जनता सीखाएंगी भाजपा को सबक
निजी संवाददाता- स्वारघाट
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव विकास ठाकुर ने रोजगार के मुद्दे पर भाजपा प्रत्याशी रणधीर शर्मा की घेरेबंदी की। जनसंपर्क अभियान के तहत जकातखाना, टाली, कुटैहला, थापना और स्वारघाट में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए जनता के समक्ष रोजगार का मसला रखा। उन्होंने कहा कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन, भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी ब्रॉडगेज रेलवे लाइन और एम्स में स्थानीय लोगों के हितों की घोर अनदेखी की गई है। इसके अलावा अल्ट्राटैक सीमेंट कंपनी में भी स्थानीय हितों की अनदेखी की गई है। इन प्रोजेक्टों में बाहरी लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया। अपने चहेती कंपनियों को इन प्रोजेक्ट्स में काम दिलवाया गया और मनमानी के चलते स्थानीय लोग रोजगार से वंचित रह गए। ऐसे में जनता अब भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार है। विकास ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद एक महज एक महीने के अंदर ही लोगों को न्याय दिलाया जाएगा और चाहे कोई ड्राइवर है हेल्पर हो या फिर अन्य ट्रेड में निपुण व्यक्ति उन सभी को इन प्रोजेक्ट्स में रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने भाजपा प्रत्याशी से सवाल उठाया कि आखिरकार इन सभी बड़े प्रोजेक्टों में कितने स्थानीय और कितने हिमाचल के रहने वाले लोगों को नौकरी मिली है इस पर स्थिति स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि देखने में यह आया है कि पांच साल के जयराम सरकार के कार्यकाल में भाजपा प्रत्याशी रणधीर शर्मा ने मनमानी की और चहेतों को रेवडिय़ां बांटकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। उन्होंने यह भी मसला उठाया है कि प्रोजेक्ट्स में जो भी लोग लगे हैं उन्हें 18 हजार के बजाए मात्र 12 हजार रूपए की सैलरी के रूप में दिए जा रहे हैं जो कि सरासर अन्याय है। केवलमात्र कुछ लोगों के माध्यम से इस गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस महासचिव विकास ठाकुर के अनुसार बड़े ही अफसोस की बात है कि एक छोटे से छोटे काम से लेकर बड़ा कार्य अपने चहेतों को दिया गया। यहां तक कि डंगे लगाने का काम भी अपनों को ही दिया और पात्र लोगों को दरकिनार किया गया। ऐसा करके भाजपा नेता ने स्थानीय लोगों के हितों पर कुठाराघात किया जिसका हिसाब लोग चुनाव में चुकता करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद दलाली करने वाले लोगों को घर भेजा जाएगा और पात्र लोगों को कंपनियों में रोजगार दिलाकर उनके साथ न्याय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पांच साल तक भाजपा नेता विकास करवाने के बजाए अपना ही विकास करते रहे और पूरा का पूरा फोकस पैसा कमाने पर ही रखा। विकास करवाने के बड़े बड़े दावे करने वाले भाजपा प्रत्याशी बताएं कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कितना विकास करवाया? उन्होंने जनता से कहा कि इस हलके में जितना भी विकास हुआ है कांग्रेस की सरकारों के समय ही हुआ और भाजपा ने नयनादेवी हलके की घोर अनदेखी की है।
रामलाल ठाकुर जनता के साथ हमेशा खड़े है
