बाजार में एक नए तरीके से धोखाधड़ी का कारोबार.

शेयर बाजार में धोखाधड़ी कोई नई बात नहीं है, इससे पहले भी हमने अनुभव किया है कि फर्जी डिमेट खातों के माध्यम से निवेश का घोटाला, फिर हाल में ही एक प्रतिष्ठित ब्रोकर कंपनी द्वारा डीमेट खाते में रखे शेयर को बिना शेयरधारकों से पूछे गिरवी रख देना. आज भी शेयरधारक अपने शेयर वापसी और नुकसान भरपाई की सालों बाद भी राह देख रहे हैं.

यह देश की विडम्बना ही तो है कि इतने सारे नियम कानून, नियामक एजेंसियों, सरकारी हस्तक्षेप के बावजूद व्यापक स्तर पर धोखाधड़ी हो रही है और लोगों के पास निवेश के विकल्प नहीं है.

हाल में ही देश की सबसे बड़ी ब्रोकिंग फर्म जेरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ ने ब्लॉग में लिखा है, “जब हमें नुकसान होता है तब हम किसी की भी सलाह मान लेते हैं. बाजार में बहुत सारे सलाहकार हैं जो निवेशक की मदद करते हैं. इनके बीच ही ऐसे कई धोखेबाज भी हैं जो सोशल मीडिया पर मार्केट एक्सपर्ट होने का दावा करते हैं और किसी निवेशक का शिकार करने की फिराक में रहते हैं.”

*मार्केट एक्सपर्ट या सलाहकार बनकर ये धोखेबाज आपकी मदद के नाम आपके डीमैट अकाउंट का लॉग-इन डिटेल्स ले लेंगे.*

इसके बाद ये आपके अकाउंट में गैर-वास्तविक ट्रेड्स का उपयोग करके एक नुकसान पैदा कर देते हैं और आपके पैसे को किसी अन्य ट्रेडिंग अकाउंट में भेज देते हैं.

शेयर डीमेट खाता और आनलाइन शेयर ट्रेडिंग में बरते सावधानी धोखाधड़ी आम बात

इससे आपके लिए यह पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है कि आपके अकाउंट में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान घोटाला हो चुका है.

सावधानी और ध्यानपूर्वक काम करना ही बचने का तरीका

1. निवेशक इसलिए ठगे जाते हैं, क्‍योंकि वे अपने अकाउंट का लॉग इन डिटेल्‍स दूसरों को दे देते हैं.

2. निवेशक के ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे निकालने के लिए इलिक्विड ऑप्शंस या पेनी स्टॉक का इस्तेमाल करके फर्जी नुकसान दिखाया जा सकता है.

3. जैसे अपने बैंक खाते से जुड़े लॉगिन डिटेल्स हम किसी के साथ शेयर नहीं करते, वैसे ही अपने ट्रेडिंग खाते के लॉग-इन पासवर्ड भी शेयर नहीं करने चाहिए.

4. डीमैट अकाउंट से छेड़छाड़ का एक दूसरा तरीका फिशिंग फ्रॉड है.

5. आप आधिकारिक ब्रोकर वेबसाइटों और ऐप के अलावा कहीं भी लॉग इन डिटेल्स न भरें.

6. कभी भी अपने लॉगिन डिटेल्स किसी के साथ शेयर ना करें.

7. अगर आप ऑप्शन ट्रेडिंग नहीं समझते हैं, तो उसमें कभी ट्रेड न करें, भले ही कोई आपसे कुछ भी कहे.

8. यदि आपको ऑप्‍शंस की समझ है, तो यह जान लें कि जब इलिक्विड ऑप्शंस का ट्रेज होता है, तो आप उसकी फेयर वैल्यू इम्प्लॉइड वोलैटिलिटी का इस्तेमाल करके लिक्विड स्ट्राइक और उसकी अंडरलाइंग को बदल सकते हैं और यहीं धोखाधड़ी होती है.

