Share Market: क्या शेयर मार्केट में शेयर खरीदने की कोई लिमिट है?
किसी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए दो तरह की मार्केट होती हैं। पहली प्राइमरी मार्केट और दूसरी सेकंडरी मार्केट। दोनों ही मार्केट में कोई निवेशक किसी कंपनी के कितने शेयर खरीद सकता है या कुल कितने शेयर खरीद सकता है, इसके अलग-अलग नियम हैं। ऐसे में निवेशकों के लिए share Market investment के क्षेत्र से जुड़ी कुछ अहम बातें जानना बेहद जरूरी है।
#2. शेयर खरीदने की दो मार्केट हैं और दोनों में अलग-अलग लिमिट है
सामान्य भाषा में कहें, तो किसी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए दो तरह की मार्केट होती हैं। पहली प्राइमरी मार्केट और दूसरी सेकंडरी मार्केट। दोनों ही मार्केट में कोई निवेशक किसी कंपनी के कितने शेयर खरीद सकता है या कुल कितने शेयर खरीद सकता है, इसके अलग-अलग नियम हैं, जो हम आपको बताएंगे।
#A. प्राइमरी मार्केट
प्राइमरी मार्केट में शेयर खरीदने वालों को तीन अलग-अलग कैटेगरी में बांटा जाता है, जिनके लिए शेयर खरीदने की लिमिट अलग-अलग होती है।
1. खुदरा निवेशक: इस कैटेगरी में आने वाले लोग अधिकतम दो लाख रुपए तक के शेयर खरीद सकते हैं। फिर वो चाहे एक ही कंपनी के दो लाख रुपए के शेयर खरीद लें या अलग-अलग कंपनियों के कुल-मिलाकर दो लाख रुपए के शेयर खरीद लें।
2. हाई नेटवर्क इंडिविजुअल: इनके लिए कोई सीमा नहीं होती है। ये जितनी चाहें, उतनी कीमत के शेयर खरीद सकते हैं।
3. संस्थागत निवेशक: इनके लिए भी कोई सीमा नहीं होती है। ये जिस कंपनी के जितने चाहें, उतनी कीमत के शेयर खरीद सकते हैं।
#B. सेकंडरी मार्केट
सेकंडरी मार्केट से आशय उस बाजार से है, जिसमें निवेशक शेयर मार्केट में जाकर किसी भी स्टॉक एक्सचेंज से शेयर खरीदते और बेचते हैं। इसमें भी किसी निवेशक के लिए कोई लिमिट नहीं है। वह किसी भी कंपनी के कितनी भी कीमत के शेयर खरीद सकता है। हां, 50% शेयर वाला नियम यहां भी लागू होगा। इसके अलावा जब कोई निवेशक किसी कंपनी के 5% से ज़्यादा शेयर खरीदता है, तो उस पर SEBI के कुछ और नियम लागू होते हैं। SEBI वह संस्था है, जो भारत के निवेश बाज़ार में नियंत्रक का काम करती है।
तो आखिर में आपके सवाल का जवाब यही है कि आपके शेयर खरीदने पर कोई लिमिट नहीं है। बस आप जितनी ज़्यादा कीमत के शेयर खरीदते जाते हैं, तो आप पर उतने ही नए नियम लगते जाते हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद ही आप और शेयर खरीद सकते हैं। बाकी आप लाखों-करोड़ों कितने के भी शेयर खरीदें, कोई फर्क नहीं पड़ता।
#3. शेयर खरीदने के लिए क्या करना होता है?
किसी भी कंपनी के शेयर खरीदने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना ज़रूरी है। यह आप किसी भी बैंक में खुलवा सकते हैं। आमतौर पर आप जिस बैंक में बचत खाता खुलवाते हैं, उसी खाते के साथ आपका डीमैट अकाउंट भी खोल दिया जाता है। हालांकि, कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता है कि आप बचत खाते के साथ डीमैट अकाउंट खुलवाना चाहते हैं या नहीं। लेकिन, अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं, तो डीमैट अकाउंट अनिवार्य है। डीमैट अकाउंट खुलवाने के लिए पैन कार्ड देना होता है, क्योंकि पैन कार्ड के जरिए ही सरकार आपके सारे ट्रांजैक्शंस पर निगाह रखती है।
न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए
न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए, कम पैसों से कैसे करें शेयरों में निवेश और शेयर बाजार में शुरुआत करने के लिए कितने पैसों की जरूरत होगी। Minimum amount to invest in Share Market in Hindi यानि न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए कितनी हो सकती है। शेयर बाजार में निवेश कितनी राशि से शुरू कर सकते हैं और किसी कम्पनी के कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं। क्या होता है किसी कम्पनी के शेयर का ट्रेडिंग लॉट जिस में खरीद बिक्री की जा सकती है। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market विस्तार से पढ़ें।
शेयर बाजार में कम से कम कितना निवेश कर सकते हैं Minimum amount to invest in Share Market in Hindi.
