अगर अगर आपका शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछ सकते हैं धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम
बैंक ऑफ बड़ौदा बेचें, चोलामंडलम और टाटा पावर खरीदें : रिलायंस सिक्योरिटीज
रिलायंस सिक्योरिटीज (Reliance Securities) ने सोमवार (05 दिसंबर) के एकदिनी कारोबार (intraday trade) के लिए अपनी रिपोर्ट मार्केट लेंस में बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) को बेचने और चोलामंडलम इनवेस्टमेंट ऐंड फाइनेंस कंपनी (Cholamandalam Investment and Finance Company) व टाटा पावर कंपनी (Tata Power Company) के शेयर खरीदने का सुझाव दिया है।
ब्रोकिंग कंपनी ने बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर बेचने की सलाह दी है। इन्हें 166 रुपये का लक्ष्य रखते हुए 172-174 रुपये के दायरे में बेचा जा सकता है। इनके लिये 176 रुपये के स्तर पर सख्त स्टॉप लॉस लगाना सही रहेगाा। इन शेयरों का पिछला बंद भाव 171 रुपये था।
ब्रोकिंग कंपनी ने चोलामंडलम इनवेस्टमेंट ऐंड फाइनेंस कंपनी के शेयर में खरीदारी करने का सुझाव दिया है। इन्हें 718-726 रुपये के दायरे में खरीद सकते हैं। इनके लिए 745 रुपये का लक्ष्य तय करते हुए 712 रुपये पर सख्त स्टॉप लॉस लगाना सही रहेगा। इन इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें शेयरों का पिछला बंद भाव 732 रुपये रहा था।
इसके अलावा ब्रोकिंग कंपनी ने टाटा पावर कंपनी के शेयर खरीदने की सिफारिश की है। इन्हें 221-223 रुपये के दायरे में खरीदा इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें जा सकता है। इनके लिए 230 रुपये का लक्ष्य तय करते हुए 219 रुपये पर सख्त स्टॉप लॉस लगाना चाहिये। इसका पिछला बंद भाव 225 रुपये दर्ज किया गया था।
ध्यान रखें कि यह सलाह एकदिनी कारोबार के लिए है।
स्पष्टीकरण : इन शेयरों में ब्रोकिंग फर्म या उनके ग्राहकों के हित जुड़े हो सकते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? समझे आसान भाषा में What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है- दोस्तों नमस्कार आज हम बात करेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग की अगर आप शेयर बाजार में नए हैं और निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपने टीवी पर या कहीं सुना या पढ़ा होगा इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ बताएंगे इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे तथा नुकसान तथा इंट्राडे ट्रेडिंग में क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए सब कुछ बताएंगे । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है जैसा कि इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग के नाम से ही पता चलता है कि जिस दिन खरीदा उसी दिन बेचना उसको हम इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते हैं भारतीय शेयर बाजार खुलने का समय सुबह 9:15 है जबकि बंद होने का समय 3:15 है तो आप इसी समय के अंतराल पर कोई शेयर खरीदते या बेचते हैं तो वह डे ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग माना जाएगा अगर किसी कारणवश आप आज खरीदे हुए शेयर आज ना बेचकर कल या दो-तीन दिन बाद बेचते हैं तो उसे डिलीवरी माना जाएगा। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे Benefits of intraday trading
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
- इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे– इंट्राडे ट्रेडिंग की काफी फायदे भी हैं जो कि निम्न प्रकार हैं इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- एक ही दिन में लाभ या हानि- अगर आप रिसर्च तथा एनालिसिस करके इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आप इसमें अवश्य लाभ उठा सकते हैं कभी-कभी शेयर एक ही दिन में 20% से 30% तक भाग जाते हैं और आप एक ही दिन में 20% से 30% तक का मुनाफा कमा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- कम पैसों में अधिक शेयर खरीद सकते हैं- इंट्राडे ट्रेडिंग में यह भी एक अच्छी सुविधा है कि जिसमें आप मार्जिन मनी का उपयोग कर सकते हैं मार्जिन मनी का अर्थ होता है आपके ट्रेडिंग अकाउंट में अगर 10 हजार रुपए हैं और आपका ब्रोकर आपको 10 गुना लिमिट देता है तो 10000 ×10 = 1 लाख आप ₹10,000 पर मार्जिन यूज़ करके एक लाख तक का माल उठा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- कम ब्रोकरेज देना होता है – इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग आपको कम ब्रोकरेज देना होता है जबकि डिलीवरी में आपको ज्यादा ब्रोकरेज देना होता है। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान Loss of intraday trading day trading
- इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान–
- एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक यह भी नुकसान है कि आप को एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है अगर आप ने मार्जिन का उपयोग करके ट्रेडिंग की है तो आपको मार्केट क्लोज होने के पहले अपना सौदा काटना होगा अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका ब्रोकर मार्केट क्लोज होने के पहले आपका माल बेच देगा। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- ज्यादा रिस्क – हमने ऊपर प्रॉफिट की बात की लेकिन केवल प्रॉफिट होता तो हर कोई इंट्राडे ट्रेडिंग ही करता इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्क भरा होता है।
- ऑपरेटरों का नियंत्रण – कुछ शेयरों पर ऑपरेटरों का नियंत्रण होता है वह कुछ शेयरों के प्राइस अपने फायदे के लिए घटा या बढ़ा देते हैं जिसमें कि नए ट्रेडर काफी नुकसान उठाते हैं। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां Precautions in intraday trading or day trading
इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां-
- इंट्राडे ट्रेडिंग अगर आप बिना रिसर्च के कर रहे हैं तो यह काफी रिस्क भरा हो सकता है इसलिए पूरी रिसर्च करके ही इंट्राडे ट्रेडिंग में कूदे ।
- कोई कॉल या एसएमएस पढ़कर फैसला ना लें । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- स्टॉप लॉस अवश्य लगाएं बिना स्टॉपलॉस के ट्रेडिंग मतलब बिना ब्रेक की गाड़ी चलाने जैसा है जिस में कभी भी एक्सीडेंट हो सकता है ।
- किसी की बातों में आकर ट्रेड ना करें अपने विवेक तथा रिसर्च से काम ले । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक अर्थ यह भी होता है ले फटाफट दे फटाफट इसलिए पूरी सावधानी बरतें । What is intraday trading in Hindi
अगर अगर आपका शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछ सकते हैं धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम
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इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है ? समझे आसान भाषा में What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है- दोस्तों नमस्कार आज हम बात करेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग की अगर आप शेयर बाजार में नए हैं और निवेश करने की सोच रहे हैं तो आपने टीवी पर या कहीं सुना या पढ़ा होगा इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में सब कुछ बताएंगे इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे तथा नुकसान तथा इंट्राडे ट्रेडिंग में क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए सब कुछ बताएंगे । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है जैसा कि इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग के नाम से ही पता चलता है कि जिस दिन खरीदा उसी दिन बेचना उसको हम इंट्राडे ट्रेडिंग बोलते हैं भारतीय शेयर बाजार खुलने का समय सुबह 9:15 है जबकि बंद होने का समय 3:15 है तो आप इसी समय के अंतराल पर कोई शेयर खरीदते या बेचते हैं तो वह डे ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग माना जाएगा अगर किसी कारणवश आप आज खरीदे हुए शेयर आज ना बेचकर कल या दो-तीन दिन बाद बेचते हैं तो उसे डिलीवरी माना जाएगा। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे Benefits of intraday trading
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
- इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे– इंट्राडे ट्रेडिंग की काफी फायदे भी हैं जो कि इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें निम्न प्रकार हैं इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- एक ही दिन में लाभ या हानि- अगर आप रिसर्च तथा एनालिसिस करके इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे हैं तो आप इसमें अवश्य लाभ उठा सकते हैं कभी-कभी शेयर एक ही दिन में 20% से 30% तक भाग जाते हैं और आप एक ही दिन में 20% से 30% तक का मुनाफा कमा सकते हैं। इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- कम पैसों में अधिक शेयर खरीद सकते हैं- इंट्राडे ट्रेडिंग में यह भी एक अच्छी सुविधा है कि जिसमें आप मार्जिन मनी का उपयोग कर सकते हैं मार्जिन मनी का अर्थ होता है आपके ट्रेडिंग अकाउंट में अगर 10 हजार रुपए हैं और आपका ब्रोकर आपको 10 गुना लिमिट देता है तो 10000 ×10 = 1 लाख आप ₹10,000 पर मार्जिन यूज़ करके एक लाख तक का माल उठा सकते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- कम ब्रोकरेज देना होता है – इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग आपको कम ब्रोकरेज देना होता है जबकि डिलीवरी में आपको ज्यादा ब्रोकरेज देना होता है। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान Loss of intraday trading day trading