9. अगर आपने किसी ऐसे व्यक्ति को अपने खाते की डिटेल्स दी है, जिसने इस तरह से आपका नुकसान किया है तो इसकी शिकायत आप पुलिस से कर सकते हैं.

10. आखिर में सावधानी ही सुरक्षा है और बिना आपकी जानकारी के कोई भी लेनदेन अमान्य होगा. साथ ही पैसे लेनदेन की सीमा जरूर तय करें ताकि कोई भी अधिकृत व्यक्ति आपके खाते में एक तय सीमा से ज्यादा का लेनदेन न कर सकें.

डिजिटल युग में हम आनलाइन कार्यों से नहीं बच सकते लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं होना चाहिए कि हम अपनी जमापूंजी आनलाइन फ्राड में लुटवाते रहे और सिस्टम को कोसते रहे.

हजारों बेरोजगार लोग आनलाइन हम और हमारे लेनदेन पर नजर रख रहे हैं और छोटी सी असावधानी हमारे लिए नुकसान कारक हो सकती है.

Learn Intraday Trading in Hindi 2022

अगर आपको स्मार्ट तरिके से जल्दी अमीर होना हैं तो आज के वक्त शेअर मार्केट हि एकमात्र करियर हैं जहां आप यह आसानी से Rich बन सकते हों | आज हम शेअर मार्केट से जुड़े ऐसे हि एक विषय यानी 'ट्रेडिंग कैसे सीखें' इस विषय के बारे में जानकारी देने वाले हैं। तो चलिये जानते हैं इसके बारे में विस्तार सें।

How to learn Intraday Trading ?

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फायदा पाने के हेतु खरिदी और बिक्री करते हैं इसे हि ट्रेडिंग कहते हैं।

अलग अलग जगह पर यह ट्रेडिंग चलती रहती हैं लेकिन आज हम यह शेयर बाजार में ट्रेडिंग कैसे करते हैं इसकी बात करेंगे।

ट्रेडिंग किस किस चीज़ में कि जाती हैं?

शेअर मार्केट,

जैसे और भी कई चींजों में ज्यादातर लोग ट्रेडिंग करते हैं।

शेअर मार्केट में ट्रेडिंग करना कैसे सीखे‌?

शेअर मार्केट को कई लोग आज भी गैमलींग की तरह देखते हैं लेकिन शेअर मार्केट कोई गैमलिंग नहीं होती अगर आप उसका पुरा अभ्यास करके उसमें रिसर्च करके वह करते हैं तो।

कुछ साल में हमारे देश में इंटरनेट गतिविधियों में काफी इजाफा हुआ है ऊपर से बीच बीच में लाॅकडाऊन लगता रहता है वैसे में बहुत सारे वर्क फ्राॅम होम भी कर रहे हैं इस दौरान Demat Account निकालने वालो कि संख्या बहुत बढ़ गई है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में पहला सवाल यही आता है कि Share Market Shikhe Kahase ? तो आज हम आपको इसी के जवाब देंगे।

  • अच्छी जगह से ट्रेंडिंग कोर्स करना:

शेयर मार्केट के ऊपर आपको ऑनलाईन और ऑफलाईन हजारो ट्रेडिंग कोर्सेस मिल जायेंगे जहां से आप इसे सीख सकते हों। यह बिल्कुल भी कोई राॅकेट सायंन्स नहीं हैं ना हि बहुत आसान हैं। अगर आप ट्रेडिंग कोर्स करना चाहते हैं तो पहले जिसी भी इंस्टिट्यूट या जिसी भी व्यक्ती से आप यह सिखना चाहतें हैं इसका इतिहास यानी वह व्यक्ती या इंस्टिट्यूट कितने प्रोफिटेबल है यह जान लें, उनकी Rating और Review आपको मिल जायेंगे वह देखकर आप एक अच्छा सा Trading Course Complete कर सकते हों। यह तरिका बहुत सीधा सीधा है और ज्यादातर लोग यही करते हैं।

  • फ्रि में ट्रेडिंग कोर्स कैसे सीखें?

