Bikaji Foods के IPO में पैसा लगाने वालों की भर रही है जेब, लगातार दूसरे दिन 10% अपर सर्किट, रिकॉर्ड हाई पर शेयर
ASBA : जानिए शेयर बाजार में निवेश करने वालों को कैसे फायदा पहुंचाएगा
आइए अब इस प्रस्तावित प्रणाली के बारे में विस्तार से जानते हैं:
ASBA क्या है?
ASBA (Application Supported by Blocked Amount), एक खास तरह का पेमेंट सिस्टम है जिसका इस्तेमाल आईपीओ के लिए अर्जी लगाने के दौरान होता है। वर्ष 2008 से यह उपयोग में है। इससे पहले, निवेशकों को आईपीओ के लिए आवेदन करते समय या तो पैसा चेक से जमा करना होता था या आईपीओ के उद्देश्य से बनाए गए एस्क्रो खाते (escrow account) में अपने खाते से ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर करना पड़ता था।
उस समय, एक आईपीओ के बंद होने और शेयरों के आवंटन के बीच की समयावधि 10 दिनों से अधिक थी। नतीजतन, पैसा एक निवेशक के बैंक खाते से डेबिट हो जाता था, भले ही उसे शेयर का आवंटन हुआ हो या नहीं।
ASBA के आने के साथ ही पेंमेंट की पूरी प्रक्रिया बदल गई। इस सिस्टम के तहत आईपीओ के लिए अर्जी देते समय केवल एक निवेशक के बैंक खाते में पैसा अवरुद्ध (ब्लॉक) रहता है। शेयरों के आवंटन के मामले में, आवश्यक धनराशि डेबिट हो जाती है जबकि आवंटन नहीं होने की स्थिति में पूरी ब्लॉक्ड राशि अनब्लॉक्ड हो जाती है।
चीन से विपरीत हांगकांग ने लिया बड़ा फैसला, Crypto अपनाने के लिए बढ़ाया कदम!
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 31 अक्टूबर 2022,
- (अपडेटेड 31 अक्टूबर 2022, 8:42 PM IST)
पिछले कई महीनों से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है. कई दिग्गज कह रहे हैं कि क्रिप्टोकरेंसी का बुलबुला फूट चुका है. लेकिन इस बीच हांगकांग क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी अमलीजामा पर विचार कर रहा है.
दरअसल आने वाले दिनों में हांगकांग के लोग क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन कर पाएंगे. हांगकांग ने एशिया में क्रिप्टोकरेंसी का हब बनने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है, जिसके तहत क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में रिटेल ट्रेडिंग की इजाजत देने की तैयारी की गई है. जिसके बाद लोग क्रिप्टो को डिजिटल-एसेट के तौर खरीद-फरोख्त कर पाएंगे.
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हांगकांग की सरकार की ओर से सोमवार को इसपर फैसला लिया गया है. सरकार ने कहा कि आसानी से लोगों तक इसकी पहुंच कैसे हो, इस पर तेजी से काम किया जाएगा. साथ ही दुनियाभर के वैश्विक क्रिप्टो एक्सचेंजों को कारोबार के लिए आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा नई वर्चुअल-एसेट लाइसेंसिंग नियम पर भी काम हो रहा है.
बता दें, जहां हांगकांग ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बड़ा फैसला लिया है. वहीं चीन में इससे उलट क्रिप्टो पर पूरी ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें तरह से प्रतिबंध लगा है. पिछले दिनों एक रिपोर्ट आई थी, जिसमें कहा गया था कि दुनियाभर में क्रिप्टोकरेंसी के सबसे ज्यादा नए निवेशक भारत, ब्राजील और हांगकांग के थे.