न्यूनतम राशि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए
यदि आप भी यह समझते हैं कि शेयर बाजार केवल पैसे वालों के लिए है और ना जाने कितने पैसों से इसमें शुरुआत करनी होगी तो आप को बता दें कि आप बहुत ही कम राशि से इसमें निवेश कर सकते हैं। शेयर बाजार में कम से कम कितना निवेश कर सकते हैं निवेश किए जाने वाले शेयर पर निर्भर करेगी। वास्तव में यदि आप किसी ऐसे शेयर को खरीदते हैं जिसकी कीमत बीस रूपए है और उसका ट्रेडिंग लॉट 1 है तो आप बीस रुपए (ब्रोकरेज और चार्जेज़ अलग) से ही शुरुआत कर सकते हैं। आपकी निवेश की न्यूनतम राशि इस कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? बात पर निर्भर करेगी कि जिस कम्पनी का शेयर खरीदना चाहते हैं उसकी चालू बाजार में कीमत कितनी है और उस शेयर का ट्रेडिंग लॉट कितने शेयरों का है। तो आपकी न्यूनतम निवेश राशि होगी चुने गए शेयर की कीमत उसके लॉट के अनुसार।
शेयर की कीमत पर निर्भर
अब यदि आप रिलायंस का शेयर खरीदना चाहते हैं और उसकी कीमत बाजार में एक हजार रुपए है और ट्रेडिंग लॉट एक है तो आपकी रिलायंस में निवेश की न्यूनतम राशि होगी एक हजार रुपए। इसी प्रकार यदि आप एक ट्रेडिंग लॉट वाले आयशर मोटेर्स जिसका दाम 22000 रुपए है में निवेश करना चाहते हैं तो आपकी निवेश की न्यूनतम राशि होगी 22000 रुपए। क्योंकि शेयरों की खरीद बिक्री उनके ट्रेडिंग लॉट के अनुसार होती है।
शेयर का ट्रेडिंग लॉट
ट्रेडिंग लॉट किसी भी शेयर कि निर्धारित न्यूनतम संख्या होती है जिस पर उन शेयरों की खरीद बिक्री हो सकती है। हर कम्पनी के शेयरों का ट्रेडिंग लॉट पहले से निर्धारित होता है। उस शेयर की ट्रेडिंग उसी लॉट या उसके गुनकों में की जा सकती है। डीमैट होने से पहले जब शेयरों की डिलीवरी शेयर सर्टिफिकेट के कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? जरिए होती थी तब अधिकतर शेयरों का लॉट 100 शेयर निर्धारित रहता था। आजकल अधिकतर लॉट एक शेयर के ही होते हैं।
केवल कम क़ीमत वाले शेयर
यदि आप यह सोच कर निवेश करते हैं कि आप केवल कम कीमत वाले शेयर ही खरीदेंगे जिससे आपको कम निवेश करना पड़े तो केवल कीमत के आधार पर किसी शेयर में निवेश ना करें। किसी भी शेयर की कीमत उसकी वर्तमान और भविष्य की ग्रोथ की सम्भावनाओं पर आधारित होती है। कम कीमत किसी भी शेयर में निवेश करने का आधार नहीं हो सकती, उसके लिए आप उस कम्पनी के भविष्य की सम्भावनाओं को जांच कर ही उसमें निवेश करें।
अधिक क़ीमत वाले शेयर
इसी प्रकार इस बात की भी सम्भावना है कि जिस शेयर को हम महंगा समझ रहे हैं उस में ग्रोथ की सम्भावना अधिक हो। इसी लिए हम केवल इसी कारण से किसी शेयर को इग्नोर नहीं कर सकते क्योंकि वह पहले से अधिक कीमत पर ट्रेड कर रहा है।
कीमत पर ना जाएं
कम कीमत देख कर कभी कोई शेयर ना खरीदें। यदि आप शेयर बाजार में नए हैं तो पैनी शेयर कभी ना खरीदें। पैनी शेयरों की कीमत सबसे कम होती है मगर इनमें रिस्क सबसे अधिक होता है। शुरुआत में निवेश जानी मानी कम्पनी से ही करें। किस मित्र, साथी या ब्रोकर के कहने पर अनजानी कंपनी कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? का शेयर कभी ना खरीदें। वास्तव में जब तक खुद को अच्छे से समझ ना आए, शेयर बाजार में सीधे निवेश करने से बचें और म्यूचूअल फंड में निवेश करें।
शेयर की मजबूती देखें
कीमत के बजाए शेयर के भविष्य की सम्भावनाएं देखें। उसके EPS, PE रेश्यो को समझें। भविष्य की परियोजनाओं को समझें। पिछले सालों का रिकार्ड देखें। किसी कंपनी का शेयर क्या देख कर खरीदना चाहिये यह जानने के लिये पढ़ें किस कंपनी का शेयर खरीदें हमारी साइट पर।
इस प्रकार यह ना सोचें कि शेयर बाजार में कम से कम कितना निवेश कर सकते हैं। अपने लिए अच्छे भविष्य वाली कम्पनी को निवेश के लिए चुनें और जितना आप निवेश करने की क्षमता रखते हैं उतने शेयर खरीद लें। निवेश करने से पहले इससे जुड़े जोखिम को भी भली भाँति समझ लें। Minimum amount to invest in Share Market in Hindi.