ऐसा हि नहीं है कि आपको ट्रेडिंग के लिये पैसे देकर ही कही‌ जाकर ही आप ट्रेडिंग सीख सकते हैं बल्कि आपको बहुत जगह फ्रि भी यह सीख सकते हैं लेकिन आपको इसे प्रोपर तरिके से करना होगा कोर्सेस का यही फायदा रहता है कि आपको वह एक पाथ से सिखाते हैं लेकिन अगर आप YouTube, Udemy जैसे प्लॅटफाॅर्म पर बहुत सारे Free Online Trading Courses मिल जायेंगें। लेकिन आपको इसमें भी अच्छे और उपयोगी चींजे हि देखनी है। आज के तारिख में देखा जाते तो अनेक Video's Platform पर सब चींजे आपको मिल जाती है लेकिन कौन सी चीज देखनी है यह आपको छान के‌ निकलना पड़ेगा।

  • बुक से ट्रेंडिंग सीख सकते हैं?

अगर आप किसी कोर्स कि मदत से‌ ट्रेंडिंग सीखने जाते हैं तो आपको बहुत सारे महंगे महंगे कोर्स बाजार में मिलेंगी जिनकी फिस 7000 रुपयों से चालु होकर देढ़ लाख तक भी हैं। लेकिन जो लोग ट्रेंडिंग में सफल होकर आगे जाके अपनी किताबों में उनके द्वारा इस्तमाल कि गई ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बताते हैं और उनकी बुक या ई-बुक खरिदने जायेंगे तो वह‌‌ 500 से 1000 रुपयें यानी काफी सस्ते में मिल जाती हैं इसलियें यह‌ सबसे अच्छा तरिका है ट्रेडिंग को सीखने का। अधिक जानकारी के लिये आप हमारा इनेवेस्टमेंट और शेअर मार्केट पर से 6 बेहतरिन किताबें यह आर्टिकल भी पढ़ सकते हैं।

और आप बुक खरिदना नहीं चाहते तो आप ई-बुक के रुप में भी सस्ते में e-format में मोबाईल या कंप्यूटर द्वारा पढ़ सकते हैं।

आजकल आपके आसपास या मित्रों में से कई सारे शेअर मार्केट करते होंगे अगर आप उनसे थोड़ी थोड़ी जानकारी हासिल करके एक छोटी राशी से शेअर मार्केट को चालु करते हैं तो भी आप जल्दी नहीं लेकिन थोड़े दिनों बाद शेअर मार्केट का गणित अथवा ज्ञान अर्जित कर सकेंगें।

इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं?

इसमें ट्रेडिंग अवधी होने के बाद आपका कोई पैसा मार्केट में अटका नहीं रहता इसलिये क्लियारिटी आती है और फियर भी कम रहता हैं।

इंट्राडे में आपको कई ब्रोकर द्वारा कई गुना मार्जिन अथवा लिवरेज दिया जाता है इससे आप कम पैसों में भी ज्यादा शेयर खरिद अथवा बेच सकते हों।

इंट्राडे में आप ऊपर जाते वक्त और साथ ही नीचे आते वक्त भी दोनों तरफ भी पैसा बना सकते हों।

इंट्राडे के क्या-क्या नुकसान हैं?

इसे आप जब चाहें सीख तो सकते हैं लेकिन इसे रियल टाईम यानी मार्केट चालु रहने के समय ही कर सकते हैं, इसलिये इसे समय कि मांग चाहियें।

यह काफी नुकसान देह भी होता है कई लोगों ने पहले भी इसमें अकांउट के अकाउंट खाली करा दिये हैं इसलिये आप पहले पेपर ट्रेंडिंग करके प्रॅक्टिस करें तो जाके ही आप इंट्राडे सीख कर पैसा बना सकते हैं।

अगर आप ट्रेंड करते समय थोड़ी राशी गवाते हैं और वह रिकवर करने के चक्कर में आप अगर बार बार ट्रेंड लेने जाते हैं तो आप जल्दी ही अपना अकांउट खाली करा सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग में दो चीज़ें कभी नहीं चलती भय और लालच, आपको ट्रेडिंग में मनी मैनेजमेंट और रिस्क मैनेजमेंट सही तरिके से नहीं आता तो भी एक न एक दिन आप इससे भारी नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।

आपने क्या सीखा ?