हांगकांग की आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं
हांगकांग की वित्तीय सेवा और ट्रैजरी ब्यूरो ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें ने सोमवार को टेक कॉन्फ्रेंस में इस प्लान की घोषणा की है. मालूम हो कि कोविड से पहले पूरी दुनिया से बड़ी संख्या में लोग हांगकांग घूमने जाते थे. लेकिन महामारी की वजह से पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई. इसलिए क्रिप्टो के पीछे आर्थिक फैसले को भी जोड़कर देखा जा रहा है.
ट्रेडिंग में ट्रेडर का दोस्त कौन और दुश्मन कौन?: कैसे कमाए शेयर मार्किट में
लालच के चक्कर में नुकसान के गणित को अनदेखा करना ट्रेडिंग के लिए एक आत्मघाती प्रवृत्ति है।ट्रेडिंग करना और ट्रेडिंग से कमाई करना दो अलग अलग चीजें हैं। इस फर्क को नहीं समझने की वजह से बहुत से रिटेल ट्रेडर नुकसान पर नुकसान झेलने के लिए मजबूर होते हैं। एक साधारण ट्रेडर को सफल ट्रेडर बनाता है उसका एक दोस्त और दो दुश्मन। ट्रेडर का दोस्त उसे मुनाफे की मंजिलों तक पहुंचाता है, जबकि दुश्मन उसे घाटे की खाई में खींचने के फिराक मे रहता है। ट्रेडर को एक ही वक्त में दोस्ती निभानी होती है, और दुश्मनों से बचना भी होता है, तो आइए देखते हैं कि ट्रेडर के ये दोस्त और दुश्मन कौन हैं?
Stock Market Trading: इन तरीकों से बढ़ा सकते हैं स्टॉक मार्केट से कमाई, जानिए कैसे घट जाता है वास्तविक मुनाफा
स्टॉक मार्केट में जब आप पैसे लगाते हैं तो ब्रोकरेज, एसटीटी (सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन फीस), एक्सचेंज ट्रांजैक्शन चार्ज, जीएसटी, सेबी चार्ज, स्टांप ड्यूटी जैसे टैक्स व चार्जेज चुकाने होते हैं और इन्हें काटकर ही शुद्ध मुनाफा या नुकसान आपको हासिल होता है. (Image- Pixabay)
Stock Market Trading: अगर आप स्टॉक मार्केट में कारोबार करते हैं और शेयरों की सक्रिय रूप से खरीद-बिक्री करते हैं तो इससे जुड़े चार्जेज के बारे में पहले से कैलकुलेशन कर लेना चाहिए. यह कैलकुलेशन इसलिए जरूरी है क्योंकि इससे मुनाफा बढ़ाने में मदद मिलती है. इक्विटी में जब आप पैसे लगाते हैं तो यह इंट्रा-डे होता है या डिलीवरी या फ्यूचर या ऑप्शंस, इन सभी तरीकों में ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें पैसे लगाने पर मुनाफा अलग-अलग हासिल होता है. स्टॉक मार्केट में जब आप पैसे लगाते हैं तो ब्रोकरेज, एसटीटी (सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन फीस), एक्सचेंज ट्रांजैक्शन चार्ज, जीएसटी, सेबी चार्ज, स्टांप ड्यूटी जैसे टैक्स व चार्जेज चुकाने होते हैं और इन्हें काटकर ही शुद्ध मुनाफा या नुकसान आपको हासिल होता है.
इन चार तरीकों से होती है ट्रेडिंग
- Intra-Day Equity: जब आप शेयर की खरीद-बिक्री यानी लांग या शॉर्ट पोजिशन सिर्फ एक ही दिन के लिए लेते हैं यानी कि आज ही खरीदकर बेच दिया तो यह इंट्रा-डे के तहत माना जाता है. इसमें इक्विटी की होल्डिंग नहीं मिलती है.
- Delivery Equity: इंट्रा-डे के विपरीत डिलीवरी ट्रेडिंग में आप जो शेयर खरीदते हैं, उसे डीमैट खाते में रखा जाता है और इसकी होल्डिंग कुछ समय के लिए मिलती है. इंट्रा-डे में चाहे घाटा हो या फायदा, पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना जरूरी होता है, जबकि डिलीवरी इक्विटी ट्रेडिंग में अपने हिसाब से जब चाहें किसी भी कारोबारी समय पर शेयरों की बिक्री कर सकते हैं.