शेयर कब खरीदे और कब बेचे, शेयर खरीदने के नियम, Buy/Sell Time
आज हम इस पोस्ट में जानेंगे के शेयर कैसे खरीदते है और शेयर खरीदने के नियम इसके साथ ही हम यह भी जानेंगे की शेयर खरीदने का तरीका क्या होता है एवं शेयर बेचने का तरीका क्या होता है. शेयर को अच्छी तरह से खरीदने और बेचने के लिए हमे क्या क्या करना चाहिए और शेयर को खरीदने का साही समय क्या है चलिए जानते है शेयर कब खरीदे और कब बेचे.
शेयर कब खरीदे और कब बेचे और शेयर खरीदने के नियम
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शेयर खरीदने का तरीका
शेयर खरीदने के लिए आपके पास सबसे पहले एक डीमैट अकाउंट होना चाहिए. अगर आपके पास में एक डीमैट अकाउंट नहीं है तो आप शेयर नहीं खरीद सकते. अगर आप नहीं जानते है कि demat account क्या होता है तो इसके लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़े.
अगर आप demat account के बारे में जान गए है और आप अकाउंट खुलवाने के लिए प्रोसेस कर चुके हैं तो अब बारी आती है शेयर खरीदने और बेचने का तरीका जानने की.
शेयर कब खरीदे और कब बेचे
आप जिस Finance Company या bank से अपना डीमेट अकाउंट खुलबातें हैं वह आपको शेयर मार्केट के टर्मिनल पर शेयर को खरीदने और बेचने का एक सॉफ्टवेयर प्रोवाइड करते है जो की एक website या mobile app हो सकती है.
बस अब आपको उसमें जाना है और अपने डिमैट अकाउंट में पड़े पैसों की मदद से आप जिस भी कंपनी के शेयर को खरीदना चाहते हैं वह खरीद सकते हैं
जब आप terminal पर जाते हैं तो आपके पास सॉफ्टवेयर में ऑप्शन आता है. जहां पर आप किसी भी कंपनी के शेयर को सर्च कर सकते हैं. जैसे ही आप उस Share की Companyकंपनी पर जाते है तो आप उसी शेयर पर होने वाले शेयर के भाव में उतार और चढ़ाव को भी देख सकते हैं.
अगर आपने शेयर खरीदने का मन बना लिया है तो आप terminal पर शेयर को Buy करने का order लगा सकते है. जैसे ही शेयर मार्केट में आपके Buy order से किसी का sell order मैच होगा वैसे ही आपके पास आपके द्वारा buy किये गए शेयर आ जायेंगे और आपके अकाउंट में से पैसे कट जाएंगे.
शेयर खरीदने का समय
रोजाना शेयर मार्केट सुबह 9:15 AM पर खुलता है और 3:30 PM पर बंद होता है. अगर आप शेयर मार्केट के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना चाहते है. तो आपको इसी समय के बीच में खरीदी और बेचने का काम करना होगा.
शेयर मार्केट में शेयर खरीदने और बेचने का एक निर्धारित समय होता है अगर आप शेयर मार्केट से शेयर को खरीदना या बेचना चाहते हैं तो आपको इस निर्धारित समय के बीच में ही सारे ट्रांजैक्शन करने होंगे अगर आप निर्धारित समय के बीच में ट्रांजैक्शन नहीं करते तो आपके ट्रांजैक्शन सक्सेसफुल नहीं होंगे
शेयर कैसे खरीदते है
Time needed: 7 minutes.
