A Matter of Time? $2,000 #Gold, $100,000 #Bitcoin, $50 #CrudeOil -
The energy spike is proving its own worst enemy, with macroeconomic implications that may buoy gold and help Bitcoin transition toward a high-beta version of the metal and Treasury bonds. pic.twitter.com/4RO3wkMYxf — Mike McGlone (@mikemcglone11) August 8, 2022
10000 बिटकॉइन में 2 पिज्जा: 2010 में इस शख्स ने रचा था इतिहास, जाने इनके बारे में
क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की आज काफी वैल्यू बढ़ चुकी है लेकिन 2010 में ऐसा बिल्कुल भी नहीं था। आपको बता दें कि 2010 में 1 बिटकॉइन करेंसी की वैल्यू 0.0003 अमेरिकी डॉलर थी। इस करेंसी को भारतीय रुपये में 0.22 रुपये में रखा गया।
10000 बिटकॉइन में 2 पिज्जा: 2010 में इस शख्स ने रचा था इतिहास, जाने इनके बारे में photos (social media)
अमेरिका : बिटकॉइन करेंसी इन दिनों काफी चर्चा में चल रही है। दुनिया के बड़े-बड़े निवेशक इस बिटकॉइन पर पैसा लगा रहे हैं। आपको बता दें कि इस समय टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने कई मिलियन पैसा बिटकॉइन पर लगा दिया है। उन्होंने इस करेंसी को लेकर कहा कि यही भविष्य है। क्रिप्टोकरेंसी को लेकर 2010 का एक मामला काफी वायरल हो रहा है। मई 2010 में लैजयो नाम के एक शख्स ने 10000 बिटकॉइन देकर 2 पिज्जा खरीदा था। यह शख्स पहला था जो बिटकॉइन को देकर कुछ खरीदा था।
10000 बिटकॉइन में 2 लार्ज पिज्जा खरीदा
क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की आज काफी वैल्यू बढ़ चुकी है लेकिन 2010 में ऐसा बिल्कुल भी नहीं था। आपको बता दें कि 2010 में 1 बिटकॉइन करेंसी की वैल्यू 0.0003 अमेरिकी डॉलर थी। इस करेंसी को भारतीय रुपये में 0.22 रुपये में रखा गया। इस बिटकॉइन की वैल्यू 10 साल पहले इतनी थी कि फ्लोरिडा के रहने वाले लैजयो ने 10000 बिटकॉइन में 2 लार्ज पिज्जा को खरीदा था। यह दाम सुन कोई भी हैरान हो जाएगा। उस समय तक कोई बिटकॉइन पर सामान नहीं खरीदता था।
1 bitcoin की वैल्यू 33 लाख रुपये
क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की वैल्यू आज काफी बढ़ चुकी है। आज इस करेंसी की वैल्यू 200 मिलियन डॉलर से भी अधिक मानी जाती है। आपको बता दें कि भारत में इस वक्त 10000 बिटकॉइन को बेचा जाए तो इस बिटकॉइन की वैल्यू 33.39 अरब रुपये होगी। 10 साल में 1 bitcoin की वैल्यू 33 लाख रुपये हो गई है।
papa john's पिज्जा स्टोर
फ्लोरिडा के रहने वाले लैजयो ने जब 2010 में ये काम किया था तो लोग उसे बेवकूफ कर रहे थे। 10000 बिटकॉइन में सिर्फ 2 पिज्जा लिया था लेकिन आज बिटकॉइन पर सामान खरीदना आम बात हो गई है। लैजयो का मानना था कि किसी न किसी को शुरुआत तो करनी थी। आज papa john's पिज्जा स्टोर पर एक बोर्ड लगा है जिसपर मोटे अक्षरों पर लिखा है कि 22 may 2010 Makers of the famous bitcoin pizza
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क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग के क्या हैं फायदे और नुकसान, सब कुछ जानें
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
cryptocurrency
gnttv.com
- नई दिल्ली,
- 14 नवंबर 2021,
- (Updated 14 नवंबर 2021, 11:59 AM IST)
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