प्रदेश कांग्रेस महासचिव विकास ठाकुर ने भाजपा प्रत्याशी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि जनता के बीच कांग्रेस को अपार समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी रामलाल ठाकुर पांच साल तक जनता के दुख दर्द में हमेशा खड़े रहे और यही वजह है कि आज उनके साथ जनता कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
Daily Voice : सितंबर से कम होने लगेगी महंगाई, एक्सपोर्ट से जुड़े शेयरों में होगी जोरदार कमाई
वेतन में बढ़ोतरी और हायर ट्रैवल कॉस्ट की वजह से आईटी सेक्टर के रेवेन्यू और मार्जिन में दबाव देखने को मिल सकता है। हालांकि डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से आईटी सेक्टर पर कुछ सपोर्ट मिल सकता है
अगर आने वाले महीनों में विदेशी निवेशक एक बार फिर भारत की तरफ रुख करते हैं तो सबसे ज्यादा फायदा बैंकिंग और आईटी सेक्टर को होगा
स्टैंडर्ड चार्टर्ड सिक्योरिटीज (Standard Chartered Securities (India))के मीतेश दलाल का पक्का विश्वास है कि बाजार, इकोनॉमी के बॉटम आउट होने के पहले ही एक बार फिर नीचे से तेजी दिखाना शुरु कर देगा। उनका यह भी कहना है कि सितंबर के महंगाई सालाना आधार पर कम होती नजर आनी शुरु हो जाएगी। हालांकि तिमाही आधार पर महंगाई में पहले से भी कमी आनी शुरु हो गई है।
महंगाई कम होने के साथ ही केंद्रीय बैंक मंदी के डर से निपटने और ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए दरों में बढ़ोतरी की रफ्तार कम करता दिखेगा। उन्होंने इस बातचीत में आगे कहा कि मंदी का डर बाजार की अगली तेजी में सपोर्ट का काम करेगा। बतातें चलें कि मितेश दलाल को फाइनेंशियल मार्केट का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है और ये पिछले 13 साल से स्टैंडर्ड चार्टर्ड सिक्योरिटीज के लिए काम कर रहे हैं।
मितेश दलाल फार्मा और टेलीकॉम सेक्टर पर 'overweight' नजरिए रखते हैं। मनीकंट्रोल से हुई अपनी बातचीत में उन्होंने यह भी कहा कि एफआईआई एक बार फिर भारतीय बाजार का रुख करते हैं तो लॉर्जकैप स्टॉक्स को ग्लोबल ETF फ्लो का सबसे ज्यादा फायदा मिलता नजर आएगा।
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भारतीय बाजार पर बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि इस समय महंगाई, बढ़ती ब्याज दरें, बढ़ता वित्तीय घाटा, रुपये की कमजोरी सबसे बड़ी चुनौतियां नजर आ रही हैं। हालांकि कमोडिटी और कच्चे तेल की गिरावट से कुछ सपोर्ट मिल रहा है।
ग्लोबल इकोनॉमी और अमेरिका में मंदी की संभावना पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप में मंदी का जोखिम बढ़ रहा है। ग्लोबल ग्रोथ पर इसका असर 2022 के अंत और 2023 में दिखना शुरु हो जाएगा। हालांकि यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि उत्पादन बढ़ने और डिमांड के सामान्य स्तर पर आने के साथ ही अगले 18 महीनों में कमोडिटी की कीमतों मे गिरावट देखने को मिलेगी। इस बात को लेकर अर्थशास्त्रियों में आम सहमति है कि 2023 के मध्य तक यूएस फे़ड ब्याज दरे बढ़ाकर 3.75 फीसदी तक ला सकता है लेकिन बाजार का यह भी अनुमान है कि अगर अमेरिका में कोई मंदी आती भी है तो यह मंदी बहुत गहरी नहीं होगी।