शेयर खरीदने के लिए आपको सबसे पहले यह तय करना होगा कि आप किस कंपनी के शेयर खरीदना चाहते हैं एक बार आपने यह तय कर लिया तो आपको शेयर खरीदने में बड़ी आसानी होगी. आप नीचे दी गई steps को follow करके शेयर खरीद सकते है.
सबसे पहले अपने डिमैट अकाउंट को ओपन कर के टर्मिनल पर जाएं
अब आप जिस कंपनी के शेयर को खरीदना चाहते हैं उसका नाम लिखकर सर्च करें
जैसे ही आपको कंपनी का नाम मिल जाए तो उसको select करें
अब आप शेयर खरीदने से पहले उस company के शेयर की कीमत में हुए उतार-चढ़ाव देख ले इससे आपको पता चलेगा कि शेयर बाजार में इस शेयर की कीमत कितने रुपए ज्यादा हुई और कितने रुपए कम हुई.
इससे आप को सबसे बड़ा फायदा यह मिलगा कि अगर आप यह जान जाते है कि शेयर की कम से कम कीमत कितनी जा रही है तो आप उस कीमत पर Buy Order लगा कर छोड़ सकते हैं
इससे यह होगा की जैसे ही शेयर की कीमत उतनी गिरेगी वैसे ही आपका buy order successful हो जाएगा और आपके पास उस कीमत में शेयर आ जाएंगे
आप एक sell order लगा सकते हैं. जिसमें आप उस कीमत को सेट कर सकते हैं जिस कीमत को आप पहले देख चुके है. जैसे ही आपके शेयर की कीमत बढ़ेगी आपके शेयर sell हो जायेंगे और आपको प्रॉफिट मिल जायेगा
शेयर मार्किट चार्ट कैसे समझे
शेयर खरीदने से पहले आपको शेयर की History देखना है क्योंकि अगर आप शेयर की हिस्ट्री नहीं देखेंगे तो आपको यह कभी पता नहीं चलेगा कि आप उस शेयर को खरीद कर या बेच कर अपना मुनाफा कमा सकते है या नहीं.
एक बार अगर आपको शेयर की कीमत के बारे में पता चल जाता है तो आप उस शेयर को कम से कम कीमत में खरीदकर ज्यादा से ज्यादा कीमत में बैच सकते हैं.
Share Kharidne Ka Sahi Samay
शेयर खरीदने का सही समय 2:15 PM पर होता है इस समय शेयर की कीमत में उछाल भी आ चुका होता है और शेयर की कीमत गिर भी चुकी होती है. इस समय तक शेयर एक स्थिर कीमत पर आ जाता है.
जिससे आपको बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव की जानकारी मिल जाती है और आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि शेयर को कितने भाव में खरीदना चाहिए और कितने भाव में बेचना चाहिए.
Share Kharidne Ke Fayde
शेयर खरीदने के बहुत फायदे हैं एक बार आप किसी कंपनी के शेयर को खरीद कर रख लेते हैं तो उस कंपनी के शेयर को आप चौगुनी और हजार गुना दाम में बैच सकते हैं.
बशर्ते आप ने कंपनी के शेयर को कम कीमत में खरीदा हो क्योंकि अगर आपने उस कंपनी के शेयर को ज्यादा कीमत में खरीदा और कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? भविष्य में उस कंपनी के शेयर की कीमत और भी ज्यादा कम हो गई तब आपको ऐसी स्थिति में नुकसान उठाना पड़ सकता है.
इसलिए हमेशा किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उसकी हिस्ट्री को जांच लें और यह पता लगा लेंगे उस शेयर की कीमत कितनी हमेशा रहती है और उसकी कितनी कम कीमत जाती है
किस कंपनी के शेयर खरीदे
कौन सा शेयर खरीदने लायक है यह बता पाना थोडा मुश्किल है क्योंकि हर रोज बदलती कीमत के कारण हर एक शेयर आपको खरीदने लायक लगेगा और उसकी कीमत बढ़ जाने पर आपको वह शेयर एक नुकसान का सौदा साबित लगेगा. इसलिए यह आप पर निर्भर करता है कि आप उस से कितना प्रॉफिट कमाना चाहते हैं.
