राजस्थान स्टेट गैस लि. कोटा के प्रोजेक्ट मैनेजर व दलाल 87 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार
कोटा. एसीबी मुख्यालय के निर्देश पर कोटा ग्रामीण एसीबी टीम ने शनिवार को श्रीनाथपुरम सेक्टर-ए में कार्रवाई करते हुए राजस्थान स्टेट गैस लि. कोटा के प्रोजेक्ट मैनेजर अतुल शुक्ला व उसके दलाल विष्णु सैनी (29) को परिवादी से 87 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी कोटा ग्रामीण को परिवादी ने शिकायत दी थी कि उसकी फर्म किरीन कॉन करीब एक वर्ष पहले से विचित्रा कन्ट्रक्शन प्रा. लि. फर्म एवं श्रीमार इंजीनियरिंग एण्ड कान्ट्रेक्टर की ओर से कोटा में गैस पाइप लाइन डालने व घरेलू कनेक्शन करने काम दिया था।
भास्कर खास: बायो फ्यूल अथॉरिटी के निलंबित सीईओ सुरेन्द्र सिंह राठौड़ व दलाल को 40 दिन बाद हाईकोर्ट से मिल गई जमानत
हाईकोर्ट में सोमवार को रिश्वत आरोप में गिरफ्तार बायाेफ्यूल अथॉरिटी के निलंबित सीईओ सुरेन्द्र सिंह राठौड़ की जमानत अर्जी पर बहस के दौरान एएजी डॉ. विभूतिभूषण शर्मा के हाईकोर्ट जजों पर की टिप्पणी से सुनवाई कर रहे जस्टिस एनएस ढड्ढ़ा नाराज हो गए। उन्होंने एएजी को कहा कि उन्हें हाईकोर्ट जजों पर कोई टिप्पणी नहीं करनी चाहिए। हालांकि सुरेन्द्र सिंह राठौड़ व दलाल संविदाकर्मी देवेश शर्मा को जमानत दे दी गई है।
आरोपी पक्ष की दलील; एसीबी ने सुरेंद्र के माइनिंग कारोबारी बेटे के घर से जब्त किए ~3.66 करोड़, जो सरकारी रकम
सुरेन्द्र सिंह की जमानत अर्जी के दौरान एएजी ने कहा कि सुरेन्द्र सिंह के घर से 3.66 करोड़ रुपए बरामद हुए हैं, वह इतने रुपए कहां से लाया? वह ईंधन दलाल क्या है? 70 करोड़ रुपए का आदमी है और इतने रुपए तो हाईकोर्ट जज के पास भी नहीं होते। एएजी की इस टिप्पणी से जस्टिस ढड्ढा नाराज हो गए और उन्होंने एएजी को कहा कि आप ये कैसी बहस कर रहे हो, आपको एएजी किसने बना दिया, आप हाईकोर्ट जजों को तोलोगे क्या? आप कोर्ट में फालतू की बातें नहीं करें। इस दौरान दूसरे एएजी राजेन्द्र यादव ने अदालत से कहा कि एएजी डॉ. विभूतिभूषण शर्मा से गलती हो गई।
अदालत ने कहा कि उन्हें कोर्ट में बकवास बातें नहीं करनी चाहिए। सुनवाई के दौरान राठौड़ के अधिवक्ता दीपक चौहान ने कहा कि ट्रेप की राशि आरोपी सुरेन्द्र सिंह से बरामद नहीं हुई है। उन्हें जेल में 40 दिन हो गए हैं और मामले में चालान पेश नहीं हो पाया है। एसीबी ने जिस 3.66 करोड़ रुपए की राशि का हवाला दिया है वह राशि एफआईआर से पहले ही एसीबी ने सुरेन्द्र सिंह के बेटे दीपेन्द्र सिंह के घर से जब्त की गई थी।
यह राशि सुरेन्द्र सिंह के बेटे की कंपनी गैलेक्सी माइनिंग की थी, जो सरकारी टोल नाकों से इकट्ठा की गई थी। यह वास्तविक तौर पर सरकारी रुपए थे, जो जमा होने थे। यही कारण है कि एसीबी ने सुरेन्द्र सिंह के खिलाफ दर्ज एफआईआर में जो आरोप लगाए हैं, उनमें 3.66 करोड़ रुपए का हवाला नहीं दिया है। यह राशि सुरेन्द्र सिंह की होती तो एसीबी उसकी एफआईआर में हवाला देती।
इसलिए आरोपी को जमानत दी जाए। इसके विरोध में एएजी डॉ. विभूतिभूषण शर्मा ने कहा कि आरोपी राठौड़ व दलाल देवेश शर्मा रिश्वत मामले में आरोपी हैं और देवेश ने ही राठौड़ के लिए पांच लाख रुपए की रिश्वत ली थी। मामले में अभी अनुसंधान चल रहा है इसलिए आरोपियों को जमानत नहीं दी जाए।
