उदाहरण के लिए, अमेरिकी उपभोक्ता विश्वास सूचकांक वर्ष 2018 की दूसरी छमाही में 6 महीनों में से 5 में लगातार बढ़ रहा था। वर्ष के अंत नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम में, S&P 500 स्टॉक सूचकांक को 2,400 अंकों के आसपास प्रस्तुत किया गया था। एक साल बाद, यह इंस्ट्रूमेंट 30% से अधिक बढ़ा

भारतीय संपत्ति बाजार में पैसा कैसे कमाया जाए?

धोखेबाज़ निवेशकों के रियल एस्टेट में भाग्य बनाने की कहानियां बहुसंख्यकों को प्रेरित करती रहती हैं। यह उन लोगों के लिए विशेष रूप से सच है जो स्टॉक ट्रेडिंग की जटिलताओं के बजाय मूर्त संपत्ति के साथ सुरक्षित व्यवहार करते हैं। यहां तक कि एक ग्रीनहॉर्न निवेशक के लिए, अचल संपत्ति अत्यधिक लाभदायक हो सकती है, बशर्ते उन्हें इस बारे में स्पष्ट विचार हो कि वे किसके साथ काम कर रहे हैं, और वे अपने निवेश से क्या चाहते हैं। इन दोनों मामलों पर कुछ स्पष्टता प्रदान करने के इरादे से, हमने भारत में संपत्ति निवेश के क्या करें, क्या न करें, और अवश्य जानने योग्य तथ्यों की एक सूची तैयार की है।

1. रियल एस्टेट स्थानीय रूप से संचालित होता है

संपत्ति निवेश स्थानीय मेट्रिक्स से प्रभावित होता है। उदाहरण के लिए, भारत का रियल एस्टेट बाजार अमेरिकी बाजार से बिल्कुल अलग है। भारत के भीतर भी, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में संपत्ति बाजार की अपनी विशिष्ट विशेषताएं हैं। इसके अलावा, हरियाणा के भीतर, गुड़गांव और सोनीपत के अचल संपत्ति बाजार उनकी कई समानता के बावजूद समान नहीं हैं।

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स्विंग ट्रेडिंग: पेशेवरों के लिए एक ट्रेडिंग शैली

ट्रेडर का वर्गीकरण अधूरा लग सकता है। हालांकि, एक खुली पोजीशन रखने की अवधि के आधार पर उनके बीच एक स्पष्ट विभाजन होता है। यदि आपकी रणनीति में दो दिनों से लेकर कई हफ्तों की अवधि तक ट्रेडों को रखना शामिल है, तो आप खुद को एक स्विंग ट्रेडर कह सकते हैं।

एक नियम के तौर पर, ट्रेडर कुछ अनुभव हासिल करने के बाद स्विंग ट्रेड करना शुरू करते हैं। उनमें से कई के लिए, लंबी अवधि के लिए ट्रेडों को बरकरार रखना, Olymp Trade पर ट्रेडिंग करते समय अपने कार्य असाइनमेंट (योजनाओं) को पूरा करने का एकमात्र तरीका है।

स्मार्ट और सचेत ट्रेडिंग शैली की मांग हमें स्विंग ट्रेडिंग पर ध्यान केंद्रित करवाती है। आइए दिवसीय ट्रेडिंग के ऊपर इसके फायदों को समझने की कोशिश करते हैं और अपनी खुद की ट्रेडिंग रणनीतियों को विकसित करने के लिए कुछ बुनियादी सिफारिशें देते हैं।

दिवसीय और स्विंग ट्रेडिंग के बीच अंतर

अधिकांश नौसिखिए निवेशक दिवसीय ट्रेडिंग से शुरू करते हैं। यह ट्रेडर की स्थिर दैनिक आय की इच्छा के कारण है, जिस तरह से श्रमिकों को उनके नियोक्ताओं नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम द्वारा भुगतान किया जाता है।