आईटी सेक्टर पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि "वेतन में बढ़ोतरी और हायर ट्रैवल कॉस्ट की वजह से आईटी सेक्टर के रेवेन्यू और मार्जिन में दबाव देखने को मिल सकता है। हालांकि डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी से आईटी सेक्टर पर कुछ सपोर्ट मिल सकता है। ऐसे में हम आईटी सेक्टर पर न्यूट्रल नजरिया रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि हाल के करेक्शन से आईटी का वैल्यूएशन अच्छा हो गया है। फिर भी हमें मिडकैप आईटी की तुलना में लॉर्जकैप आईटी कंपनियां ज्यादा अच्छी लगती हैं। ऐसे में किसी गिरावट में लंबी अवधि के नजरिए से लॉर्ज कैप आईटी में खरीदारी की जा सकती है"।
उन्होंने इस बातचीत में यह भी कहा कि "अगर आने वाले महीनों में विदेशी निवेशक एक बार फिर भारत की तरफ रुख करते हैं तो सबसे ज्यादा फायदा बैंकिंग और आईटी सेक्टर को होगा। इस समय हम एक्सपोर्ट आधारित सेक्टर जैसे केमिकल, इंजीनियरिंग कंपनियां और ऑटो कॉम्पोनेंट कंपनियों को लेकर पॉजिटिव हैं। इनमें हमें एफपीआई का पैसा आता नजर आ सकता है। इसके अलावा फार्मा और टेलीकॉम सेक्टर पर भी हमारा रुख पॉजिटिव हैं "।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम तेल दलाल कितना कमाते हैं पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)
MoneyControl News
Tags: # share markets
First Published: Jul 22, 2022 12:20 PM
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Multibagger Stocks: कंपनी के उत्पाद पोर्टफोलियो में सोलर होम लाइटिंग सिस्टम, सोलर लालटेन, सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम, रूफ टॉप सिस्टम और सोलर पीवी पैनल शामिल हैं। कंपनी ने केवल दो वर्षों में अपने शेयरधारकों को असाधारण रिटर्न दिया है। ये कंपनी भारत के अग्रणी अक्षय ऊर्जा डेवलपर्स और ऑपरेटरों में से एक है।
ये कंपनी भारत के अग्रणी अक्षय ऊर्जा डेवलपर्स और ऑपरेटरों में से एक है
कंपनी ने दिया बंपर रिटर्न
कंपनी के उत्पाद पोर्टफोलियो में सोलर होम लाइटिंग सिस्टम, सोलर लालटेन, सोलर स्ट्रीट लाइटिंग सिस्टम, रूफ टॉप सिस्टम और सोलर पीवी पैनल शामिल हैं। कंपनी ने केवल दो वर्षों में अपने शेयरधारकों को असाधारण रिटर्न दिया है। इस अवधि के दौरान, कंपनी के शेयर की कीमत 15 सितंबर 2020 को 2.90 रुपये से बढ़कर 09 सितंबर 2022 को 12.64 रुपये हो गई, दो साल की होल्डिंग अवधि में 335% का इजाफा हुआ है।
कंपनी एसएंडपी बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स पिछले दो वर्षों में 92% बढ़ गया है। ये 15 सितंबर साल 2020 को 15,363.57 के स्तर से 09 सितंबर 2022 को 29,528.74 तक पहुंच गया। अगर पिछले एक साल में देखें तो शेयर बाजार में कंपनी के शेयर की कीमत 105.98% चढ़ गई है। हालांकि YTD के आधार पर देखें तो कंपनी के शेयर की कीमत में 43% की गिरावट आई है।
अभी कितने रुपये के हैं कंपनी के शेयर
मंगलवार की सुबह 10:22 बजे, ऊर्जा ग्लोबल लिमिटेड के शेयर बीएसई पर 12.64 रुपये के पिछले बंद भाव से 0.16% की बढ़ोतरी के साथ 12.75 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहे थे। बीएसई पर स्टॉक का 52-सप्ताह का हाई और लो लेवल क्रमशः 34.85 रुपये और 6.10 रुपये है।
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जनता सीखाएंगी भाजपा को सबक
निजी संवाददाता- स्वारघाट