अदालत ने दोनों पक्षों की बहस सुनकर आरोपी सुरेन्द्र सिंह ईंधन दलाल क्या है? राठौड़ व दलाल देवेश शर्मा को जमानत दे दी। गौरतलब है कि एसीबी की टीम ने ईंधन दलाल क्या है? 7 अप्रैल को राठौड़ व संविदाकर्मी दलाल को परिवादी का लाइसेंस रिन्यू करने की एवज में उससे दलाल के जरिए पांच लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। राठौड़ ने परिवादी से लाइसेंस रिन्यू करने व बिना रुकावट व्यापार करने की एवज में बीस लाख रुपए रिश्वत मांगी थी।
डीजल वाहनों से दूरी कायम रखेगी मारुति, पेट्रोल कारों को अधिक ईंधन दक्ष बनाएगी
मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने डीजल खंड में वापसी की संभावना से इनकार किया है।
मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) ने डीजल खंड में वापसी की संभावना से इनकार किया है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि 2023 में उत्सर्जन मानकों के अगले ईंधन दलाल क्या है? चरण की शुरुआत के साथ ऐसे वाहनों की बिक्री में और कमी आएगी।
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी का मानना है कि उत्सर्जन मानकों के अगले चरण से डीजल वाहनों की ईंधन दलाल क्या है? लागत बढ़ जाएगी, जिससे बाजार में उनकी बिक्री और घटेगी। इसी कारण से पिछले कुछ ईंधन दलाल क्या है? साल के दौरान पेट्रोल कारों की ओर स्थानांतरण देखा जा रहा है।
मारुति सुजुकी इंडिया के मुख्य तकनीकी अधिकारी सी वी रमन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम डीजल क्षेत्र में नहीं जा रहे हैं। हमने पहले संकेत दिया था कि हम इसका अध्ययन करेंगे और ग्राहकों की मांग होगी तो हम वापसी कर सकते हैं। लेकिन हम इसमें लौटने नहीं जा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि आगे सख्त उत्सर्जन नियम लागू होने जा रहे हैं। यह एक प्रमुख वजह है कि कंपनी डीजल कारों से ‘बचना’ चाह रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘2023 में उत्सर्जन मानदंडों का नया चरण आएगा जिससे लागत बढ़ने की संभावना है। इसलिए हम मानते हैं कि डीजल वाहनों के प्रतिशत में और कमी आ सकती है। हम प्रतिस्पर्धा के बारे में नहीं जानते हैं, लेकिन मारुति का इसमें भाग लेने का कोई इरादा नहीं है।’’ उद्योग के अनुमान के अनुसार, डीजल वाहनों की हिस्सेदारी वर्तमान में कुल यात्री वाहन (पीवी) की बिक्री में 17 प्रतिशत से भी कम है। यह 2013-14 की तुलना में भारी गिरावट है, जब कुल बिक्री में डीजल कारों की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत थी।
एक अप्रैल, 2020 से भारत चरण-छह (बीएस-छह) उत्सर्जन दौर की शुरुआत के साथ देश में कई वाहन विनिर्माताओं ने अपने संबंधित पोर्टफोलियो में डीजल मॉडलों को कम कर दिया है।
मारुति ने तो भारत चरण-छह मानक लागू होने के साथ अपने पोर्टफोलियो में डीजल मॉडल को बंद कर दिया था।
कंपनी की संपूर्ण मॉडल श्रृंखला में अभी बीएस-छह अनुपालन वाले एक लीटर, 1.2 लीटर और 1.5 लीटर वाले पेट्रोल मॉडल हैं। इसके अलावा कंपनी अपने सात मॉडलों में सीएनजी संस्करण की भी पेशकश करती है।
रमन ने कहा कि कंपनी ईंधन दक्षता के मामले में अपने मौजूदा पेट्रोल पावरट्रेन को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगी और आगे चलकर अपने उत्पाद पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए नए ईंधन दलाल क्या है? इंजनों पर गौर कर सकती है।
रमन ने कहा, ‘‘हम कहते रहे हैं कि अपने मौजूदा पावरट्रेन में सुधार करेंगे। सेलेरियो में नया के10-सी इंजन इस सुधार का एक उदाहरण है। इसी तरह 1.2 लीटर के इंजन में भी कुछ बदलाव हुआ है।
ईंधन दलाल क्या है?
वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी एवं दलाल बीस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार
जयपुर, 9 दिसंबर (हि.स.)। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की भरतपुर टीम ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहाड़ी जिला भरतपुर के वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी को उसके दलाल के माध्यम से परिवादी से बीस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की भरतपुर टीम को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसके एवं उसके भाई की चोटों का मेडिकल मुआयना करने एवं चोटों को गंभीर प्रकृति की दर्शाने के लिए एक्स-रे एडवाईज करने की एवज में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहन सिंह द्वारा अपने दलाल कुलदीप उर्फ कुल्ली के माध्यम से तीस हजार रुपये की रिश्वत राशि मांग रहा है। एसीबी की भरतपुर टीम के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा के नेतृत्व में ट्रेप की कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. मोहन सिंह को बीस हजार रुपये की रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार किया गया है।
हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश/संदीप
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सर्च इंजन Google पर दीपावली लिखते ही स्क्रीन पर जल उठेंगे दीये, यहां जानिए क्या है माजरा
Google India : अपने दीपावली डूडल की जानकरी गूगल इंडिया ने अपने ट्वीटर हैंडल पर दी है. उसने लिखा है-''यूजर्स सरप्राइज के लिए दीवाली सर्च करें.''
Google पर दिपावली सर्च करते ही दिए से जगमग हो जाएगी स्क्रीन.
Google Dipawali doodle : सर्च इंजन गूगल हर त्यौहार पर एक युनिक डूडल क्रिएट करता है. इसके माध्यम से वह पर्व की बधाई अपने उपभोक्ताओं को देता है. हर बार अपनी क्रिएटिविटी से चौंका देता है. ऐसा ही कुछ इसने दीपावली बर डूडल (Doodle) बनाकर किया है. असल में इस बार गूगल ने एक खास तरह के इफेक्ट का सहारा लेते हुए दीपावली का डूडल तैयार किया है. अगर आप गूगल पर दीवाली सर्च करते हैं तो आपके स्क्रीन पर दिये जल उठेंगे. है ना मजेदार, तो चलिए जानते हैं अपने कंप्यूटर स्क्रीन को दीये की जगमग से कैसे करें गुलजार.
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गूगल का दिपावली डूडल | Google dipawali doodle
- आपको गूगल के होमपेज पर जाना है और वहां पर दीवाली टाइप करना है जैसे ही आप एंटर करेंगे सर्च के लिए आपको लेफ्ट कॉर्नर में दीया जलता हुआ नजर आने लगेगा.
- जैसे ही आप दीये पर क्लिक करेंगी तो पूरी स्क्रीन पर दीये आ जाएंगे. फिर आप माउस की मदद से दीये को मूव भी करा सकते हैं. कुछ देर तक ये दीये स्क्रीन पर रहेंगे फिर अपने आप गायब हो जाएंगे और स्क्रीन फेड से लाइट हो जाएगी. तो देर किस बात की गूगल के इस इफेक्ट का आप भी आनंद उठाएं और अपनी स्क्रीन को जगमग करें.
- अपने दिपावली डूडल की जानकरी गूगल इंडिया ने अपने ट्वीटर हैंडल पर दी है. उसने लिखा है-''यूजर्स सरप्राइज के लिए दीवाली सर्च करें.''
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