यहां दिवसीय ट्रेडिंग की प्रमुख विशेषताएं हैं:

  • ट्रेडर रात भर या सप्ताहांत तक पोजीशन को धरे नहीं रखते।
  • दिवसीय ट्रेडरों को ट्रेडिंग घंटे (अवधि) की अच्छी समझ होती है (वे जानते हैं कि ट्रेडिंग कब करना चाहिए और ट्रेडिंग से कब बचना चाहिए)। वे Stop Loss को अक्सर कम निर्धारित करते हैं और जब उनका ट्रेड खुला होता है तो वे अपने कार्यस्थल को नहीं छोड़ते हैं।
  • इसके अलावा, वे स्केलपर्स के लिए डिज़ाइन की गई ट्रेडिंग रणनीतियों का उपयोग करते हैं और एक समाचार-प्रेरित अस्थिर बाजार में ट्रेड करते हैं।
  • वे शायद ही कभी 1-4 घंटे से अधिक समय-सीमा का विश्लेषण करते हैं।

स्विंग ट्रेडिंग के लिए बुनियादी रणनीतियाँ

यह सुनिश्चित करने के लिए कि स्विंग ट्रेडिंग क्या है, आपको लोकप्रिय ट्रेडिंग रणनीतियों की मूल विशेषताओं के बारे में सीखना चाहिए नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम जो इस शैली से मेल खाती हैं। अब हम तकनीकी विश्लेषण के आधार पर एक प्रणाली का एक उदाहरण देंगे और स्विंग ट्रेडिंग में आधारभूत विश्लेषण का उपयोग करने के लिए बुनियादी सिफारिशों की रूपरेखा तैयार करेंगे।

प्रमुख स्तर

प्रत्येक परिसंपत्ति के अपने प्रमुख मूल्य स्तर होते हैं। सपोर्ट और रेज़िस्टेंस स्तरों, ट्रेंड लाइनों और अन्य की तुलना में प्रमुख (की) स्तर एक व्यापक अवधारणा है।

यहां हम अलग-अलग अवधि के मूविंग एवरेज, सबसे उल्लेखनीय ट्रेड वॉल्यूम स्तर, और ऐतिहासिक उतार और चढ़ाव से व्यवहार करते हैं। कई निवेशक कुछ स्तर के सापेक्ष परिसंपत्ति मूल्य की स्थिति के आधार पर अपने ट्रेडिंग निर्णय लेते हैं।

शेयरों में निवेश शुरू करना चाहते हैं? जानिए कैसे खोलें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट

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डिजिटल फॉर्म भरें
पहले ब्रोकर की वेबसाइट पर जाएं. फिर अकाउंट खोलने का फॉर्म भरें. इसमें आपको नाम, पता, पैन और उस बैंक अकाउंट की डीटेल्‍स भरनी होंगी जिन्‍हें डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट से जोड़ना है. साथ नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम ही सबसे उपयुक्‍त ब्रोकरेज प्‍लान को सेलेक्‍ट करने की जरूरत होती है.

डॉक्‍यूमेंट अपलोड करें
आधार, पैन, कैंसिल्‍ड चेक जैसे डॉक्‍यूमेंट की स्‍कैन कॉपी अपलोड करने की जरूरत पड़ती है. निवेशक की तस्‍वीर के साथ स्‍कैन किए हुए सिग्‍नेचर की भी नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम जरूरत हो सकती है.

इन-पर्सन वेरिफिकेशन
इन-पर्सन वेरिफिकेशन ब्रोकर करते हैं. इसे डिजिटल कॉल या व्‍यक्ति की वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्‍यम से किया जाता है. इसके लिए निवेशकों को स्‍क्रीन पर दिए जाने वाले निर्देशों का पालन करने के लिए कहा जाता है.