देश में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) का क्रेज बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. आकर्षक मुनाफा पाने की चाहत में बड़ी संख्या में लोग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं. इसे देखते हुए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो ट्रेड’ विषय पर एक व्यापक बैठक की. आखिर क्या है क्रिप्टो करेंसी और लोग इसकी तरफ क्यों आकर्षित हो रहे हैं, आइये जानते हैं.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी
मार्केट कैप के लिहाज से दुनिया की सबसे बिटकॉइन का इतिहास बड़ी और सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन को वर्चुअल वॉलेट में रखा जाता है,जिनकी यूनीक कीज होती है. बिटकॉइन और अन्य डिजिटल सिक्के नकदी बिटकॉइन का इतिहास के बराबर हैं, लेकिन ये इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होते हैं. ये एक तरीके की वर्चुअल मुद्रा होती है, जिसका फिजिकल एक्सिस्टेंस नहीं होता है. डिजिटल मुद्रा को ब्लॉकचेन नामक एक बही प्रणाली द्वारा विकेंद्रीकृत किया जाता है और यह किसी बैंक या केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा नियंत्रित नहीं होता.
मदद के लिए कई डिजिटल प्लैटफॉर्म उपलब्ध
क्रिप्टोकरेंसी के उदय और इसके नए युग के ब्लॉकचेन-आधारित तंत्र ने व्यापारियों, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों को शुरुआत में ही अपनी ओर आकर्षित कर लिया था. हालांकि, वर्चुअल मीडियम से पैसे खर्च करने में उन लोगों को थोड़ी परेशानी आती है जो खर्चे के लिए नकद या नोट का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं. हाल के दिनों में, लोगों को बिटकॉइन और ऐसे अन्य डिजिटल सिक्कों को दिन-प्रतिदिन इस्तेमाल में मदद करने के लिए नई सेवाओं और प्लेटफार्मों की शुरुआत की गई है.
क्या है क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग को लेकर लोगों के मन में कई संशय होते हैं, क्योंकि डिजिटल सिक्के केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा विनियमित नहीं होते हैं. एक्सचेंज कंपनियां और फर्म जो डिजिटल मुद्रा के प्रबंधन की सेवाएं प्रदान करती हैं, तकनीकी रूप से बैंक की तरह काम नहीं करती. क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग ज्यादातर लोगों को अपने फंड को डिजिटल वॉलेट में रखने या इसे पारंपरिक पैसे खर्च करने की तरह खर्च करने की अनुमति देती है. लोग एक्सचेंज प्लेटफॉर्म पर अपने क्रिप्टोकरेंसी बैलेंस का प्रबंधन कर सकते हैं.
क्रिप्टो डेबिट कार्ड के जरिये कर सकते हैं खरीदारी
क्रिप्टोकरेंसी बैंकिंग का मुख्य लाभ यह है कि एक्सचेंज प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को किसी भी अन्य मुद्रा की तरह डिजिटल कॉइन बैलेंस का उपयोग करने की अनुमति देता है. आप चाहें तो इसे निवेश के रूप में रखने के बजाय, दिन-प्रतिदिन निकासी और खरीदारी करने के लिए नकद की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है. क्रिप्टो डेबिट कार्ड जिसे आमतौर पर बिटकॉइन डेबिट कार्ड के रूप में जाना जाता है क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म द्वारा जारी किए जाते हैं. ये प्रीपेड डेबिट कार्ड की तरह काम करते हैं.