- इंट्राडे ट्रेडिंग डे ट्रेडिंग के नुकसान–
- एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक यह भी नुकसान है कि आप को एक ही दिन में सौदा खत्म करना होता है अगर आप ने मार्जिन का उपयोग करके ट्रेडिंग की है तो आपको मार्केट क्लोज होने के पहले अपना सौदा काटना होगा अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आपका ब्रोकर मार्केट क्लोज होने के पहले आपका माल बेच देगा। इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- ज्यादा रिस्क – हमने ऊपर प्रॉफिट की बात की लेकिन केवल प्रॉफिट होता तो हर कोई इंट्राडे ट्रेडिंग ही करता इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्क भरा होता है।
- ऑपरेटरों का नियंत्रण – कुछ शेयरों पर ऑपरेटरों का नियंत्रण होता है वह कुछ शेयरों के प्राइस अपने फायदे के लिए घटा या बढ़ा देते हैं जिसमें कि नए ट्रेडर काफी नुकसान उठाते हैं। What is intraday trading in Hindi
इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां Precautions in intraday trading or day trading
इंट्राडे ट्रेडिंग या डे ट्रेडिंग में सावधानियां-
- इंट्राडे ट्रेडिंग अगर आप बिना रिसर्च के कर रहे हैं तो यह काफी रिस्क भरा हो सकता है इसलिए इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें पूरी रिसर्च करके ही इंट्राडे ट्रेडिंग में कूदे ।
- कोई कॉल या एसएमएस पढ़कर फैसला ना लें । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- स्टॉप लॉस अवश्य लगाएं बिना स्टॉपलॉस के ट्रेडिंग मतलब इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें बिना ब्रेक की गाड़ी चलाने जैसा है जिस में कभी भी एक्सीडेंट हो सकता है ।
- किसी की बातों में आकर ट्रेड ना करें अपने विवेक तथा रिसर्च से काम ले । इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है
- इंट्राडे ट्रेडिंग का एक अर्थ यह भी होता है ले फटाफट दे फटाफट इसलिए पूरी सावधानी बरतें । What is intraday trading in Hindi
अगर अगर आपका शेयर बाजार से संबंधित कोई भी सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछ सकते हैं धन्यवाद जय हिंद वंदे मातरम
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क्या है Stop Loss और Target Price?
शेयरों में निवेश से आपको जितना लाभ होता है, उतना ही नुकसान भी हो सकता है.
Stop Loss का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में आप नुकसान से बच सकें
इसका मतलब यह है कि आपने 100 रुपये की कीमत पर ए के शेयर को 120 रुपये के Target Price के साथ खरीदा है. आप 120 रुपये की कीमत पर पहुंचने पर इस शेयर को बेचकर मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
इस शेयर में किसी वजह से गिरावट भी आ सकती है. इसकी कीमत 100 रुपये से कम होने पर आपको नुकसान उठाना पड़ेगा. नुकसान से बचने के लिए आपको स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाने की सलाह दी जाती है.
मान लीजिए इस शेयर के मामले में आपको 90 रुपये की कीमत पर Stop Loss लगाने की सलाह दी जाती है. इसका मतलब यह हुआ कि किसी वजह से ए के शेयरों में कमजोरी आने पर उसे 90 रुपये में बेच देना ठीक रहेगा.
स्टॉप लॉस (Stop Loss) वह मूल्य होता है जिस पर आप अपने शेयर बेच देते हैं. स्टॉप लॉस (Stop Loss) प्राइस पर शेयर बेच देने की वजह से आप बड़े नुकसान से बच जाते हैं.
किसी शेयर का स्टॉप लॉस (Stop Loss) वह मूल्य है जिस पर आपको ज्यादा नुकसान नहीं होता है. वास्तव में आप किसी शेयर की मौजूदा कीमत पर उसमें संभावित नुकसान की सीमा तय कर लेते हैं. इसके बाद ही आप स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाते हैं, जिससे आपका नुकसान कम हो जाता है.
क्यों होता है स्टॉप लॉस (Stop Loss) का इस्तेमाल?
स्टॉप लॉस (Stop Loss) का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में आप नुकसान से बच सकें. शेयर बाजार काफी हद तक भावनाओं से चलता है. ऐसे में शेयरों में निवेश से आपको जितना लाभ होता है, उतना ही नुकसान भी हो सकता है.