Age limit for Senior citizen insurance: अब 60 साल से अधिक उम्र वालों को भी मिलेगी बीमे की सुविधा

60 साल से अधिक उम्र वालों को भी मिलेगी बीमे की सुविधा

Insurance for elders: देश में 60 के ऊपर के कामकाजी लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीमा कंपनियों ने नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम अब ऐसी पॉलिसी तैयार करनी शुरु कर दी हैं, जो 70 या 75 साल तक चालू रहेंगी। वर्तमान समय में लगभग सभी बीमा कंपनियां 15 साल से 30 साल की आवधिक पॉलिसियां जारी करती है। इनमें एंडोमेंट पॉलिसी लेने के लिए न्यूनतम उम्र 8 वर्ष होनी ज़रूरी है। साथ ही पॉलिसी लेने की अधिकतम उम्र 60 साल है और इससे अधिक उम्र के लोगों को पॉलिसी नहीं दी जाती है। यह पॉलिसी 10 से 25 साल तक की होती है।

जरूरत के हिसाब से पॉलिसी के चुनाव की सुविधा

अधिकांश पॉलिसी धारक अपने रिटायर होने की उम्र को लेकर उलझन में रहते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, बहुत लोग पॉलिसी को 75 की उम्र तक जारी रखना चाहते हैं मगर उन्हें 60 की उम्र में अपने रिटायर हो जाने और बीमा जारी न रख पाने की भी आशंका रहती है। इस बात को ध्यान में रखकर बीमा कंपनियां निर्धारित समय से पहले ही रद्द किए जा सकने की सुविधा वाली पॉलिसी बना रही हैं। नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम पॉलिसी को समय से पहले कैंसिल करने पर पॉलिसीधारक द्वारा उन्हें भुगतान की गई किश्तों की रकम बिना ब्याज के वापस लौटा दी जाएगी। इसके लिए बीमा कंपनियां शून्य लागत वाली विस्तारित अवधि के लिए पॉलिसियां तैयार कर रही हैं।

फिलहाल बजाज अलियांज और मैक्स लाइफ ने ऐसी पॉलिसियां आरंभ की है और बाकी बीमा कंपनियां इस पर काम कर रही हैं। भविष्य में अन्य बीमा कंपनियां भी इस तरह की पॉलिसी लेकर आने वाली हैं, जिससे लोगों के पास चुनने के लिए अधिक विकल्प होंगे। इससे लोग 60 की उम्र के बाद भी बीमा करा सकेंगे और अपने परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित रख सकेंगे। परिवार की आर्थिक नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम चिंताओं में कमी आएगी और बीमा कंपनियों को भी फायदा मिलेगा।

इंट्रा-डे के बारे में जानें इस वीडियो में

Insurance for elders: देश में 60 के ऊपर के कामकाजी लोगों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बीमा कंपनियों ने अब ऐसी पॉलिसी तैयार करनी शुरु कर दी हैं, जो 70 या 75 साल तक चालू रहेंगी। वर्तमान समय में लगभग सभी बीमा कंपनियां 15 साल से 30 साल की आवधिक पॉलिसियां जारी करती है। इनमें एंडोमेंट पॉलिसी लेने के लिए न्यूनतम उम्र 8 वर्ष होनी ज़रूरी है। साथ ही पॉलिसी लेने की अधिकतम उम्र 60 साल है और इससे अधिक उम्र के लोगों को पॉलिसी नहीं दी जाती है। यह नौसिखियों के लिए डे ट्रेडिंग के नियम पॉलिसी 10 से 25 साल तक की होती है।

अब बीमा कंपनियां अधिकतम उम्र की सीमा बढ़ाकर 70 साल या 75 साल करने के लिए नई नीति लाने जा रही हैं। इसके अलावा पॉलिसीधारक को पॉलिसी पूरी होने के समय से पहले ही उसे रद्द करने की सुविधा भी मिल सकेगी। समय से पहले पॉलिसी रद्द करने पर पॉलिसीधारक को उनके द्वारा जमा कराया गया प्रीमियम वापस लौटा दिया जाएगा।

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