इस आर्टिकल में हमने पुरे विस्तार से देखा कि ट्रेडिंग कैसे सीखें? और इसके क्या-क्या रस्ते है जहां से‌ आप ट्रेडिंग को सीख सकते हैं।

हमने देखा कि इंट्राडे के क्या-क्या फायदे हैं और क्या क्या नुकसान हो सकते हैं इसके बारे में भी पुरी चर्चा की।

अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो अपने मित्रों से जरुर शेअर करे और कोई सवाल और सुझाव हो तो हमें अवश्य लिखें।

Stock Market: गिरावट के साथ बन्द हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स 878 अंकों पर हुआ धड़ाम

Stock Market

Stock Market: घरेलू शेयर बाजारों में गुरुवार को भारी गिरावट के साथ बाजार बन्द हो गया है। BSE Sensex 878.88 अंक यानी 1.40 फीसदी लुढ़कने के बाद 61,799.03 अंक के स्तर पर बंद हो गया था। एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) 245.40 अंक यानी 1.32 फीसदी कम होने के बाद 18,414.90 अंक के स्तर पर बन्द हो गया था। सभी सेक्टोरल इंडिसेज लाल निशान पर पहुंचकर बन्द हो गया था। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में भी गिरावट देखने को मिली है।

निफ्टी पर इन शेयर्स को हुआ नुकसान

निफ्टी (NSE Nifty) पर टेक महिंद्रा (Tech Mahidra) के शेयर 3.81 फीसदी तक लुढ़कने के बाद कम हो चुके हैं। इसके अलावा टाइटन (Titan) में 2.72 फीसदी, इन्फोसिस (Infosys) में 2.50 फीसदी, ग्रासिम (Grasim) में 2.35 फीसदी और आयशर मोटर्स (Eicher Motors) में 2.09 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है।

इन शेयरों में तेजी का मिला संकेत

निफ्टी पर ब्रिटानिया (Britannia) के शेयरों में सबसे अधिक देखा जाए तो 1.14 फीसदी का उछाल होना शुरु हो गया है। हीरो मोटोकॉर्प (Hero Motocorp) में 0.79 फीसदी, एनटीपीसी (NTPC), एसबीआई लाइफ (SBI Life) और सन फार्मा (Sun Pharma) में 0.07 फीसदी की तेजी हो चुकी है।

रुपया में 31 फीसदी की हुई ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान गिरावट

अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया की बात करें तो 31 पैसे कमजोर होने के बाद 82.76 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर क्लोज हो गया था। इससे पिछले सत्र में यह 82.45 के लेवल पर बंद हुआ था। वहीं एक डाॅलर की कीमत 82.76 ₹ पर पहुंच गया था।

ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान

वैश्विक दबाव में गिरा शेयर बाजार, सेंसेक्स 332 अंक तक लुढ़का

नई दिल्ली, 15 दिसंबर (हि.स.)। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में की गई बढ़ोतरी की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बने निराशाजनक माहौल में घरेलू शेयर बाजार में भी आज दबाव बना नजर आ रहा है। सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान सेंसेक्स और निफ्टी दोनों सूचकांकों ने गुरुवार को कमजोरी के साथ शुरुआत की। कारोबार बढ़ने के साथ ही बाजार पर बिकवाली का दबाव भी लगातार बढ़ता गया। पहले घंटे के कारोबार में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान सेंसेक्स 0.53 प्रतिशत की कमजोरी के साथ और निफ्टी 0.52 प्रतिशत की कमजोरी के साथ कारोबार करते नजर आ रहे थे।