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव विकास ठाकुर ने रोजगार के मुद्दे पर भाजपा प्रत्याशी रणधीर शर्मा की घेरेबंदी की। जनसंपर्क अभियान के तहत जकातखाना, टाली, कुटैहला, थापना और स्वारघाट में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए जनता के समक्ष रोजगार का मसला रखा। उन्होंने कहा कि किरतपुर-नेरचौक फोरलेन, भानुपल्ली-बिलासपुर-बैरी ब्रॉडगेज रेलवे लाइन और एम्स में स्थानीय लोगों के हितों की घोर अनदेखी की गई है। इसके अलावा अल्ट्राटैक सीमेंट कंपनी में भी स्थानीय हितों की अनदेखी की गई है। इन प्रोजेक्टों में बाहरी लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया। अपने चहेती कंपनियों को इन प्रोजेक्ट्स में काम दिलवाया गया और मनमानी के चलते स्थानीय लोग रोजगार से वंचित रह गए। ऐसे में जनता अब भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार है। विकास ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद एक महज एक महीने के अंदर ही लोगों को न्याय दिलाया जाएगा और चाहे कोई ड्राइवर है हेल्पर हो या फिर अन्य ट्रेड में निपुण व्यक्ति उन सभी को इन प्रोजेक्ट्स में रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने भाजपा प्रत्याशी से सवाल उठाया कि आखिरकार इन सभी बड़े प्रोजेक्टों में कितने स्थानीय और कितने हिमाचल के रहने वाले लोगों को नौकरी मिली है इस पर स्थिति स्पष्ट करें। उन्होंने कहा कि देखने में यह आया है कि पांच साल के जयराम सरकार के कार्यकाल में भाजपा प्रत्याशी रणधीर शर्मा ने मनमानी की और चहेतों को रेवडिय़ां बांटकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। उन्होंने यह भी मसला उठाया है कि प्रोजेक्ट्स में जो भी लोग लगे हैं उन्हें 18 हजार के बजाए मात्र 12 हजार रूपए की सैलरी के रूप में दिए जा रहे हैं जो कि सरासर अन्याय है। केवलमात्र कुछ लोगों के माध्यम से इस गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस महासचिव विकास ठाकुर के अनुसार बड़े ही अफसोस की बात है कि एक छोटे से छोटे काम से लेकर बड़ा कार्य अपने चहेतों को दिया गया। यहां तक कि डंगे लगाने का काम भी अपनों को ही दिया और पात्र लोगों को दरकिनार किया गया। ऐसा करके भाजपा नेता ने स्थानीय लोगों के हितों पर कुठाराघात किया जिसका हिसाब लोग चुनाव में चुकता करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस सरकार बनने के बाद दलाली करने वाले लोगों को घर भेजा जाएगा और पात्र लोगों को कंपनियों में रोजगार दिलाकर उनके साथ न्याय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पांच साल तक भाजपा नेता विकास करवाने के बजाए अपना ही विकास करते रहे और पूरा का पूरा फोकस पैसा कमाने पर ही रखा। विकास करवाने के बड़े बड़े दावे करने वाले भाजपा प्रत्याशी बताएं कि उन्होंने अपने कार्यकाल में कितना विकास करवाया? उन्होंने जनता से कहा कि इस हलके में जितना भी विकास हुआ है कांग्रेस की सरकारों के समय ही हुआ और भाजपा ने नयनादेवी हलके की घोर अनदेखी की है।
रामलाल ठाकुर जनता के साथ हमेशा खड़े है
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ग्वालियर में कोरोना से व्यापारियों की मौत, हिल गया दालबाजार / GWALIOR NEWS