यूजर का वेरिफिकेशन जरूरी
इन कार्ड्स में क्रिप्टोकरेंसी डाल कर ऑनलाइन और इन-स्टोर खरीदारी में इस्तेमाल में लाया जा सकता है. आमतौर पर क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंजों पर क्रिप्टो कार्ड के लिए आवेदन करने के लिए व्यक्तियों को एक खाता या डिजिटल वॉलेट बनाने की आवश्यकता होती है. कुछ प्लेटफॉर्म के लिए उपयोगकर्ताओं को अपने केवाईसी(Know Your Customer) वेरिफिकेशन प्रक्रिया का उपयोग करके अपनी पहचान को वैलिडेट करने की आवश्यकता होती है.
बिटकॉइन एक दिन 1 लाख डॉलर के स्तर को जरूर छू लेगा- Mike McGlone
फेडरेल रिजर्व बैंक ऑफ न्यू यॉर्क की ओर से हाल ही में किए गए एक सर्वे में पाया गया है कि अमेरिका में इनफ्लेशन इसके अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है
भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर बिटकॉइन 18,35,184 रुपये पर ट्रेड कर रहा है
खास बातें
- जून तक आते-आते बिटकॉइन की कीमत 17,600 डॉलर तक आ लुढ़की थी
- अमेरिका में इनफ्लेश इसके अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है
- इससे पहले McGlone ने कहा था BTC 2021 के अंत तक 1 लाख डॉलर के करीब होगा
Bitcoin की कीमत को लेकर मार्केट के कुछ जानकार अभी भी बड़ी भविष्यवाणी कर रहे हैं. एक्सपर्ट्स का अभी भी यही कहना है कि बिटकॉइन का प्राइस एक दिन 1 लाख डॉलर को छू लेगा. Bloomberg में सीनियर कमोडिटी स्ट्रेटजिस्ट माइक मैक्ग्लोन अपने उस पर बयान पर अभी भी कायम हैं, जिसमें उन्होंने बिटकॉइन के 1 लाख डॉलर के पार जाने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि 2022 की दूसरी छमाही में तेल की कीमतें और नीचे आना शुरू हो जाएंगीं. कच्चे तेल की कीमत में कमी आना ग्लोबल अपस्फीति या डिफ्लेशन का संकेत है, जिसका मतलब है कि अमेरिकी फेडरेल रिजर्व ब्याज दरों में और अधिक बढ़ोत्तरी नहीं करेगा.
फेडरेल रिजर्व बैंक ऑफ न्यू यॉर्क की ओर से हाल ही में किए गए एक सर्वे में पाया गया है कि अमेरिका में इनफ्लेशन इसके अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर है. McGlone ने कहा है कि गोल्ड फिर से 2 हजार डॉलर के स्तर पर पहुंच जाएगा और बिटकॉइन गोल्ड के बिटकॉइन का इतिहास हाई बीटा वर्जन की तरह काम करेगा. इससे पहले McGlone ने कहा था कि बिटकॉइन 2021 के अंत तक 1 लाख डॉलर के करीब पहुंच जाएगा.
हालांकि, McGlone की बिटकॉइन की कीमत (Bitcoin Price) के 1 लाख डॉलर के पार जाने की भविष्यवाणी बुरी तरह से विफल रही. 1 लाख डॉलर के करीब जाना तो दूर, बिटकॉइन इस साल की शुरुआत से ही नीचे गिरना शुरू हो गया था. जून तक आते-आते बिटकॉइन की कीमत 17,600 डॉलर तक आ लुढ़की थी. बावजूद, इसके McGlone ने अपने अनुमान पर विश्वास बनाए रखा और उनका अब भी यही कहना है कि बिटकॉइन 1 लाख डॉलर के स्तर को छू लेगा, हालांकि साथ में उन्होंने ये भी कहा है कि यह बहुत जल्द होने वाला नहीं है. इसमें काफी समय लग सकता है.