शुरुआती कारोबार में मेटल और आईटी सेक्टर के शेयरों पर दबाव बना हुआ नजर आ रहा है। पहले घंटे के कारोबार में स्टॉक मार्केट के दिग्गज शेयरों में से एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इंडसइंड बैंक, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स और हीरो मोटोकॉर्प के शेयरों में 1.11 प्रतिशत से लेकर 0.64 प्रतिशत तक की मजबूती नजर आ रही थी। दूसरी ओर टेक महिंद्रा, इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजी, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के शेयरों में 2.01 प्रतिशत से लेकर 1.12 प्रतिशत तक की कमजोरी नजर आ रही थी।

अभी तक के कारोबार में स्टॉक मार्केट में 1,915 शेयरों में एक्टिव ट्रेडिंग हो रही थी। इनमें से 1,159 शेयर मुनाफा कमाकर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 756 शेयर नुकसान उठाकर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसी तरह सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 7 शेयर लिवाली के सपोर्ट से हरे निशान में और 23 शेयर बिकवाली के दबाव के कारण लाल निशान में बने हुए थे। जबकि निफ्टी में शामिल 50 शेयरों में से 16 शेयर हरे निशान में और 34 शेयर लाल निशान में कारोबार करते दिख रहे थे।

कमजोर ग्लोबल संकेतों के बीच बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की। आज ये सूचकांक 147.84 अंक टूट कर 62,530.07 अंक के स्तर पर खुला। शुरुआती कारोबार में ही बाजार में बिकवाली का दबाव बन गया, जिसकी वजह से सेंसेक्स लगातार नीचे गिरता चला गया।

बाजार में जारी बिकवाली के बीच हालांकि बाजार को संभालने के लिए खरीदारी की छिटपुट कोशिश भी होती रही, लेकिन बिकवाली के दबाव की वजह इस खरीदारी से भी सेंसेक्स को सहारा नहीं मिल सका। बाजार में लगातार जारी खरीद बिक्री के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 332.99 अंक की कमजोरी के साथ 62,344.92 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी पर भी निगेटिव ग्लोबल सेंटिमेंट्स का असर पड़ा। कारोबारी लिहाज से मायूसी के माहौल में इस सूचकांक ने 45.90 अंक की कमजोरी के साथ 18,614.40 अंक के स्तर पर आज के कारोबार की शुरुआत की। शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में ही बने बिकवाली के दबाव की वजह से निफ्टी में भी तेज गिरावट दर्ज की गई। बाजार में लगातार जारी लिवाली और बिकवाली के बीच ये सूचकांक शुरुआती 1 घंटे का कारोबार होने के बाद सुबह 10:15 बजे 97.70 अंक की गिरावट के साथ 18,562.60 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

कमजोर ग्लोबल संकेतों के बीच आज प्री ओपनिंग सेशन में भी शेयर बाजार ने गिरावट के साथ ही कारोबार की शुरुआत की थी। इस सेशन में बीएसई का सेंसेक्स 116.82 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 62,561.49 अंक के स्तर पर था। वहीं निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 41.70 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 18,618.60 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था।

इसके पहले पिछले कारोबारी दिन यानी बुधवार को सेंसेक्स 144.61 अंक यानी 0.23 प्रतिशत की तेजी के साथ 62,677.91 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं, निफ्टी ने 52.30 अंक यानी 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 18,660.30 अंक के स्तर पर बुधवार के कारोबार का अंत किया था।

Stock Market में फिर हाहाकार, दो दिनों में 1300 अंक टूटा सेंसेक्स, निवेशकों के 5.5 लाख करोड़ डूबे

Stock Market में फिर हाहाकार, दो दिनों में 1300 अंक टूटा सेंसेक्स, निवेशकों के 5.5 लाख करोड़ डूबे