ग्वालियर। दाल बाजार के व्यापारियों की कोरोना से एक के बाद एक करके होने वाली मौतों ने दाल बाजार में कारोबार करने वालों को हिलाकर रख दिया है। इंदरगंज थाने से लेकर नया बाजार तिराहे की साढ़े तीन सौ मीटर के आसपास लंबी दाल बाजार की पट्टी में बैठकर कारोबार करने वाले व्यापारियों में से कम से कम एक दर्जन व्यापारी कोरोना की वजह से जान गंवा चुके हैं और ढाई दर्जन के आसपास व्यापारी ग्वालियर से लेकर दिल्ली के अस्पताल में तेल दलाल कितना कमाते हैं अपनी जान बचाने के लिए भर्ती हैं। दालबाजार के व्यापारियों को अब समझ में नहीं आ रहा है कि लोगों को जिंदा रखने के लिए अनाज-तेल-शक्कर बेचें या फिर अपनी जान बचाएं।
खूब समझाया पर कोई माना ही नहीं
ग्वालियर में कोरोना के पसरने के बाद प्रशासन ने पूरा ध्यान दाल बाजार पर फोकस कर दिया था। दाल बाजार में कारोबार करने वालों से लेकर दाल बाजार पहुंचने वालों को खूब समझाया कि कोरोना खतरनाक है। यह किसी को भी कभी भी कहीं भी जकड़ लेगा। जो पाठ पढ़ाया जा रहा है उसे अच्छे से दिमाग में बैठा लें और संभलकर काम करें पर इस सरकारी पट्टी का किसी पर असर नहीं हुआ। तेल दलाल कितना कमाते हैं दालबाजार में उमडऩे वाली भीड़ ने सभी नियम कायदे ताक पर रख दिया और आज उसकी नतीजा पूरा दालबाजार तो भुगत ही रहा है, दाल बाजार से कितने लोग संक्रमण लेकर गए, इसकी कोई गिनती नहीं है।
बता दें दालबाजार में ग्वालियर-चंबल संभाग भर के कारोबारी, दलाल के अलावा आम आदमी हर रोज पहुंचते हैं। दालबाजार में करीब साढ़े चार सौ से आसपास दुकाने हैं और लभगग आठसे दस हजार लोग रोजाना दाल बाजार पहुंचते हैं। इसमें पल्लेदार भी शामिल हैं। माल लेकर निकलने और माल लेकर पहुंचने वाली गाडिय़ों का स्टॉफ इसमें शामिल नहीं है।
बढ़ ही रही संक्रमितों की संख्या
हालांकि प्रशासन दाल बाजार में कोरोना के कम्युनिटी स्प्रेड से इनकार करता है पर हकीकत यह है कि पिछले एक माह में दाल बाजार में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है। दाल बाजार में कारोबार के सिलसिले से आने वालों में कोई कोरोना लेकर गया तो कोई कोरोना देकर गया। कोरोना की चपेट में आने से ना तो शक्कर कारोबारी बचे ना ही मिर्च-तेल-अनाज के कारोबारी। यह सभी एक के बाद एक करके चपेट में आते गए। कुछ खुशनसीब थे जो कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद समय से इलाज मिलने से बच गए और काफी की किस्मत ऐसी नहीं थी कि वे कोरोना से लड़ पाएं। उनकी डेडबॉडी ही पन्नी में लिपटी हुई अस्पताल से बाहर निकली। दालबाजार व्यापार समिति के सचिव मनीष बांदिल कहते हैं कि पिछला एक माह तो हमारे कारोबारी भाईयों पर भारी, भारी पड़ा है। वे कहते हैं कि एक दर्जन से अधिक साथियों को हमने खो दिया और ढाई से तीन दर्जन हमारे कारोबारी भाई और उनके परिवार के सदस्य आज भी अस्पताल में भर्ती हैं। कई कारोबारियों के परिवार में तो तीन से पांच-पांच सदस्य कोरोना से जंग लड़ रहे हैं।
अब दस से छह बजे तक कारोबार
दालबाजार के हालात से घबराए व्यापारियों की जूम मीटिंग हुई। मीटिंग में तय हुआ कि बुधवार से 31 अगस्त तक सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक ही दालबाजार में कारोबार होगा। दुकान में किसी को भी बिना मास्क के नहीं घुसने दिया जाएगा। दालबाजार के व्यापारियों की यह भी मांग है कि जो वन वे व्यवस्था लागू की गई थी, उसे सख्ती से लागू करवाया जाए।
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