स्टॉप लॉस (Stop Loss) इसी नुकसान को कम करने का तरीका है. Stop Loss लगाने का एक फायदा यह भी है कि अगर आप नियमित रूप से ट्रेडिंग नहीं करते और अपने निवेश को रेगुलर मॉनीटर नहीं कर सकते तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. स्टॉप इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें लॉस (Stop Loss) वास्तव में इस स्थिति में आपको कई खतरों से बचा सकता है.
आपके लिए क्या है Stop Loss का महत्व?
स्टॉप लॉस (Stop Loss) छोटी अवधि के लिए तो बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन अगर किसी को लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो फिर उसके लिए इसका कोई बहुत ज्यादा महत्व नहीं है. आपको इस बात के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए कि शेयर बाजार में कभी भी कोई बदलाव हो सकता है.
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Stop Loss कैसे करते हैं?
इसे सुनेंरोकेंजब आप एक नॉर्मल Buy या Sell Order (मार्केट या लिमिट) प्लेस करते हैं, तो फिर स्क्रीन पर Buy या Sell का विकल्प आएगा। जब आप इनमे से किसी एक विकल्प को चयन करते है तो अगले स्क्रीन पर “Stoploss order” सेट इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें करने का ऑप्शन दिखाई देगा। “SL-Stoploss Order” विकल्प का चयन करें और “SL trigger price” वैल्यू दर्ज करें।
शेयर मार्केट में stop loss क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंस्टॉप-लॉस(Stop Loss Meaning in Hindi) वह प्राइस पॉइंट है जो आपको ट्रेड से बाहर निकलने में केवल विशिष्ट इकाइयों से दूर होता है। यदि आप एक बड़ा स्टॉप-लॉस लगाते हैं, तो आप करंट मार्केट प्राइस के पास आ रहे हैं और इस प्रकार, ट्रेडिंग में बने रहने के लिए बहुत कम जगह छोड़ते हैं।
स्टॉप लॉस ट्रिगर प्राइस क्या है?
इसे सुनेंरोकेंमान लीजिये की आपने किसी कंपनी के स्टॉक को 100 रुपये में ख़रीदा है और अब आपको लगता है की उस स्टॉक की कीमत अब नीचे जाने वाली है तो आप उस स्टॉक को 90 रुपये के स्टॉप लॉस पर सेट करते है, लेकिन जिस प्राइस पर आप अपने आर्डर को ट्रिगर करना चाहते है उसके लिए आपको स्टॉप लॉस से ज़्यादा वैल्यू पर ट्रिगर प्राइस दर्ज़ करना होता है।
इंट्राडे कैसे करे?
इंट्राडे ट्रेडिंग से पैसे कैसे कमाए
- अपने लक्ष्य को निर्धारित करें कई बार आपने देखा होगा की कई लोग अपनी दिनचर्या को सरल बनाने के लिए एक सूची तैयार करते है।
- सही टाइम में ट्रेड करे
- ज़्यादा मात्रा में ट्रेड करे
- मार्जिन का उपयोग करे
- Intraday Technical Analysis in Hindi.
पिछला स्टॉप लॉस क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइसका मतलब ये हुआ कि आपने 262 रुपये 25 पैसे पर शेयर खरीदा और आप 7 रुपये तक का नुकसान (255 रुपये) लेने को तैयार हैं। अगर शेयर की कीमत 255 रुपये तक गिर जाती है, तो आपका स्टॉप लॉस ऑर्डर एक्टिव हो जाएगा और आप नुकसान के सौदे बाहर निकल जाएंगे। जब तक कीमत 255 नहीं पहुंचती, तब तक आपका स्टॉप लॉस ऑर्डर एक्टिव नहीं होगा।
ट्रिगर प्राइस क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंसरल शब्दों में, ट्रिगर प्राइस वह प्राइस है जो प्राप्त होने पर, स्वचालित रूप से आपके ऑर्डर को लागू / निष्पादित करता है। अपस्टॉक्स के विशेष क्रम में ट्रिगर ऑर्डर बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यहाँ इस लेख में, विभिन्न प्रकार के ऑर्डर और उनके संबंधित ट्रिगर प्राइस की विस्तृत समीक्षा दी है।
ट्रिगर प्राइस का क्या मतलब है?