A Matter of Time? $2,000 #Gold, $100,000 #Bitcoin, $50 #CrudeOil -
— Mike McGlone (@mikemcglone11) August 8, 2022
The energy spike is proving its own worst enemy, with macroeconomic implications that may buoy gold and help Bitcoin transition toward a high-beta version of the metal and Treasury bonds. pic.twitter.com/4RO3wkMYxf
यह भी पढ़ें
बिटकॉइन की आज की कीमत (Bitcoin Price Today) की बात बिटकॉइन का इतिहास करें तो दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ने आज ट्रेड ओपनिंग बढ़त के साथ की है. खबर लिखे जाने के समय तक भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर बिटकॉइन 18,35,184 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. ग्लोबल लेवल पर बिटकॉइन की कीमत अभी 24 हजार डॉलर से नीचे बिटकॉइन का इतिहास चल रही है. CoinmarketCap के आंकड़ों के अनुसार 9 अगस्त को बिटकॉइन ग्लोबल लेवल पर $23,162.74 पर ट्रेड कर रहा है. इसकी कीमत में पिछले 24 घंटों में 0.39 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है.
क्रिप्टोकरेंसी की ये कहानी शायद आप नहीं जानते होंगे? जानें क्या होता है ब्लॉकचेन?
नई दिल्ली: क्रिप्टोकरेंसी (CryptoCurrency) इन दिनों सुर्खियों में है. मोदी सरकार (Modi government) क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विधेयक बिल लाने की चर्चा. इन सबके बीच आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे. आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Cryptocurrency?) कैसे काम करता है? क्या होता है ब्लॉकचेन? तो चलिए जानते हैं क्रिप्टोकरेंसी की पूरी कहानी.
खबर में खास
- क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Crypto Currency)
- क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन के जरिए होती है यूज
- RBI रेगुलेट कर सकती है
क्रिप्टोकरेंसी क्या है? (What is Crypto Currency)
बिटकॉइन दुनिया की एक प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी (एक तरह की डिजिटल मुद्रा) है. बिटकॉइन (Bitcoin) कोई असली सिक्कों या नोट जैसी नहीं होती बस आपके कंप्यूटर पर कुछ codes के रूप में स्टोर होती है. जिसका ट्रांसफर कर लोग इसे इस्तेमाल करतें है. दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी डिसेंट्रलाइज्ड व्यवस्था है और इस पर किसी का कोई कंट्रोल नहीं है. कोई भी सरकार या कंपनी इसे कंट्रोल नहीं कर सकती. इसी वजह से इसमें अस्थिरता भी है. यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है, जिसे न तो कोई हैक कर सकता है और न ही छेड़छाड़.
क्रिप्टोकरेंसी ब्लॉकचेन के जरिए होती है यूज
क्रिप्टोकरेंसी का लेन-देन करने के लिए जिस प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है उसे ब्लॉकचेन कहते हैं.. ये डिजिटल करेंसी इनक्रिप्टेड (कोडेड) होती हैं. इसे एक कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए नियंत्रित किया जाता है. इसमें प्रत्येक लेन-देन का डिजिटल हस्ताक्षर द्वारा सत्यापन किया जाता है. इसका रिकॉर्ड क्रिप्टोग्राफी की मदद से नियंत्रित होता है. ये सारा काम कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए चलता है.
RBI रेगुलेट कर सकती है
रिजर्व बैंक द्वारा प्रस्तावित डिजिटल या वर्चुअल करेंसी को क्रिप्टो बिल के साथ नहीं जोड़ा गया है. फिर भी यह तय है कि केंद्रीय बैंक क्रिप्टो से जुड़े मामलों को कंट्रोल करेगा. इसके विनिमय से जुड़े मामलों का उल्लंघन करने वालों को डेढ़ साल तक कैद हो सकती है. वही, रेगुलेटर ₹5 करोड़ से लेकर ₹20 करोड़ तक का जुर्माना भी लगा सकता है.
क्रिप्टो करेंसी मार्केट कैप पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के लेवल पर, बिटकॉइन की वैल्यू ने तोड़े सारे रिकॉर्ड
भारत में इसके बढ़ते इस्तेमाल के बीच अकेले बिटकॉइन का बाजार पूंजीकरण इंटरनेशनल लेवल पर 2.5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है.