- Future: यह खरीदार और विक्रेता के बीच एक वायदा है जिसके तहत एक खास दिन निश्चित प्राइस पर स्टॉक्स का लेन-देन होता है. सौदा हो जाने के बाद दोनों ही पार्टियों को इस सौदे को पूरा करना अनिवार्य है और कोई भी पक्ष मुकर नहीं सकता है.
- Options: ऑप्शंस के तहत किसी खास दिन निश्चित प्राइस पर लेन-देन के लिए एक सौदा होता है जिसमें कुछ प्रीमियम चुकाना होता है. ऑप्शंस के तहत कॉल और पुट दो विकल्प मिलते हैं. कॉल ऑप्शंस के तहत खरीदार को खरीदने का अधिकार मिलता है और पुट ऑप्शंस के तहत बेचने का.
मुनाफे पर ऐसे पड़ता है असर
ऊपर चार तरीकों के बारे में जानकारी दी गई जिससे आप शेयर मार्केट के ट्रेडिंग की तैयारी कैसे करें जरिए पैसे कमाते हैं. अब नीचे देखते हैं कि आपको सभी तरीके से कितना मुनाफा हो रहा है-
- मान लेते हैं कि आप किसी कंपनी के 1 हजार रुपये के 400 शेयरों को खरीदकर इंट्रा-डे में ही 1100 रुपये में बेच देते हैं तो कुल टर्नओवर 8.40 लाख रुपये का हुआ. इस पर ब्रोकरेज, एसटीटी, एक्सचेंज ट्रांजैक्शन फीस, जीएसटी, सेबी शुल्क और स्टांप ड्यूटी मिलाकर करीब 202.24 रुपये टैक्स व चार्जेज के रूप में चुकाने होंगे. इस ट्रेडिंग में आपको 39795.76 रुपये का मुनाफा होगा.
- अगर आप 1 हजार रुपये के 400 शेयरों को खरीदकर डिलीवरी लेते हैं यानी कि उनकी बिक्री किसी और दिन 1100 रुपये के भाव पर करते हैं तो कुल टर्नओवर 8.40 लाख रुपये का हुआ लेकिन टैक्सेज व चार्जेज के रूप में 935.04 रुपये चुकाने होंगे. इसमें 39064.96 रुपये का मुनाफा हुआ जो इंट्रा-डे ट्रेडिंग से कम है. हालांकि इंट्रा-डे में बहुत रिस्क है क्योंकि इसमें मुनाफा हो या नुकसान, पोजिशन को स्क्वॉयर ऑफ करना ही होगा.
10 पर मिलेंगे 15 बोनस शेयर, निवेशकों को मिला 579% का तगड़ा रिटर्न, ट्रेडिंग पर लगी रोक
Bonus share: स्मॉल-कैप कंपनी (Small cap company) नायसा सिक्योरिटीज लिमिटेड (Naysaa Securities) अपने शेयरहोल्डर्स को तगड़ा मुनाफा कराने की तैयारी में है। कंपनी इलिजिबल निवेशकों को हर 10 शेयर पर 15 बोनस शेयर देने जा रही है। फिलहाल इसकी ट्रेडिंग रोक (trading closed) दी गई है। कंपनी के शेयरों का अंतिम कारोबारी भाव 176.45 रुपये था। बीएसई पर 22 नवंबर से इसकी ट्रेडिंग बंद है। इसका मार्केट कैप ₹76.66 करोड़ है। फाइनेंशियल एडवाइज देने वाली इस कंपनी के बोर्ड मेंबर ने 23 नवंबर 2022 को आयोजित अपनी बैठक में 15:10 बोनस शेयरों पर विचार किया और उन्हें अप्रूव किया।
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