इसे सुनेंरोकेंट्रिगर प्राइस आपके buy ओर sell के आर्डर को एक्टिवेट करने का काम करता है। इसका मतलब यह है कि ट्रिगर प्राइस आपके दोनों ऑर्डर में से किसी एक को एक्टिवेट करने का काम करता है। ट्रिगर प्राइस का इस्तेमाल स्टॉप लॉस ऑर्डर के लिए किया जाता है।
अपस्टॉक्स क्या है?
इसे सुनेंरोकेंupstox एक एप्लीकेशन है जो online stock trading / mutual fund / digital gold / IPOs में Investment करने के लिए एक बेहतरीन Platform है यह भारत के मुख्य कम्पनियों में से एक है जो पिछले 12 सालो से निवेशकों को बेहतरीन सुविधा देती हुयी आ रही है जिससे काफी trust build हो चूका है।
शेयर बाजार में स्टॉप लॉस क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंStop Loss वह मूल्य है जो शेयर मार्केट में ट्रेडर को ज्यादा नुकसान होने से बचाता है। यह ट्रेडर्स के जोखिम को कम कर उन्हें सही समय पर मार्केट से बाहर इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें निकलने की अनुमति देता है। शॉर्ट टर्म ट्रेड में स्टॉप लॉस की जरुरत और भी बढ़ जाती है क्योंकि यहां जोखिम की संभावना और भी ज्यादा होती है।
उपस्टेक्स में पैसे कैसे कमाए?
अपस्टॉक्स से पैसे कैसे कमाए?
- Upstox प्लाट्फ़ोर्म पर ट्रेडिंग के ज़रिए जैसे की आपको ये मालूम है की Upstox एक stock broker है जो की आपकी मदद करता है shares को ख़रीदने में और बेचने में।
- Upstox की Referrals के ज़रिए एक दूसरा तरीक़ा भी हैं Upstox से पैसे कमाने का वो ये की आप Referrals से पैसे कमा सकते हैं।
Upstox का मालिक कौन है?
इसे सुनेंरोकेंअपस्टॉक्स के ओनर RKSV Securities है. इस कंपनी की शुरुआत Ravi Kumar, Raghu Kumar और Shrinivas Viswanath ने मिलकर 2009 में की थी उस समय इसका नाम आरकेएसवी सिक्योरिटीज दिया था लेकिन बाद इसे बदलकर Upstox का नाम दे दिया गया जिसके बाद अब यह इस नाम से काफी पॉपुलर हो रहा है.
ट्रिगर प्राइस क्या है?
शेयर मार्केट में स्टॉप लॉस कैसे लगाए?
इसे सुनेंरोकेंपरसेंटेज मेथड (Percentage Method): ज्यादातर ट्रेडर Stop loss के लिए परसेंटेज नियम का पालन करते हैं। यह परसेंटेज नियम शेयर प्राइस का 10 प्रतिशत होता है। उदाहरण के लिए यदि शेयर प्राइस 100 रुपये है तो 100 रुपये का 10 प्रतिशत कम यानी 90 रुपये पर आप अपना Stop loss लगा सकते है।
शेयर मार्केट में स्टॉप लॉस क्या है?
डिलीवरी मार्जिन और इंट्राडे क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइंट्राडे और डिलीवरी ट्रेडिंग के बीच एक स्पष्ट अंतर होता है। अन्य इंट्राडे बनाम डिलीवरी ट्रेडिंग पहलू आवश्यक पूंजी में निहित होते है। इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए, आपकी जरूरत की पूंजी कम होती है क्योंकि आप मार्जिन में भुगतान कर सकते हैं। मूल्य गति के आधार पर बड़े लाभ के लिए इस छोटे भुगतान का उपयोग किया जा सकता है।
अपस्टॉक्स में ट्रिगर कीमत क्या है?
इसे सुनेंरोकेंइसी तरह, यदि आप एक ऐसी “विक्री” करना चाहते हैं जिसकी इंट्राडे में स्टॉप लॉस कैसे लगायें मौजूदा कीमत ₹100 है, तो आप ट्रिगर प्राइस ₹120 पर सेट कर सकते हैं।
डिलीवरी मार्जिन क्या है?
इसे सुनेंरोकेंDelivery Margin Meaning in Hindi आप केवल मूल्य का एक निश्चित प्रतिशत (या मार्जिन) का भुगतान करते हैं, जबकि बाकी के पैसे ब्रोकर प्रदान करता है। यह आपको अपने पास मौजूदा पैसे से अधिक ट्रेडिंग करके ज्यादा से ज्यादा शेयर खरीदने की अनुमति देता है।
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