Stock Market Crash in Two Days- India TV Hindi

Photo:FILE Stock Market Crash in Two Days

शेयर बाजार में बीते दो दिनों ने निवेशकों को भारी नुकसान करा दिया है। गुरुवार को शेयर बाजार में मचा हाहाकार शुक्रवार को भी नहीं थमा, और आज एक बार फिर सेंसेक्स 461 अंक लुढ़क गया और 61,337.81 अंकों पर आ गया। इस प्रकार बीते दो दिनों में शेयर बाजार में 1300 से अधिक अंकों की गिरावट आ गई है। सेंसेक्स जैसा ही हाल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी का भी रहा। निफ्टी भी आज 145 अंक टूट गया और 18300 के स्तर को तोड़ते हुए 18,269 पर आ गया।

बाजार में ताजा गिरावट के पीछे अमेरिका के मंदी में जकड़ने के संकेतों को माना जा रहा है। अमेरिका में महंगाई 7 प्रतिशत के नीचे आने के बावजूद वहां के कें​द्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बुधवार रात ब्याज दरों में 50 बेसिस पॉइंट की बढ़ोत्तरी कर दी। हालांकि यह 75 बेसिस पॉइंट की पिछली बढ़ोत्तरी से कम है, लेकिन इस दबाव में अमेरिकी बाजार दूसरे दिन भी ढह गए। जिसका असर एशिया के बाजारों में देखने को मिला।

BSE Sensex

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ये रहे टॉप गेनर और लूजर

सेंसेक्स के शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, डॉ.रेड्डीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, भारतीय स्टेट बैंक, विप्रो, पावरग्रिड और टाइटन प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक और नेस्ले इंडिया शामिल हैं।

Top Gainer

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Top Loser

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निवेशकों के डूबे 2.5 लाख करोड़

शेयर बाजार में लगातार गिरावट के चलते निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है। शुक्रवार की गिरावट के बाद बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण यानि मार्केट कैप घटकर 285.74 लाख करोड़ रुपये पर आ गया। जबकि गुरुवार को भारी गिरावट के बाद यह घटकर 288.47 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया था। यानि सिफ आज भर में मार्केट कैप 2.73 लाख करोड़ रुपये घट गया। दो दिन पहले यानि बुधवार 14 दिसंबर की बात करें तो बीएसई की कुल कंपनियों का मार्केट कैप 291.25 लाख करोड़ था। यानि मात्र 2 दिनों में मार्केट कैप करीब 5.5 फीसदी घट गया है।

NSE Chart

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कमजोर रही थी बाजार की शुरुआत

गुरुवार के जोरदार झटके के बाद आज भी शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत देखने को मिली थी। करीब 80 अंकों की गिरावट के साथ खुले शेयर बाजारों में दिन चढ़ने के साथ ही घाटा भी बढ़ता गया। आज के कारोबार में रियल्टी, आईटी और फार्मा शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली देखने को मिली। वहीं पावर, ऑटो और कज्यूमर गुड्स की स्थिति भी कमजोर रही और निवेशकों ने जमकर शेयरों की बिकवाली की। गुरुवार को सेंसेक्स 878.88 अंक टूटकर 61799 पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 245.40 अंक टूटकर 18414.90 पर कारोबार बंद हुआ था।

आगे कैसा रहेगा बाजार

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘फेडरल रिजर्व के नीतिगत दर में 0.5 प्रतिशत की वृद्धि के बाद यूरोपीय केंद्रीय बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी और मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये आक्रामक रुख से वैश्विक बाजारों में गिरावट रही।’’ उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय बैंकों के मुद्रास्फीति को काबू में लाने के लिये आक्रामक रुख से वैश्विक अर्थव्यवस्था की सेहत को लेकर चिंता बढ़ी है। बाजार में घाटे से उबरने का प्रयास देखा गया। हालांकि, वैश्विक समर्थन के अभाव घरेलू शेयर बाजार नुकसान में बंद हुए।’’

GST काउंसिल की बैठक पर बाजार की नजर

शनिवार यानि 17 दिसंबर को जीएसटी काउंसिल (GST Council) की 48वीं बैठक होने जा रही है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में ऑनलाइन गेमिंग, कैसिनो और हॉर्स रेसिंग पर 28% जीएसटी लगाने पर चर्चा हो सकती हैै। इस मुद्दे पर गठित ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।

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