क्योंकि अगर आपने एक बार यह तय कर लिया कि आप कितना प्रॉफिट कमाना चाहते हैं तो आप उसी प्रॉफिट की कैलकुलेशन के आधार पर किसी भी शेयर को चुन सकते हैं जो शहर आपके प्रॉफिट की कैलकुलेशन पर खरा साबित होता है. तो उसे आप खरीद सकते हैं और फिर बाद में बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं.
फिर भी अगर आप जानना चाहते हैं कि कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? खरीदने लायक कौन से शेयर हैं तो आपको हम यही सलाह देना चाहेंगे कि आप Bank Nifty या फिर Sensex में इन्वेस्ट करें.
इससे आपका पोर्टफोलियो बढ़ेगा और आप अगर कंपनी के लिए नहीं जाएंगे तो आपको घाटा कम होगा. आप को बैंक निफ़्टी या सेंसेक्स खरीदने पर इतना ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और आप बड़ी ही आसानी से बैठे-बैठे मुनाफा कमा पाएंगे.
शेयर खरीदने के नियम
शेयर खरीदने के कुछ नियम है अगर आप उनका पालन करते है तो आप बड़ी ही आसानी से शेयर खरीद पाएंगे लेकिन अगर आप शेयर खरीदने के नियम नहीं follow करते तो आपको इसमें नुकसान उठाना पढ़ सकता है . शेयर खरीदने के नियम जानने के लिए आप हमारी नीचे दी गई पोस्ट को पढ़ सकते है .
शेयर बाजार से हुई कमाई पर कैसे और कितना लगता है टैक्स, समझिए पूरा नफा-नुकसान
अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कहते है.
शेयर बाजार में आप भी निवेश करते हैं. अगर हां तो आपको टैक्स का नियम समझना जरूरी है. हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : July 09, 2022, 11:07 IST
नई दिल्ली . शेयर बाजार से होने वाली कमाई पर कई तरह के टैक्स लगते हैं. बहुत सारे लोगों को यह जानकारी कम होती है कि कितना टैक्स लगता है. जब कमाई के बाद पैसा कट कर आता है तो निवेशक सोचते हैं कि पैसा कहां कट गया. आज हम आपको बता रहे हैं कि स्टॉक मार्केट से कमाई पर कितना और कैसे टैक्स देना पड़ता है.
मान लीजिए आपको एक साल में शेयर बाजार से 5 लाख की कमाई हुई. लेकिन आपके अकाउंट में सिर्फ 4.50 लाख रुपए ही आएंगे. दरअसल, इस कमाई पर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स यानी STT और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स यानी LTCG देना पड़ा. इसके साथ ही कुल कमाई पर इनकम टैक्स भी देना होगा. यानी आपको तीन टैक्स देने पड़ रहे हैं.
टैक्स को ऐसे समझें…
आपके 4 लाख की कमाई वाले शेयर बेचते समय ही STT के 125 रुपए कट गए. एक साल पूरा होने के एक हफ्ते बाद ये 5 लाख रुपए के शेयर बेचे तो उस कम से कम कितने शेयर खरीद सकते हैं? पर LTCG टैक्स 10% लगा और 50 हजार रुपए कट गए. मान लीजिए अब आपने इसके अलावा 3 लाख रुपए दूसरे जरिए से कमाए. इस तरह उसकी टोटल इनकम 3 लाख+5 लाख = 8 लाख रुपए हो गई. इसमें से पहले 50 हजार रुपए कट गए थे. इनकम बची 8 लाख-50,000=7.50 लाख रुपए. अब इस 7.50 लाख पर आपको इनकम टैक्स भी देना है.
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (Long term Capital gains tax)
अगर शेयर मार्केट में लिस्टेड शेयरों को खरीदने से 12 महीने के बाद बेचने पर लाभ होता है तो लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स कहते है. शेयरों की बिक्री करने वाले को इस कमाई पर टैक्स देना पड़ता है. 2018 के बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स को फिर से शुरू किया गया था.
इससे पहले इक्विटी शेयरों या इक्विटी म्यूचुअल फंड ( Equity Mutual funds) की यूनिटों की बिक्री से होने वाले लाभ पर टैक्स नहीं लगता था. इनकम टैक्स रूल्स (Income tax Rules) के सेक्शन 10 (38) के तहत इस पर टैक्स से छूट मिली हुई थी. लेकिन 2018 के बजट में शामिल किए गए प्रावधान में कहा गया कि अगर एक साल के बाद बेचे गए शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंड की यूनिटों की बिक्री पर एक लाख रुपये से ज्यादा का कैपिटेल गेन हुआ है तो इस पर 10 फीसदी टैक्स लगेगा.
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