क्रिप्टो मुद्रास्फीति को मात देने के लिए निवेशकों की पहली पसंद बन गई है.
इंटरनेशनल क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) मार्केट पहली बार 3 ट्रिलियन डॉलर के निशान पर पहुंच गया बिटकॉइन का इतिहास है. बिटकॉइन और एथेरियम की वैल्यू अब तक के सबसे उंचाई पर पहुंच गए हैं. IANS की खबर के मुताबिक, बिटकॉइन और एथर ने मंगलवार को 68,641.57 डॉलर और 4,857.25 डॉलर का एक नया सर्वकालिक रिकॉर्ड बनाया है. खबर के मुताबिक, अनिश्चितताओं और इसके बिटकॉइन का इतिहास आस-पास उच्च अस्थिरता के बावजूद, बिटकॉइन इस साल के आखिर तक 100,000 डॉलर के निशान को छू सकता है. विशेष रूप से भारत में इसके बढ़ते इस्तेमाल के बीच अकेले बिटकॉइन का बाजार पूंजीकरण इंटरनेशनल लेवल पर 2.5 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया है.
साल के आखिर तक 1,00,000 डॉलर पर पहुंचेगा बिटकॉइन
बाययूकोइन के सीईओ शिवम ठकराल ने कहा कि दुनिया भर में क्रिप्टो एसेट की ग्रोथ इस तथ्य की गवाही देती है कि क्रिप्टो क्रांति में शामिल होने वाले निवेशकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. हम अपने एक्सचेंज पर ट्रेडिंग वॉल्यूम में भारी उछाल देख रहे हैं और क्रिप्टो मुद्रास्फीति को मात देने के लिए निवेशकों की पहली पसंद बन गई है. उन्होंने कहा कि हम आशावादी बने हुए हैं कि बिटकॉइन अपने सर्वकालिक हाई ट्रायल को जारी रखेगा और इस साल के आखिर तक 1,00,000 डॉलर का अंक हासिल करेगा. हम आधुनिक इतिहास में सबसे बड़ी वित्तीय क्रांति देख रहे हैं जो हमेशा के लिए मौद्रिक लेन-देन को निष्पादित बिटकॉइन का इतिहास करने के तरीके को बदल देगा.
कीमत अभी और ऊपर जाएगी
डीवेयर ग्रुप के सीईओ और संस्थापक निगेल ग्रीन जिसका प्रबंधन में 12 बिलियन है उनके मुताबिक, बिटकॉइन निर्विवाद रूप से एक मुख्यधारा की संपत्ति वर्ग है और अधिकांश निवेशकों को एक विविध पोर्टफोलियो के हिस्से के रूप बिटकॉइन का इतिहास में क्रिप्टो संपत्ति को शामिल करने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने हाल ही में कहा कि जुलाई में, हमने सार्वजनिक रूप से भविष्यवाणी की थी कि बिटकॉइन बहुत ऊपर पहुंच जाएगा और सबसे ज्यादा संभावना है कि यह पिछले सभी समय के उच्च स्तर को पार कर जाएगा. मुझे बिटकॉइन का इतिहास विश्वास है कि कम अवधि में कुछ फायदा हो सकता है, ताकि निवेशक बाद में और ज्यादा जमा कर सकें, गति ऐसी है कि हम कीमतों को उनके ऊपर की ओर जारी रखने की उम्मीद कर सकते हैं.
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भारत में क्रिप्टोकरेंसी बाजार
भारत में भारतीय क्रिप्टोकरेंसी बाजार 2030 तक 241 मिलियन डॉलर और दुनिया भर में 2026 तक 2.3 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. आईटी उद्योग के शीर्ष निकाय नैसकॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में क्रिप्टोटेक क्षेत्र में 1.5 करोड़ खुदरा निवेशक निवेश कर रहे हैं.
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